Wednesday 9 March 2022

आजमगढ़ पवई थाना चोरी की बोलेरो के साथ दो युवक गिरफ्तार


 आजमगढ़ पवई थाना चोरी की बोलेरो के साथ दो युवक गिरफ्तार




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ थानाध्यक्ष पवई ब्रह्मदीन पांडेय, उप निरीक्षक योगेंद्र प्रसाद, कांस्टेबल पंकज हलवाई, कांस्टेबल रजनीश शुक्ला, कांस्टेबल विपिन यादव, महिला कांस्टेबल नेहा सिंह के साथ मिल्कीपुर बाजार चौराहे पर चेकिंग कर रहे थे। कि मित्तूपुर की ओर से एक सफेद बोलेरो काफी तेज गति से आती दिखाई दी।




 जिसे रोकने का इशारा किया गया तो बोलेरो चालक बोलेरो को सुलेमा पुर चकिया जाने वाले रोड की ओर तेजी से मोड़ कर भागने लगे। 



पुलिस वालों द्वारा पीछा किया गया मुत्कल्लीपुर पहुंचते ही बोलेरो अनियंत्रित होकर सड़क किनारे बिजली के पोल से टकरा कर रुक गई। कि दो व्यक्ति बोलेरो से उतर कर भागने लगे जिन्हें पुलिस की मदद से पकड़ लिया गया।




 पकड़े गए व्यक्तियों से जमा तलाशी लेते हुए नाम पूछा गया तो एक ने अपना नाम संगम पुत्र हरिलाल निवासी कांदीपुर थाना मालीपुर जनपद अंबेडकरनगर व दूसरे ने अपना नाम नरेंद्र देव पुत्र त्रिशूलधारी निवासी कांदीपुर थाना मालीपुर जनपद अंबेडकरनगर बताया उपरोक्त व्यक्तियों से इस प्रकार भागने के संबंध में कड़ाई से पूछताछ किया गया तो बताएं कि यह जो बोलेरो हम लोग ले कर भाग रहे थे वह चोरी की है। जिसे हम दोनों ने 16 फरवरी को रात में शाहगंज बाजार में स्थित गंगा मोटर पार्ट्स दुकान के सामने से चुराया था।




 वाहन पर जो नंबर प्लेट लगी है वह फर्जी है जिसे अभियुक्तगण द्वारा तैयार करा कर लगाया गया ताकि पकड़े ना जा सके। गिरफ्तार अभियुक्तों का संबंधित धाराओं में चालान कर जेल भेज दिया गया।

आजमगढ़ रानी की सराय सदिंग्ध हालत में सड़क किनारे वाहन चालक का मिला शव, पत्नी से चल रही थी अनबन।


 आजमगढ़ रानी की सराय  सदिंग्ध हालत में सड़क किनारे वाहन चालक का मिला शव, पत्नी से चल रही थी अनबन।





उत्तर प्रदेश आजमगढ रानी की सराय थाना क्षेत्र के ऊचागाव के पास बुधवार को सुबह संदिग्ध परिस्थितियों मे अधेड़ का शव मिलने से सनसनी फैल गई। पुलिस ने शव कब्जे में ले कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।




जानकारी के अनुसार  मेहनगर थाना क्षेत्र के बिहलौजपुर निवासी मनोज कुमार 45 वर्ष पुत्र श्यामू जो वाहन चलाता था। मंगलवार को अपनी ससुराल सिधारी थाना क्षेत्र के बभनौली गया था। जबकि छतवारा मोड़ पर ही उसकी बहन रहती है। वहा से कुछ ही देर बाद निकल गया। काफी देर बाद ससुराल के लोगो ने फोन किया तो आने से इंकार कर दिया। इधर बुधवार को सुबह ग्रामीणों ने ऊचागाव टिल्लू गंज सम्पर्क मार्ग के किनारे शव देख सूचना पुलिस को दी।




 मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे मे लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।थाना प्रभारी निरीक्षक दिलीप सिह ने बताया कि शव पर कही चोट के निशान नहीं है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद कारण पता चलेगा।




