Monday 13 June 2022

उत्तर प्रदेश आजमगढ़ भोजपुरी फिल्म स्टार आम्रपाली दुबे ने BJP प्रत्याशी निरहुआ के समर्थन में किया जनसंपर्क, सेल्फी लेने की लगी रही होड़


 उत्तर प्रदेश आजमगढ़ भोजपुरी फिल्म स्टार आम्रपाली दुबे ने BJP प्रत्याशी निरहुआ के समर्थन में किया जनसंपर्क, सेल्फी लेने की लगी रही होड़



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ में लोकसभा उपचुनाव को लेकर पार्टियां अपनी सारी ताकत झोंक रही हैं। वही फिल्म स्टार दिनेश लाल यादव निरहुआ के बीजेपी प्रत्याशी होने के चलते भोजपुरी कलाकारों का जमावड़ा भी लग रहा है। इसी क्रम में भोजपुरी फिल्म स्टार आम्रपाली दुबे ने निरहुआ के पक्ष में आजमगढ़ शहर के मिशन अस्पताल रोड से नरौली तक जनसंपर्क किया।




 इस दौरान उनको देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। आम जनता तो क्या भाजपा के पदाधिकारी व कार्यकर्ता भी उनके साथ सेल्फी लेने के लिए होड़ मचा दिए।


 महिला भाजपाई भी कहीं से पीछे नहीं थी और वह भी सेल्फी लेने में धक्का-मुक्की करती रहीं। वही आम्रपाली दुबे भी अपने स्टारडम का आनंद लेते हुए लोगों से कमल के फूल पर बटन दबाने की अपील करती रहीं। वहीं उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से यहां भीड़ उमड़ रही है जो प्यार मिल रहा है वही वोट में भी दिखना चाहिए। उन्होंने कहा कि अभी तक और लोगों को आपने देखा अब निरहुआ को भी देखना चाहिए कि वह कैसा काम करते हैं।

आजमगढ़ निजामाबाद सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई मनचलों की कारस्तानी मनसूबे में नहीं हुए कामयाब तो युवती को मारपीट कर किया अधमरा पीड़ित लड़की ने थाने में की शिकायत, नहीं हुई सुनवाई, एसपी को सौंपा ज्ञापन


 आजमगढ़ निजामाबाद सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई मनचलों की कारस्तानी


मनसूबे में नहीं हुए कामयाब तो युवती को मारपीट कर किया अधमरा


पीड़ित लड़की ने थाने में की शिकायत, नहीं हुई सुनवाई, एसपी को सौंपा ज्ञापन



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ मनचलों के जुल्म की शिकार पीड़ित युवती ने पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य को आज ज्ञापन सौंप कर न्याय की गुहार लगाई है। पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक को दिये गये ज्ञापन में आरोप लगाया है कि वह निजामाबाद थाना क्षेत्र में अपने पति के साथ गोलगप्पा की दुकान चलाती है। कुछ लोग आए दिन उसे गन्दे-गन्दे इशारे किया करते थे। जिसकी शिकायत पीड़िता द्वारा स्थानीय थाने को दी गयी थी लेकिन थाने द्वारा कोई कार्रवाई न किये जाने पर उक्त मनबढ़ों का हौसला और बढ़ गया। 



पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक को दिये गये प्रार्थना पत्र में बताया कि 8 जून की रात करीब 8 बजे उक्त मनबढ़ लोग मोटर सायकिल व कुछ लोग पैदल चलते हुए उसके घर पर चढ़ आये और उसको साथ चलने के लिए कहने लगे। इस दौरान उन्होंने अश्लील बात करनी शुरू कर दी। पीड़िता द्वारा जब इसका विरोध किया गया तो उक्त मनचलों द्वारा प्रार्थिनी को मारपीट कर अधमरा कर दिया गया। पीड़िता ने बताया कि सूचना पर पहुची  पुलिस ने उसे बेहोशी की हालत में ब्लाक रानी की सराय भेजा जहां मेडिकल होने के बाद डाक्टर ने हालत गंभीर होने पर हायर सेंटर ले जाने की सलाह दी।



