Saturday 30 December 2023

आजमगढ़ सेवानिवृत्त कर्मचारियों को दी गई विदाई राजेश कुमार त्रिपाठी एवं जगदीश प्रकाश सिंह अपने दायित्वों के प्रति हमेशा सजग एवं अनुशासित रहें-बीएसए


 आजमगढ़ सेवानिवृत्त कर्मचारियों को दी गई विदाई



राजेश कुमार त्रिपाठी एवं जगदीश प्रकाश सिंह अपने दायित्वों के प्रति हमेशा सजग एवं अनुशासित रहें-बीएसए



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ नेहरू हाल स्थित वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय आजमगढ़ में ज्येष्ठ लेखा परीक्षक पद पर कार्यरत राजेश कुमार त्रिपाठी एवं कनिष्ठ सहायक जगदीश प्रकाश सिंह के सेवानिवृत होने पर शनिवार को विदाई समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी समीर व विशिष्ट अतिथि के रूप में वित्त एवं लेखाधिकारी सुरेन्द्र प्रसाद बर्नवाल मौजूद रहे। कर्मचारियों ने उन्हे स्मृति चिन्ह व शाल भेंटकर भावभीनी विदाई दी। संचालन देवाशीष श्रीवास्तव ने किया।


मुख्य अतिथि बीएसए समीर ने बताया कि ज्येष्ठ लेखा परीक्षक राजेश कुमार त्रिपाठी एवं कनिष्ठ सहायक जगदीश प्रकाश सिंह ने अपने दायित्वों के प्रति हमेशा सजग एवं अनुशासित रहे हैं। इनका कार्य व्यवहार अनुकरणीय है। विशिष्ट अतिथि वित्त एवं लेखाधिकारी सुरेन्द्र प्रसाद बर्नवाल ने कहाकि राजेश कुमार त्रिपाठी व जगदीश प्रकाश सिंह के कार्याे को याद करते हुए उनकी ईमानदारी व कर्त्तव्य निष्ठा की सराहना की। 


उन्होंने कर्मचारियों से राजेश कुमार त्रिपाठी एवं जगदीश प्रकाश सिंह के कर्तव्यनिष्ठा से प्रेरणा लेने का आह्वान किया। विशिष्ट अतिथि यादव सुनील कुमार भारत ने कहा कि ज्येष्ठ लेखा परीक्षक राजेश कुमार त्रिपाठी एवं कनिष्ठ सहायक जगदीश प्रकाश सिंह के अनुभव से बहुत कुछ सीखने को मिला। ज्येष्ठ लेखा परीक्षक राजेश कुमार त्रिपाठी एवं कनिष्ठ सहायक जगदीश प्रकाश सिंह ने कहा कि विभाग के सभी सदस्य मेरे परिवार की तरह रहे। आप सभी द्वारा मुझे जो सम्मान सेवाकाल में तथा अभी दिया गया है वह आजीवन स्मृति में रहेगा।



 इस मौके पर गिरश चंद, यशवंत सिंह, नीरज, एमपी सिंह, रमेश कुमार, अजय कुमार, देवाशीष श्रीवास्तव, अशोक मिश्रा, विजय शंकर विश्वकर्मा, रुदल प्रसाद, महेंद्र कुमार, बृजेश मौर्य, एहतेशाम, विकास वर्मा, रामाश्रय, धर्मेंद्र यादव, अजय सिंह, शशि भान सिंह, सुभाष पांडे, आयुष्मान पंकज, श्रीकांत सिंह, पंकज कुमार श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।

आजमगढ़ दीदारगंज मफलर के सहारे लटका मिला युवक का शव पिता ने थाने में दी तहरीर, पुलिस ने शव को लिया कब्जे में


 आजमगढ़ दीदारगंज मफलर के सहारे लटका मिला युवक का शव


पिता ने थाने में दी तहरीर, पुलिस ने शव को लिया कब्जे में



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ दीदारगंज थाना क्षेत्र के पल्थी (डिहवा) गांव निवासी एक युवक का शनिवार सुबह घर के दरवाजे पर लगे सीमेंट चादर में लगे बांस में मफलर के सहारे लटकता शव पाया गया। मृतक के पिता ने इसकी सूचना पुलिस को दिया। पुलिस ने शव को नीचे उतरवाया तथा पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक के पिता ने बेटे के आत्महत्या करने की आशंका जताई।


जानकारी के अनुसार पल्थी डिहवा गांव निवासी राम प्रसाद उम्र 45 वर्ष पुत्र ईश्वर प्रसाद बीती रात खाना खाने के बाद सो गया। शनिवार की सुबह करीब 8 बजे घर के सामने लगे सीमेंट चादर के बस में मफलर के सहारे उसका शव लटकता पाया गया। इस दौरान घर पर सिर्फ मृतक के पिता ईश्वर 72 वर्ष मौजूद थे। पिता ने इसकी सूचना 112 नंबर व स्थानीय पुलिस को दिया। सूचना पर मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार व पुलिस टीम ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। 


