Friday 10 June 2022

उत्तर प्रदेश के कई जिलों में नमाज के बाद हंगामा प्रयागराज में पथराव के बाद लाठीचार्ज, फायरिंग, आधा दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी घायल


 उत्तर प्रदेश के कई जिलों में नमाज के बाद हंगामा


प्रयागराज में पथराव के बाद लाठीचार्ज, फायरिंग, आधा दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी घायल



उत्तर प्रदेश प्रयागराज / सहारनपुर पैगंबर मोहम्मद को लेकर भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा की टिप्पणी के खिलाफ लगातार दूसरे जुमा पर यूपी में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अलग अलग जिलों में प्रदर्शन किया।




 प्रयागराज, लखनऊ, मुरादाबाद और सहारनपुर में हंगामा और नारेबाजी हुई। सबसे ज्यादा स्थिति प्रयागराज में बिगड़ गई। यहां के अटाला में जुमे की नमाज के बाद पहले नारेबाजी और हंगामा हुआ। पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो पथराव शुरू हो गया। पुलिस ने लाठीचार्ज कर उपद्रव कर रहे लोगों को खदेड़ा। इसके बाद भी उपद्रवी शांत नहीं हुए तो आंसू गैस के गोलो छोड़े गए। हवाई फायरिंग भी की गई।




 पथऱाव में आईजी राकेश सिंह भी घायल हो गए हैं। इसके अलावा कई पुलिस वाले जख्मी हुए हैं। उपद्रवियों ने एक ट्राली में आग लगा दी है। पुलिस उन्हें आगजनी से रोकने के लिए हवाई फायरिंग कर रही है। डीएम, एसएसपी और मीडियाकर्मियों को भी पत्थर लगे हैं। 



कई आरपीएफ जवान भी घायल हुए हैं। डेढ़ घंटे से लगातार पत्थरबाजी हो रही है। एडीजी ने प्रदर्शनकारियों को पत्थरबाजी नहीं बंद पर सख्ती की चेतावनी दी है।



आरपीएफ ने उपद्रवियों को गलियों में खदेड़ा इसके बाद भी रुक-रुक कर पत्थरबाजी होती रही। प्रयागराज में डीएम संजय कुमार खत्री और एसएसपी अजय कुमार भी जुमे की नमाज से पहले चौक जामा मस्जिद के बाहर पहुंचे और लोगों से शांति की अपील की। 



बताया जा रहा है कि जुमे की नमाज के बाद पुलिस की सतर्कता के बावजूद अटाला चौराहा और उसके आसपास की गलियों में मौजूद नाबालिग लड़कों को आगे करके अराजकतत्वों ने बवाल करा दिया। गली से लड़कों ने पुलिस टीम पर पथराव करना शुरू कर दिया। इसमें आधा दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी जख्मी हो गए हैं।

आजमगढ़ सकुशल अदा हुई जुमे की नमाज, प्रशासन ने ली राहत की सांस मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में विरोध स्वरूप बंद रहीं वर्ग विशेष की दुकानें


 आजमगढ़ सकुशल अदा हुई जुमे की नमाज, प्रशासन ने ली राहत की सांस


मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में विरोध स्वरूप बंद रहीं वर्ग विशेष की दुकानें



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ कानपुर में बीते शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद भड़की हिंसा को देखते हुए पूरे प्रदेश की प्रशासनिक मशीनरी इस शुक्रवार को अलर्ट मोड पर रही। इस शुक्रवार को जुमे की नमाज को सकुशल अदा कराने के लिए संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा के तगड़े बंदोबस्त किए गए थे।



 जिले में भी इसी तरह की चाक-चौबंद व्यवस्था देखने को मिली। दोपहर बाद जिले में जुमे की नमाज सकुशल अदा हो जाने पर प्रशासन ने राहत की सांस ली। हालांकि मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में वर्ग विशेष के लोगों ने विरोध स्वरूप अपने प्रतिष्ठान बंद रखा।