वैसे इसके पास दो पुत्र एक पुत्री है। पत्नी से काफी समय से अनबन थी। बीच मे मनोज विदेश भी गया था और इन दिनो घर पर ही रहता था। लंवे समय से वह वाहन भी चलाने का भी काम किया था। घटना की जाच की जा रही है।

आजमगढ़ मोबाइल एप्लीकेशन पर काम के लिए आशा संगिनी को दिया गया प्रशिक्षण।


 आजमगढ़ मोबाइल एप्लीकेशन पर काम के लिए आशा संगिनी को दिया गया प्रशिक्षण।




स्वास्थ्य सेवाओं एवं आंकड़ों में होगा सुधार तथा तत्काल डाटा होगा उपलब्ध।



आजमगढ़ से तनवीर आलम की रिपोर्ट।




उत्तर प्रदेश आजमगढ़, 9 मार्च 2022 एएनएम प्रशिक्षण केंद्र सभागार में मंगलवार को आशा संगिनी प्रशिक्षण शुरू हुआ। सहयोगात्मक पर्यवेक्षण एप्लीकेशन संबंधी दो दिवसीय सत्र का शुभारम्भ मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आईएन तिवारी ने किया।




डॉ तिवारी ने कहा कि आशा संगिनी अब तक जो कार्य कागजों और रजिस्टर पर करती थीं। अब वही काम उन्हें ऑनलाइन मोबाइल पर करना होगा। इससे स्वास्थ्य सेवाओं एवं आंकड़ों में सुधार लाने के उद्देश्य से यह प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इससे उनके कार्य में प्रगति होगी और तत्काल डाटा उपलब्ध हो सकेगा।



जिला सामुदायिक प्रक्रिया प्रबन्धक विपिन पाठक ने बताया कि दो दिवसीय आशा संगिनी मोबाइल एप का प्रशिक्षण मंगलवार से शुरू किया गया है। प्रथम बैच में पाँच ब्लाकों से 39 आशा संगिनियों के साथ पाँच ब्लाकों के बीसीपीएम ने भी  प्रशिक्षण में प्रतिभाग किया है।



 जनपद में कुल 155 आशा संगिनी हैं तथा आशा कार्यकर्ता की संख्या 4700 है। उन्होने बताया कि आशा संगिनियों को विभाग ने मोबाइल दे रखा है। ऐसे में वह प्रशिक्षण लेकर काम करना शुरू करेंगी।  इसके लिए उन्हें प्रशिक्षित किया जा रहा है। 

सारथी फाउंडेशन के मंडलीय प्रशिक्षक आशीष शर्मा ने आशा संगिनियों को प्रशिक्षण दिया।



 उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण में आशा संगिनी को एप लॉगिंन और लॉग आउट करना, आशा पंजीकरण, आशा कार्यकर्ता का विवरण बदलना, आशा के अपेक्षित लाभार्थी, आशा की क्रियाशीलता चेक लिस्ट, एचआरपी चिन्हीकरण, बच्चों की मृत्यु रिपोर्टिंग सहित कई अन्य जरूरी जानकारी एप में भरना सिखाया गया। काम में किसी प्रकार की दिक्कत न हो इसके लिए आशा संगिनी को एक बुकलेट भी दी गई है। जिसमें काम को किस प्रकार किया जाना है। इसके बारे में विस्तार से बताया गया है।

आजमगढ़ सघन मिशन इन्द्रधनुष 4.0 अभियान शुरू


 आजमगढ़ सघन मिशन इन्द्रधनुष 4.0 अभियान शुरू 




आजमगढ़ से तनवीर आलम की रिपोर्ट।




उत्तर प्रदेश आजमगढ़, 9 मार्च 2022 को  जिले मे सघन मिशन इन्द्रधनुष 4.0 अभियान शुरू हुआ। अभियान का शुभारंभ शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दलसिंगार में फीता काटकर अपर निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य डॉ पीके मिश्रा ने किया। वहीं मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आईएन तिवारी ने कहा कि इस अभियान के दौरान नियमित टीकाकरण से छूटे दो वर्ष तक के बच्चों व गर्भवती को टीके से प्रतिरक्षित किया जायेगा।