मृतक तीन भाई व तीन बहने हैं, तीनों बहनों की शादी हो गई है। मृतक के दो भाई मां के साथ वाराणसी में रहते हैं। मृतक की पहली शादी दीदारगंज थाना क्षेत्र के पुष्पनगर में हुई थी किन्हीं कारणों से पत्नी अपने एक बच्चे के साथ मृतक रामप्रसाद को छोड़कर चली गई। कुछ दिन बाद मृतक ने दूसरी शादी किया, वह भी इस समय घर पर नहीं है। कुछ लोगों ने बताया कि मृतक आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। मृतक के पिता ने थाने पर तहरीर देकर बेटे के आत्महत्या करने की आशंका जताई है।

आजमगढ़ मेहनगर एडीजे के डाक्टर पिता की हृदयगति रूकने से हुई मौत 1999 में स्वास्थ्य विभाग के आंख के डॉक्टर पद से हुए थे रिटायर


 आजमगढ़ मेहनगर एडीजे के डाक्टर पिता की हृदयगति रूकने से हुई मौत


1999 में स्वास्थ्य विभाग के आंख के डॉक्टर पद से हुए थे रिटायर



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ मेहनगर नगर पंचायत के वार्ड नम्बर 4 लोहिया नगर निवासी डाक्टर अच्छे लाल विश्वकर्मा की 85 साल की उम्र में हृदय गति रुकने से मृत्यु हो गई। डाक्टर विश्वकर्मा कुछ समय से बीमार चल रहे थे। उनका इलाज गैलेक्सी हॉस्पिटल वाराणसी में चल रहा था जहां इलाज के दौरान बीते शाम करीब 4 बजे हृदय गति रुकने से उनकी मौत हो गयी। 


मौत की सूचना मिलते ही नगर में शोक की लहर दौड़ गई। डाक्टर अच्छेलाल विश्वकर्मा क्षेत्र के प्रतिष्ठित व्यक्तियों में गिने जाते थे। वे 1999 में स्वास्थ्य विभाग के आंख के डॉक्टर पद से रिटायर होने के बाद से रामलीला कमेटी के अध्यक्ष पद बने। इसके साथ सामाजिक कार्यों में भी बढ़-कर कर हिस्सा लिया करते थे। डाक्टर विश्वकर्मा के दो पुत्रों में बड़े पुत्र डॉक्टर विमल कुमार जो नगर में सामाजिक कार्य किया करते हैं। छोटे पुत्र विजय कुमार विश्वकर्मा एडीजे वाराणसी में तैनात है। उनके मौत की सूचना मिलने के बाद उनके घर पर नगर से लेकर विभिन्न क्षेत्रों के संभ्रांत लोगों का ताता लगा रहा।


 इस दौरान पूर्व मंत्री कृष्ण मुरारी विश्वकर्मा, सुभाष जायसवाल, वीरेंद्र आर्य, कमलेश कुमार मधुकर, काली प्रसाद जायसवाल, मुन्नालाल बरनवाल, प्रकाश आर्य, राम रामबदन कनौजिया, अशोक चौहान, रामानंद यादव, रणवीर सिंह सहित नगर के समस्त व्यवसायी उपस्थित रहे।

मेरठ 10 हजार की रिश्वत लेते रंगेहाथों सिपाही गिरफ्तार एंटी करप्शन टीम ने दर्ज कराया मुकदमा


 मेरठ 10 हजार की रिश्वत लेते रंगेहाथों सिपाही गिरफ्तार


एंटी करप्शन टीम ने दर्ज कराया मुकदमा



उत्तर प्रदेश मेरठ में एंटी करप्शन टीम ने परीक्षितगढ़ थाने की चितवाना पुलिस चौकी पर तैनात सिपाही को 10 हजार की रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी कर टीम सिपाही को भावनपुर थाने ले आई, जहां मुकदमा दर्ज किया। परीक्षितगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम सौदत्त निवासी एतकाद अली के बेटे मुजीब और रईस का वर्ष 2012 में किसी से झगड़ा हो गया। पुलिस ने धारा 323, 324 के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया था। 19 नवंबर को कोर्ट ने मुजीब और रईस का गैर जमानती वारंट जारी कर दिये। वारंट परीक्षितगढ़ थाने पहुंचे और सिपाही फूल कुमार मिल गये।


फूल सिंह ने वारंट दबाकर रख लिये और कोर्ट के शीतकालीन अवकाश होने का इंतजार किया। कुछ दिन पहले न्यायालय में अवकाश घोषित हुआ तो फूल सिंह ने दबाकर रखे वारंट निकाल लिये। 23 दिसंबर को फूल कुमार ने मुजीब से संपर्क किया और चौकी आने का दबाव बनाया। मुजीब को वारंट दिखाकर जेल भेजने की धमकी दी। मौका पाकर सिपाही ने दोनों भाईयों को जेल न भेजने की एवज में 20 हजार रुपये की मांग कर दी। मुजीब ने इतना पैसा होने से इंकार कर दिया। दो दिन बाद सिपाही फिर मिला। इस बार उसने 10 हजार रुपये मांगे। जिस पर मुजीब राजी हो गया। वह सिपाही के चलते मानसिक तनाव झेल रहे थे।


 मौका पाकर वह एंटी करप्शन के दफ्तर आ गये और सिपाही की शिकायत की। एंटी करप्शन की टीम ने छानबीन की और शुक्रवार को ट्रैप की तैयारी कर ली। सुबह मुजीब को बुलाकर पाउडर लगे 500-500 के 20 नोट थमाए और सिपाही के बुलाये स्थान पर भेज दिया। सिपाही फूल कुमार चितवाना शेरपुर चौकी पर मौजूद था।