Friday 2 December 2022

आजमगढ़ बिजली कर्मचारियों का अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार चौथे दिन भी जारी प्रदेश भर में हजारों बिजली कर्मियों ने कार्य छोड़कर दिनभर किया विरोध प्रदर्शन।


 आजमगढ़ बिजली कर्मचारियों का अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार चौथे दिन भी जारी


 प्रदेश भर में हजारों बिजली कर्मियों ने कार्य छोड़कर दिनभर किया विरोध प्रदर्शन।



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबंधन के मनमाने एवं दमनकारी रवैए के चलते कार्य का वातावरण समाप्त हो चुका है। ऐसे वातावरण में बिजली कर्मियों के लिये अब कार्य कर सकना असम्भव हो गया है कई और संगठन संघर्ष समिति में हुए शामिल


विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उप्र के आह्वान पर ऊर्जा निगमों में 29 नवम्बर से प्रारम्भ अनिश्चिकालीन कार्य बहिष्कार आज चौथे दिन भी जारी रहा। प्रदेश भर में हजारों बिजली कर्मचारियों, जूनियर इंजीनियरों और अभियन्ताओं ने काम बन्द कर दिन भर विरोध प्रदर्शन किये और ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबन्धन के रवैये की तीव्र भर्त्सना की। संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि जहां एक ओर ऊर्जा मंत्री ऊर्जा निगमों में कार्य का स्वस्थ और बेहतर वातावरण बनाने हेतु प्रयासरत है वही ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबंधन का रवैया इतना स्वेच्छाचारी है कि वह ऊर्जा मंत्री के निर्देशों के अनुरूप कार्य करने हेतु तैयार नहीं है। यह स्थिति अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। 


बिजली कर्मी मुख्यमंत्री एवं ऊर्जा मंत्री के लक्ष्यों के अनुरूप कार्य करने हेतु संकल्पबद्ध है किंतु ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबंधन खासकर चेयरमैन ने निगमों में नकारात्मक एवं भय का वातावरण बना रखा है जिससे कार्य का वातावरण पूरी तरह समाप्त हो चुका है।



ऊर्जा निगमों में स्वेच्छाचारिता समाप्त करने एवं कार्य का स्वस्थ वातावरण स्थापित करने हेतु बिजलीकर्मी पूर्ण लोकतांत्रिक तरीके से शान्तिपूर्ण आन्दोलन कर रहे हैं एवं कार्य बहिष्कार का आज चौथा दिन है।


ऊर्जा निगमों को स्वेच्छाचारिता व तानाशाही मुक्त कराने हेतु बिजली कर्मियों के चल रहे सफल आंदोलन में आज विद्युत मजदूर संगठन भी संघर्ष समिति में शामिल हुआ।


 विद्युत मजदूर संगठन उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष आर वाई शुक्ला, महामंत्री श्रीचन्द्र, पूर्व अध्यक्ष शमीम अहमद , पूर्व महामंत्री आलोक सिन्हा, पूर्व महामंत्री आर सी पाल सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ हाईडिल फील्ड हॉस्टल में आये और विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति में सम्मिलित होने की घोषणा की। विद्युत मजदूर संगठन के अध्यक्ष आर वाई शुक्ला ने संघर्ष समिति की नोटिस पर हस्ताक्षर कर विद्युत मजदूर संगठन,उत्तर प्रदेश ने जारी आन्दोलन में सम्मिलित होने की सूचना अपर मुख्य सचिव एवं ऊर्जा निगम शीर्ष प्रबन्धन को दे दी है।


विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के प्रमुख पदाधिकारियों राज नारायण सिंह ,धरमू प्रसाद यादव ,निखिल, शेखर सिंह ,काशी गुप्ता ,वेद प्रकाश यादव आदि ने आज यहां जारी बयान में कहा कि ऊर्जा निगमों के चेयरमैन के दमनात्मक रवैए से बिजलीकर्मियों में इतना गुस्सा है कि वे इस अत्यधिक तनावपूर्ण एवं नकारात्मक माहौल में कार्य कर सकने में हतोत्साहित महसूस कर रहे हैं और दिन प्रतिदिन तमाम बिजलीकर्मी इसमें शामिल होकर अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार को सफल बना रहे हैं।


