Sunday 13 November 2022

उन्नाव दरिंदगी ऐसी न सुनी होगी: बीएससी की छात्रा की मौत का मामला गिरफ्तार प्रेमी ने पुलिस को बताई घटना की हकीकत


 उन्नाव दरिंदगी ऐसी न सुनी होगी: बीएससी की छात्रा की मौत का मामला


गिरफ्तार प्रेमी ने पुलिस को बताई घटना की हकीकत



उत्तर प्रदेश उन्नाव जिले में अनुसूचित जाति की बीएससी की छात्रा की मौत उसके प्रेमी की हैवानियत की वजह से हुई थी। घर पर अकेले होने की जानकारी पर प्रेमी उससे मिलने गया था। पुलिस ने रविवार को घटना का खुलासा किया। पुलिस के मुताबिक छात्रावास में रहकर पढ़ाई के साथ ही आईएएस की तैयारी कर रहा प्रेमी शक्तिवर्धक दवा की तीन टेबलेट खाकर गया था। दुष्कर्म में बेहोश होने के बाद प्रेमी उसे उसके हाल पर छोड़कर भाग गया और शरीर का खून बह जाने से उसकी मौत हो गई। सदर कोतवाली क्षेत्र के एक गांव निवासी शिक्षामित्र की बेटी की गुरुवार को हत्या कर दी गई थी। उसका निर्वस्त्र शव घर में फर्श पर मिला था। मृतका के पिता ने पड़ोस में रहने वाले युवक और महिला पर शक जाते हुए हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में छात्रा से हैवानियत की पुष्टि हुई थी। पहले पुलिस नामजद आरोपियों से पूछताछ में उलझी रही।


लेकिन मृतका के मोबाइल का लॉक तोड़ने के बाद व्हाट्सएप चैट निकाली गई तो हत्या का सच सामने आया। शुक्रवार रात को ही एसओजी ने माखी थानाक्षेत्र के गांव रावतपुर निवासी रामबरन गौतम उर्फ राज और उसके दो साथियों को उठाया था।


 रामबरन उर्फ राज एमए प्रथम वर्ष का छात्र है। वह शहर के बाईपास स्थित अनुसूचित जाति छात्रावास में रहकर पढाई के साथ ही आईएएस की तैयारी कर रहा है। पुलिस के मुताबिक आरोपी छात्र ने बताया कि छात्रा ने उसे घर में अकेले होने की बता बताई थी।

छात्रा से मिलने जाने से पहले उसने मेडिकल स्टोर से शक्तिवर्धक (कामोत्तेजक) दवा की तीन गोलियां खरीदकर खाई थीं। छात्रा के घर पहुंचने पर उसने छात्रा के साथ जबदस्ती की। उसने विरोध किया, लेकिन दवा खा लेने के कारण वह नहीं माना और दुष्कर्म किया। छात्रा के बेहोश होने और रक्तस्राव होने पर उसे उसके हाल पर छोड़कर भाग गया। एसपी सिद्धार्थ शंकर मीना ने बताया कि अभी दुष्कर्म और हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर जांच की जा रही है। आगे और जो भी तथ्य आएंगे धाराएं बढ़ाई जाएंगी। खुलासे में कोतवाल राजेश पाठक और एसओजी प्रभारी प्रदीप कुमार और उनकी टीम को बधाई दी है।

बदायूं महिला ने कुत्ते के बच्चे को जन्म दिया 65 साल की बुजुर्ग का अजीबो-गरीब दावा


 बदायूं महिला ने कुत्ते के बच्चे को जन्म दिया


65 साल की बुजुर्ग का अजीबो-गरीब दावा



यूपी के बदायूं से अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। यहां की रहने वाली एक बुजुर्ग महिला ने कुत्ते की बच्चे को जन्म दिया है। इस खबर ने सबको हैरत में डाल दिया है। जिसने भी यह खबर सुनी है सभी हैरान रह गए हैं। डॉक्टरों के अनुसार यह पूरी तरह से अंधविश्वास है, लेकिन गांव के इस परिवार का दावा है कि उनके घर की 65 वर्षीय महिला ने अपने गर्भ से कुत्ता के बच्चे को जन्म दिया है। महिला का दावा है कि कुत्ते के बच्चे के जन्म से पहले उसके सपने में भैरव बाबा आए थे, उन्होंने कहा था कि वह उनके गर्भ से कुत्ते के बच्चे के रूप में जन्म लेंगे।