 पीड़िता को इलाज के दौरान 24 घंटे बाद होश आया तो पीड़िता ने उक्त मनचलों के खिलाफ स्थानीय थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। पीड़िता ने आरोप लगाया कि स्थानीय थाने से तहरीर में परिवर्तन करने दबाव बनाया जाने लगा। जब पीड़िता को स्थानीय थाने से न्याय नही  मिला तो उसने पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है।



 बता दें कि मनबढ़ों द्वारा उक्त युवती के साथ छेड़खानी और मारपीट करने का पूरा वाक्या बगल में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने मामले में जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिया है।

आजमगढ़ पवई में फिर शराब पीने से मौत एक की हालत गंभीर, पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा


 आजमगढ़ पवई में फिर शराब पीने से मौत


एक की हालत गंभीर, पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ पवई थाना के नाहरपुर गांव में रविवार की शाम पांच बजे ठेके से शराब पीकर लौटे एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि दूसरे की हालत गंभीर बनी हुई थी। पुलिस ने कारणों की जानकारी के लिए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। अच्छेलाल बिंद दिहाड़ी मजदूरी करके परिवार का भरण-पोषण करते थे।रविवार की सुबह करीब आठ बजे वह गांव के ही उत्तम के साथ पास के गांव ओरिल स्थित देसी शराब के ठेके पर शराब खरीदकर पीने गए। वहां पर दोनों ने छककर शराब का सेवन किया और शाम पांच बजे घर लौटे। अच्छेलाल की बहू नगीना ने बताया कि काफी नशे में होने के कारण उन्होंने घर पहुंचने पर पानी मांगा और पानी पीने के बाद वह घर में चारपाई पर सो गए। थोड़ी देर बाद जब उन्हें जगाया जाने लगा तो उनकी मृत्यु हो चुकी थी।



 उधर साथ गए उत्तम की हालत खराब होने लगी और वह खून की उल्टी करने लगे, तो परिवार के लोग घबरा उठे। स्वजन ने आनन-फानन उन्हें माहुल के अवध अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी। शराब के सेवन से एक की मौत और दूसरे के बीमार होने की सूचना पर पुलिस प्रशासन के कान खड़े हो गए।




क्षेत्राधिकारी फूलपुर गोपाल स्वरूप वाजपेयी, थाना प्रभारी पवई रत्नेश दुबे भारी संख्या में पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। रात एक बजे शव को थाने ले गए। मौत के कारणों की जानकारी के लिए सोमवार की सुबह शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। अच्छेलाल के पांच पुत्र अनिल, रोशन, दीपक, प्रदीप व संगम हैं।



 मृतक की पत्नी गुड़िया आठ वर्ष पूर्व घर छोड़कर चली गई थी। उधर परिवार वालों ने बताया कि बड़े बेटे अनिल लुधियाना में रहकर नौकरी करते हैं और घर के लिए रुपये भेजते रहते हैं। एक दिन पहले ही उन्होंने पिता के खाते में पांच हजार रुपये भेजे थे, जिसे निकालने के बाद अच्छेलाल गांव के उत्तम के साथ सुबह ही शराब पीने चले गए थे। 



थाना प्रभारी रत्नेश दुबे ने बताया कि प्रथम दृष्टया खाली पेट अधिक शराब के सेवन से मौत प्रतीत हो रही है, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही सही कारण सामने आएंगे।

लखनऊ 15 साल से नौकरी कर रहे 10 जेलकर्मी बर्खास्त होगी वसूली, भर्ती करने वाले अफसरों पर भी गिरेगी गाज


 लखनऊ 15 साल से नौकरी कर रहे 10 जेलकर्मी बर्खास्त


होगी वसूली, भर्ती करने वाले अफसरों पर भी गिरेगी गाज




उत्तर प्रदेश लखनऊ शासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए फर्जी प्रमाणपत्र के सहारे 15 साल पहले कारागार विभाग में नौकरी पाने वाले 10 बंदीरक्षकों को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया है। नौकरी के पहले ही दिन से उनकी सेवाएं शून्य मानते हुए सेवाकाल के दौरान लिए गए वेतन व भत्तों की वसूली की जाएगी। 



