Wednesday 6 March 2024

जौनपुर अपहरण मामले में धनंजय सिंह को 7 साल की सजा लगाया 50 हजार रु जुर्माना, नहीं लड़ पाएंगे लोकसभा चुनाव


 जौनपुर अपहरण मामले में धनंजय सिंह को 7 साल की सजा


लगाया 50 हजार रु जुर्माना, नहीं लड़ पाएंगे लोकसभा चुनाव




उत्तर प्रदेश जौनपुर नमामि गंगे के प्रोजेक्ट मैनेजर अभिनव सिंघल का चार साल पहले अपहरण कराने, पिस्टल सटाकर रंगदारी मांगने, गालियां व धमकी देने के आरोपी पूर्व सांसद धनंजय सिंह और सहयोगी संतोष विक्रम को सात साल की सजा सुनाई गई है। इसके साथ ही 50 हजार रुपये अर्थदंड भी लगाया गया है। ऐसे में वे अब लोकसभा चुनाव नहीं लड़ सकेंगे। इससे पहले मंगलवार को अपर सत्र न्यायाधीश चतुर्थ/एमपी एमएलए शरद कुमार त्रिपाठी की अदालत ने दोनों आरोपियों को अपहरण व रंगदारी में दोषी करार दिया था। साथ ही सजा के बिंदु पर सुनवाई के लिए छह मार्च 2024 की तिथि नियत की गई थी।

आजमगढ़ पुलिस डायरी में 4 गिरोहों की कुंडली दर्ज, होगी निगहबानी पंजीकृत गैंगों में चिन्हित किए गए बारह अपराधी


 आजमगढ़ पुलिस डायरी में 4 गिरोहों की कुंडली दर्ज, होगी निगहबानी


पंजीकृत गैंगों में चिन्हित किए गए बारह अपराधी




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ लोकसभा चुनाव से पहले मतदान प्रक्रिया को सकुशल संपन्न कराने की कवायद में जुटी पुलिस ने अपने सारे तंत्रों को मजबूत करने के साथ ही आपराधिक गतिविधियों में सक्रिय अपराधियों की नकेल कसने में जुट गई है।


मिली जानकारी के अनुसार इसी क्रम में पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने वाहन चोरी एवं शराब के अवैध कारोबार सहित संगठित गैंग बनाकर अपराध करने वाले चार गिरोहों के कुल 12 आरोपियों को पुलिस डायरी में सूचीबद्ध करते हुए उनकी कुंडली खंगालकर इन गैंगों को कोड नंबर आवंटित कर दिया है। पुलिस रिकार्ड के अनुसार अहरौला थाना क्षेत्र के तरकुलहा निवासी हरिश्चन्द्र यादव पुत्र रामजीत यादव के गैंग को भी जनपद स्तर पर आपराधिक गैंग के रूप में सूचीबद्ध किया गया है। जिसका कोड नंबर डी- 232 होगा। इस गैंग में शैलेश यादव पुत्र राजबहादुर यादव निवासी तरकुलहा, अवधेश यादव उर्फ तुफानी यादव पुत्र हरिवंश यादव निवासी तरकुलहा व चन्द्रेश यादव उर्फ शोलू पुत्र शीतला प्रसाद यादव निवासी तरकुलहा शामिल हैं। 


वहीं अम्बेडकर नगर जिले के जैतपुर थाना क्षेत्र के करमुल्लापुर निवासी सतेन्द्र यादव उर्फ छोटू पुत्र रामचन्द्र यादव निवासी करमुल्लापुर गैंग को आपराधिक गैंग के रूप में सूचीबद्ध किया है। जिसका कोड नंबर डी- 231 होगा। इस गैंग में अनुप यादव उर्फ रितीक यादव पुत्र अमर बहादुर यादव निवासी जियरोपुर थाना अहरौला, स्पर्श उर्फ नन्हे पुत्र जगदीश प्रसाद निवासी शाहपुर चागौना थाना अहरौला, राहुल यादव पुत्र उदयभान यादव निवासी करमुल्लापुर थाना जैतपुर शामिल हैं। 


इसी क्रम में सरायमीर थाना क्षेत्र के खानकाह निवासी आरोपी अमरजीत यादव उर्फ गुलाब यादव पुत्र मनदेव यादव जो वर्तमान समय में एक संगठित गैंग बनाकर वाहन चोरी जैसे अपराध कारित कर रहा है। इनकी गतिविधियों पर प्रभावी अंकुश लगाये जाने के लिए इस गैंग को वाहन चोर गैंग के रूप में सूचीबद्ध किया गया है। जिसका कोड नंबर डी- 229 होगा। इसके सदस्य सत्यवान उर्फ पिण्टू गौतम पुत्र जुल्मी गौतम निवासी पवई लाडपुर है।


