Tuesday 15 March 2022

दरोगा ने इंस्पेक्टर को दी जान से मारने की धमकी


 दरोगा ने इंस्पेक्टर को दी जान से मारने की धमकी


बुलंदशहर मेरठ में तैनात दरोगा ने अपराध शाखा में तैनात इंस्पेक्टर राजीव कुमार सक्सेना को फोन पर अभद्रता करते हुए जान से मारने की धमकी दी है। इंस्पेक्टर राजीव कुमार के अनुसार वर्ष 2021 में जहांगीराबाद में तैनाती के दौरान एक मुकदमा दर्ज कराने पर उन्हें धमकी दी जा रही है। नगर पुलिस ने एसएसपी के आदेश पर रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।




 नगर कोतवाली में निरीक्षक राजीव कुमार सक्सैना ने दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया है कि वह 12 मार्च 2022 को अपराध शाखा कार्यालय में कार्य कर रहे थे। उसी दौरान उसके मोबाइल पर एक कॉल आया। कॉलकर्ता ने अपना नाम केपी सिंह दरोगा बताते हुए अभद्रता शुरू कर दी।

आरोप है कि दरोगा केपी सिंह ने इंस्पेक्टर पर उल्टे-सीधे काम करने का आरोप लगाया और कहा कि वर्ष 2021 में उसकी पत्नी गांव खालौर से प्रधानी का चुनाव लड़ रही थी। उस दौरान उसके खिलाफ बेवजह शराब का मुकदमा दर्ज करा दिया था। इसके बाद दरोगा द्वारा निरीक्षक को जान से मारने की धमकी भी दी गई। 





नगर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अपराध शाखा निरीक्षक राजीव कुमार सक्सेना ने बताया, वर्ष 2021 में जहांगीराबाद कोतवाली में बतौर प्रभारी निरीक्षक पद पर तैनाती के दौरान अवैध शराब का मुकदमा दर्ज कराया गया था। आरोपी दरोगा मेरठ में तैनात है। अब 11 माह बाद फोन कर उन्हें धमकी दी जा रही है।

बलिया बीडीओ ने आफिस में छलकाया जाम

 

बलिया बीडीओ ने आफिस में छलकाया जाम


वीडियो सोशल मीडिया में वायरल, निलम्बित।




उत्तर प्रदेश बलिया में सीयर विकास खण्ड के एक ग्राम विकास अधिकारी को दफ्तर में ही कुछ साथियों के साथ शराब पीना महंगा पड़ गया है। जाम छलकाते ग्राम विकास अधिकारी का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होते ही खलबली मच गई। 




जानकारी के अनुसार अधिकारियों ने ग्राम विकास अधिकारी को निलंबित कर जांच शुरू कर दी है। जिला पंचायत राज अधिकारी अजय कुमार श्रीवास्तव ने मंगलवार को बताया कि सोमवार को संज्ञान में आए सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में सीयर विकास खण्ड के ग्राम विकास अधिकारी प्रमोद कुमार मंजुल ब्लॉक परिसर स्थित अपने कार्यालय में कुछ लोगों के साथ शराब पीते दिखाई दे रहे हैं।

उन्होंने बताया कि इस मामले में मंजुल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है और जांच के आदेश दिए गए हैं।




 श्रीवास्तव ने बताया कि अपर जिला पंचायत राज अधिकारी को जांच अधिकारी नियुक्त कर 15 दिन में रिपोर्ट देने को कहा गया है। सोशल मीडिया मे  एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें सीयर ब्लाक के ग्राम पंचायत अधिकारी प्रमोद कुमार मंजूल के साथ दो तीन लोग ब्लाक परिसर स्थित कार्यालय में शराब के पैक के साथ नजर आ रहे है।




 पहचानने वाले लोगों की मानें तो उनके साथ चीयर्स करने वाले ग्राम प्रधान और पूर्व प्रधान हैं।

