Sunday 27 March 2022

आजमगढ़ कप्तानगंज भीषण सड़क हादसा 3 की मौत 8 जख्मी, एनएच 233 बाईपास के पास घर में घुसी कार।

आजमगढ़ कप्तानगंज भीषण सड़क हादसा 3 की मौत 8 जख्मी, एनएच 233 बाईपास के पास घर में घुसी कार।



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ के कप्तानगंज थाने के बालवर गंज बाजार के समीप कप्तानगंज बाजार से पहले NH 233 बाईपास के समीप अयोध्या की तरफ से आ रही अनियंत्रित कार सड़क किनारे चंद्रजीत यादव पुत्र सूबेदार यादव के घर में घुस गई।



घर के बाहरी पशुशाला था जिसमें भैंस बंधी थी और वहां लोग खड़े हुए थे। घटना में बताया जा रहा है कि तीन लोगों की मौके पर मौत हो गई। जबकि कार सवार व एक बाइक सवार समेत 8 लोग जख्मी हो गए। घटना के बाद कोहराम मच गया एक भैंस की भी मौत हो गई और अन्य भैंस के पैर टूट गया।



चारों तरफ चीख पुकार मची थी। आसपास के लोग मौके पहुंचकर राहत में जुटे थे सूचना के बाद पुलिस पहुंची घायलों को जिला अस्पताल लाया गया है। कप्तानगंज के थानाध्यक्ष के अनुसार 3 लोगों की मौत हुई है।

 

बदायूं महिला संग अश्लील बातें दरोगा को पड़ी भारी, सस्पेंड


 बदायूं महिला संग अश्लील बातें दरोगा को पड़ी भारी, सस्पेंड




उत्तर प्रदेश बदायूं सोशल मीडिया पर एक अश्लील वीडियो वायरल होने की वजह से एसएसपी डॉ.ओपी सिंह ने उघैती के थानेदार वीरेंद्र सिंह राणा को निलंबित कर दिया है। इस वीडियो में थानेदार हनी ट्रैप का शिकार हुए हैं या फिर मामला थाने से जुड़ा है। इसकी जांच के लिए एसपी सिटी को जांच सौंपी है। 




जानकारी के अनुसार फिलहाल वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस महकमे की फजीहत हो रही है। पिछले एक साल से उघैती पर तैनात थानेदार एक महिला के साथ वीडियो कॉल में अश्लील बातें करने में फंस गए। महिला भी वीडियो में अश्लील हरकतें करती नजर आ रही है। 




सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल होने के बाद मामला एसएसपी डॉ. ओपी सिंह के अलावा आईजी रमित शर्मा के संज्ञान में पहुंच गया।

इसके बाद सीओ बिल्सी बलदेव सिंह को वीडियो कॉल की रिकॉर्डिंग की जांच के आदेश जारी कर दिए गए। जांच में प्रकरण सत्य पाए जाने के बाद देर रात थानेदार वीरेंद्र सिंह राणा को एसएसपी ने निलंबित कर दिया। 



एसएसपी ने अपने पीआरओ राजीव सिंह तोमर को थाने का चार्ज सौंपा है। पूरे मामले की जांच एसपी सिटी को सौंप दी गई है।

आजमगढ़ बसपा के टिकट पर सदर लोकसभा का उपचुनाव लड़ेंगे जमाली


 आजमगढ़ बसपा के टिकट पर सदर लोकसभा का उपचुनाव लड़ेंगे जमाली


एआईएमआईएम छोड़कर बहुजन समाज पार्टी में शामिल होने की हो चुकी है तैयारी।




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ मुबारकपुर विधानसभा के पूर्व विधायक शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली ने बसपा में वापसी की तैयारी कर ली है। 



जानकारी के अनुसार इतना ही नहीं चर्चा इस बात की जोरों पर चल रही है कि बसपा उन्हें आगामी सदर लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में प्रत्याशी भी बनायेगी।