 इसी क्रम में सरायमीर थाना क्षेत्र के आरोपी सर्वेश उर्फ सोनू जायसवाल पुत्र हरिप्रकाश के गैंग को भी शराब तस्कर के रूप में सूचीबद्ध किया गया है। जिसका कोड नंबर डी- 230 होगा। इसके सक्रिय सहयोगी अमित यादव पुत्र घनश्याम निवासी नसोरपुर थाना पवई शामिल हैं।

आजमगढ़ बरदह बिजली पोल से टकराई बाइक, एक की मौत छुट्टा पशु के अचानक सामने आने पर हुई घटना पुत्र को परीक्षा केन्द्र पर छोड़कर घर आ रहा था वापस


 आजमगढ़ बरदह बिजली पोल से टकराई बाइक, एक की मौत


छुट्टा पशु के अचानक सामने आने पर हुई घटना


पुत्र को परीक्षा केन्द्र पर छोड़कर घर आ रहा था वापस



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ बरदह थाना क्षेत्र के हदीसा गांव के गेट के पास आज सुबह 10 बजे बिजली के खंभे से टकराने पर बाइक सवार युवक की मौके पर ही मौत हो गयी है। सड़क पर अचानक छुट्टा पशु आ जाने पर उसे बचाने के दौरान मोटर साइकिल अनियंत्रित हो गयी, जिसके चलते यह घटना हुई। मृतक अपने पुत्र को परीक्षा दिलाने के लिए उसे स्कूल पर छोड़कर घर वापस आ रहा था।


जानकारी के अनुसार सार्जन गौतम उम्र 39 वर्ष पुत्र दासु गौतम निवासी कुडिहर थाना बरदह आज सुबह अपने पुत्र विश्वास को घर से 2 किलोमीटर दूरी पर यदुनाथ इंटर कॉलेज बहादुरपुर पर हाईस्कूल परीक्षा देने के लिए स्कूल छोड़ने गया हुआ था। स्कूल छोड़कर वापस आते समय बरदह थाना क्षेत्र के हदीस गांव के गेट के पास आज सुबह करीब 10 बजे अचानक छुट्टा पशु आने के कारण मोटर साइकिल अनियंत्रित होकर बिजली के पोल में टकरा गयी जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई। मृतक दो भाइयों में सबसे बड़ा था। मृतक टाइल्स लगाने काम करता था। मृतक के पिता दासु मुंबई में प्राइवेट काम करते हैं। घटना की सूचना मिलते ही मृतक की पत्नी सविता व माता लालमनी का रो रोकर बुरा हाल हो गया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

वाराणसी/जौनपुर जब मुठभेड़ में मारे गये थे बाहुबली धनन्जय सिंह 43 केस......22 में दोषमुक्त, पहली बार दोषी करार


 वाराणसी/जौनपुर  जब मुठभेड़ में मारे गये थे बाहुबली धनन्जय सिंह



43 केस......22 में दोषमुक्त, पहली बार दोषी करार




उत्तर प्रदेश वाराणसी नमामि गंगे के प्रोजेक्ट मैनेजर अभिनव सिंघल का करीब तीन साल दस महीने पहले अपहरण कराने, रंगदारी मांगने और गालीगलौज कर धमकाने के मामले में पूर्व सांसद धनंजय सिंह और सहयोगी संतोष विक्रम सिंह को एडीजे चतुर्थ (एमपी-एमएलए) शरद कुमार त्रिपाठी की अदालत ने दोषी पाया है। अदालत आज मामले में सजा सुनाएगी। अदालत ने धनंजय और संतोष विक्रम को दोष सिद्ध वारंट बनाकर जिला जेल भेज दिया है। अदालत ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि मामले का अभियुक्त पूर्व सांसद है। उसके ऊपर कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। उसका क्षेत्र में काफी नाम है, जबकि वादी मात्र सामान्य नौकर है। ऐसी स्थिति में वादी का डरकर अपने बयान से मुकर जाना अभियुक्त को कोई लाभ नहीं देता है, जबकि मामले में अन्य परिस्थितिजन्य साक्ष्य मौजूद हों।