सीएमओ डॉ तिवारी ने बताया कि गर्भावस्था के समय महिलाओं में रोग-प्रतिरोधक क्षमता कुछ कम हो जाती है। इससे गर्भवती और गर्भ में पल रहे शिशु को संक्रमण हो सकता है। इन संक्रमण से बचाने के लिए  टीकाकरण बेहद जरूरी है। गर्भावस्था दौरान गर्भवती के नियमित टीकाकरण से माँ व गर्भ में पल रहें शिशु को कई बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करता है। साथ ही छोटे बच्चों में बीमारी से लड़ने की क्षमता कम होती है इसलिए टीकाकरण के द्वारा उन्हें जानलेवा बीमारियों से सुरक्षित रखा जा सकें। 




अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी/योजना के नोडल अधिकारी डॉ संजय कुमार ने बताया कि जिले में शून्य से दो वर्ष तक के 16,178 बच्चे हैं, साथ ही जिले में गर्भवती की कुल संख्या 5,091 है।  कोविड-19 या किसी अन्य कारण से टीकाकरण से छूटे ऐसे बच्चे जिनकी आयु दो वर्ष से कम है, साथ ही गर्भवती जो टीकाकरण से छूट गई हैं| उनके घर-घर जाकर आशा,एएनएम द्वारा सर्वे कर सूची तैयार की गई है। जिनका मिशन इंद्रधनुष अभियान के दौरान विशेष टीकाकरण सत्र लगाकर टीकाकरण किया जायेगा।  




सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान का यह प्रथम चरण है| दूसरा चरण चार अप्रैल और तीसरा चरण दो मई से शुरू किया जाएगा। अभियान के तहत गर्भवती और शून्य से दो वर्ष तक के छूटे हुए बच्चों का नियमित टीकाकरण किया जाएगा।   

उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान शून्य से दो वर्ष तक के बच्चों को 13 तरह की बीमारियों से बचाने एवं गर्भवती को टीडी का टीका लगाया जाएगा। 



कार्यक्रम में सीएमओ डॉ आईएन तिवारी,डीआईओ डॉ संजय कुमार, एसीएमओ डॉ एके मिश्रा एमओआईसी डॉ आशीष साथ ही यूनिसेफ से परवेज मिश्रा, यूएनडीपी से पूनम शुक्ला आदि मौजूद रहे।

आजमगढ़ मतगणना को लेकर प्रशासन की तैयारी पूरी,प्रत्येक राऊंड के लिए 14-14 टेबल की व्यवस्था


 आजमगढ़ मतगणना को लेकर प्रशासन की तैयारी पूरी,प्रत्येक राऊंड के लिए 14-14 टेबल की व्यवस्था



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ में सभी दस विधान सभा क्षेत्रों की मतगणना को सकुशल संपन्न कराने को प्रशासन की तरफ से चुनाव आयोग के नियमानुसार सभी व्यवस्था कर लेने का दावा किया गया है।




 आजमगढ़ के जिला निर्वाचन अधिकारी डीएम अमृत त्रिपाठी ने बताया कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के प्रत्येक चक्र के लिए 14-14 टेबल की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा मतगणना स्थल पर त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था होगी।




 मतगणना की पूरी प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिंग की जाएगी और सीसीटीवी कैमरे में भी सब कुछ रिकॉर्ड होता रहेगा। सीसीटीवी से निगरानी की जाती रहेगी। अवांछित तत्वों पर नजर रखने के लिए 16 मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है। प्रत्येक टेबल पर एजेंटों की तैनाती को लेकर भी एसडीएम अपने स्तर से कार्य कर रहे हैं।

आजमगढ़ गैंगस्टर के मुकदमे में अदालत ने दो आरोपियों को 5-5 वर्ष के कठोर कारावास व प्रत्येक को 5-5 हजार के जुर्माने की सजा सुनाई


 आजमगढ़ गैंगस्टर के मुकदमे में अदालत ने दो आरोपियों को 5-5 वर्ष के कठोर कारावास व प्रत्येक को 5-5 हजार के जुर्माने की सजा सुनाई