प्रदेश के संवेदनशील जनपदों में अपने जिले का भी नाम शामिल है। ऐसे में इस जिले की संवेदनशीलता को देखते हुए प्रशासन हमेशा सतर्क रहता है। बीते दिनों इस्लाम धर्म के पैगंबर मोहम्मद साहब के बारे में की गई टिप्पणी के बाद मुस्लिम समाज में जबरदस्त उबाल देखने को मिल रहा है। इसी बात को लेकर बीते शुक्रवार को कानपुर जनपद में जुमे की नमाज के बाद एक वर्ग विशेष के लोग हिंसा पर उतर आए थे। किसी तरह स्थिति को नियंत्रित किया गया। 




इस बात को ध्यान में रखते हुए शुक्रवार को होने वाली जुमे की नमाज के मद्देनजर पूरे प्रदेश को अलर्ट मोड पर रखा गया था। जुमे की नमाज से पूर्व सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किए गए थे। प्रशासनिक अधिकारी भी इस बात को लेकर सुरक्षा बलों के साथ चक्रमण करते नजर आए। जनपद में भी समस्त संवेदनशील इलाकों में पुलिस के जवान तैनात कर दिए गए थे। 




स्थानीय खुफिया इकाई के लोगों को सादी वर्दी में तैनात किया गया था। जगह-जगह तैनात पुलिस बल पूरी तरह मुस्तैद नजर आए। दोपहर में जुमे की नमाज अदा होने के बाद लोग मस्जिदों से सीधे अपने घरों की ओर रुख कर लिए। जिले में कहीं-कहीं मस्जिदों के इमाम द्वारा भी लोगों को शांति व्यवस्था बहाल रखने तथा नमाज के बाद अपने घर जाने की अपील की गई। इसका असर भी देखने को मिला कि लोग नमाज के बाद मस्जिदों से निकलकर अपने-अपने घरों को चल दिए।



 शहर क्षेत्र में स्थित सभी मस्जिदों पर सुरक्षा के बंदोबस्त किए गए थे। मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में भी पुलिस के जवान तैनात थे। हालांकि शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों के मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में विरोध स्वरूप वर्ग विशेष के लोगों ने अपना प्रतिष्ठान बंद रखा था। कुल मिलाकर दोपहर बाद जुमे की नमाज सकुशल संपन्न होने तथा कहीं से भी कोई अप्रिय घटना की खबर न मिलने के बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली।

आजमगढ़ संवेदनशील इलाके छावनी में तब्दील पुलिस, पीएसी और सीआरपीएफ के जवानों ने की पेट्रोलिंग तकिया सहित विभिन्न जगहों पर दुकानें बंद


 आजमगढ़ संवेदनशील इलाके छावनी में तब्दील



पुलिस, पीएसी और सीआरपीएफ के जवानों ने की पेट्रोलिंग


तकिया सहित विभिन्न जगहों पर दुकानें बंद




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ भाजपा पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा पैगम्बर मोहम्मद स0 पर अभद्र टिप्पणी के बाद कानपुर में बवाल के चलते आज पूरे प्रदेश में सतर्कता बरतने के लिए सरकार द्वारा निर्देश दिया गया है। 


जानकारी के अनुसार इसी क्रम में आजमगढ़ जिले के संवेदनशील इलाकों में भारी मात्रा में फोर्स तैनात कर दी गयी। इतना ही नहीं जनपद के प्रमुख चौराहों व बाजारों में सिविल ड्रेस में भी जवानों की ड्यूटी लगाई गई है जो अराजकतत्वों पर पैनी नजर रखेंगे। बता दें कि भाजपा नेता द्वारा पैगम्बर मोहम्मद स0  पर टिप्पणी के बाद कानपुर में भारी बवाल और आगजनी की गई थी।




कानपुर में हुए उपद्रव के बाद जिला प्रशासन तनिक भी खतरा लेने के मूड में नहीं है। वहीं तकिया स्थित दुकानें भी दुकानदारों ने अपनी स्वेच्छा से बंद कर रखी हैं। अति संवेदनशील गिने जाने वाले इस इलाके में पैरामिलिट्री की तैनात की गयी है। बताया जा रहा है कि किसी भी अनहोनी से निपटने के लिए पुलिस के अलावा खुफिया विभाग के लोगों को भी तैनात किया गया है। 