 बिजलीकर्मियों ने ऊर्जा मंत्री की अपील को देखते हुए कार्य बहिष्कार से उन सभी जनपदों के बिजलीकर्मियों को अलग रखा है जहाँ आदर्श चुनाव आचार संहिता लगी है। साथ ही बिजली उत्पादन घरों, पारेषण उपकेंद्रों, सिस्टम ऑपरेशन और वितरण उपकेंद्रों की शिफ्ट में कार्यरत बिजलीकर्मियों को भी कार्य बहिष्कार से अलग रखा गया है जिससे बिजली व्यवस्था पूरी तरह ठप्प न हो और आम जनता को तकलीफ न हो।


सभी ऊर्जा निगमों के बिजलीकर्मियों का कार्य बहिष्कार आन्दोलन पूरे प्रदेश में पूर्ण सफलता के साथ हो रहा है जिसमें भारी संख्या में बिजलीकर्मी उपस्थित हुए एवं प्रबन्धन के प्रति अपना रोष एवं आक्रोश व्यक्त किया। कार्य बहिष्कार आन्दोलन के आज चौथे दिन कई जिलों की विद्युत व्यवस्था प्रभावित हुई है जिनमें गोरखपुर, लखनऊ, आजमगढ़, बलिया, मऊ, गाजीपुर, वाराणसी, सहारनपुर, सुल्तानपुर, अयोध्या, सिद्धार्थनगर, चित्रकूट, गाजियाबाद, देवीपाटन, प्रयागराज प्रमुख हैं। 


संघर्ष समिति ने पुनः स्पष्ट किया कि बिजलीकर्मियों के शान्तिपूर्ण आन्दोलन से आम जनता को कोई तकलीफ न हो इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है किन्तु जनता को हो रही परेशानी के लिए ऊर्जा निगम का शीर्ष प्रबन्धन जिम्मेदार है, जो सरकार को गुमराह कर जनता के बीच सरकार व बिजलीकर्मियों की छवि खराब कर रहे हैं।


पदाधिकारियों ने कहा कि यदि शान्तिपूर्ण आन्दोलन पर या किसी भी बिजलीकर्मी पर कोई दमनात्मक या उत्पीड़न की कार्यवाही करने की कोशिश भी की गयी तो इसकी तीखी प्रतिक्रिया होगी।

आजमगढ़ महाराजगंज लूट व छिनैती की वारदात का खुलासा 3 बदमाश गिरफ्तार


 आजमगढ़ महाराजगंज लूट व छिनैती की वारदात का खुलासा


3 बदमाश गिरफ्तार


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ महाराजगंज थाने की पुलिस ने गुरुवार की रात गश्त के दौरान क्षेत्र के भीलमपुर पुलिया के समीप तीन बदमाशों की गिरफ्तारी के साथ ही एक दिन पूर्व छिनैती की घटना का खुलासा कर दिया। पकड़े गए आरोपी के कब्जे से पुलिस ने असलहा व कारतूस भी बरामद किया है।

महाराजगंज क्षेत्र के निवासी अनिल पुत्र अरविंद ने स्थानीय थाने में बीते बुधवार को असलहे के बल पर गले में मौजूद सोने की चेन छीनने का प्रयास करने वाले बाइक सवार तीन अज्ञात बदमाशों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। घटना की छानबीन में जुटी पुलिस ने गुरुवार की रात क्षेत्र के भीलमपुर पुलिया के समीप किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में रहे तीनों अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया। उनके कब्जे से पुलिस ने तमंचा व कारतूस भी बरामद किया है।


 गिरफ्तार आरोपियों में अनिल यादव पुत्र सूर्यभान व अवनीश यादव पुत्र श्यामसुंदर स्थानीय ग्राम जमालपुर तथा सुग्रीव निषाद पुत्र ज्योति लाल ग्राम गोपालपुर के निवासी बताए गए हैं।

आजमगढ़ दहेज के लिए पति व ससुर ने किया शारीरिक शोषण पति ने किया अप्राकृतिक दुष्कर्म तो ससुर ने जारी रखा दुष्कर्म का सिलसिला पीड़िता ने सीएम व महिला आयोग से लगाई न्याय की गुहार


 आजमगढ़ दहेज के लिए पति व ससुर ने किया शारीरिक शोषण


पति ने किया अप्राकृतिक दुष्कर्म तो ससुर ने जारी रखा दुष्कर्म का सिलसिला


पीड़िता ने सीएम व महिला आयोग से लगाई न्याय की गुहार




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ दहेज लोभी पति व ससुर द्वारा किए जा रहे शारीरिक शोषण से आजिज आकर पीड़ित महिला किसी तरह ससुराल वालों के चंगुल से मुक्त होकर मायके पहुंची। पीड़िता की आपबीती सुनकर मायके वालों ने रानी की सराय थाने में आरोपी पति व ससुर के खिलाफ सुसंगत धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कराया। मिली जानकारी के मुताबिक इस मामले में अब पुलिस सीआरपीसी की धारा 164 के तहत न्यायालय में बयान दर्ज कराने से परहेज कर रही है। पीड़ित महिला ने अपना बयान दर्ज कराने के लिए सूबे के मुख्यमंत्री व राज्य महिला आयोग के साथ ही जिले के प्रशासनिक अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई है।