उत्तर प्रदेश आजमगढ़  गैंगस्टर के मुकदमे में सुनवाई पूरी करने के बाद अदालत ने दो आरोपियों को 5 साल के कठोर कारावास तथा प्रत्येक को पांच पाँच हजार रुपये अर्थदंड की सजा सुनाई।




 यह फैसला गैंगस्टर कोर्ट के जज रामानंद ने सुनाया। अभियोजन कहानी के अनुसार सरायमीर  थाना प्रभारी तेज बहादुर सिंह 5 अगस्त 2014 को अपने क्षेत्र में भ्रमण कर रहे थे। तभी थाना प्रभारी को सूचना मिली कि उनके क्षेत्र के नंदाव (टिकरिया) निवासी मुकेश सरोज पुत्र छोटेलाल, मुकेश का नाबालिग भाई तथा दुर्गेश सरोज पुत्र सरजू एक गैंग बनाकर लड़कियों के साथ छेड़खानी तथा संगठित अपराध करते हैं।




 इन तीनों आरोपियों दुर्गेश, मुकेश व मुकेश के नाबालिग भाई ने 28 मई 2014 को एक नाबालिग लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार किया था। गैंगस्टर के इस मामले में पुलिस ने जांच करने के बाद तीनों आरोपियों के विरुद्ध चार्जशीट न्यायालय में प्रेषित कर दिया। 





आरोपी मुकेश सरोज के भाई की पत्रावली नाबालिग होने के कारण किशोर न्याय बोर्ड भेज दी गई। अभियोजन पक्ष की तरफ से सहायक शासकीय अधिवक्ता विनय मिश्रा तथा संजय कुमार ने वादी मुकदमा तेज बहादुर सिंह  समेत पांच गवाहों को न्यायालय में परीक्षित कराया। दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद अदालत ने आरोपी मुकेश सरोज तथा दुर्गेश सरोज को पांच पांच वर्ष के कठोर कारावास तथा प्रत्येक को पाँच पाँच हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई।

आजमगढ़ डीएम अमृत त्रिपाठी ने कहा- पत्रकार सौरभ के मामले में होगी त्वरित कार्यवाही।


 डीएम अमृत त्रिपाठी ने कहा- पत्रकार सौरभ के मामले में होगी त्वरित कार्यवाही।



आजमगढ़ से राहुल पांडेय की रिपोर्ट।




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जर्नलिस्ट क्लब ने दिया डीएम को ज्ञापन.

पत्रकारों के सवाल पर विधायक की हुई बोलती बंद।




आज दिन में 12:30 बजे जर्नलिस्ट क्लब आजमगढ़ की एक आपात बैठक रैदोपुर स्थित कार्यालय में अध्यक्ष आशुतोष द्विवेदी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। कार्यक्रम का संचालन क्लब के संयोजक- डा० अरविंद सिंह ने किया।




बैठक में जर्नलिस्ट क्लब के पदाधिकारी और पत्रकार सौरभ  उपाध्याय के ऊपर 7 मार्च को सर्फुद्दीनपुर बुथ पर मतदान के समय दो प्रत्याशियों के बीच हुए टकराव और झड़प की ख़बर कवरेज करने के कारण, विपक्षी समझ कर एक पक्ष द्वारा पत्रकार को भी आरोपी बना दिया गया. जो पत्रकारिता के दायित्व और उसकी आजादी को बंधक बनाने की कोशिश है।




 इस घटना क्रम के प्रकाश में आते ही आजमगढ़ की पत्रकारिता में उबाल आ गया लोगों ने कहा कि  यह हमारे कार्य करने की स्वतंत्रता, जो हमें संविधान द्वारा प्रदान की गयी है और जिसकी संरक्षा माननीय न्यायालय करता, उसे प्रतिबंधित करने का कुत्सित प्रयास है यह मौलिक हमारे अधिकारों का हनन है।




पीड़ित पत्रकार सौरभ उपाध्याय ने कहा कि-समाजवादी पार्टी के विधायक और सदर प्रत्याशी दुर्गा प्रसाद यादव का भाजपा प्रत्याशी अखिलेश मिश्रा के साथ झड़प और टकराव के बीच पथराव हुआ था, जिसमें गाडियां भी क्षतिग्रस्त हो गयी थीं.जिसको हमने कवरेज करते हुए वीडियो बनाना शुरू कर दिया, जिसमें उनके कारनामे रिकॉर्ड हो गयें।



