Monday 27 June 2022

आजमगढ़ पांचों विधानसभा क्षेत्र में पहुंचे धर्मेन्द्र यादव मतदाताओं से की मुलाकात, चुनाव में समर्थन के लिए दिया धन्यवाद


 आजमगढ़ पांचों विधानसभा क्षेत्र में पहुंचे धर्मेन्द्र यादव



मतदाताओं से की मुलाकात, चुनाव में समर्थन के लिए दिया धन्यवाद




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ समाजवादी पार्टी के नेता व पूर्व सांसद धर्मेन्द्र यादव ने आज लोकसभा सदर की पांचों विधानसभाओं में भ्रमण कर लोगों से मुलाकात की। हर विधानसभा में समर्थकों की भारी भीड़ ने उनका स्वागत किया। धर्मेन्द्र यादव ने लोगों से मिल कर  लोकसभा उपचुनाव में दिये गये समर्थन के बावत लोगों को धन्यवाद ज्ञापित किया।




 इस दौरान वे छतवारा, मेंहनगर, खरियानी, चक्रपानपुर, इटौरा, सठियांव, मुबारकपुर, जीयनपुर, सगड़ी, बनकट आदि बाजारों में आज़मगढ़ लोकसभा उपचुनाव में दिए गए प्यार, स्नेह, आशीर्वाद के लिए धन्यवाद दिया।



बताते चलें कि आजमगढ़ लोकसभा सदर सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी दिनेश लाल यादव निरहुआ 312768 मत पाकर विजई घोषित हुए। सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव 304089 मत पाकर दूसरे नंबर पर रहे। इसी तरह बसपा प्रत्याशी शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली को 266210 मत पाकर तीसरे नंबर के लिए संतोष करना पड़ा। 




सपा प्रत्याशी धर्मेन्द्र यादव नजदीकी मुकाबले में भाजपा प्रत्याशी दिनेश लाल निरहुआ से 8679 मतों से पराजित हो गये।

आजमगढ़ सरायमीर रामलीला मैदान की जमीन पर किया जा रहा है अवैध कब्जा कहा चले गये हिन्दुओ के ठिकेदार


 आजमगढ़ सरायमीर रामलीला मैदान की जमीन पर किया जा रहा है अवैध कब्जा कहा चले गये हिन्दुओ के ठिकेदार 



भूमाफियाओ को बाबा के बोल्डोजर का जरा भी खौफ नही दिख रहा है रात के अंधेरे मे किया जा रहा है रामलीला मैदान की जमीन पर अवैध कब्जा कहा चला गया बाबा का बोल्डोजर 





उत्तर प्रदेश आजमगढ़ सरायमीर रामलीला कमेटी व बीती रात्रि के अंधेरे मे किए गये अवैध निर्माण करने वाले के बीच विवाद में  एसडीएम निजामबाद रविकुमार थानाध्यक्ष सरायमीर विवेक पाण्डेय,व कोतवाल फूलपुर अनिल सिंह के समक्ष यह समझौता हुआ कि रात्रि मे बनाई गई दिवाल को हटा लेंगे। तब जाकर बाज़ार वासियों का आक्रोश हुआ शांत।




सरायमीर कस्बे के ग्राम पवई लाडपुर में रामलीला की भूमि पर भू माफियाओं द्वारा रात्रि में किये गये अवैध निर्माण को लेकर प्रात़ः रामलीला कमेटी अ़ध्यक्ष रामभुवन मौर्या व बाज़ार वासियों ने सरायमीर थानाध्यक्ष को लिखित तहरीर देकर भूमाफियाओं के विरूद्ध कार्यवाही मांग की। 




तहरीर मिलने के बाद थानाध्यक्ष ने एसडीएम निजामाबाद रविकुमार से बात कर घटना स्थल पर आने का आग्रह किया।




एसडीएम निजामबाद ने लगभाग दोपहर 12 बजे दिन में पहुंच कर स्थलीय निरीक्षण किया। और दोनो लोगो के बीच मे समझौता कराया की  रात्रि में रामलीला भूमि किए हुए  निर्माण को हटा लेंगे। जिसके बाद  रामलीला कमेटी व बाज़ार के हिन्दुओं का आक्रोश शांत हुआ।




