Thursday, 11 April 2024

आजमगढ़ लालगंज शॉर्ट सर्किट से 10 बीघा फसल राख समय से नहीं पहुंची फायर ब्रिगेड की गाड़ी, रोष


 आजमगढ़ लालगंज शॉर्ट सर्किट से 10 बीघा फसल राख



समय से नहीं पहुंची फायर ब्रिगेड की गाड़ी, रोष



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ के नगर पंचायत लालगंज के मसीरपुर दीन दयाल नगर मोहल्ले में शॉर्ट-सर्किट से गेहूं की लगभग 10 बीघा फसल जल कर राख हो गई। 


बताया गया की आग लगने से आलोक सिंह, गौरव सिंह, अश्वनी सिंह, पूजा, छोटेलाल, सुनीता, कमला, प्रदीप यादव की फसल को क्षति पहुंची। किसानों का आरोप है कि आग बुझाने के लिए समय से फायर ब्रिगेड की गाड़ी नहीं आई। सूचना पाकर पहुंचे लेखपाल ने नुकसान का आकलन किए।

आजमगढ़ अकीदत व एहतराम के साथ हजारों लोगों ने अदा की नमाज किये गये थे सुरक्षा के कड़े इंतजाम


 आजमगढ़ अकीदत व एहतराम के साथ हजारों लोगों ने अदा की नमाज


किये गये थे सुरक्षा के कड़े इंतजाम



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ ईद का त्यौहार आज पूरे जिले में अकीदत व एहतराम के साथ मनाया जा रहा है। शहर के बदरका ईदगाह पर हजारों की संख्या में मुस्लिम बंधुओं ने ईद की नमाज अदा की। इसके बाद गले मिलकर एक दूसरे को ईद की मुबारकबाद देने व सेवईयां खाने खिलाने का दौर शुरू हो गया। ईद की नमाज को लेकर मुस्लिम बंधुओ के घरों में सुबह से ही तैयारी शुरू हो गई थी। साढ़े छह बजे के बाद लोगों का हुजूम ईदगाहों की ओर निकल पड़ा। शहर से लेकर ग्रामीण अंचल के ईदगाहों में पहुंचकर लोगों ने नमाज अदा की। इसके बाद समाज, देश व परिवार के सलामती की दुआ पढ़ी गई।


 नमाज के बाद लोगों ने एक दूसरे को गले मिलकर ईद की बधाईयांदी फिर घर-घर सेवईयां खाने व खिलाने का दौर शुरू हो गया। नमाज के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतेजाम किये गए थे। बदरका ईदगाह पर एडीएम प्रशासन, एसपी सिटी के साथ ही पूर्व मंत्री दुर्गा प्रसाद यादव, पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव आदि भी ईदगाह पर मौजूद रहे।

मेरठ ईद पर पुलिस ने सड़क पर नमाज पढ़ने से रोका नोकझोंक के बीच लगे ‘अल्लाह हू अकबर’ के नारे


 मेरठ ईद पर पुलिस ने सड़क पर नमाज पढ़ने से रोका


नोकझोंक के बीच लगे ‘अल्लाह हू अकबर’ के नारे



उत्तर प्रदेश मेरठ देश भर में ईद का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है। मेरठ महानगर में सुबह सवा आठ बजे शाही ईदगाह में नमाज अदा की गई, जिसमें हजारों की संख्या में मुस्लिम समाज के लोग पहुंचे। वहीं, पुलिस-प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए। शाही ईदगाह में नमाजियों की संख्या बढ़ी तो लोगों ने सड़क पर नमाज पढ़ने का प्रयास किया। हालांकि पुलिस ने उनकी एक न सुनी और वहां से किसी अन्य स्थान पर जाकर नमाज अदा करने के निर्देश दिए।


 मेरठ में जहां ईद का चांद नजर आने के बाद से देर रात तक ईद की खरीदारी की गई। वहीं गुरुवार सुबह छह बजे से ही शाही ईदगाह में ईद की नमाज अदा करने लोग पहुंच गए थे। पूरा ईदगाह भीड़ से भर गया। ईदगाह में जगह न मिलने पर लोगों ने सड़क पर नमाज पढ़ने का प्रयास किया। मेरठ में पुलिस-प्रशासन ने ईद की नमाज के दौरान शहर में किसी भी स्थान पर नमाज न करने के निर्देश दिए हुए थे। इसके बावजूद दिल्ली रोड स्थित शाही ईदगाह पर नमाज पढ़ने वालों की भीड़ जमा होने लगी।