इसलिए  दुर्गा प्रसाद यादव ने विपक्षी अखिलेश मिश्रा और उनके समर्थकों को आरोपी बनाते हुए उसी मुकदमे मे मेरा भी नाम डाल दिया. यही नहीं एक स्थानीय गुंडे द्वारा मुझे फोन पर धमकी भी दी जा रही है।




इस बैठक में विचार रखते हुए वक्ताओं ने कहा कि-यह प्रेस की आज़ादी पर प्रतिबंध लगाने की कोशिश और हमारे कार्य में नाजायज़ हस्तक्षेप है. जिसको किसी भी प्रकार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।




हम इसका वैधानिक तरीके से लडाई लडेंगे. जर्नलिस्ट क्लब के संयोजक ने कहा कि- पत्रकार भीड़ का हिस्सा नहीं होता है, यह कोर्ट भी मानता है।




इस लिए उसे भीड़ का हिस्सा समझ कर कार्यवाही करना उसके संवैधानिक अधिकारों का हनन है।



क्लब के अध्यक्ष ने कहा कि  जर्नलिस्ट क्लब पत्रकारों के कल्याण के लिए सदैव तत्पर रहता है, इस लिए हम यह प्रस्ताव पास करते हैं कि इस मामले को जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देकर अवगत कराया जाए और धमकी देने वाले गुंडे को अविलंब गिरफ्तार कर उसके विरूद्ध वैधानिक कार्रवाई किया जाए।




 क्लब ने सर्वसम्मति से इस प्रस्ताव को पास कर, जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी से तुरंत मिला और इस पूरे घटना क्रम से उन्हें अवगत कराया. जिस पर जिलाधिकारी ने पूरे प्रकरण को त्वरित संज्ञान में लेते हुए अविलंब कार्यवाही करने का आश्वासन पत्रकारों को दिया।




 इसी अवसर पर जिलाधिकारी कार्यालय पर तहरीर देने वाले वादी- दुर्गा यादव भी संयोगवश मिल गयें- जिन्होंने पत्रकारों के सामने कहा कि- हम किसी पत्रकार के खिलाफ मुकदमा नहीं करना चाह रहे थे, हम तो उनको जानते तक नहीं है. गलती से हमारे तहरीर में इनका नाम तहरीर लिखने वाले ने डाल दिया और हमने हस्ताक्षर कर दिया.हम उसे वापस करा लेगें। हमारा पत्रकारों से कोई विवाद नहीं है।





इस बैठक में वरिष्ठ पत्रकार पवन उपाध्याय, विनोद सिंह, सचिन श्रीवास्तव, मदन मोहन पांडे, वसीम अकरम आदि लोगों ने भी संबोधित किया।




इस अवसर पर वेदप्रकाश सिंह लल्ला, डा० खुर्रम आलम नोमानी, डीसी श्रीवास्तव, रत्न प्रकाश त्रिपाठी, अच्युतानंदन त्रिपाठी, प्रशांत राय, संदीप अस्थाना, पंचानंद तिवारी, वीरभद्र सिंह, मनीष पांडे, शीतला त्रिपाठी, मधुर श्रीवास्तव, दुर्गेश ,राजीव रंजन, शरद, राजेश पाठक, ज्ञानेंद्र, दुर्गेश तिवारी कृष्णमणि शुक्ल, राकेश वर्मा, आदि लोग उपस्थित थे।

मतगणना में गड़बड़ी करने वालों को देखते ही गोली मारने के आदेश।


 मतगणना में गड़बड़ी करने वालों को देखते ही गोली मारने के आदेश।


कानपुर पुलिस ने सूट एट साइट का जारी किया फरमान।




लखनऊ उत्तर प्रदेश में 10 मार्च 2022 को विधान सभा चुनावी नतीजे आने वाले हैं। ऐसे में यूपी पुलिस ने अपनी कमर कस ली हैं।


 मतगणना केंद्र पर किसी तरह की कोई गड़बड़ी न हो इसके लिए उत्तर प्रदेश पुलिस ने पुख्ता सुरक्षा इंतजाम किए हैं। 