जिला जेल के वरिष्ठ जेल अधीक्षक आशीष तिवारी ने बताया कि विजिलेंस की रिपोर्ट के बाद शासन के निर्देश पर लखनऊ मंडल की विभिन्न जेलों में तैनात इन जेलकर्मियों को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया गया है। उनसे रिकवरी का आदेश जारी कर दिया गया है। इन बंदीरक्षकों ने वर्ष 2007 में खेलकूद व होमगार्ड समेत अन्य फर्जी प्रमाणपत्र लगाकर नौकरी हासिल की थी। 



जानकारी के अनुसार केंर्द्रीय कारागार आगरा के तत्कालीन वरिष्ठ जेल अधीक्षक अंबरीश गौड़ की अगुवाई में गठित कमेटी ने इनकी भर्ती की थी। भर्ती पर सवाल उठे तो शासन ने विजिलेंस से इसकी जांच कराई गई थी। भर्ती घोटाले में दोषी जेल अफसरों पर भी गाज गिरनी तय है। विजिलेंस टीम ने शासन को भेजी जांच रिपोर्ट में इन पर कार्रवाई की सिफारिश की है। इनकी बर्खास्तगी - संयोग लता, प्रवीण कुमार, परिक्रमा दीन, दिनेश कुमार, अनिल यादव, राजकिशोर, आनंद प्रकाश, दान सिंह, संजय कुमार व शिव बहादुर।

लखनऊ अजय कुमार लल्लू समेत 5 सौ कांग्रेसी गिरफ्तार, मोना और नसीमुद्दीन हाउस अरेस्ट


 लखनऊ अजय कुमार लल्लू समेत 5 सौ कांग्रेसी गिरफ्तार, मोना और नसीमुद्दीन हाउस अरेस्ट




उत्तर प्रदेश लखनऊ में कांग्रेस के प्रदर्शन से पहले पुलिस ने कांग्रेस की विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्र मोना और वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी और पूर्व एमएलसी हुस्ना सिद्दीकी को हाउस अरेस्ट कर लिया है। पुलिस ने नोटिस दी है कि लखनऊ मे धारा 144 लागू है इसलिए प्रदर्शन नहीं किया जा सकता है। 



वहीं मॉल एवेन्यू पर पुलिस ने घेराबंदी कर सीधे ईडी कार्यालय पहुंच रहे कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू समेत लगभग 500 कांग्रेसी को  गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार कांग्रसियों को इको गार्डन ले जाया जा रहा है।



 दरअसल सोमवार को कांग्रेस अपने नेता राहुल गांधी को ईडी सम्मन दिए जाने के विरोध में सत्याग्रह कर रही है और पूरे देश में ईडी कार्यालय तक पदयात्रा करेगी। इसी क्रम मे  लखनऊ में कांग्रेस के नेता भी ईडी दफ्तर जाकर प्रदर्शन करने की फिराक में थे। तैयारियां भी कर ली गई थी पर कांग्रेसी प्रदर्शन के लिए घर से  बाहर निकलते इससे पहले नेताओं को नजरबंद कर लिया गया है।

आजमगढ़ निजामाबाद फरीहा रेलवे ट्रैक पर मिला युवक का क्षत-विक्षत शव


 आजमगढ़ निजामाबाद फरीहा रेलवे ट्रैक पर मिला युवक का क्षत-विक्षत शव


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जनपद के निजामाबाद थाना क्षेत्र के फरिहा रेलवे स्टेशन से लगभग एक किलोमीटर पश्चिम आउटर सिग्नल के मक्खनपट्टी गांव की नहर व रेलवे पुल के पास एक अज्ञात 25 वर्षीय युवक  का शव बरामद हुआ। 





ग्रामीणों ने  पुलिस को सूचना देकर इस बावत अवगत कराया गया। सूचना पर मौके पर पहुची  रेलवे पुलिस ने निरीक्षण किया तो घटनास्थल आउटर सिग्नल से बाहर मिला। रेलवे पुलिस ने स्थानीय पुलिस को सूचना दिया। सूचना के दो घंटे बाद निजामाबाद थाना के उपनिरीक्षक शमशाद अली अपने हमराहियों के साथ घटनास्थल पर पहुच कर  मृतक के शव की शिनाख्त में जुट गये।




