Wednesday 17 January 2024

आजमगढ़ 20 जनवरी तक समस्त विद्यालयों में कक्षा 8 तक बंद रहेंगे शिक्षण कार्य जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज ने जारी किया आदेश 10 बजे से 3 बजे तक होगा कक्षा 9 से 12 तक की कक्षाओं का संचालन


 आजमगढ़ 20 जनवरी तक समस्त विद्यालयों में कक्षा 8 तक बंद रहेंगे शिक्षण कार्य


जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज ने जारी किया आदेश


10 बजे से 3 बजे तक होगा कक्षा 9 से 12 तक की कक्षाओं का संचालन



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज ने अत्यधिक ठंड और शीतलहर के मद्देनजर जनपद में नर्सरी से कक्षा 8 तक के समस्त परिषदीय, स्ववित्तपोषित मान्यता प्राप्त, सीबीएसई, आईसीएसई एवं अन्य बोर्ड से संचालित विद्यालयों में दिनांक 20.01.2024 तक शिक्षण कार्य बंद रखने का निर्देश दिया है। 


कक्षा 9 से 12 तक कक्षायें प्रातः 10 बजे से 3 बजे तक संचालित होंगी। परिषदीय विद्यालयों में शिक्षक/शिक्षामित्र/अनुदेशक एवं अन्य कर्मी विद्यालय में उपस्थित रहकर प्रशासकीय कार्यों/दायित्वों का निवर्हन करेंगे। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने जिलाधिकारी द्वारा दिये गये आदेश का कड़ाई से अनुपालन करने का निर्देश दिया।

आजमगढ़ सहित कई जिले अति संवेदनशील घोषित शासन ने सभी मंडलायुक्त, डीएम, डीआईजी को विशेष सतर्कता बरतने के दिये निर्देश


 आजमगढ़ सहित कई जिले अति संवेदनशील घोषित


शासन ने सभी मंडलायुक्त, डीएम, डीआईजी को विशेष सतर्कता बरतने के दिये निर्देश




उत्तर प्रदेश लखनऊ 22 फरवरी 2024 से शुरू हो रही यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटर की परीक्षा के लिए शासन ने 16 जिले नकल की दृष्टि से अति संवेदनशील चिह्नित किए हैं। सभी मंडलायुक्त, डीएम, डीआईजी व शिक्षा अधिकारियों को इन जिलों में विशेष सतर्कता के निर्देश दिए हैं। साथ ही बोर्ड परीक्षा को लेकर परीक्षा केंद्रों की 24 घंटे सीसीटीवी से ऑनलाइन निगरानी के लिए भी कहा गया है। शासन ने कहा है कि पिछले सालों में कुछ जिलों में सामूहिक नकल, अनियमितता, प्रश्नपत्र वायरल होने से फिर से परीक्षा आयोजित करानी पड़ी थी। इसके तहत गोंडा, प्रयागराज, कौशांबी, चंदौली, जौनपुर, गाजीपुर, देवरिया, मथुरा, बागपत, मैनपुरी, एटा, हरदोई, आजमगढ़, बलिया, मऊ को परीक्षा की दृष्टि से अति संवेदनशील चिह्नित किया गया है।


माध्यमिक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार ने निर्देश दिया है कि इन जिलों में होने वाली महत्वपूर्ण विषयों की परीक्षा में विशेष निगरानी व सतर्कता बरती जाए। नकल माफिया व असामाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्यवाई की जाए। उन्होंने निर्देश दिया है कि संबंधित जिलाधिकारी इसके लिए बैठक कर नकल विहीन व शांतिपूर्ण परीक्षाएं आयोजित कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने यह भी निर्देश दिया है कि बोर्ड परीक्षा केंद्रों पर पेपर पहुंचने से तीन दिन पहले स्ट्रांग रूम क्रियाशील कर लिया जाए और उसकी 24 घंटे निगरानी की जाए। परीक्षा केंद्र पर पेपर व कॉपी पहुंचने और परीक्षा आयोजन के बाद छः माह तक डीवीआर सुरक्षित रखनी होगी। डबल लॉक खोलने व कॉपी-पेपर की सुरक्षा के लिए लगाए गए कर्मचारियों-शिक्षकों की पूरी जानकारी एक रजिस्टर पर मेंटेन की जाएगी। डीआईओएस संबंधित परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण कर परीक्षा से पहले आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराएं। स्ट्रांग रूम में किसी भी अधिकारी-कर्मचारी का मोबाइल ले जाना प्रतिबंधित होगा।

मुरादाबाद 2 सिपाहियों ने मिलकर तीसरे सिपाही की तोड़ी टांग शराब पीकर पुलिस लाइन में ही भिड़ गए थे तीनों, सीओ ने लिया एक्शन


 मुरादाबाद 2 सिपाहियों ने मिलकर तीसरे सिपाही की तोड़ी टांग


शराब पीकर पुलिस लाइन में ही भिड़ गए थे तीनों, सीओ ने लिया एक्शन



उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से पुलिस की शर्मसार कर देने वाली हरकत सामने आई है। दरअसल पुलिस लाइन में नशे में धुत सिपाहियों में मारपीट हो गई। दो सिपाहियों ने मिलकर न्यायालय सुरक्षा में तैनात एक सिपाही को लात-घूंसे और लाठी-डंडे से जमकर पीट दिया। गंभीर हालत में उसे जिला अस्पताल से हायर मेडिकल सेंटर को रेफर कर दिया गया। आरआई की शिकायत पर सिविल लाइंस पुलिस ने दोनों सिपाहियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है। जबकि घायल सिपाही मेरठ में भर्ती है। तीनों पर पुलिस की छवि धूमिल करने में अनुशासनात्मक कार्रवाई की तैयारी चल रही है।


 सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली मुरादाबाद पुलिस लाइन की बैरक नंबर तीन में सिपाही योगेश कुमार रहता है। योगेश कुमार की तैनाती न्यायालय सुरक्षा में चल रही है। बताया गया कि शनिवार को दो सिपाही मोनू वालियान और प्रशांत कुमार सिपाही योगेश के बैरक में आए थे। वहां बैरक में ही तीनों ने शराब पी। इसके बाद मोनू और प्रशांत सिपाही योगेश को और शराब पिलाने के लिए अपने साथ लेकर जाने लगे। इस पर योगेश ने सुबह ड्यूटी होने की बात कहते हुए मना कर दिया। इसी बात पर दोनों पक्षों में विवाद हो गया। आरोप है कि प्रशांत और मोनू ने मिलकर योगेश की लात-घूंसों और डंडों से बेरहमी से पिटाई कर दी। रात करीब 12:30 बजे हुई घटना से पुलिस लाइन में हड़कंप मच गया। चीखपुकार सुनकर मौके पर पहुंचे अन्य सिपाहियों ने आरआई को इसकी सूचना दी। घायल सिपाही को रात में ही उपचार के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां पता चला कि उसके पैर में फैक्चर है। उसे हायर मेडिकल सेंटर के लिए रेफर किया गया है।


 इस मामले में पुलिस लाइन के आरआई रकम सिंह की ओर से सिविल लाइंस थाने में पूरी घटना की रिपोर्ट के साथ शिकायत की गई है। सीओ सिविल लाइंस अर्पित कपूर ने बताया कि शिकायत के आधार पर आरोपी सिपाही मोनू बालियान ओर प्रशांत कुमार को गिरफ्तार कर शांतिभंग की धारा में चालान कर कोर्ट में पेश किया गया। जहां से जेल भेज दिया है। उधर, आरआई रकम सिंह ने बताया तीनों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए रिपोर्ट तैयार की जा रही है