मामला बदायूं जिले के सहसवान तहसील क्षेत्र के जामुनी गांव का है। गांव निवासी लोंगश्री की उम्र 65 साल है। उनके तीन बेटियां है। सभी की शादी हो चुकी है। महिला के दावा के मुताबिक, 17 साल से उनके पेट में एक गांठ थी। जब वह सोती थी तो उनके स्वप्न में भैरव बाबा दिखायी देते थे। भैरव बाबा कहते थे कि वह एक दिन कुत्ता के बच्चे के रूप में उनके गर्भ से जन्म लेंगे। महिला और उसके पति का दावा है कि सात नवबंर को महिला ने पिल्ला को जन्म दे दिया। इसके बाद महिला के घर लोगों की भीड़ जुटने लगी। महिला के पति मुंशीलाल ने बताया की उनकी तीन बेटियां है। वह अपने अपने ससुराल में रहती है। जबकि वह और उनकी पत्नी एक साथ रहती है।


 हालांकि खबर पूरी तरह से अफवाह बताई जा रही है। भ्रामक खबर फैलने के बाद सोशल मीडिया से जुड़े मीडिया कर्मी महिला के घर पहुंचने लगे। जहां महिला की गोद में विकसित पिल्ला दिखा। महिला के दावे में कितनी हकीकत है, यह प्रशासनिक जांच के बाद ही साफ हो सकेगा। वहीं डॉक्टरों ने भी इसे अंधविश्वास ही बताया है। डॉक्टरों ने कहा कि ऐसा हो नहीं सकता। मामले की जांच कराई जाएगी।

आजमगढ़ बिंद्रा बाजार प्रमुख राष्ट्रीय महासचिव संजय कुमार पाण्डेय को प्रशस्ति पत्र देकर अंबिका सेवा संस्थान ने किया सम्मानित


 आजमगढ़ बिंद्रा बाजार प्रमुख राष्ट्रीय महासचिव संजय कुमार पाण्डेय को प्रशस्ति पत्र देकर अंबिका सेवा संस्थान ने किया सम्मानित



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जिले की अग्रसित सेवा संस्थान अंबिका सेवा संस्थान के प्रभारी अध्यक्ष अभिषेक उपाध्याय आइडियल जर्नलिस्ट एसोसिएशन के प्रमुख राष्ट्रीय महासचिव साहित्यकार संजय कुमार पाण्डेय को रविवार को बिंद्रा बाजार स्थित संस्था के कार्यालय पर सर्वप्रथम माल्यार्पण कर सम्मानित किया गया उसके उपरांत प्रभारी अध्यक्ष अभिषेक उपाध्याय द्वारा प्रशस्ति पत्र दिया गया।


प्रमुख राष्ट्रीय महासचिव साहित्यकार संजय कुमार पांडे ने कहा कि अंबिका सेवा संस्थान सामाजिक संगठन निरंतर जनहित का कार्य कर रही है जिसकी हम सभी लोग जितनी भी सराहना करें उतनी कम है।


 कोरोना काल मे सब को राशन वितरण करने का कार्य, क्षेत्र के गरीब असहाय को आर्थिक मदद देने का कार्य, मलिन बस्तियों के बच्चों के बीच त्यौहार मनाने का कार्य, मलिन बस्ती के घर के छोटे बच्चों को शिक्षा देने सहित अनेक ऐसे कार्य संस्था जो कर रही है उसके लिए हम संस्था के प्रभारी अध्यक्ष अभिषेक उपाध्याय को बहुत धन्यवाद देते और यह आशा करता हूं कि यह संस्था निरंतर अच्छे कार्य करती रहें।


 इस मौके पर निजामाबाद तहसील अध्यक्ष राहुल कुमार पाण्डेय, देवेश उपाध्याय, लकी श्रीवास्तव, बंटी शर्मा, समेत अन्य लोग उपस्थित रहे।



ब्यूरो रिपोर्ट आजमगढ़

आजमगढ़ जेल में बंदियों से रविवार को मुलाकात सेवा बंद शासन एवं कारागार मुख्यालय की ओर से नवीन कारागार नियम संग्रह में किया गया संशोधन