 मृतक पिंक कलर का पैंट तथा मैरून कलर का शर्ट पहना हुआ था उसके हाथ में नीले व पीले रंग का धागा बंधा हुआ है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। ग्रामीणों ने घटनास्थल के आस-पास अवैध रूप से बेची जा रहे नशीली वस्तुओं को घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया।


आजमगढ़ मी-टू प्रकरण में चर्चित रहे कोतवाल की बढ़ी मुश्किलें गिरफ्तारी वारंट जारी, एसपी आजमगढ़ को हाजिर कराने का दिया आदेश वर्तमान में रानी की सराय में निरीक्षक पद पर हैं तैनात


 आजमगढ़ मी-टू प्रकरण में चर्चित रहे कोतवाल की बढ़ी मुश्किलें



गिरफ्तारी वारंट जारी, एसपी आजमगढ़ को हाजिर कराने का दिया आदेश


वर्तमान में रानी की सराय में निरीक्षक पद पर हैं तैनात




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ / सुल्तानपुर आजमगढ़ जिले में तैनात निरीक्षक नंद कुमार तिवारी के खिलाफ अपर सत्र न्यायाधीश प्रथम की कोर्ट ने कड़ा रुख अपनाया है। जज इंतेखाब आलम ने निरीक्षक नंद कुमार तिवारी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट व 350 दंड प्रक्रिया संहिता की नोटिस समेत अन्य कार्यवाहियां जारी की है।



 अदालत ने एसपी आजमगढ़ को निरीक्षक नन्द कुमार तिवारी को साक्ष्य को लेकर 28 जून को पेश कराने का आदेश दिया है।

मामला कुड़वार थाना क्षेत्र स्थित कैथन टोला गांव से जुड़ा है। कटावां निवासी रामप्रसाद ने 17 मार्च 2018 को मुकदमा दर्ज कराया। आरोप के मुताबिक अभियोगी ने अपनी बहन प्रभावती की शादी कुड़वार थाना क्षेत्र के ही कैथन टोला निवासी रामबहादुर कोरी से कराई थी। जिनके चार बड़े-बड़े बच्चे भी है। प्रभावती के जिंदा रहते रामबहादुर कोरी ने घटना के कुछ वर्षों पूर्व शीला नाम की महिला से दूसरी शादी कर ली। 



रामबहादुर अक्सर उसकी बहन को प्रताड़ित करता रहा और दूसरी शादी करने के बाद लगातार विवाद कर मारता-पीटता रहा। अभियोगी के मुताबिक उसकी बड़ी भांजी की शादी होनी थी। लेकिन रामबहादुर दूसरी पत्नी शीला के साथ मिलकर अक्सर बवाल ही करता रहता था।

इन्हीं विवादों को लेकर रामबहादुर कोरी व उसकी दूसरी पत्नी शीला ने मिलकर रस्सी से गला कसकर प्रभावती को मौत के घाट उतार दिया। प्रभावती के भाई रामप्रसाद की तहरीर पर आरोपी रामबहादुर व उसकी दूसरी पत्नी शीला के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ और उसी धारा में आरोप-पत्र भी दाखिल हुआ। विचारण एडीजे प्रथम की अदालत में चल रहा है।



 जिसमे लगभग सभी अभियोजन गवाहों का साक्ष्य हो चुका है। लेकिन मामले की विवेचना करने वाले कोतवाल नंद कुमार तिवारी साक्ष्य की कार्यवाही में कई पेशियों से लगातार गैरहाजिर चल रहे हैं। अदालत से उनके खिलाफ कई पत्र जारी किये गये। जानकारी के मुताबिक नंद कुमार तिवारी मौजूदा समय में आजमगढ़ जिले में थाना रानी की सराय में निरीक्षक पद पर तैनात है। जिनकी इस लापरवाही से गम्भीर अपराध से जुड़े केस का ट्रायल बाधित चल रहा है।