बता दें कि बसपा छोड़ने के बाद राजनीतिक महत्वाकांक्षा केे चलते विधायक शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली सपा से टिकट के लिए पूरा प्रयास कर रहे थे लेकिन जब सपा ने अपने पुराने कार्यकर्ता पूर्व जिलाध्यक्ष अखिलेश यादव पर ही भरोसा जताया। बसपा छोड़ चुके गुड्डू जमाली सपा से भी निराशा हाथ लगी। इनकी उम्मीदों पर पानी फिरता देख (एआइएमआइएम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी से संपर्क हुआ तो उनके साथ हो गए और उनके टिकट पर मुबारकपुर से विधान सभा  का चुनाव लड़ा लेकिन उन्हें बुरी हार का सामना करना पड़ा।



 मुबारकपुर सीट पर सपा प्रत्याशी अखिलेश यादव ने जीत दर्ज की।

वाराणसी- गोरखपुर विमान सेवा का CM योगी ने वर्चुअली किया शुभांरभ- गुलाब का फूल देकर यात्रियों का स्वागत


 वाराणसी- गोरखपुर विमान सेवा का CM योगी ने वर्चुअली किया शुभांरभ- गुलाब का फूल देकर यात्रियों का स्वागत





उत्तर प्रदेश वाराणसी के बाबतपुर एयरपोर्ट से गोरखपुर के लिए पहली बार सीधी विमान सेवा की शुरुआत रविवार सुबह हो गई। सीएम योगी आदित्यानाथ ने उड़ान योजना के तहत इस विमान सेवा का गोरखपुर एयरपोर्ट पर वर्चुअली उद्घाटन किया। 




जानकारी के अनुसार वाराणसी के बाबतपुर स्थित लालबहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से स्पाइसजेट का विमान एसजी 2949 सुबह 8.52 बजे वाराणसी से गोरखपुर के लिए 20 यात्रियों को लेकर उड़ान भरी। इस दौरान एयरपोर्ट पर स्पाइसजेट के अधिकारियों के द्वारा यात्रियों को बोर्डिंग पास और गुलाब का पुष्प देकर स्वागत एवं अभिवादन किया गया।



 यात्रियों ने कहा कि वाराणसी और गोरखपुर के लिए पहली बार विमान सेवा शुरू की गई है जिसे लेकर हम लोग बेहद खुश हैं।



वाराणसी एयरपोर्ट से संचालित होने वाली विमानन कंपनियों ने समर शेड्यूल जारी कर किया है। विमानन कंपनियों ने कई रूट पर विमान सेवा शुरू करने का फैसला लिया है। 



स्पाइस जेट एयरलाइंस गोरखपुर, जयपुर, गुवाहाटी, देहरादून, पटना आदि नए रूटों पर विमानों का संचालन करेगा तो अहमदाबाद जैसे महत्वपूर्ण रूट पर अपनी सेवा बंद करेगा।




 इंडिगो एयरलाइंस जयपुर, और जम्मू के लिए विमान का संचालन शुरू करेगा, इसके अलावा दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, बंगलूरू, हैदराबाद, चेन्नई, भुवनेश्वर आदि रूटों पर समय में परिवर्तन करेगा। 




गो एयर अहमदाबाद के लिए नए विमान का संचालन करेगा, इसके अलावा दिल्ली, मुंबई, बंगलूरू, कोलकाता की सेवाएं जारी रखेगा।एयरपोर्ट निदेशक आर्यमा सान्याल ने कहा कि 27 मार्च से समर शेड्यूल जारी हुआ है। कई एयरलाइंस अन्य शहरों के लिए 27 से ही विमान सेवा शुरू कर रही हैं। कोरोना संक्रमण कम होने से यात्रियों के संख्या भी बढ़ रही है। ये एयरपोर्ट प्रशासन के साथ ही अन्य विभाग के लिए भी अच्छी खबर है।

