Monday 29 May 2023

आजमगढ़ जीयनपुर मनमाफिक दहेज न मिलने पर आधे रास्ते से दूल्हन को किया वापस दुल्हन पक्ष ने दूल्हे को बनाया बंधक, दुल्हन ने ससुराल जाने से किया इनकार


 आजमगढ़ जीयनपुर मनमाफिक दहेज न मिलने पर आधे रास्ते से दूल्हन को किया वापस


दुल्हन पक्ष ने दूल्हे को बनाया बंधक, दुल्हन ने ससुराल जाने से किया इनकार


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के आलमपुर गांव में रौनापार थाना क्षेत्र के तुरकौली गांव से बारात दलित बस्ती में आई थी। बारात लगभग 09 बजे आलमपुर पहुंची और धूमधाम से द्वारपूजा के बाद घरातियों ने बारातियों का आदर सत्कार किया। देर रात्रि विधि विधान के साथ विवाह सम्पन्न हुआ। विवाह के बाद पर लड़का कोहबर में जाने से इनकार कर दिया। बाहर दरवाजे पर खड़ी गाड़ी में बैठा रहा, लड़की जब आयी तो गाड़ी में बैठकर चली गयी। जब दूल्हे की गाड़ी आधे रास्ते पहुंची तो लड़के ने फोन कर लड़की के परिजन से कहा कि दहेज में अंगूठी, माला नहीं मिला है और वह लड़की को पुनः लेकर ससुराल पहुंंच गया। लड़की पक्ष द्वारा काफी मान-मनौव्वल की गई लेकिन दूल्हा मानने को तैयार नहीं हुआ। आक्रोश में आकर लड़की पक्ष वालों ने लड़के को बंधक बना लिया। लगभग दो बजे मौके पर पुलिस पहुंची और लड़के को छुड़ा कर दोनों पक्षो को लेकर थाने लायी।


जैन पुत्र लालजी निवासी तुरकौली थाना रौनापार की बारात पूजा पुत्री आत्माराम निवासी आलमपुर थाना जीयनपुर 28 मई को रात्रि लगभग 09 बजे पहुंची। शादी की सभी रस्मे धूमधाम से की गई। सुबह जब कोहबर की रस्म का समय आया तो दूल्हा कोहबर में जाने से मना कर दिया और जाकर गाड़ी में बैठ गया। दूल्हा, दुल्हन को लेकर चला गया लेकिन दरवाजे पर रखा सारा सामान लड़के वाले नहीं ले गए। आधे रास्ते जाने के बाद दूल्हे ने दुल्हन के परिजनों को फोन कर कहा कि दहेज में अंगूठी, माला नहीं मिला है और वह लड़की को पुनः लेकर ससुराल पहुंंच गया। लड़की पक्ष द्वारा काफी मान-मनौव्वल की गई लेकिन दूल्हा मानने को तैयार नहीं हुआ। लड़की पक्ष वालों ने लड़के को बंधक बना लिया। लगभग दो बजे मौके पर पुलिस पहुंची और लड़के को छुड़ा कर दोनों पक्षो को लेकर थाने लायी। थाने में मामले को लेकर जमकर पंचायत चली, लड़की पक्ष वाले 6 लाख रूपये सहित विवाह में हुए खर्च की मांग करने लगे, वहीं लड़की अब अपने ससुराल जाने से इनकार कर रही है। बता दें कि 6 माह पूर्व यह शादी तय हुई थी। गोद भराई बरक्षा आदि लड़की के पिता ने सामर्थ्य के अनुसार दिया था।

आजमगढ़ रौनापार बारातियों ने अंबेडकर प्रतिमा पर किया पथराव तनाव के चलते मौके पर प्रशासन मुस्तैद, क्षतिग्रस्त प्रतिमा की कराई मरम्मत


 आजमगढ़ रौनापार बारातियों ने अंबेडकर प्रतिमा पर किया पथराव


तनाव के चलते मौके पर प्रशासन मुस्तैद, क्षतिग्रस्त प्रतिमा की कराई मरम्मत


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ रौनापार थाना क्षेत्र के रसूलपुर नंदलाल गांव में रविवार की रात बारातियों ने पथराव कर अंबेडकर प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया। घटना की जानकारी होते ही गांव के लोगों की भीड़ जुट गई। गांव में तनाव हो गया।


