Saturday, 13 September 2025

आजमगढ़ जिले में 7 लाख 90 हजार डुप्लीकेट वोटर, सत्यापन के बाद हटाए जाएंगे नाम सबसे अधिक 50718 डुप्लीकेट मतदाता ठेकमा विकास खंड में मिले


 आजमगढ़ जिले में 7 लाख 90 हजार डुप्लीकेट वोटर, सत्यापन के बाद हटाए जाएंगे नाम



सबसे अधिक 50718 डुप्लीकेट मतदाता ठेकमा विकास खंड में मिले


उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद के 22 विकास खंडों में 790775 संभावित डुप्लीकेट मतदाता हैं। राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से भेजी गई सूची में इन नामों का खुलासा हुआ है। डुप्लीकेट मतदाताओं की सूची सत्यापन कराने के लिए बीएलओ को सौंप दी गई है।


बीएलओ घर-घर जाकर सूची का सत्यापन कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि इनमें कई नाम शहर और गांव दोनों जगह की सूची में शामिल हैं। सत्यापन के बाद सही तस्वीर सामने आएगी।


अलग-अलग विकास खंड में डुप्लीकेट मतदाताओं की सूची जारी कर दी गई है। जिला निर्वाचन अधिकारी के आदेश पर नगर पालिका के कई मतदाता हैं प्रधान और जिला पंचायत सदस्य ग्रामीण इलाकों की बड़ी आबादी शहर में निवास कर रही है।


वे नगर पालिका व नगर पंचायत में वोटर भी बन गए हैं। साथ ही उनका नाम गांव की वोटर लिस्ट में भी बरकरार है। पंचायत चुनाव आते ही वह गांव की राजनीति में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। कई प्रधान व जिला पंचायत सदस्य ऐसे हैं, जो शहर के मतदाता होने के बाद भी गांव की राजनीति कर रहे हैं। इन मतदाताओं की सूची सत्यापन कराने के लिए बीएलओ को भेज दी गई है।


अंकुर श्रीवास्तव, उपजिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि राज्य निर्वाचन आयोग से प्राप्त संभावित डुप्लीकेट मतदाताओं की सूची सभी बीएलओ को उपलब्ध करा दी गई है। बीएलओ इसका सत्यापन कर रहे हैं। सत्यापन पूर्ण होने पर ही डुप्लीकेट मतदाताओं की वास्तविक स्थिति सामने आएगी।


ब्लॉक वार डुप्लीकेट मतदाताओं की संख्या : रानी की सराय 32189, तहबरपुर 34990, मिर्जापुर 31415, मुहम्मदपुर 31211, पल्हनी 48998, लालगंज 46566, ठेकमा 50718, तरवां 48637, मेंहनगर 41212, जहानागंज 30858, सठियांव 34933, बिलरियागंज 29540, अजमतगढ़ 39336, महराजगंज 37318, हरैया 39196, फूलपुर 36681, पवई 41227, मार्टीनगंज 21169, कोयलसा 31168, अतरौलिया 20524, अहरौला 39459, पल्हना 23430 है।


निर्वाचन आयोग द्वारा विकास खंडों में मिले डप्लीकेट मतदाताओं की सूची का अवलोकन करें तो सबसे अधिक 50718 डुप्लीकेट मतदाता ठेकमा विकास खंड में मिले हैं। वहीं सबसे कम 20524 डुप्लीकेट मतदाता अतरौलिया विकास खंड में मिले हैं।

आजमगढ़ पंचायत चुनाव के 40 हजार 686 उम्मीदवारों की 3.18 करोड़ रुपये जमानत राशि जब्त 15 लोगों ने जमानत राशि वापस पाने के लिए किया था आवेदन, 13 की हुई वापस


 आजमगढ़ पंचायत चुनाव के 40 हजार 686 उम्मीदवारों की 3.18 करोड़ रुपये जमानत राशि जब्त



15 लोगों ने जमानत राशि वापस पाने के लिए किया था आवेदन, 13 की हुई वापस



उत्तर प्रदेश, आजमगढ़ पंचायत चुनाव 2021 में चुनाव लड़ने वाले लगभग 40 हजार 686 प्रत्याशियों की करीब 3 करोड़ 18 लाख 71 हजार 110 रुपये की जमानत धनराशि निर्वाचन विभाग ने जब्त कर ली है। मात्र 15 लोगों ने जमानत राशि वापस पाने के लिए आवेदन किया था।


इसमें से 13 लोगों की जमानत राशि वापस हुई। अब प्रत्याशियों की जमानत राशि वापस नहीं होगी। आजमगढ़ जिले के 22 विकास खंडों की 1811 पंचायतों के प्रधान पदों के लिए 2021 में हुए चुनाव में 14715 प्रत्याशी मैदान में उतरे थे।


ग्राम पंचायत सदस्य के लिए 144375, क्षेत्र पंचायत सदस्य के लिए 10333 और जिला पंचायत सदस्य के लिए 1262 उम्मीदवार मैदान में उतरे थे। इसमें अनारक्षित वर्ग के साथ ही आरक्षित वर्ग के भी प्रत्याशी शामिल हैं।


अनारक्षित वर्ग के प्रत्याशियों को दो हजार और आरक्षित वर्ग के प्रत्याशियों के लिए एक हजार जमानत राशि जमा करनी थी। चुनाव में प्रत्याशियों की ओर से जमानत राशि के तौर पर तीन करोड़ 18 लाख 71 हजार 110 रुपये जमा किए गए थे।


चुनाव लड़ने के बाद 15 लोगों को छोड़कर अब तक किसी जीते या हारे उम्मीदवार ने राशि वापस लेने के के लिए आवेदन नहीं किया। सहायक निर्वाचन अधिकारी(पंचायत) राजाराम वर्मा ने बताया कि वर्ष 2021 में संपन्न हुए चुनाव में किसी प्रत्याशियों ने व्यय विवरण जमा करके जमानत राशि वापस लेने के लिए आवेदन नहीं किया।

इसके चलते अब जमानत राशि जब्त कर ली गई है। जबकि पंचायत चुनाव में जमानत राशि वापस लेने के लिए कोई अधिक झंझट नहीं है। अपने चुनाव परिणाम के साथ ही जमानत राशि की रसीद और एक दस के स्टांप पर खर्च का विवरण देना है। इसके बाद जमानत राशि वापस मिल जाती है।


1/5 प्रतिशत से कम मत पाने पर जब्त होती है जमानत : जीतने वाले प्रत्याशी के अलावा कुल वैध मतों में 1/5 प्रतिशत से कम मत पाने वाले प्रत्याशी की जमानत धनराशि जब्त कर ली जाती है। इससे अधिक मत प्राप्त करने वालों की जमानत धनराशि नगरीय निकाय व पंचायत चुनाव कार्यालय द्वारा आवेदन करने के बाद वापस किया जाता है। जमानत धनराशि वापस करने के लिए उम्मीदवारों को खर्च का विवरण देते हुए छह माह के भीतर आवेदन करना होता है। जनपद में 15 लोगों ने जमानत राशि वापसी के लिए आवेदन किया था। इनमें से 13 लोगों की धनराशि वापस हो गई लेकिन दो लोगों को 1/5 से कम मत मिलने के बाद जमानत राशि जब्त कर ली गई।