 मुजफ्फरनगर निवासी अभिनव सिंघल ने 10 मई 2020 को लाइन बाजार थाने में अपहरण, रंगदारी और अन्य धाराओं में पूर्व सांसद धनंजय सिंह व संतोष विक्रम सिंह और दो अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। अभिनव सिंघल का आरोप था कि संतोष विक्रम सिंह और अन्य दो लोग पचहटिया स्थित साइट पर आए थे। वहां से असलहे के बल पर चारपहिया वाहन से उनका अपहरण कर मोहल्ला कालीकुत्ती स्थित धनंजय सिंह के घर ले जाया गया। धनंजय सिंह पिस्टल लेकर आया और गालीगलौज करते हुए उनकी फर्म को कम गुणवत्ता वाली सामग्री की आपूर्ति करने के लिए दबाव डालने लगा। उनके इन्कार करने पर धमकी देते हुए धनंजय ने रंगदारी मांगी। किसी प्रकार से उनके चंगुल से निकलकर लाइन बाजार थाने गए और आरोपियों के खिलाफ तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की।


 पुलिस ने धनंजय सिंह को उसके आवास से गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था, जहां से वह न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया था। इलाहाबाद हाईकोर्ट से जमानत पर धनंजय जेल से बाहर आया था। जौनपुर के पूर्व सांसद बाहुबली धनंजय सिंह का आपराधिक इतिहास तीन दशक से ज्यादा समय का है। पुलिस डोजियर के अनुसार धनंजय सिंह के खिलाफ वर्ष 1991 से 2023 के बीच जौनपुर, लखनऊ और दिल्ली में 43 आपराधिक मुकदमे दर्ज किए गए। इनमें से 22 मामलों में अदालत ने धनंजय को दोषमुक्त कर दिया है। तीन मुकदमे शासन ने वापस ले लिए हैं। हत्या के एक मामले में धनंजय की नामजदगी गलत पाई गई और धमकाने से संबंधित एक प्रकरण में पुलिस की ओर से अदालत में फाइनल रिपोर्ट दाखिल की गई। यह पहला मामला है, जिसमें धनंजय को दोषी करार दिया गया।


पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराने का किया था दावा-धनंजय सिंह का नाम वर्ष 1998 तक लखनऊ से लेकर पूर्वांचल के जिलों तक अपराध जगत में सुर्खियों में आ चुका था। धनंजय पर पुलिस की ओर से 50 हजार रुपय का इनाम घोषित किया गया था। अक्तूबर 1998 में पुलिस ने बताया कि 50 हजार के इनामी धनंजय सिंह तीन अन्य लोगों के साथ भदोही-मिर्जापुर रोड पर स्थित एक पेट्रोल पंप पर डकैती डालने आया था। पुलिस ने दावा किया कि मुठभेड़ में धनंजय सहित चारों लोग मारे गए हैं। हालांकि धनंजय जिंदा था और भूमिगत हो गया था।

आजमगढ़ फूलपुर पुलिस मुठभेड़ में 50 हजार रु के इनामी को लगी गोली गैंगस्टर के मामले में 2 सालों से चल रही थी तलाश


 आजमगढ़ फूलपुर पुलिस मुठभेड़ में 50 हजार रु के इनामी को लगी गोली


गैंगस्टर के मामले में 2 सालों से चल रही थी तलाश




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ फूलपुर कोतवाली क्षेत्र में मंगलवार की रात हुई मुठभेड़ के दौरान पुलिस की जवाबी कार्रवाई में 50 हजार रुपय ईनाम घोषित बदमाश घायल हो गया। इलाज के लिए उसे जिला अस्पताल भेजा गया है। मुठभेड़ स्थल से पुलिस ने बाइक व असलहा बरामद किया है। पुलिस गिरफ्त में आया अपराधी गाजीपुर जिले का निवासी है और गैंगस्टर के मामले में पिछले दो सालों से वह फरार चल रहा था।


जिले की स्वाट टीम को मंगलवार की रात जौनपुर जिले के शाहगंज क्षेत्र से फूलपुर होते हुए गाजीपुर की ओर जाने वाले इनामिया बदमाश के बारे में सूचना मिली और पुलिस सक्रिय हो गई। स्वाट टीम एवं फूलपुर कोतवाली पुलिस संयुक्त रूप से बदमाश की सुरागरशी में जुट गई। रात करीब 12.30 बजे पुलिस ने शाहगंज की ओर से आ रहे बाइक सवार को रुकने का इशारा किया।


