Thursday 8 September 2022

गोरखपुर रेलवे स्टेशन से युवती को अगवा कर गैंगरेप विरोध पर पीटा, गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज में भर्ती


 गोरखपुर रेलवे स्टेशन से युवती को अगवा कर गैंगरेप


विरोध पर पीटा, गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज में भर्ती



उत्तर प्रदेश गोरखपुर रेलवे स्टेशन के आउटर पर सो रही युवती को अगवा कर गैंगरेप का मामला सामने आया है। युवती को तीन लड़कों ने पहले अगवा किया फिर झाड़ी में ले जाकर रेप किया। शोर मचाने पर पीटकर घायल भी कर दिया। लड़को की चंगुल से छूटने के बाद लहूलुहान स्थिति में युवती जीआरपी थाने पहुंची। सूचना मिलते ही एसपी रेलवे, एसपी सिटी थाने पहुंच गए। महराजगंज जिले की रहने वाली पीड़िता को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।


 जानकारी के अनुसार महाराजगंज जिले की रहने वाली 25 वर्षीय युवती का पति से विवाद होने पर वह एक सप्ताह पहले घर छोड़कर गोरखपुर आ गई। रहने का कोई ठिकाना न होने पर स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक के आउटर और धर्मशाला बाज़ार पुल के बीच गुजारा कर रही थी।


बुधवार की रात में 11 बजे युवती के पास तीन लड़के पहुंचे और अकेला पाकर छेड़छाड़ शुरु कर दिया। विरोध करने पर अग़वा कर धर्मशाला बाज़ार सब्जी मंडी के रेलवे लाइन किनारे झाड़ी में ले जाकर बारी- बारी से रेप किया। शोर मचाने पर पीटने के साथ ही यातना दी। आरोपितों के चंगुल से छूटने के बाद पीड़िता किसी तरह जीआरपी थाना पहुंची। घटना की जानकारी होने पर एसपी रेलवे डॉ. अवधेश सिंह थाने पहुंचे।


 पीड़िता से घटना की जानकारी लेने के बाद टीम को घटनास्थल पर भेजा। युवती के साथ दरिंदगी की खबर मिलने पर एसपी सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई भी थाने पहुंचे। महिला थाना प्रभारी को बुलाकर एम्बुलेंस से युवती को मेडिकल कालेज भेजा गया। सीसी कैमरा फुटेज और सर्विलांस की मदद से जीआरपी और जिले की पुलिस आरोपितों के बारे में छानबीन कर रही है। पीड़िता के बताए गए हुलिया के आधार पर आसपास के लोगों से भी पूछा जा रहा है। 


जीआरपी एसपी अवधेश सिंह ने बताया कि बयान दर्ज करने के बाद युवती को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। आरोपितों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। जल्द ही उन्हें पकड़ लिया जाएगा तहरीर मिलते ही मुकदमा दर्ज करेंगे।

आजमगढ़ मासूम संग दुष्कर्म कर वीडियो बनाने के मामले में पाक्सो कोर्ट ने आरोपित को आजीवन कारावास व ₹2 लाख जुर्माने की सुनाई सजा


 आजमगढ़ मासूम संग दुष्कर्म कर वीडियो बनाने के मामले में पाक्सो कोर्ट ने आरोपित को आजीवन कारावास व ₹2 लाख जुर्माने की सुनाई सजा



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ 11 वर्षीया मासूम के साथ दुष्कर्म करने तथा उसका वीडियो बनाने के मामले में अदालत ने एक आरोपी को आजीवन कारावास तथा दो लाख रुपए जुर्माने की सजा सुनाई है। यह फैसला पोक्सो कोर्ट के विशेष न्यायाधीश रवीश कुमार अत्री ने गुरुवार को सुनाया अभियोजन कहानी के अनुसार मुबारकपुर थाना क्षेत्र पूरा सोफी( हुसैन बाग) निवासी शबाब अली पुत्र इमरान अली के घर पर मजलिस का आयोजन हुआ था। इस मजलिस में पीड़िता के साथ उसकी मां आई हुई थी। उसके बाद पीड़िता को अकेला देखकर आरोपी शबाब अली पीड़िता के साथ जबरदस्ती दुष्कर्म किया तथा उसका वीडियो बना लिया। उसके बाद से पीड़िता को वीडियो दिखा कर लगभग डेढ़ साल तक कई बार दुष्कर्म किया। 


जुलाई 2020 में पीड़िता को एक दिन रोते हुए देख कर उसकी मां ने रोने का कारण पूछा। तब पीड़िता ने अपनी मां को आपबीती सुनाई। पीड़िता की माता की तहरीर पर 20 जुलाई 2020 को मुबारकपुर थाने में आरोपी शबाब अली के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया। जांच के बाद पुलिस ने आरोपी के विरुद्ध चार्जशीट न्यायालय में प्रेषित किया। अभियोजन पक्ष की तरफ से विशेष लोक अभियोजक अवधेश कुमार मिश्र ने पीड़िता समेत पांच गवाहों को कोर्ट में परीक्षित कराया। 


दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद अदालत ने आरोपी शबाब अली को आजीवन कारावास तथा 2 लाख रुपए जुर्माने की सजा सुनाई।

आजमगढ़ दुष्कर्म आरोपी को अर्थदंड के साथ 10 साल की कारावास


 आजमगढ़ दुष्कर्म आरोपी को अर्थदंड के साथ 10 साल की कारावास



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जिला अदालत की कोर्ट नंबर दो में दुष्कर्म के मामले की सुनवाई करते हुए अदालत ने इस मामले में दोषी पाए गए आरोपी को दस हजार रुपए अर्थदंड के साथ ही दस साल कठोर कारावास की सजा सुनाई है।


अभियोजन कहानी के अनुसार सरायमीर थाना क्षेत्र के फरीदुनपुर गांव में विगत 22 अगस्त 2017 की रात वादी मुकदमा की 20 वर्षीय पुत्री के साथ हुई दुष्कर्म की घटना में शामिल आरोपी संजय पुत्र चंद्र धारी के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया। घटना की जांच कर पुलिस द्वारा आरोप पत्र न्यायालय में प्रस्तुत किया गया जिला न्यायालय के कोर्ट नंबर दो में मामले की सुनवाई करते हुए विद्वान न्यायाधीश ने गवाहों के बयान के आधार पर आरोपी को दोषसिद्ध पाते हुए उसे 10 हजार रुपए जुर्माना के साथ 10 साल सश्रम कारावास की सजा सुनाई है। जुर्माना अदा न करने की दशा में आरोपी को 3 माह अतिरिक्त कारावास की सजा भुगतनी होगी।

उत्तर प्रदेश में 11 आईपीएस अफसरों का हुआ तबादला कई पुलिस अधीक्षक किये गये इधर से उधर; यहां देखें पूरी लिस्ट


 उत्तर प्रदेश में 11 आईपीएस अफसरों का हुआ तबादला


कई पुलिस अधीक्षक किये गये इधर से उधर; यहां देखें पूरी लिस्ट


लखनऊ उत्तर प्रदेश में अधिकारियों के तबादलों का दौर अभी जारी है। यूपी में अब 11 आईपीएस अधिकारियों के तबादले कर दिए हैं। इनमें प्रतीक्षारत रहे दो पुलिस अधीक्षकों को नई तैनाती दी गई है। डीजीपी मुख्यालय ने स्थानांतरण सूची जारी कर दी है। आईपीएस अधिकारियों की जारी तबादला सूची के अनुसार पुलिस महानिदेशक मुख्यालय लखनऊ से संबद्ध पूजा यादव को रेलवे लखनऊ का पुलिस अधीक्षक बनाया गया है। 


प्रतीक्षारत पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार श्रीवास्तव को पुलिस अधीक्षक वीआईपी सुरक्षा लखनऊ बनाकर भेजा गया है।


प्रतीक्षारत पुलिस अधीक्षक शफीक अहमद को पुलिस अधीक्षक प्रशिक्षण लखनऊ पद पर तैनात किया गया है। इसी प्रकार पुलिस महानिदेशक मुख्यालय लखनऊ से संबद्ध पुलिस अधीक्षक अनीश अहमद अंसारी को पुलिस अधीक्षक मुख्यालय लखनऊ, पुलिस महानिदेशक मुख्यालय लखनऊ से संबद्ध पुलिस अधीक्षक राज कमल यादव को पुलिस अधीक्षक पीटीसी सीतापुर भेजा गया है।


 पुलिस महानिदेशक मुख्यालय लखनऊ से संबद्ध पुलिस अधीक्षक सुभाष चंद्र शाक्य को पुलिस अधीक्षक विशेष अनुसंधान दल लखनऊ, पुलिस महानिदेशक मुख्यालय लखनऊ से संबद्ध पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार सिंह को पुलिस अधीक्षक तकनीकी सेवाएं लखवऊ बनाया गया है। पुलिस महानिदेशक मुख्यालय लखनऊ में पुलिस अधीक्षक पद पर तैनात शैलेश कुमार यादव को पुलिस महानिदेशक मुख्यालय लखनऊ में पुलिस अधीक्षक मावनाधिकार बनाया गया है। 


पुलिस महानिदेशक मुख्यालय लखनऊ में पुलिस अधीक्षक पद पर तैनात राधेश्याम को पुलिस महानिदेशक मुख्यालय लखनऊ में तैनात किया गया है। इसी प्रकार डीजीपी मुख्यालय में तैनात सुरेन्द्र बहादुर पुलिस अधीक्षक (लोक शिकायत), डीजीपी मुख्यालय और डीजीपी मुख्यालय में तैनात मु.नेजाम हसन पुलिस अधीक्षक नियम एवं ग्रंथ बनाया गया है।