 आजमगढ़ जेल में बंदियों से रविवार को मुलाकात सेवा बंद



शासन एवं कारागार मुख्यालय की ओर से नवीन कारागार नियम संग्रह में किया गया संशोधन




उत्तर प्रदेश आजमगढ अब जेल में बंदियों से रविवार को उनके सगे-संबंधी मुलाकात नहीं कर पाएंगे। इसके पूर्व शनिवार को बंदियों से मुलाकात नहीं होती थी। नए फरमान के संबंध में जिला कारागार के जेलर विकास कटियार ने बताया कि शासन एवं कारागार मुख्यालय की ओर से नवीन कारागार नियम संग्रह (जेल मैनुअल-2022) में संशोधन कर दिया गया है। रविवार को बंदियों की उनके परिजनों से होने वाली मुलाकत को बंद कर दिया गया है।


नए जेल मैनुवल के अनुसार रविवार व जेल की छुट्टियों के अतिरिक्त अन्य सामान्य दिनों में जेल में निरुद्ध बंदियों से उनके सगे-संबंधी मुलाकात कर सकते हैं। बंदियों के परिजन सोमवार से शनिवार तक प्रतिदिन मुलाकात कर सकते हैं, लेकिन रविवार के दिन अवकाश रहेगा।

उत्तर प्रदेश 1000 अभ्यर्थियों के सहायक अध्यापक बनने का रास्ता साफ सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की यूपी सरकार की अपील 69000 शिक्षक भर्ती का मामला


 उत्तर प्रदेश 1000 अभ्यर्थियों के सहायक अध्यापक बनने का रास्ता साफ


सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की यूपी सरकार की अपील


69000 शिक्षक भर्ती का मामला



प्रयागराज यूपी के परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में 69000 शिक्षक भर्ती में लगभग एक हजार अभ्यर्थियों के चयन का रास्ता साफ हो गया। इस भर्ती को लेकर यूपी सरकार की ओर से दायर स्पेशल अपील को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज करते हुए हाईकोर्ट के 25 अगस्त 2021 के आदेश को सही ठहराया है। नौ नवंबर के सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश के बाद एक नंबर से पास हो रहे तकरीबन एक हजार अभ्यर्थियों को सहायक अध्यापक पद पर नियुक्ति मिलना तय माना जा रहा है।


मिली जानकारी के अनुसार असंतुष्ट अभ्यर्थियों ने छह प्रश्नों को हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। हाईकोर्ट ने 25 अगस्त 2021 के अपने आदेश में पांच प्रश्नों पर हस्तक्षेप से इनकार कर दिया लेकिन उन अभ्यर्थियों का परिणाम घोषित करने का आदेश दिया था, जिन्होंने उस प्रश्न को हल करने की कोशिश की थी जिसके चारों विकल्प गलत थे। शर्त यह थी कि ऐसे अभ्यर्थियों ने कोर्ट में याचिका की हो और एक नंबर से पास हो रहे हों। अधिवक्ता राहुल कुमार मिश्रा व विकास चंद्र शुक्ला के साथ ही एक नंबर से पास हो रहे दुर्गेश शुक्ला, रोहित शुक्ला, राम मिश्रा, प्रसून दीक्षित और विकास तिवारी ने नियुक्ति देने का अनुरोध किया है।


69000 शिक्षक भर्ती के प्रश्नपत्र में बुकलेट संख्या ए के प्रश्नसंख्या 60 में पूछा गया था-शैक्षिक प्रशासन उपयुक्त विद्यार्थियों को उपयुक्त शिक्षकों द्वारा समुचित शिक्षा प्राप्त करने योग्य बनाता है। जिससे वे उपलब्ध अधिक साधनों का उपयोग करके अपने प्रशिक्षण से सर्वोत्तम को प्राप्त करने में समर्थ हो सकें। यह परिभाषा दी गई है। इस प्रश्न के चारों विकल्प गलत थे। इसका सही जवाब ग्राहम बाल्फोर है। लेकिन परीक्षा नियामक प्राधिकारी के विशेषज्ञों ने वेलफेयर ग्राह्य को सही मान लिया था।