लखनऊ शिवपाल के इस बयान के बाद समाजवादी कुनबे में मची हलचल।


 लखनऊ शिवपाल के इस बयान के बाद समाजवादी कुनबे में मची हलचल।




लखनऊ उत्तर प्रदेश प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के प्रमुख व सपा विधायक शिवपाल यादव ने एक बार फिर बगावती तेवर दिखाए हैं। वह सपा विधायकों की बैठक में न बुलाए जाने से नाराज हो गए हैं। ऐसे में एक बार फिर मुलायम सिंह यादव के कुनबे में जंग के आसार बढ़ गए हैं।




जानकारी के अनुसार इसी वजह से वह लखनऊ से इटावा चले गए जब कि सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने कहा है कि यह बैठक सपा की थी। इसमें हमारे सहयोगी दल प्रसपा, रालोद, जनवादी पार्टी, महान दल, सुभासपा किसी को नहीं बुलाया गया। सहयोगी दलों के साथ 28 को बैठक है। उसी में शिवपाल यादव समेत सभी सहयोगियों को बुलाया जाएगा।



असल शिवपाल का कहना है कि वह सपा के विधायक हैं और इस नाते वह बैठक में आमंत्रण को दो दिन से इंतजार कर रहे थे, जब न्न्योता नहीं आया तो वह यहां से चले गए। अब वह अपने अगले कदम का जल्द ऐलान करेंगे जब कि सपा की दलील है कि शिवपाल सहयोगी दल के नेता हैं।




 बाद में शिवपाल ने कहा है कि उन्हें विधायक दल की बैठक में क्यों नहीं बुलाया गया? इसका जवाब राष्ट्रीय नेतृत्व ही दे सकता है। सभी विधायकों को फोन गया लेकिन उन्हें फोन नहीं किया गया। मैंने बैठक में शामिल होने के लिए अपने सारे कार्यक्रम रद कर दिए थे। मैं सपा में सक्रिय हूं। विधायक हूं फिर भी नहीं बुलाया गया। उन्होंने कहा कि पार्टी की हार की समीक्षा हो।




शिवपाल यादव ने कहा कि जब अपनों और परायों में भेद नहीं पता होता है तब महाभारत होती है। दुर्योधन के बजाय युधिष्ठिर शकुनि से जुआ खेलने लगे, यहीं से उनकी हार तय हो गई। 



सपा विधायकों में उनकी सबसे बड़ी जीत हुई है, इससे उनकी लोकप्रियता पता चलती है। शिवपाल यादव द्वारा दिए गए इस बयान के बाद समाजवादी कुनबे में हलचल मच गई।

लखनऊ मायावती ने विधायक उमाशंकर सिंह सहित पार्टी पदाधिकारियों को किया तलब।

 



लखनऊ मायावती ने विधायक उमाशंकर सिंह सहित पार्टी पदाधिकारियों को किया तलब।


लखनऊ बसपा सुप्रीमो मायावती रविवार को विधानसभा चुनाव में हार की समीक्षा करेंगी। इसमें विधानसभा के सभी उम्मीदवारों के साथ रसड़ा बलिया के जीते विधायक उमाशंकर सिंह और सभी बड़े व छोटे पदाधिकारियों को बुलाया गया है।


बसपा सुप्रीमो विधानसभा चुनाव में हार के बाद पहली बड़ी समीक्षा बैठक करने जा रही हैं। बैठक में प्रदेश के सभी जिलाध्यक्ष, बामसेफ के जिला संयोजक, विधानसभा अध्यक्ष, मुख्य जोन इंचार्ज बुलाए गए हैं। 


मायावती एक-एक उम्मीदवारों से हार के बारे में जानकारी लेंगी, वह पूछेंगी कि पार्टी कहां चूकी जिससे हार का सामना करना पड़ा।
मायावती पहली बैठक 10.30 बजे से करेंगी। दूसरी बैठक वह तीन बजे से मुख्य जोन इंचार्जों के साथ करेंगी। इसमें वह पहली बैठक में मिलने वाली जानकारी के आधार पर सेक्टर इंचार्जों से जवाब-तलब करेंगी। माना जा रहा है कि इसके बाद खराब काम करने वालों पर गाज गिरेगी। कुछ बड़े पदाधिकारी हटाए भी जा सकते हैं और कुछ को नई जिम्मेदारियां भी दी जा सकती है।