 ईदगाह परिसर हाउसफुल होने के बाद पुलिस ने दिल्ली रोड पर बेरिकेडिंग कर भीड़ को रोकने का प्रयास किया। इस दौरान कुछ नमाजियों की पुलिस से नोकझोंक हुई, नमाजियों ने अल्लाह हू अकबर के नारे लगाने शुरू कर दिए। हालांकि पुलिस के सामने उनकी एक नहीं चली और वह वापस किसी अन्य ईदगाह और मस्जिद में नमाज पढ़ने के लिए लौट गए। मेरठ में शाही ईदगाह में नमाज अदा कराते हुए कारी शफीकुर्रहमान ने कहा कि हिंदुस्तान में मुसलमान किराएदार नहीं है, बल्कि साझेदार हैं। हमारे देश में पिछले 10 वर्ष से ऐसा माहौल बना हुआ है, जिसे आपसी भाईचारा कटता चला जा रहा है, जबकि हमारा देश हिंदू-मुस्लिम के भाईचारे के नाम से जाना जाता था। अब इस समय मुसलमान के साथ ज्यादती हो रही है। जो मुल्क में चल रहा है वह ठीक नहीं है।

आजमगढ़ दीदारगंज कुशलगांव सिसकियों से हुई सुबह, एक साथ जलीं 4 मासूमों की चिताएं हर तरफ चित्कार सुन कांप उठा कलेजा


 आजमगढ़ दीदारगंज कुशलगांव सिसकियों से हुई सुबह, एक साथ जलीं 4 मासूमों की चिताएं


हर तरफ चित्कार सुन कांप उठा कलेजा


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जिले में पोखरे में नहाने के दौरान डूबने से चार बच्चों की मौत की घटना ने लोगों को हिला कर रख दिया है। घटना के बाद पूरी रात मृत बच्चों के घरवालों की सिसकियां और चित्कार सन्नाटे को चिरती रहीं। गुरुवार की सुबह सभी बच्चों का शव गांव में पहुंचा तो परिजनों के साथ ही पूरा गांव रो पड़ा। हर ओर चीख पुकार ही सुनाई दे रही थी। मृत सगे भाइयों के पिता दिल्ली से घर लौटे तो बच्चों के शव देखकर दहाड़े मारकर रोने लगे। गांव के श्मशान स्थल पर एक साथ चारों मृत बच्चों का अंतिम संस्कार किया गया। जिले के दीदारगंज थाना क्षेत्र के कुशलगांव के रहने वाले यश (08), अंश (08), समर उर्फ राजकुंवर (09) व राजकमल (05) बुधवार को दिन में गेहूं की बाल एकत्र करने के लिए घर से निकले थे। वे गांव के उत्तर स्थित पोखरी की तरफ गए थे।


 आसमान से बरस रही आग की तपन से परेशान होकर चारों बच्चे पोखरी किनारे कपड़े उतारकर नहाने चले गए और पोखरी में डूब गए। मवेशी चरा रहे एक व्यक्ति ने पोखरी के किनारे रखे बच्चों के कपड़ों को देखा तो आशंका होने पर उसने शोर मचाया। भारी संख्या में ग्रामीण मौके पर जुटे तो कुछ लोग पोखरी में बच्चों को ढूंढने उतर गए। कुछ ही देर में चारों बच्चों को अचेतावस्था में पोखरी से निकालकर इलाज के लिए जौनपुर ले जाया गया। जहां इलाज के दौरान देर शाम चारों की मौत हो गई। गुरुवार की सुबह छह बजे के लगभग चारों बच्चों के शव जौनपुर में पोस्टमार्टम के बाद गांव पहुंचे। शव पहुंचते ही पूरे गांव में कोहराम मच गया


 मृत बच्चों के परिजनों के साथ ही पूरे गांव के लोगों की आंखों से आंसू निकल पड़े। मृतकों में शामिल सगे भाइयों के पिता भी घटना की सूचना पर दिल्ली से लौट आए। बच्चों के शव देखकर वह बेहोश हो जा रहे थे। घरवालों का बिलखना देख वहां मौजूद हर शख्स रो पड़ा। लोगों की जुबान पर सिर्फ एक ही बात थी, कि भगवान ऐसा दिन किसी को न दिखाएं। चारों बच्चों के शव का गांव के ही श्मशान स्थल पर अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस दौरान कई जनप्रतिनिधियों के साथ ही रिश्तेदार व पूरा गांव मौजूद रहा। पीड़ित परिवारों के करूण क्रंदन से हर कोई गमगीन हो गया।