 इस लापरवाही पर कड़ा रुख अपनाते हुए जज इंतेखाब आलम ने गिरफ्तारी वारंट व 350 दण्ड प्रक्रिया संहिता की नोटिस जारी की है। अदालत ने उनका जुलाई माह का वेतन भी रोकने का आदेश दिया है। कोर्ट ने पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ को इस मुकदमे में 28 जून के लिए नंद कुमार तिवारी को गवाही के लिए पेश कराने का आदेश दिया है।

आजमगढ़ भाजपा के पूर्व विधायक अरूणकांत यादव के घर फरारी का नोटिस चस्पा लूट के मामले में शाहगंज थाने की पुलिस ने की कार्रवाई


 आजमगढ़ भाजपा के पूर्व विधायक अरूणकांत यादव के घर फरारी का नोटिस चस्पा


लूट के मामले में शाहगंज थाने की पुलिस ने की कार्रवाई




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ समाजवादी पार्टी के विधायक व बाहुबली नेता रमाकान्त यादव के बेटे व फूलपुर विधानसभा से पूर्व भाजपा विधायक अरुणकांत यादव के घर शाहगंज पुलिस ने लूट के मामले में धारा 82 के तहत नोटिस लगाई। सीआरपीसी की धारा 82 के मुताबिक वह व्यक्ति जो किसी अपराध या किसी कर्ज की वजह से बच निकलने के मकसद से कही फरार हो गया है या भाग जाता है, तो अदालत द्वारा उसके फरार हो जाने की घोषणा किया जाता है।



जानकारी के अनुसार  पूर्व भाजपा विधायक अरूणकांत यादव के खिलाफ 2009 में शाहगंज से जबरदस्ती एक पिकअप उठा लाने का आरोप है। पिकअप बाद में भाजपा विधायक के घर के बाहर से बरामद की गई थी। उक्त मामले में शाहगंज थाने की पुलिस ने मुकदमा संख्या 1403/2009 धारा 392 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस ने 12 मई 2022 को पूर्व विधायक के घर पहुंचकर नोटिस लगा दिया है। इससे पूर्व इस मामले में सम्मन, वारंट जारी हुआ था। बिना गिरफ्तारी के ही शाहगंज थाने की पुलिस ने चार्जशीट लगा दी थी। 



पूर्व विधायक न तो न्यायालय में पेश हो रहे थे और न ही पेशी पर जा रहे थे और न ही जमानत करा रहे थे। पूर्व विधायक के घर धारा 82 की नोटिस लगाने आए शाहगंज थाने के इंस्पेक्टर सुधीर कुमार का कहना है कि मामले की समीक्षा न्यायालय कर रहा है। हालांकि, 82 की नोटिस के बाद भी यदि आरोपी हाजिर नहीं होता है, तो एक माह के बाद 83 के तहत कार्रवाई की जाती है।

गोरखपुर गैंगस्टर की फाइल रोक अधिकारियों ने ली घूस एडीएम की जांच में पुष्टि, कड़ी कार्रवाई की सिफारिश


 गोरखपुर गैंगस्टर की फाइल रोक अधिकारियों ने ली घूस


एडीएम की जांच में पुष्टि, कड़ी कार्रवाई की सिफारिश




उत्तर प्रदेश गोरखपुर के प्रभारी संयुक्त निदेशक अभियोजन अशोक वर्मा और ज्येष्ठ अभियोजन अधिकारी रणविजय द्वारा घूस लेने की पुष्टि एडीएम सिटी विनीत सिंह की जांच में हो गई है। इस मामले में जिलाधिकारी ने अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी को रिपोर्ट भेजकर मामले में कड़ी कार्रवाई की सिफारिश की है।



बदमाश कपिलमुनि यादव की गैंगस्टर से जुड़ी फाइल पर पहले आपत्ति लगाने, फिर केस आगे बढ़ाने के लिए गोरखपुर के प्रभारी संयुक्त निदेशक अभियोजन अशोक वर्मा और ज्येष्ठ अभियोजन अधिकारी रणविजय ने घूस ली। इसकी पुष्टि एडीएम सिटी विनीत सिंह की जांच में हो गई है। एडीएम सिटी ने रिपोर्ट बनाकर जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश को भेज दी। अब जिलाधिकारी ने अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी को रिपोर्ट भेजकर मामले में कड़ी कार्रवाई की सिफारिश की है।




