Wednesday 16 November 2022

कहने को चौथा स्तम्भ हूँ पर खुद बे आधार हूँ फिर भी गर्व है मुझे क्योकि मै पत्रकार हूँ


 कहने को चौथा स्तम्भ हूँ पर खुद बे आधार हूँ फिर भी गर्व है मुझे क्योकि मै पत्रकार हूँ


किसी के पक्ष मे न लिखू तो बेकार हु 

किसी के पक्ष मे लिखू तो चाटुकार हूँ

किसी की पोल खोलू तो भ्रष्टाचारी हूँ 
किसी की तारीफ लिखू तो शिष्टाचारी हूँ 

आज वक्त की मांग पर , शब्द रूपी तलवार हूँ मै पत्रकार 
हर किसी को खुश करना मुझे आता नही ,,,,,,
क्या करू समाज और सरकार के बीच की तकरार हूँ 
कहने को चौथा स्तम्भ हूँ पर खुद बे आधार हूँ 
"हा मै पत्रकार हूँ "

न्यूज़9यू0पी0 परिवार के तरफ से समस्त पत्रकार बन्धुओं को राष्ट्रीय प्रेस दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

आजमगढ़ आधी रात को दबंगों ने श्मशान पर किया कब्जा जब थाने पर नहीं हुई सुनवाई तो एसडीएम के पास पहुंचे ग्रामीण उपजिलाधिकारी मेहनगर ने जांच कर कार्रवाई करने का दिया निर्देश


 आजमगढ़ आधी रात को दबंगों ने श्मशान पर किया कब्जा


जब थाने पर नहीं हुई सुनवाई तो एसडीएम के पास पहुंचे ग्रामीण

उपजिलाधिकारी मेहनगर ने जांच कर कार्रवाई करने का दिया निर्देश



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ रात के अंधेरे में दबंगों द्वारा श्मशान की जमीन को जोत कर कब्जा किये जाने का मामला सामने आया है। मामले में जब थाने से न्याय नहीं मिला तो ग्रामीण उपजिलाधिकारी से मिलें। पीड़ितों ने उपजिलाधिकारी से मिलकर श्मशान को कब्जे से मुक्त किये जाने की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा है।


तहसील मेंहनगर क्षेत्र के सराय भादी गाँव में शमशान की जमीन पर गाँव के ही सभाजीत प्रजापति व महिपाल प्रजापति पुत्रगण अंतू प्रजापति द्वारा 10 नवंबर को रात्रि करीब 1 बजे शमशान मुर्दघट्टे की जमीन को जोत कर कब्जा कर लिया गया। इसकी सूचना थाना तरवा को ग्रामीणों द्वारा दी गई। लेकिन न्याय न मिलने पर ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी से मिलने तहसील मेहनगर पहुंचे। 


ग्रामीणों का कहना है कि सैकड़ों वर्ष पहले से हमारे पूर्वजों को इसी शमशान में दफन करते चले आ रहे हैं। बावजूद दबंगों द्वारा कब्जा कर लिया गया। वही उप जिलाधिकारी संत रंजन ने ग्रामीणों का प्रार्थना पत्र लेकर तत्काल क्षेत्रीय लेखपाल को फोन पर सूचना दी और कहा कि मौके पर जाए जांच कर तत्काल हमें सूचित करें और कहा कि लेखपाल की आख्या के बाद अतिक्रमणकारियों के खिलाफ तत्काल कार्य वाही की जायेगी।


इस मौके पर राम नगीना, फूलचंद राम, रामकृत, सामुराम, वीरेंद्र प्रसाद, दीनदयाल, बालस्वरूप, मंजू देवी, बिंदु देवी, लालती देवी सहित सैकड़ों ग्रामीण रहे।

आजमगढ़ तरवां चाचा ने भतीजे को फावड़े से काटा, ईलाज के दौरान हुई मौत खेत में काम करते समय विवाद के बाद हुआ हादसा


 आजमगढ़ तरवां चाचा ने भतीजे को फावड़े से काटा, ईलाज के दौरान हुई मौत


खेत में काम करते समय विवाद के बाद हुआ हादसा



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ तरवां थाना क्षेत्र में जमीन सम्बन्धी में विवाद में चाचा ने भतीजे पर फावड़े से हमला कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल अवस्था में परिजन उसे अस्पताल में भर्ती कराये, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी। घटना की सूचना के बाद अधिकारियों सहित बड़ी संख्या मे पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गयी।


जानकारी के अनुसार तरवां थाना क्षेत्र के असमलपुर निवासी अंगद यादव उम्र 25 वर्ष पुत्र राजेन्द्र यादव अपने खेत में काम कर रहा था। खेत में कोना गोड़ने के मामले को लेकर अंगद का उसके चाचा लालधर यादव से विवाद हो गया। मामला इतना आगे बढ़ गया कि चाचा ने फावड़े से अपने भतीजे अंगद पर हमला कर दिया जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। 


परिजन उसे आनन-फानन में चक्रपानपुर पीजीआई में इलाज के लिए भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान अंगद की मौत हो गयी।  घटना की सूचना मिलते ही मौके पर आला अधिकारियों सहित भारी मात्रा में फोर्स पहुंच गयी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेने के साथ ही उचित कानूनी कार्यवाही करते हुए जांच में जुट गयी।