 पुलिस देखा उसने अपनी बाइक खानजहापुर- सैदपुर मार्ग पर मोड़ा और भागने लगा। अपने पीछे लगी पलिस को देख बाइक सवार सैदपुर मार्ग पर अपनी बाइक फेंक कर पुलिस टीम पर फायर करते हुए पैदल भागने लगा। पुलिस द्वारा आत्मरक्षरत की गई जवाबी कार्रवाई में बदमाश के पैर में गोली लगी और घेरेबंदी कर उसे काबू में कर लिया गया। उसकी पहचान अमित कुमार निषाद उर्फ भैयालाल निवासी ग्राम पटना थाना क्षेत्र खानपुर जिला गाजीपुर के रूप में हुई। उसके कब्जे से बाइक, तमंचा व तीन जिंदा और तीन खोखा कारतूस बरामद किए गए। पुलिस के अनुसार गिरफ्तार बदमाश के खिलाफ जिले के आलावा गाजीपुर व वाराणसी में लगभग दर्जन भर संगीन मामले दर्ज हैं। जिले के मेंहनगर थाने में उसके खिलाफ दर्ज गैंगस्टर के मामले में वह दो वर्षों से फरार चल रहा था। पुलिस के अनुसार घायल बदमाश शराब के अवैध कारोबार के लिए कुख्यात रहा है।

लखनऊ दर्दनाक हादसा, सिलिंडर फटने से दंपती समेत 5 जिंदा जले; 4 की हालत गंभीर आग की लपटों से घिरी 2 मंजिला इमारत


 लखनऊ दर्दनाक हादसा, सिलिंडर फटने से दंपती समेत 5 जिंदा जले; 4 की हालत गंभीर



आग की लपटों से घिरी 2 मंजिला इमारत


उत्तर प्रदेश लखनऊ काकोरी के हाता हजरत साहब इलाके में मंगलवार रात एक दो मंजिला इमारत में आग लग गई। आग लगते ही सिलिंडर में धमाका हुआ। हादसे में दंपती समेत पांच लोगों की मौत हो गई। इसमें मासूम बच्चे भी शामिल हैं।


जानकारी के अनुसार हाता हजरत साहब निवासी मुशीर अली (50) जरदोजी का काम करने के साथ साथ व पटाखा कारोबारी थे। मंगलवार रात करीब साढ़े दस बजे उनके मकान की दूसरी मंजिल पर आग लग गई। आग लगने के कुछ ही मिनट बाद सिलिंडर में तेज धमाका हुआ। जब तक मकान के भीतर के लोग बाहर निकल पाते तब तक आग पूरे मकान में फैल गई। आग में मुशीर, उनकी पत्नी हुस्ना बानो(45), उनकी भतीजी राइया (5) और दो भांजी हिबा (2) और हुमा (3) जिंदा जल गए। बाकी के लोग किसी तरह से बाहर निकले। पुलिस और दमकल को सूचना दी। पुलिस और दमकलकर्मियों ने मकान के भीतर फंसी मुशीर की दोनों बेटियां इंशा(16) और लकब(18) के अलावा बहनोई अजमत(30) व भतीजी अनम(17) को बाहर निकाला। चारों को ट्रामा में भर्ती कराया है। सभी की हालत गंभीर है।

आजमगढ़ कंधरापुर पेपर ठीक न होने पर 12वीं की छात्रा ने लगाई फांसी भौतिक विज्ञान के पेपर देने के बाद से थी काफी परेशान


 आजमगढ़ कंधरापुर पेपर ठीक न होने पर 12वीं की छात्रा ने लगाई फांसी


भौतिक विज्ञान के पेपर देने के बाद से थी काफी परेशान


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ कंधरापुर थाना के नामदारपुर गांव में मंगलवार की सुबह गांव की 18 वर्षीय 12वीं की छात्रा रानी का फंदे से लटकता शव देख स्वजन सन्न रह गए। रानी दो भाइयों में बड़ी थी। वह क्षेत्र के मां चंद्र ज्योति इंटर कालेज में बोर्ड की परीक्षा दे रही थी। सोमवार को भौतिक विज्ञान का पेपर था, जो अच्छा नहीं कर पाई। 


पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे स्वजन ने बताया कि रानी जब परीक्षा देकर घर आई, तभी से परेशान लग रही थी। मंगलवार की सुबह भोजन बनाने के बाद कमरे में चली गई। काफी देर बाद बाहर नहीं निकली तो किसी काम से पिता संजय ने उसे बुलाया लेकिन कोई आवाज कमरे से नहीं आई। कमरे में जाकर देखा तो पंखे में साड़ी के सहारे शव लटक रहा है। स्वजन के सहयोग से उसे फंदे से नीचे उतारा लेकिन तब तक सांसें थम चुकीं थी। मौत की खबर से परिवार में कोहराम मच गया।

शाहजहांपुर एसपी दफ्तर में युवक ने खुद को लगाई आग पुलिस ने नहीं की सुनवाई तो उठाया खौफनाक कदम, हालत गंभीर