भदोही बच्चा चोर समझकर महिला को किया निर्वस्त्र, पुलिस बोली- हमको कुछ नहीं पता


 भदोही बच्चा चोर समझकर महिला को किया निर्वस्त्र, पुलिस बोली- हमको कुछ नहीं पता



उत्तर प्रदेश के भदोही जिले के एक गांव में मंगलवार की रात में सैकड़ों की संख्या में जुटे ग्रामीणों ने एक महिला को बच्चा चोर समझकर मारापीटा। इसके बाद अभद्रता करते हुए महिला को निर्वस्त्र कर दिया। बुधवार को इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। घटना से गोपीगंज पुलिस ने अनभिज्ञता जाहिर की है।


नगर और ग्रामीण क्षेत्रों मे इन दिनों बच्चा चोरी की अफवाह तेजी से फैल रही है। इसी बात को लेकर आए दिन किसी न किसी गांव में बेकसूर लोगों की पिटाई कर दी जा रही है। वायरल वीडियो के बारे में बताया जा रहा है कि कोतवाली क्षेत्र के डोमनपुर गांव में अर्ध विक्षिप्त महिला मंगलवार की रात अचानक पहुंच गई और किसी के घर में घुसने का प्रयास किया।


इस पर परिवार वाले हो हल्ला मचाने लगे तो बड़ी संख्या मे  ग्रामीण जुट गए और महिला को पुरुष होने की आशंका जाहिर करते हुए उसका साड़ी खोलकर निर्वस्त्र कर दिया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। बताया जाता है कि महिला को पुलिस के हवाले भी कर दिया गया था। उक्त मामले में कोतवाल बृजेश सिंह ने इस प्रकार की घटना की जानकारी नहीं होने की बात कही है।

वाराणसी इंस्पेक्टर ने डीसीपी को मंथली घूस का पैकेट ऑफर किया पुलिस चौकी वसूली लिस्ट के बाद नया बवाल


 वाराणसी इंस्पेक्टर ने डीसीपी को मंथली घूस का पैकेट ऑफर किया


पुलिस चौकी वसूली लिस्ट के बाद नया बवाल


वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस के एक थानेदार इंस्पेक्टर पर डीसीपी को रिश्वत देने की कोशिश का सनसनीखेज मामला सामने आया है। थानेदार की तरफ से डीसीपी को मंथली घूस का ऑफर करते हुए एक पैकेट देने की कोशिश की गई। आईपीएस रैंक की अफसर डीसीपी की शिकायत के बाद कमिश्नर ने क्राइम मीटिंग के दौरान ही बुधवार को थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया। एक हफ्ते के अंदर वाराणसी में पुलिस की कार्यप्रणाली पर दूसरी बार ऊंगली उठी है। इससे पहले चौक थाने की पियरी चौकी की वसूली लिस्ट वायरल हुई थी। कमिश्नर ने उसकी भी जांच एक अन्य डीसीपी को सौंपी है।


ताजा मामला जिले के सबसे पॉश थाना कहे जाने वाले सिगरा से जुड़ा है। वाराणसी का कैंट स्टेशन से लेकर व्यावसायिक केंद्र सिगरा थाने के अंतर्गत ही आते हैं। इस थाने पर तैनाती के लिए हमेशा से मारामारी मची रहती थी। इसी सिगरा थाने पर तैनात प्रभारी इंस्पेक्ट धनंजय पांडेय ने डीसीपी वरुणा जोन आरती सिंह को रिश्वत का ऑफर दे रहे थे। कहा जा रहा है कि इंस्पेक्टर धनंजय पांडेय डीसीपी को रिश्वत के रूप में मंथली कुछ देना चाहते थे। थाना प्रभारी डीसीपी के पास लिफाफे में रुपये भी लेकर पहुंचे थे।


डीसीपी ने इसकी शिकायत पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश से की। इसके बाद बुधवार को क्राइम मीटिंग के दौरान ही इंस्पेक्टर को निलंबित करने का आदेश सुनाते हुए कमिश्नर ने उनके खिलाफ विभागीय जांच भी बैठा दी है।


धनंजय पांडेय इससे पहले भी अनियतता में ही लालपुर-पांडेयपुर थाने से निलंबित हुए थे। बहाली के बाद पुलिस लाइन में तैनात रहे। इसके बाद सिगरा थाना प्रभारी बनाये गये थे। इसी तरह एक विवेचना के प्रकरण में अनियमितता पाये जाने पर शिवपुर थाना प्रभारी सधुवन राम गौतम को लाइनहाजिर कर दिया है।


एक ही दिन में दो थाना प्रभारियों पर कार्रवाई से महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। इसके पहले कमिश्नर ने भ्रष्टाचार के आरोप में कैंट के फुलवरिया चौकी प्रभारी रहे कृष्ण मोहन पासवान को भी भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित करने के साथ ही मुकदमा दर्ज कराया था।


धनंजय पांडेय के निलंबन के बाद राजू सिंह को सिगरा थाने का नया प्रभारी बनाया गया है। शिवपुर थाने में लालपुर-पांडेयपुर थाना प्रभारी रहे सतीश यादव को भेजा गया है। लालपुर-पांडेयपुर थाने के प्रभारी उपेंद्र सिंह बनाये गये हैं।