 खबर पाकर पहुंची पुलिस ने किसी तरह मामला शांत कराया। गांव निवासी विजय पांडेय के यहां रविवार को जहानागंज क्षेत्र से बारात आई थी। बाराती डीजे की धुन पर नाचते-गाते हुए जा रहे थे। रास्ते में बारातियों ने अंबेडकर व बुद्ध प्रतिमा पर पथराव कर दिया। जानकारी होते ही गांव के लोग मौके पर पहुंच गए। घटना से लोगों में आक्रोश फैल गया।


 प्रधान सरवन कनौजिया ने पुलिस को सूचना दी। इस पर एसडीएम सगड़ी राजीव रत्न सिंह, सीओ सगड़ी महेंद्र सिंह, थानाध्यक्ष रौनापार व बिलरियागंज थानाध्यक्ष फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। लोगों को समझाबुझाकर शांत कराया। रात में ही प्रशासन ने क्षतिग्रस्त प्रतिमा की मरम्मत कराई।

कानपुर दर्दनाक मासूम के पेट में भरा था खून जिस्म के जख्मों ने दी दरिंदगी की इंतिहा की गवाही, पोस्टमार्टम में खुलासा


 कानपुर दर्दनाक मासूम के पेट में भरा था खून


जिस्म के जख्मों ने दी दरिंदगी की इंतिहा की गवाही, पोस्टमार्टम में खुलासा


उत्तर प्रदेश कानपुर दुष्कर्म के प्रयास की दरिंदगी का शिकार हुई कानपुर के चकेरी की तीन साल की मासूम बच्ची का रविवार को पोस्टमार्टम हो गया। पोस्टमार्टम में उसके जिस्म के जख्मों ने दरिंदगी की इंतिहा की गवाही दी है। उसके पेट में खून भरा हुआ था। इसकी वजह से संक्रमण पूरे शरीर में फैल गया जिससे सेप्टीसीमिया हो गया। सेप्टीसीमिया में संक्रमण खून में मिलकर हर अंग में चला जाता है। इसी वजह से एक के बाद दूसरा उसका अंग फेल होता चला गया। बच्ची की मौत का कारण सेप्टीसीमिया बताया जा रहा है। वह आंत की सर्जरी के बाद वेंटिलेटर पर रही थी। इसके पहले उसे पीआईसीयू में रखा गया था। इलाज करने वाले डॉक्टर दवाओं से उसके संक्रमण पर काबू न पा सके। इससे उसका सांस तंत्र भी फेल हो गया था।


 पोस्टमार्टम में उसके सिर में चोट नहीं मिली है। हैलट में उसके भर्ती रहने के दौरान सीटी स्कैन जांच कराई गई थी। उसमें सिर की चोट स्पष्ट नहीं हुई थी। उसके पेट में ही गहरी चोटे थीं। आंत फट गई थी। ऑपरेशन करने आंत जोड़ दी गई थी। आशंका व्यक्त की जा रही है कि आपरेशन के बाद भी उसके पेट में खून का रिसाव होता रहा। इसी से पोस्टमार्टम में पेट में खून भरा मिला। आंतों का संक्रमण और खून भरा होने से उसकी हालत बिगड़ती गई। सीएमओ डॉ. आलोक रंजन ने बताया कि तीन डॉक्टरों के पैनल ने बच्ची का पोस्टमार्टम किया है। रिपोर्ट संबंधित थाने को भेज दी गई है।


बता दें कि सनिगवां निवासी तीन साल की बच्ची से 22 मई को पास की कॉलोनी में रहने वाले दस साल के लड़के ने दुष्कर्म का प्रयास किया था। एक महिला के टोकने पर वह उसे बुरी तरह धक्का देकर भाग गया था। इससे बच्ची को गंभीर चोटें आई थीं। शनिवार को हैलट में उसकी मौत हो गई थी। मासूम के साथ दुष्कर्म या कुकर्म हुआ था या नहीं इसकी पुष्टि के लिए पोस्टमार्टम के दौरान जननांगों से सैंपल लेकर 10 स्लाइड भी बनाई गई हैं। विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष हेमंत सेंगर और जिला मंत्री अजय सिंह ने मृतका के घर पर परिजनों को ढांढस बंधाया। कहा कि आरोपी के परिजन अवैध रूप से कॉलोनी में रह रहे हैं। पूर्व में आरोपी के परिजन कई गंभीर घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं। इन पर भी कार्रवाई की जाए। थाना प्रभारी रत्नेश सिंह ने बताया कि बच्ची की मौत होने के बाद पुलिस अब नाबालिग आरोपी के खिलाफ अपहरण, हत्या जैसी संगीन धाराओं को बढ़ाने की तैयारी है। उन्होंने बताया कि बालक से बातचीत के दौरान उसके बहुत शातिर किस्म के होने का पता चला था। उसकी मनोदशा समझने के लिए मनोचिकित्सक की राय भी ली जाएगी। बालक फिलहाल संप्रेक्षण गृह में है। विधिक राय लेने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