इसी बीच जजौली नंबर 2 की महिला ग्राम प्रधान मालती सिंह ने ग्राम विकास अधिकारी पर धन उगाही व ड्यूटी के दौरान शराब के नशे में लोगों व खुद के साथ अभद्र व्यवहार करने का भी आरोप लगाया है। 




डीएम को लिखे शिकायत पत्र में ग्राम प्रधान ने आरोप लगाया है कि ग्राम पंचायत अधिकारी पंचायत भवन का बगैर निर्माण कराए 5 लाख से अधिक का गलत तरीके से मई सन् 2021 में ही आहरण कर लिया है। यहां तक कि बार-बार पंचायत भवन का निर्माण कार्य कराए जाने के लिए कहा गया तो बताया गया पंचायत भवन का निर्माण प्रधान द्वारा कराया जाए। 




इस पर प्रधान द्वारा पंचायत भवन का निर्माण नींव खुदवाकर बीम बनवाने तक कराया गया है। उक्त निर्माण कार्य में ग्राम पंचायत अधिकारी द्वारा ईंट, सीमेंट, सरिया व बालू वाले दुकानदारों का बकाया भी भुगतान नहीं किया जा रहा है।

मेरठ कुख्यात बदन सिंह बद्दो के ठिकानों पर गरजा बुलडोजर।


 मेरठ कुख्यात बदन सिंह बद्दो के ठिकानों पर गरजा बुलडोजर।





मेरठ उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के पांच दिन के अंदर ही प्रशासन ने कुख्यात अपराधियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। मेरठ में मंगलवार को पुलिस, प्रशासन और एमडीए ने दिल्ली रोड स्थित जगन्नाथपुरी में कुख्यात अपराधी बदन सिंह बद्दो के ठिकाने को जमींदोज कर दिया। मंगलवार को मेरठ में कुख्यात बदन सिंह बद्दो द्वारा जगन्नाथपुरी के पार्क पर अवैध तरीके से कब्जाई गई जमीन मुक्त कराई गई। 500 मीटर में बनी फैक्टरी में दो स्थायी निर्माण सहित अस्थाई निर्माण बनाया गया था। इस पर दो घंटे तक भारी पुलिस फोर्स के साथ चलाये अभियान में जमीन को कब्ज़ा मुक्त कराया। पुलिस कस्टडी से फरार ढाई लाख के इनामी माफिया बदन सिंह बद्दो की करोड़ों रुपए की कोठी का भी ध्वस्तीकरण किया था। उसकी कोठी भी इसी इलाके में मौजूद थी। एमडीए जोनल अधिकारी/अधिशासी अभियंता अरुण शर्मा ने बताया की रिकॉर्ड में रेनू गुप्ता के नाम से ये निर्माण दर्ज है। हालांकि, इस पर कब्ज़ा बदन सिंह बद्दो ने कराया था। अब इस पर कार्रवाई की गई है। यहां एमडीए द्वारा 1500 मीटर में एक पार्क है। इस पर लोगों ने कब्ज़ा कर रखा है। 




अभी अजय सहगल की भी दुकानें है। इस पर शासन स्तर से प्रक्रिया पूरी होने के बाद ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की।

पुलिस के मुताबिक बद्दो ने कई सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे किए हैं। उसकी फरारी के बाद पुलिस ने रिकॉर्ड खंगाला। करोड़ों रुपये की संपत्ति बद्दो ने अपने करीबियों के नाम की है। पुलिस और एमडीए ने 50 साल पुराना रिकॉर्ड खंगाला तो यह स्थिति सामने आई। आरोप है कि उसने पंजाबीपुरा वाली कोठी भाभी के नाम गिफ्ट दर्शाकर बैनामा कराया था। भाभी से पुलिस ने कोठी के बारे में जानकारी मांगी तो वह प्रमाण नहीं दे पाई। इसके बाद कोठी को पुलिस और एमडीए ने ध्वस्त कर दिया।