जानकारी के मुताबिक, सपा नेता व बदमाश कपिलमुनि यादव पर कई केस दर्ज हैं। इसका हवाला देते हुए ही रामगढ़ताल पुलिस ने बदमाश के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई करने की सिफारिश की। जिला व पुलिस प्रशासन स्तर से कुछ औपचारिकता भी पूरी हुई, लेकिन प्रभारी सहायक अभियोजन अधिकारी अशोक वर्मा और ज्येष्ठ अभियोजन अधिकारी ने आपत्ति लगाकर फाइल वापस कर दी।

आरोप है कि बदमाश ने मामले की पैरवी कर रहे एक व्यक्ति को धमकी भी दी। व्यक्ति ने कार्रवाई की मांग की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसी का नतीजा रहा कि संबंधित ने दोनों अफसरों का स्टिंग ऑपरेशन कर लिया। सूत्रों के मुताबिक, जिस व्यक्ति ने स्टिंग ऑपरेशन किया है, उसने गैंगस्टर की एक सूची भी प्राप्त की है।

आरोप है कि बड़े बदमाशों को गैंगस्टर से बचाने का बड़ा खेल चल रहा है। आपत्ति लगाकर फाइल वापस की जा रही है। ऐसे कई मामलों में सहायक अभियोजन अधिकारी व ज्येष्ठ अभियोजन अधिकारी पहले भी आपत्ति लगा चुके हैं।स्टिंग से साफ हो गया कि गैंगस्टर के मामलों में आपत्ति लगाकर घूस लिया जाता है।




अविरल सिंह नामक व्यक्ति ने घूसखोरी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी, डीएम गोरखपुर, यूपी पुलिस और गोरखपुर पुलिस को वीडियो टैग करते हुए अविरल ने लिखा कि गैंगस्टर के मामलों में घूस लिया जा रहा है। गोरखपुर में प्रभारी संयुक्त निदेशक अशोक वर्मा तथा ज्येष्ठ अभियोजन अधिकारी रणविजय ने अपराधियों को बचाने के लिए घूस लिया।



वायरल वीडियो में संयुक्त निदेशक अभियोजन के साथ एक वर्दीधारी भी दिख रहा है। वह कह रहा है कि गैंगस्टर लगाने के नियम बहुत बदल गए। साहब को सलाम करते रहिए, सब हो जाएगा। इससे पहले एक व्यक्ति गैंगस्टर के मामले को आगे बढ़ाने की बात करता है। वह कहता है कि फाइल पर आपत्ति लगा दी। पहले भी एक फाइल पर आपत्ति लगी थी, लेकिन उसे दूर कराया था। इसके बाद व्यक्ति रुपये संयुक्त निदेशक अभियोजन को पकड़ाता है। संयुक्त निदेशक रुपये लेते हैं, फिर पूछते हैं कि विवेचक कौन है? फाइल मेरे टेबल तक पहुंचवा दीजिए, सब हो जाएगा।



रामगढ़ताल पुलिस ने कपिलमुनि यादव को जिला बदर कर दिया है। साथ ही उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले ही थाना पुलिस ने गैंगस्टर की कार्रवाई की सिफारिश की थी, लेकिन आपत्ति लगाकर फाइल वापस कर दी गई। बार-बार आपत्ति लगने पर पुलिस ने भी हैरानी जताई, लेकिन इसके पीछे का मकसद अब खुलकर सामने आ सका।



डीएम गोरखपुर कृष्णा करुणेश ने बताया कि वायरल वीडियो की जांच एडीएम सिटी से कराई गई। एडीएम सिटी ने जांच करके रविवार देर शाम रिपोर्ट उपलब्ध करा दी। जांच रिपोर्ट के मुताबिक, प्रथम दृष्टया आरोप सही पाए गए हैं। वीडियो कब का है, यह जांच का विषय है। वीडियो में संयुक्त निदेशक अशोक वर्मा व अभियोजन अधिकारी रणविजय धनराशि लेते दिख रहे हैं। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए गृह विभाग उत्तर प्रदेश शासन को पत्र भेजा गया है। गृह विभाग से ही कार्रवाई होनी है।