 सरायमीर बाज़ार के पवई लाडपुर में रामलीला लगभग 80 वर्षो से होना बताया जाता है।मगर कस्बे सटी जमीन होने के नाते कीमती जमीन पर भू माफियाओं की नज़र पड़ी और कागजी उलट फेर कर कागजो में नाम होने का फायदा उठाकर डाक्टर सुनील को बेच दी गयी जो आज विवाद का कारण ही नही हिन्दू समाज की भावनाओं के साथ खेलवाड़ किया गया है। 




जन चर्चा के अनुसार बीती रात्रि मे कराये गये निर्माण में पुलिस की भूमिका संदेह के घेरे में है।





आजमगढ़ सरायमीर से अबुलबशर आज़मी की रिपोर्ट NEWS9UP

आजमगढ़ सठियाव इब्राहिमपुर सिर्फ प्रधान द्वारा अपने खास लोगों का कार्य करने का ग्रामीणों ने लगाया आरोप आजमगढ़ प्रधान के चहेतो के घर पर रोशनी शेष देख रहे हैं रोशनी की राह कूड़ा दान भी गलियों में न रखकर अपने खास लोगों के यहां दिया है

आजमगढ़ सठियाव इब्राहिमपुर  सिर्फ प्रधान द्वारा अपने खास लोगों का कार्य करने का ग्रामीणों ने लगाया आरोप



आजमगढ़ प्रधान के चहेतो के घर पर रोशनी शेष देख रहे हैं रोशनी की राह 

कूड़ा दान भी गलियों में न रखकर अपने खास लोगों के यहां दिया है





 आपको बताते चलें की उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के  सठियाव ब्लाक की सबसे बड़ी ग्राम सभा इब्राहिमपुर ग्राम प्रधान की कार्यशैली पर उस वक्त सवालिया निशान खड़ा हो गया जब ग्राम प्रधान द्वारा कराए गए कार्यों पर ग्राम वासियों ने अनियमितता का आरोप लगाते हुए आवाज उठाना शुरू कर दिए। 



 ग्रामीणों का आरोप है की प्रधान द्वारा ग्राम सभा में जो भी कार्य किया जा रहा है वह केवल काम अपने खास  लोगों के इशारे पर अपने लोगों के बीच किया जा रहा है ज्ञात हो कि केंद्र व प्रदेश सरकार सबका साथ सबका विकास के साथ गांव के चौतरफा विकास के लिए पानी की तरह पैसे बहा रही है परंतु कुछ  बिचौलियो के चलते प्रदेश सरकार की छवि धूमिल करने की साजिश है।



 चाहे वह प्रधानमंत्री आवास योजना हो या आयुष्मान कार्ड योजना हो या फिर वृद्धा पेंशन हो या गांव की गलियों को रोशनी युक्त करने की योजना हो परंतु वर्तमान प्रधान द्वारा गांव की गलियों के लिए लाइट लगाने की योजना के तहत ग्राम सभा में लाइट आई थी जिसे हर गली के खंभों पर लाइट लगानी थी लेकिन गलियों के खंभे पर न लगाकर प्रधान अपने खास लोगों के घरों पर लगाकर उनके दरवाजे व घरों को रोशनी से जगमगा दिया ।




कुछ  इस तरह की कार्यशैली सरकार की मंशा के विरुद्ध कार्य कराया जा रहा है ग्रामीणों ने मांग की है कि सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को एक समान रूप से सभी योग्य ग्रामीणों को लाभ दिया जाए।

भाजपा के काम आ गया मायावती का यह प्लान आजमगढ़ और रामपुर में राह की आसान


 भाजपा के काम आ गया मायावती का यह प्लान


आजमगढ़ और रामपुर में राह की आसान



लखनऊ बसपा सुप्रीमो मायावती की रणनीति लोकसभा उपचुनाव में देखा जाए तो पूरी तरह से काम आई। आजमगढ़ सीट पर शाह आलम गुड्डू जमाली को उतार कर मुस्लिम वोटों का बंटवारा कराकर सपा की राह में रोड़े बिछाते हुए खेल बिगाड़ा, तो रामपुर में उम्मीदवार न उतार पर दलित वोटों का बंटवारा रोककर भाजपा की राह आसान की।



सपा और बसपा वर्ष 2019 में लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ी थी। तब सपा रामपुर और आजमगढ़ दोनों सीटों पर जीती थी। 