जानकारी के अनुसार ऐसे कानपुर पुलिस की तरफ से एक अनोखा निर्देश जारी किया गया है, जिसने सभी को हैरान कर दिया है। 



कानपुर पुलिस के निर्देशों के अनुसार अगर कोई चुनावी गड़बड़ी या मतगणना केंद्र पर किसी तरह की कोई बदमाशी करते हुए पाया गया तो उसे तुरंत गोली मार दी जाएगी। कानपुर पुलिस ने सूट एट साइट का फरमान जारी करके सभी दबंगों को ये चेताया हैं।




उत्तर प्रदेश के एडीजी (क़ानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में उत्तर प्रदेश में मतगणना के लिए किए गये सुरक्षा इंतजामों पर कहा कि 10 मार्च की मतगणना के लिए लगभग 70,000 सिविल पुलिस के कर्मी, 245 कंपनी, अर्ध सैनिक बल तथा 69 कंपनी पीएसी की तैनाती की गई है। 




इस दौरान कोई भी व्यक्ति अव्यवस्था या हुड़दंग करने की कोशिश करेगा तो उसके विरुद्ध कठोर से कठोर कार्यवाही की जाएगी।




 इसके अलावा एक कॉन्फ्रेंस में जिलाधिकारी के साथ एसपी स्वप्रिल ममगईं ने भी किसी भी तरह की गड़बड़ी या महौल खराब करने वाले को देखते ही गोली मारने का भी आदेश जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि मतगणना के दौरान किसी भी तरह की अफवाह फैलाकर माहौल खराब करने की कोशिश करने वालों और मतगणना स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था में गड़बड़ी या भ्रामक खबरें फैलाने वालों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए जाएंगे।

वाराणसी में एडीजी की गाड़ी पर पथराव।


 वाराणसी में एडीजी की गाड़ी पर पथराव।



समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने डीएम-पुलिस कमिश्नर को घेरा, किया प्रदर्शन।




उत्तर प्रदेश वाराणसी जिले में मंगलवार की शाम समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने पहड़िया मंडी से ईवीएम दो वाहन में भरकर बाहर ले जाने का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन और हंगामा शुरू कर दिया। 




जानकारी के अनुसार पहड़िया मंडी में ही ईवीएम को सोमवार की रात जिले भर से संकलित कर एक जगह रखा गया था। ईवीएम को दो वाहन में भरकर बाहर ले जाने के आरोप में सपाइयों ने हंगामा कर दिया तो प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंचकर सपाइयों को समझाने में जुट गए। पहड़िया मंडी में दो वाहन पर ईवीएम लदकर कहीं जा रहा था कि मौके पर मौजूद सपा कार्यकर्ताओं ने उसे रोक लिया।





 विवाद की जानकारी होने पर सुभासपा-सपा के सुनील सोनकर और अरविंद राजभर भी मौके पर पहुंचे और धरने पर बैठ गए। इस बीच रात करीब ग्यारह बजे एडीजी की गाड़ी पर मौके पर जुटे लोगों ने पथराव कर दिया। 




इससे उनके चालक लालता को चोट आई। मंडी गेट के बाहर भीड़ ने कमिश्नर की फ्लीट को रोका और बैरिकेडिंग लगा दिया। पुलिस द्वारा बैरिकेडिंग गिरा कर जब गाड़ी निकालने का प्रयास किया जा रहा था तो पथराव शुरू हो गया। ड्राइवर लालता प्रसाद यादव के घायल होने पर उनको दीनदयाल में प्राथमिक उपचार के लिए भेजा गया। 




वहीं पुलिस अधिकारी प्रबल प्रताप सिंह ने क्षतिग्रस्त इनोवा कार को मुख्यालय 95 केरिपुबल के गेट के अंदर कराया। उसी दौरान उनकी गाड़ी पर पथराव भी कर दिया गया। वहीं सिगरा थाना की गाड़ी में उपद्रवियों ने तोड़फोड़ की। इस दौरान पुलिस ने लाठी चार्ज भी किया। आधी रात को विभिन्न दलों की ओर से शिकायत और मीडिया में वाराणसी में हुए बवाल की खबरों का संज्ञान लेकर रात में ही मुख्य निर्वाचन अधिकारी उत्तर प्रदेश लखनऊ की ओर से मीडिया को रिपोर्ट जारी कर पूरे प्रकरण पर चुनाव आयोग का रुख स्पष्ट किया।