फूलपुर कोतवाली क्षेत्र के कतरा नूरपुर ग्राम निवासी युवती की शादी रानी की सराय क्षेत्र के मलिक शाहपुर निवासी शफात पुत्र महताब आलम के साथ हुई है। पीड़ित महिला का आरोप है कि ससुराल पक्ष के लोग उस पर मायके वालों से दहेज मांगने के लिए दबाव बनाने लगे। ससुराल वालों की ईच्छा के अनुसार दहेज की मांग पूरी न होने पर उसके साथ अत्याचार किया जाने लगा। पीड़िता का पति उसके साथ अप्राकृतिक दुष्कर्म करने लगा।


 मायके वालों की गरीबी देख पीड़िता ससुराल वालों की प्रताड़ना सहन करने को मजबूर रही। हद तो तब हो गई जब पीड़िता का पति कमाने की गरज से विदेश चला गया और पीड़िता पर उसके ससुर ने अपनी नजर गड़ा दी। आरोप है कि इसके बाद कामांध ससुर बहू को अपनी हवश का शिकार बनाने लगा। कुछ समय बाद पति जब विदेश से घर लौटा तो पीड़ित महिला के समझाने बुझाने पर कुछ समय तक उसे शोषण से मुक्ति मिली। पीड़िता के इसी बीच गर्भवती होने की बात ससुराल वालों को पता चली तो सभी ने विगत 27 सितंबर को जबरन दवा खिलाकर उसका गर्भपात करा दिया।



मजबूर होकर पीड़ित महिला ने आपबीती अपने मायके वालों को बताया। मायके वालों की मदद से रानी की सराय थाने में पीड़िता ने पति व ससुर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। पीड़ित महिला का कहना है कि रिपोर्ट दर्ज करते समय वहां पिता और अन्य लोगों की उपस्थिति में वह पूरी बात पुलिस को नहीं बता सकी ऐसे में वह अपना बयान न्यायालय में दर्ज कराना चाहती है लेकिन पुलिस अब इस मामले में हीलाहवाली कर रही है। इस मामले में अब यह देखना होगा कि पीड़ित पक्ष को अब न्याय किस स्तर पर मिल पाता है।

आज़मगढ़ पीएफआई व उससे संबंधित 8 संगठनों पर लगा प्रतिबंध अपर जिला मजिस्ट्रेट (प्रशासन) अनिल कुमार मिश्र ने भी जारी किए दिशा-निर्देश


 आज़मगढ़ पीएफआई व उससे संबंधित 8 संगठनों पर लगा प्रतिबंध


अपर जिला मजिस्ट्रेट (प्रशासन) अनिल कुमार मिश्र ने भी जारी किए दिशा-निर्देश



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ शासन ने इस्लामी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) व सहयोगी संगठन पर प्रतिबंध लगा दिया है। अपर जिला मजिस्ट्रेट (प्रशासन) अनिल कुमार मिश्र ने भी इसे लेकर दिशा-निर्देश जारी किए हैं।


एडीएम प्रशासन ने बताया कि अधिसूचना के अनुसार, पीएफआई के आठ सहयोगी संगठनों रिहैब इंडिया फाउंडेशन, कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया, ऑल इंडिया इमाम काउंसिल, नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स ऑर्गनाइजेशन, नेशनल विमेन फ्रंट, जूनियर फ्रंट, एम्पावर इंडिया फाउंडेशन और रेहाब इंडिया फाउंडेशन पर राष्ट्र विरोधी गतिविधियों पर अंकुश लगाए जाएंगे। 


बताया कि पीएफआई का यदि कोई कार्यालय हो तो अधिसूचना की एक प्रति वहा चस्पा करने के साथ ही पदाधिकारियों को एक प्रति सौंपी जाए। इसे डाक व स्पीड पोस्ट आदि के माध्यम से भी भेजा जाए। उन्होंने बताया कि पुलिस अधीक्षक ढोल और लाउडस्पीकर के माध्यम से भी अधिसूचना की जानकारी देंगे।