आजमगढ़ में सपा मुखिया अखिलेश यादव स्वयं 6 लाख 21 हजार 578 पाकर जीते थे। माना जाता है कि इसमें यादव, मुस्लिम और दलित वोटों की हिस्सेदारी रही थी। उप चुनाव में सपा व बसपा अलग-अलग लड़ी। मायावती ने सधी हुई चाल चलते हुए आजमगढ़ सीट से शाह आलम गुड्डू जमाली को मैदान में उतारा। गुड्डू मुस्लिम हैं और आजमगढ़ के आसपास के क्षेत्रों में उनकी अच्छी पहचान है। यही वजह रही कि मुस्लिम और दलित वोट का अच्छा हिस्सा उनके खाते में गया।



आजमगढ़ सीट पर कब कौन जीता


वर्ष            पार्टी               वोट


2019          सपा              621578


2014          सपा              340306


2009          भाजपा           247648


2004          बसपा            258216


1999          सपा              227616


1998          बसपा             249065


1996          सपा              161586


1989          बसपा             142171


 रामपुर सीट पर कब कौन जीता


वर्ष            पार्टी              वोट


2019         सपा              559177


2014         भाजपा            358616


2009         सपा              230724


2004         सपा              289390


1999         कांग्रेस            338493


1998         भाजपा            265116


1996         कांग्रेस            271330


1991         भाजपा            213429 


1989         कांग्रेस            159144

लखनऊ माफिया से डरकर अफसरों ने की तबादले की मांग


 लखनऊ माफिया से डरकर अफसरों ने की तबादले की मांग



लखनऊ पांच दिन पहले हुई एक वारदात से परिवहन महकमा सहम गया है। 21 जून को तड़के चेकिंग के दौरान सुल्तानपुर रोड पर डग्गामार बस ने यात्रीकर अधिकारी (पीटीओ) के ड्राइवर को कुचलकर जान ले ली। घटना के पीछे डग्गामार बस माफिया का हाथ होने की आशंका है। इसके बाद परिवहन अफसर दहशत में हैं। वाहन चेकिंग में शामिल कई अफसरों ने तबादले की अर्जी लगा दी है। हालांकि अर्जी में ज्यादातर ने निजी कारण गिनाए हैं, लेकिन अंदरखाने की खबर है कि घटना के बाद से सभी सहमे हुए हैं।



 पता चला है कि प्रवर्तन दस्ते में शामिल कई अफसरों को बस माफिया ने धमकी दी है। इसमें कई बस ऑपरेटर का काम देखने वाले दबंग शामिल हैं।




पिछले दिनों शासन के एक आदेश पर पूरे प्रदेश में डग्गामार बसों के खिलाफ अभियान चलाया गया था। ज्यादातर बगैर परमिट बसें रात में गुजरती हैं, इस नाते अफसरों को रातभर दौड़ना पड़ा। पता चला कि कई के खिलाफ जब कार्रवाई हुई तो अलग-अलग तरह से दबाव और धमकी के दौर भी शुरू हो गए। धमकी की बातें तो आ रहीं लेकिन किसी ने मुकदमा दर्ज नहीं कराया। पुलिस को भी कोई सूचना नहीं दी। अलबत्ता तबादले के लिए आवेदन जरूर कर दिया।





 अनुरोध वालों में लखनऊ, सीतापुर, उन्नाव, रायबरेली, लखीमपुर, हरदोई के एक दर्जन आरटीओ, एआरटीओ, यात्रीकर अधिकारी हैं।



जानकारी के अनुसार अफसर चाहते हैं प्रशासनिक काम चेकिंग में शामिल कई एआरटीओ अब प्रवर्तन कार्य से अलग रहना चाहते हैं। वाहन चेकिंग के बजाय दफ्तर में काम करना चाहते हैं। कुछ ने अर्जी में लिखा है कि उन्हें प्रशासनिक काम दे दिया जाए। अधिकारियों ने प्रशासनिक पदों पर तैनाती के लिए शासन से गुजारिश की है।



 अपर परिवहन आयुक्त, (प्रवर्तन), वीके सोनकिया ने कहा कि कुछ अधिकारियों को धमकियां दी गई हैं लेकिन ये सामान्य बात है। सरकारी काम में बाधा पहुंचाने वालों पर केस दर्ज कराएंगे। अनाधिकृत बस मालिक चाहे जितनी भी धमकियां दें, प्रदेशभर में चेकिंग अभियान नहीं रुकेगा।