 कोतवाली थाना क्षेत्र के हरतीरथ चौराहे पर सपा कार्यकर्ता ने चक्का जाम कर विरोध प्रदर्शन किया। आदमपुर थाना क्षेत्र के गोलगड्डा चौराहे पर सपा कार्यकर्ताओं ने किया धरना प्रदर्शन। मौके पर पुलिस फोर्स पहुंची।




 बड़ीबाजार क्षेत्र में रात लगभग सवा ग्यारह बजे हजारों की संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग सड़क पर निकल आए। पुलिस ने लोगों को घर जाने की अपील की। इस बीच सपा प्रत्याशियों ने वाराणसी के डीएम व कमिश्चर को हटाने के लिए राज्य निर्वाचन आयोग को संबोधित पर्यवेक्षक को पत्रक सौंपा। 




रात करीब 10.30 बजे धरना दे रहे सपा, बसपा, सुभासपा, कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने डीएम कौशलराज शर्मा और पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश को पहड़िया मंडी से बाहर नहीं निकलने दिया। दोनों अधिकारी वापस स्ट्रांग रूम की ओर आकर बैठ गए।

आजमगढ़ मतदाता सूची में बीएलओ द्वारा की गई घोर लापरवाही पर डीएम खफा

आजमगढ़ मतदाता सूची में बीएलओ द्वारा की गई घोर लापरवाही पर डीएम खफा



बीएलओ और पंचायत सहायकों पर गिरेगी गाज।




आजमगढ़ उत्तर प्रदेश  विधान सभा चुनाव 2022 के लिए तैयार की गई मतदाता सूची में बीएलओ द्वारा घोर लापरवाही की गई। जिसके चलते बड़े पैमाने पर वोटर मतदान करने से वंचित रह गए।




 इसके अलावा सात मार्च के दिन मतगणना के समय चुनाव कंट्रोल रुम में लगाए गए पंचायत सहायक अकारण ही हंगामा करने लगे। डीएम ने इन दोनों मामलों की अलग-अलग अधिकारियों को जांच सौंपी है।




 साथ ही चुनाव संपन्न कराने के बाद इनके खिलाफ कार्यवाही का निर्देश दिया है।




विधान सभा चुनाव 2022 के लिए सात मार्च को मतदान संपन्न हुआ। वोटिंग के समय निजामाबाद तहसील क्षेत्र के राजापुर सिकरौर गांव के करीब चार दर्जन से अधिक मतदाताओं का नाम मतदाता सूची से गायब था। 




जिसकी वजह से यह लोग बगैर वोट दिए ही लौट गए। यही स्थित सदर तहसील के रानी की सराय में, सगड़ी तहसील क्षेत्र के लाटघाट क्षेत्र में भी करीब दर्जनों वोटरों का नाम लिस्ट में न होने से मतदान करने से सभी वंचित रह गए।




 इन वोटरों के मतदान न करने से मतदान करने का प्रतिशत भी उतने स्तर पर नहीं पहुंच सका, जिसकी कल्पना की गई थी। जिस पर डीएम काफी नाराज हैं। क्योंकि मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए डीएम एड़ीचोटी का जोर लगाए हुए थे।




 इसके अलावा चुनाव कार्य को शांति पूर्वक संपन्न कराने के लिए बड़े पैमाने पर चुनाव कंट्रोल रुम में पंचायत सहायकों की ड्यूटी लगाई गई थी। यह लोग दो माह तक लगातार काम किए। इन सभी को चुनाव आयोग से मानदेय दिलाने की बात कही गई थी।




 बावजूद इसके सात मार्च को कंट्रोल रुप में लगाए गए पंचायत सहायक हंगामा करने लगे। जिससे पंचायत जैसा महत्वपूर्ण कार्य में व्यवधान उत्पन्न हुआ।