पूरे क्षेत्र मे कर्फ्य जैसा माहौल व्याप्त है। चारो तरफ सिर्फ पैरामिलिट्री और पुलिस के सिपाही और अधिकारी ही नजर आ रहे हैं।




बता दें कि जिले में 23 जून को उपचुनाव होना है। सभी पार्टियों  के प्रत्याशी चुनाव प्रचार के लिए मैदान में उतर चुके हैं। ऐसे माहौल में पुलिस पूरी तरह से सतर्क है कि अराजक तत्व यहां पर कोई गड़बड़ी न कर दें। इसे ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन जिले की मानिटरिंग कर रहा है।



 आजमगढ़ में हो रहे उपचुनाव को लेकर पूरे प्रदेश की नजरें आजमगढ़ जिले पर टिकी हुई हैं। ऐसे में यहां विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है, जिसे किसी तरह की घटना को रोका जा सके।

धर्मेंद्र यादव के ससुर और सपा के पूर्व विधायक गिरफ्तार गैंगस्टर एक्ट के तहत हुई कार्रवाई, 1 महीने से चल रहे थे फरार


  धर्मेंद्र यादव के ससुर और सपा के पूर्व विधायक गिरफ्तार


गैंगस्टर एक्ट के तहत हुई कार्रवाई, 1 महीने से चल रहे थे फरार




लखनऊ एटा से पूर्व सपा विधायक रामेश्वर सिंह यादव को पुलिस ने आगरा से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने पूर्व विधायक पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की। पुलिस के मुताबिक, वह बीते एक महीने से फरार चल रहे थे। पुलिस उनकी तलाश में लगातार छापेमारी कर रही थी। पूर्व विधायक रामेश्वर यादव सपा नेता राम गोपाल यादव के बेटे के साढू हैं। 




इसके साथ ही वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी और डीआईजी धर्मेंद्र यादव के ससुर हैं।

उत्तर प्रदेश कासगंज पुलिस को सामने देख हिस्ट्रीशीटर ने खुद को मारी गोली


 उत्तर प्रदेश कासगंज पुलिस को सामने देख हिस्ट्रीशीटर ने खुद को मारी गोली





उत्तर प्रदेश के कासगंज के थाना सोरों इलाके के एक गांव में एक हिस्ट्रीशीटर बदमाश ने खुद को ही गोली से उड़ा लिया है। एक शिकायती पत्र की जांच के लिए स्थानीय पुलिस कासगंज के एक गांव में पहुंची थी, जहां पहले से मौजूद एक बदमाश ने अवैध तमंचे से पुलिस पार्टी पर फायर करना शुरू दिया। जैसे ही पुलिस ने तरकीब से बदमाश को घेरने में कामयाबी पाई, वैसे ही खुद को घिरा देख बदमाश ने गोली मारकर आत्महत्या कर ली।




गुरुवार दोपहर को  जिला कासगंज स्थित थाना सोरों पुलिस एक शिकायती पत्र की जांच के लिए बगिया गांव में पहुंची थी। जहां पर मौजूद एक हिस्ट्रीशीटर बदमाश आर्यन यदुवंशी उर्फ विवेक उर्फ सोनू पुत्र सुनील कुमार निवासी ग्राम रुद्रपुर थाना एटा देहात जिला एटा ने पुलिस टीम पर अवैध तमंचे से फायर शुरू कर दिया। खुद को पुलिस से घिरा देखकर बदमाश आर्यन ने अपनी कनपटी पर गोली मार ली, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई है। कासगंज एसपी रोहन पी बोत्रे ने बताया कि आत्महत्या करने वाले बदमाश के बारे में जानकारी की गई तो पता चला है कि उसके विरुद्ध पड़ोसी जिला एटा में हत्या, जानलेवा हमला, लूट और डकैती के 17 मुकदमे अलग-अलग धाराओं में दर्ज हैं। अन्य जानकारी के लिए एटा पुलिस से संपर्क किया जा रहा है।




 मृतक बदमाश के शव का पंचायतनामा भरकर उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा दिया गया है। फील्ड यूनिट एवं डॉग स्क्वायड द्वारा मौके से अहम साक्ष्य जुटाए गए हैं। शांति एवं कानून व्यवस्था संबंधी कोई समस्या नहीं है।