 माना जा रहा है कि मायावती इस बैठक में मिशन-2024 की तैयारियों को लेकर जरूरी दिशा-निर्देश भी पदाधिकारियों को दे सकती हैं।

विधानसभा में अब योगी व अखिलेश होंगे आमने- सामने


 विधानसभा में अब योगी व अखिलेश होंगे आमने- सामने



नई भूमिका में होंगी नई चुनौतियां।




लखनऊ उत्तर प्रदेश में ही सियासत करने का निर्णय कर चुके अखिलेश यादव अब विधानसभा में बतौर नेता प्रतिपक्ष नई भूमिका में आ चुके हैं। सदन में उनका सामना नेता सदन यानी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से होगा। यहां उनके पीछे 125 विपक्षी विधायक होंगे तो सामने सत्ता पक्ष के 273 विधायक। सदन में अब योगी आदित्यनाथ व अखिलेश यादव आमने सामने होंगे। मौजूदा मुख्यमंत्री के सामने पूर्व मुख्यमंत्री।




अब अखिलेश के सामने चुनौती है कि कैसे वह खुद को मजूबत नेता प्रतिपक्ष के तौर पर पेश करें। अब उन्हें पांच साल इसी भूमिका में रहना है। वर्ष 2027 तक जब भी विधानसभा बैठेगी योगी आदित्यनाथ व अखिलेश यादव आमने-सामने होंगे। योगी आदित्यनाथ व अखिलेश अब तक सड़क पर जनसभाओं में और मीडिया के जरिए एक दूसरे पर हमला करते रहे हैं। अब बात आमने-सामने की है। सदन में एक ओर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ होंगे जिनके धारदार भाषण के जरिए वह विपक्ष दलों की धज्जियां उड़ाते हैं तो दूसरी ओर अखिलेश यादव के लिए नेता सदन की बातों का माकूल जवाब देने का पूरा मौका होगा।




सदन की परंपरा है कि नेता सदन व नेता प्रतिपक्ष के बोलने की समय सीमा तय नहीं होती है और वह कभी भी अध्यक्ष की अनुमति से किसी मुद्दे को उठा सकते हैं। माना जा रहा है कि जिस तरह के रिश्ते दोनों के बीच रहे हैं उससे लगता है कि अब सदन में तल्खी और बढ़ सकती है। चूंकि इस बार सपा विधायकों की तादाद 47 से बढ़ कर 111 हो गई है तो जाहिर है कि इससे भी सपा का मनोबल बढ़ा हुआ है।




पिछले पांच साल जब योगी आदित्यनाथ नेता सदन रहे तो उनके सामने नेता प्रतिपक्ष व सपा के वरिष्ठ नेता रामगोविंद चौधरी हुआ करते थे। इन दोनों में खूब आरोप-प्रत्यारोप चलते थे लेकिन मीठी नोकझोंक भी खूब होती थी। मुख्यमंत्री स्वंय सदन बैठने पर नेता प्रतिपक्ष व अन्य विपक्षी नेताओं से मिलने आते थे। सदन में हास परिहास भी होता था। कई मौकों पर रामगोविंद चौधरी नेता सदन पर चुटकी लेते थे तो मुख्यमंत्री भी उन्हें सधा हुआ जवाब देते थे। रामगोविंद चौधरी ने इसके बावजूद सपा की भूमिका को कमजोर नहीं होने दिया और हर मुद्दे को मजबूती से उठाया।




अखिलेश यादव ने हाल में आजमगढ़ सीट से अपनी लोकसभा सदस्यता त्याग दी है। वे मैनपुरी की करहल सीट से विधायक चुने गए हैं। पहली बार विधायक बने अखिलेश यादव पहली बार नेता प्रतिपक्ष बने हैं। वे उत्तर प्रदेश में सपा संगठन को मजबूत करने का काम में जुटेंगे।