 अब पुलिस ने बद्दो की जगन्नाथपुरी में एक और संपत्ति का पता लगाया था। पुलिस का दावा है कि करीब 50 साल पहले जगन्नाथपुरी के एक पार्क पर बद्दो ने कब्जा किया था। पार्क की जमीन पर दुकानें बनाईं और फिर बेच दी थीं। कुछ दुकानें करीबियों के नाम कर दी थीं। पुलिस जांच में इस संपत्ति का पता चला और फिर एमडीए से इसकी जांच कराई गई। बद्दो की फरारी में अजय उर्फ सोनू सहगल का नाम भी सामने आया था। उसे जेल भेजा गया था। सोनू भी बद्दो का करीबी बताया जाता है। जगन्नाथपुरी में पार्क की जमीन में सोनू की दुकान भी मिली है। पुलिस ने बताया कि सोनू अपनी दुकानों बताकर कोर्ट से स्टे ले आए हैं। उन्हीं दुकानों की बगल में रेनू गुप्ता के नाम से दुकानें हैं, जो बद्दो की निकलीं। 28 मार्च 2019 को बद्दो दिल्ली रोड स्थित मुकुट महल होटल से पुलिस हिरासत से भाग गया था।



 डीजीपी ने बद्दो पर दो लाख का इनाम कर दिया है। काफी प्रयास के बावजूद पुलिस अब तक उसका पता नहीं लगा सकी है। आईपीएस कृष्ण विश्नोई को तत्कालीन डीजीपी ओपी सिंह ने बद्दो पर कार्रवाई का टास्क दिया था। उन्होंने संपत्ति का पता लगाया और 21 जनवरी 2021 को उसकी पंजाबीपुरा टीपीनगर वाली कोठी को पुलिस व एमडीए ने ध्वस्त कराया था।

आजमगढ़ मुल्जिम को भगाने के आरोप में दो सिपाही समेत तीन को मिली एक साल की कारावास


 आजमगढ़ मुल्जिम को भगाने के आरोप में दो सिपाही समेत तीन को मिली एक साल की कारावास




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ गिरफ्तार किए गए मुल्जिम को भगाने के आरोप में सुनवाई पूरी करने के बाद अदालत ने दो कांस्टेबल समेत भागने वाले एक आरोपी को एक-एक वर्ष के कारावास तथा प्रत्येक को पांच-पांच हजार रुपये अर्थदंड की सजा सुनाई।




 यह फैसला मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट यशवंत सरोज ने सोमवार को सुनाया।



जानकारी के अनुसार अभियोजन कहानी के अनुसार 8 जून 2013 को न्यायालय के आदेश पर प्रमोद कुमार पुत्र फूल चंद निवासी राजापुर सिकरौर थाना सरायमीर को गिरफ्तार करके सरायमीर थाने के दो कांस्टेबल नारायण यादव तथा दिलीप कुमार कोर्ट में पेशी के लिए ले जा रहे थे। तभी रास्ते में चकमा देकर प्रमोद कुमार दोनों कांस्टेबल की हिरासत से भाग निकला।





 इस मामले में थाना सरायमीर में भागने वाले मुल्जिम प्रमोद तथा दोनों कांस्टेबल के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया। इस मामले में जांच करने के बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों के विरुद्ध चार्जशीट न्यायालय में प्रेषित कर दिया।

 


सहायक अभियोजन अधिकारी मेराज अहमद ने थानाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह, विवेचक तेज बहादुर सिंह, कांस्टेबल योगेंद्र यादव, फार्मासिस्ट राजेश कुमार,विवेचक रंजीत सिंह कांस्टेबल सूबेदार मिश्रा को बतौर साक्षी न्यायालय में परीक्षित कराया।




 दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद अदालत ने आरोपी कांस्टेबल दिलीप कुमार तथा नारायण को हिरासत से भागने में लापरवाही मामले में तथा आरोपी को प्रमोद को हिरासत से भागने के दोषी पाते हुए प्रत्येक को एक एक वर्ष के सादा कारावास तथा प्रत्येक को पांच पांच हजार रुपये अर्थदंड की सजा सुनाई।