 शाहजहांपुर एसपी दफ्तर में युवक ने खुद को लगाई आग



पुलिस ने नहीं की सुनवाई तो उठाया खौफनाक कदम, हालत गंभीर



उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में आत्मदाह की कोशिश करने का मामला सामने आया है। कांट थाना क्षेत्र के गांव सिहरान निवासी ताहिर अली ने दिनांक 5 मार्च 2024 दिन मंगलवार को सुबह करीब 11:45 बजे पुलिस के सुनवाई नहीं करने से परेशान होकर एसपी दफ्तर में खुद पर आग लगा ली। सिपाहियों ने कंबल डाल कर आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक ताहिर अली गंभीर रूप से झुलस गया। उसे राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। एसपी दफ्तर के गेट पर ताहिर अली जब खुद को आग लगा रहा था, तभी कुछ लोग उसका वीडियो बना रहे थे। किसी ने उसे रोकने का प्रयास नहीं किया। जब वह पूरी तरह आग की लपटों से घिर गया, तो भागता हुआ एसपी दफ्तर पहुंचा। लपटों से घिरे युवक को देखकर अफरातफरी मच गई। पुलिसकर्मियों ने किसी तरह आग बुझाई। गंभीर रूप से झुलसे ताहिर को आनन-फानन अस्पताल ले जाया गया। उसकी हालत बेहद नाजुक बताई जा रही है। 


जानकारी के मुताबिक एक युवक ने ताहिर अली की दो गाड़ियां किराये पर ली थीं। कुछ समय बाद उसने किराया देने से मना कर दिया था। मामला पुलिस तक गया तो पुलिस ने गाड़ी को चौकी में खड़ा करवा दिया था। अब उसकी गाड़ी पुलिस चौकी से गायब हो गई। ताहिर अली अपनी गाड़ी का पता लगाने के लिए चक्कर काट रहे थे। आरोप है कि पुलिस उनकी सुनवाई नहीं कर रही थी। इससे आहत होकर उसने आत्मघाती कदम उठा लिया। ताहिर को गंभीर हालत में राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। 


एसपी अशोक कुमार मीणा ने बताया कि तीन लोगों के उकसाने पर ताहिर अली ने खुद को आग लगाई है। जानकारी होते ही स्टाफ ने तुरंत आग को बुझाया। पीड़ित को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनकी हालत खतरे से बाहर बताई गई है। इसके पीछे क्या कारण रहे हैं, इसकी जांच कराई जा रही है।

लखनऊ योगी मंत्रिमंडल का विस्तार, राजभर-दारा सिंह चौहान सहित 4 नेता बने मंत्री राज्यपाल ने दिलाई शपथ


 

लखनऊ योगी मंत्रिमंडल का विस्तार, राजभर-दारा सिंह चौहान सहित 4 नेता बने मंत्री

राज्यपाल ने दिलाई शपथ



उत्तर प्रदेश लखनऊ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार के दूसरे का कार्यकाल का पहला मंत्रिमंडल विस्तार हो गया है। मंगलवार शाम को राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने चार नेताओं को मंत्री पद की शपथ दिलाई। मंत्री पद की शपथ लेने वालों में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर, भाजपा विधान परिषद सदस्य दारा सिंह चौहान, राष्ट्रीय लोकदल के विधायक अनिल कुमार और भाजपा के साहिबाबाद से विधायक सुनील शर्मा ने मंत्री पद की शपथ ली।

 इस मौके पर भी सभी नये मंत्रियों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बधाई दी। उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार में आज मंत्री पद की शपथ लेने वाले सभी साथियों को हार्दिक बधाई! पूर्ण विश्वास है कि आप सभी मोदी की गारंटी को धरातल पर उतारते हुए विकसित उत्तर प्रदेश के संकल्प की सिद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

ओम प्रकाश राजभर के बेटे अरुण राजभर ने कहा कि मैं और मेरा परिवार प्रधान मंत्री जी को धन्यवाद देता है। हमारे पिताजी ने जो संघर्ष किया आपके सामने वो आज दिखाई देगा। हम छोटे और गरीब परिवार से निकल कर के आज यहां तक पहुंचे हैं। हम देश की जनता और वंचित वर्ग राजभर की लड़ाई सड़क से सदन तक करते रहे हैं। 

मंत्री पद की शपथ लेने के बाद ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश तरक्की कर रहा है। आज उनके नेतृत्व में प्रदेश आगे बढ़ रहा है। हम 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए काम करेंगे और प्रदेश की सभी सीटों पर जीत दर्ज करेंगे। ओम प्रकाश राजभर योगी सरकार के पहले कार्यकाल में भी मंत्री थे पर यूपी विधानसभा के चुनाव से पहले सपा गठबंधन में शामिल हो गए थे