आजमगढ़ बैनामा के 24 घंटे के भीतर खतौनी पर चढ़ेगा नाम भूमि का बैनामा कराने के बाद अब नहीं लगाना होगा तहसीलों का चक्कर


 आजमगढ़ बैनामा के 24 घंटे के भीतर खतौनी पर चढ़ेगा नाम


भूमि का बैनामा कराने के बाद अब नहीं लगाना होगा तहसीलों का चक्कर


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ भूमि का बैनामा कराने के बाद अब जल्द ही तहसीलों का चक्कर काटने से मुक्ति मिल जाएगी। क्योंकि प्रशासन की ओर से रियल टाइम खतौली जारी करने की तैयारी तेज कर दी है। इसके बाद बैनामा होने के 24 घंटे के भीतर ही खतौनी पर बैनामा लेने वाले व्यक्ति का नाम चढ़ जाएगा। इसके लिए तहसीलों में तैयारियां तेजी से चल रही हैं। उधर शासन ने नई व्यवस्था लागू होने के पहले 31 जुलाई तक खतौनी से जुड़ी सभी खामियां दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं। रियल टाइम सिस्टम इस प्रकार कार्य करेगा कि संपत्ति का बैनामा कराने के बाद नामांतरण के लिए विलेख की एक प्रति तहसील चली जाती है। वहां 45 दिनों में नामांतरण की प्रक्रिया पूरी करनी होती है। यानी विक्रेता का नाम काटकर क्रेता का नाम चढ़ता है। इसके बाद अमल दरामद के लिए फाइल जाती है और खतौनी में नाम चढ़ने पर भी दो से तीन महीने का समय लग जाता है। नाम जल्द चढ़वाने के लिए आवेदकों को चढ़ावा चढ़ाना पड़ता है।


 लेकिन रियल टाइम खतौनी व्यवस्था लागू होने के बाद बैनामा होने के 24 घंटे के भीतर ही क्रेता का नाम मेन खतौनी पर चढ़ जाएगा। बीच की सभी तरह की उलझाऊ प्रक्रिया से निजात मिल जाएगी। भूमि के विक्रेता का नाम हटाकर उसकी जगह क्रेता का नाम चढ़ाने के लिए तहसील में फाइल जाती है। तब इसकी जांच लेखपाल करते हैं। लेखपाल की रिपोर्ट के आधार पर नामांतरण की प्रक्रिया होती है। तमाम लोग शिकायत कर चुके हैं कि इस दौरान जिसने चढ़ावा दे दिया, उसके खारिज दाखिल में कोई दिक्कत नहीं आती। आसानी से उसका नाम खतौनी में चढ़ जाता है। यदि किसी ने भेंट देने में कोई चूक की तो उसे तहसील का चक्कर लगाना ही पड़ता है। कभी लेखपाल की रिपोर्ट नहीं लग पाती है, तो कभी अधिकारी नहीं मिलते हैं। अधिकांश मामलों में लेखपाल की रिपोर्ट लगाने में विलंब होता है। इस चक्कर में 45 दिन के बजाय तीन से चार महीने लगते हैं।


 एसडीएम सदर ज्ञानचंद गुप्ता ने बताया कि रियल टाइम खतौनी व्यवस्था लागू होने से क्रेता का नाम 24 घंटे में मेन खतौनी में जुड़ जाएगा। जबकि पहले इस कार्य में सालों लग जाते थे। हमारी तहसील में 31 मई तक 109 रियल टाइम खतौनी बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। लेकिन अभी 60 ही हो पाई हैं। शेष कार्य को जल्द पूरा कर लिया जाएगा।