Saturday, 8 November 2025

आजमगढ़ निजामाबाद ससुराल में पेड़ से लटका मिला युवक का शव निजामाबाद थाना क्षेत्र में संदिग्ध मौत का मामला सामने आया पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार, आत्महत्या या हत्या की आशंका


 आजमगढ़ निजामाबाद ससुराल में पेड़ से लटका मिला युवक का शव


निजामाबाद थाना क्षेत्र में संदिग्ध मौत का मामला सामने आया


पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार, आत्महत्या या हत्या की आशंका



उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में निजामाबाद थाना क्षेत्र के बढ़या गांव में शनिवार सुबह उस समय हड़कंप मच गया, जब गांव के बाहर एक पेड़ से 30 वर्षीय युवक वीरेंद्र उर्फ पप्पू का शव लटकता मिला। मृतक की पहचान सुरजनपुर (थाना गंभीरपुर) निवासी झपसी सिंह के पुत्र के रूप में हुई है। वह पिछले कुछ समय से अपनी ससुराल बढ़या गांव में रह रहा था।


सुबह करीब 7 बजे ग्रामीणों ने शव देखा और तुरंत निजामाबाद पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को उतारा और पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मौत के सटीक कारण अभी स्पष्ट नहीं हैं। प्रथम दृष्टया आत्महत्या का मामला लग रहा है, लेकिन हर पहलू से जांच की जा रही है।

घटना के बाद से गांव में शोक की लहर है और लोग तरह-तरह की चर्चाओं में जुटे हैं। मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही यह साफ हो सकेगा कि यह आत्महत्या थी या कोई और गहरी साजिश।

मऊ/आजमगढ़ एंटी करप्शन टीम ने 20 हजार रिश्वत लेते दरोगा को रंगेहाथों पकड़ा मुकदमे से नाम निकालने के लिए पीड़ित से मांगे थे रुपये


 मऊ/आजमगढ़ एंटी करप्शन टीम ने 20 हजार रिश्वत लेते दरोगा को रंगेहाथों पकड़ा



मुकदमे से नाम निकालने के लिए पीड़ित से मांगे थे रुपये



उत्तर प्रदेश, मऊ/आजमगढ़ की एंटी करप्शन टीम ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए मऊ जनपद के हलधरपुर थाने में तैनात दरोगा अजय सिंह को 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों धर दबोचा। आरोपी प्रयागराज के सहसों क्षेत्र का निवासी है और वर्ष 2023 में यूपी पुलिस सेवा में चयनित हुआ था।


जानकारी के अनुसार, दरोगा अजय सिंह एक मुकदमे की विवेचना कर रहा था। मुकदमे से नाम हटाने के एवज में उसने पीड़ित से 20 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। आर्थिक रूप से कमजोर पीड़ित ने कम पैसे देने की गुहार लगाई, लेकिन दरोगा ने साफ इंकार कर दिया और ऊपर तक पैसे पहुंचाने की बात कहकर अड़ा रहा।


थक-हारकर पीड़ित ने आजमगढ़ एंटी करप्शन टीम से संपर्क किया और पूरी घटना की शिकायत दर्ज कराई। टीम ने तुरंत ट्रैप प्लान तैयार किया। शुक्रवार दोपहर एंटी करप्शन टीम का एक अधिकारी पीड़ित का रिश्तेदार बनकर उसके साथ पहुंचा और निर्धारित स्थान पर जैसे ही दरोगा ने 20 हजार रुपये लिए, टीम ने उसे धर दबोचा।


पूछताछ के बाद आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया। इस कार्रवाई से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। एंटी करप्शन टीम के अधिकारियों ने बताया कि भ्रष्टाचार के खिलाफ ऐसी कार्रवाइयां लगातार जारी रहेंगी।

शाहजहांपुर 1500 रुपये प्रति घंटा लेती थीं चार्ज पुलिस छापेमारी में देह व्यापार के अड्डे का पर्दाफाश, 5 गिरफ्तार, 3 फरार


 शाहजहांपुर 1500 रुपये प्रति घंटा लेती थीं चार्ज


पुलिस छापेमारी में देह व्यापार के अड्डे का पर्दाफाश, 5 गिरफ्तार, 3 फरार



उत्तर प्रदेश, शाहजहांपुर शहर के पॉश इलाके रूफस चरन लेन में स्थित एक मकान में चल रहे अवैध देह व्यापार के अड्डे पर पुलिस ने छापा मारकर बड़ा खुलासा किया है। पुलिस ने मौके से तीन युवक और दो युवतियों समेत पांच लोगों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, जबकि मकान मालकिन सहित तीन संचालक फरार हो गए। सभी आठ आरोपियों के खिलाफ अनैतिक व्यापार निवारण अधिनियम की धारा 3, 4, 5 व 6 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।


गिरफ्तार आरोपियों में शिव कुमार पुत्र सकटेलाल (ग्राम चिनौर, थाना सदर बाजार), अध्ययन प्रताप सिंह पुत्र उदय प्रताप सिंह (बाबूजई, थाना कोतवाली), बंटी पुत्र सलीम खां (गदियाना, थाना सदर बाजार), सोनाली दास पुत्री मोहनदास (नियर काली मंदिर, सुकांतापाली, फैंसी डागा, बांकुड़ा, पश्चिम बंगाल), काजल देवी पुत्री दिलीप पासवान (संतोषी चौक, मनिहारी बस स्टैंड, थाना कोतवाली, जिला कटिहार, बिहार) तथा फरार आरोपी संचालक दीपक शुक्ला, मकान मालकिन, उसकी एक महिला सहयोगी।


कोतवाल बृजेश सिंह ने बताया कि शुक्रवार शाम टाउन हॉल क्षेत्र में गश्त के दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि सुमित्रा एजेंसी के पीछे रूफस चरन लेन में अवैध देह व्यापार चल रहा है। सूचना की तस्दीक के बाद सीओ सिटी पंकज पंत व महिला थाना प्रभारी रश्मि अग्निहोत्री की टीम ने भारी पुलिस बल के साथ मकान को घेराबंदी कर छापा मारा।


गिरफ्तार युवतियों ने पूछताछ में बताया कि ग्राहकों से प्रति घंटा 1500 रुपये वसूले जाते थे, जिसमें से उन्हें मात्र 1000 रुपये मिलते थे। शेष 500 रुपये संचालक दीपक शुक्ला और उसकी सहयोगियों के पास जाते थे। दोनों युवतियां (एक बिहार, एक पश्चिम बंगाल की) अपने शौक और खर्चे पूरा करने के लिए इस धंधे में शामिल हुई थीं।


स्थानीय लोगों ने बताया कि दीपक शुक्ला और उसकी सहयोगियों का इलाके में खौफ था। लोग जानते थे कि मकान में गलत काम हो रहा है, लेकिन डर के मारे कोई शिकायत नहीं करता था। कई बार पुलिस को सूचना दी गई, लेकिन कार्रवाई न होने से लोग चुप हो गए। रोजाना अलग-अलग लोग आते-जाते थे, गली में युवक इशारों में बात करते दिखते थे। मोहल्ले की महिलाएं व बुजुर्ग परेशान थे, लेकिन इज्जत और धमकी के डर से कुछ कह नहीं पाते थे।


छापेमारी में मौके से मोबाइल, रजिस्टर और महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए गए। सीओ सिटी पंकज पंत ने कहा कि फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कर दबिश दी जा रही है। कोतवाल बृजेश सिंह ने चेतावनी दी कि देह व्यापार जैसे अपराधों पर सख्ती बरती जाएगी और किसी को बख्शा नहीं जाएगा।