Tuesday 31 October 2023

महोबा पुलिस टीम पर सिपाही की ही रायफल से अंधाधुंध फायरिंग सिपाही और दारोगा को लगी गोली, जवाबी कार्रवाई में भी 2 घायल


 महोबा पुलिस टीम पर सिपाही की ही रायफल से अंधाधुंध फायरिंग



सिपाही और दारोगा को लगी गोली, जवाबी कार्रवाई में भी 2 घायल


उत्तर प्रदेश महोबा में मंगलवार की शाम बड़ी वारदात हो गई। चक्काजाम और बवाल करने वालों को गिरफ्तार करके ले जा रही पुलिस टीम पर हमला कर दिया गया। सिपाही की ही रायफल छीनकर ताबड़तोड़ फायरिंग की गई। इसमें एक दारोगा और एक सिपाही को गोली लगी है। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दो हमलावरों को गोली लगी है। घटना उस समय हुई जब पनवाड़ी थानाक्षेत्र के गांव नकरा से चार आरोपियों को पकड़ कर पुलिस टीम अपने साथ लेकर जा रही थी। इसी दौरान ब्लॉक के पास एक आरोपी ने रायफल छीन ली और पुलिस पर चला दी। सभी घायलों को पहले सीएचसी फिर जिला अस्पताल रेफर किया गया है। 


सोमवार को स्कूल से लौट रहे छात्र को रोडवेज की बस के रौंद दिया था। इसके बाद जाम लगाए लोगों के पुलिस से मारपीट की थी और दरोगा को दौड़ाकर पीटा था। पुलिस ने तीन नामजद सहित एक अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए छानबीन शुरू कर दी थी। दरोगा की तहरीर पर पुलिस ने सरकारी कार्य में बाधा डालने सहित हत्या का प्रयास और बलवा सहित अन्य संगीन धाराओं में मामला दर्ज किया था। इन्हीं चार आरोपियों को पकड़कर पुलिस टीम अपने साथ लेकर जा रही थी। इसी दौरान एक आरोपी ने सिपाही की रायफल छीन ली और फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग में दारोगा और सिपाही को गोली लगी। पुलिस ने भी क्रास फायरिंग की। इसमें दो हमलावरों को गोली लगी है।

कानपुर आशनाई में महिला टीचर के बॉयफ्रेंड ने कारोबारी के पौत्र को उतारा मौत के घाट होमगार्ड के घर में मिला शव


 कानपुर आशनाई में महिला टीचर के बॉयफ्रेंड ने कारोबारी के पौत्र को उतारा मौत के घाट


होमगार्ड के घर में मिला शव




उत्तर प्रदेश कानपुर के रायपुरवा में रहने वाले शहर के एक बड़े कपड़ा कारोबारी के पौत्र की सोमवार रात अपहरण के बाद हत्या कर दी गई। उसका शव फजलगंज के ओमपुरवा में महिला ट्यूशन टीचर के बॉयफ्रेंड के घर से मिला है। बताया जा रहा है कि आशनाई में महिला ट्यूशन टीचर के प्रेमी ने हत्या की है। आरोपी प्रेमी ओमपुरवा निवासी प्रभात शुक्ला को संदेह था कि उसकी प्रेमिका और कुशाग्र के संबंध है। इसलिए उसने उसकी हत्या कर अपहरण और फिरौती की साजिश रची। हत्या के बाद उसने शव को घर में ही छिपा कर रखा था। जानकारी पर पुलिस पहुंच गई।


 मिली जानकारी के अनुसार, ट्यूशन टीचर रचिता वत्स का प्रभात शुक्ला के साथ पांच-छह साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। आरोपी के पिता सुनील कुमार शुक्ला होमगार्ड हैं और फजलगंज थाने में तैनात हैं। उन्हीं के घर से शव को बरामद किया गया है। बता दें कि सोमवार देर रात उसका अपहरण हो गया। उसकी स्कूटी लावारिस हालात में गुंजन टॉकीज के पास मिली थी। अपहर्ताओं ने कारोबारी के घर में पत्र फेंककर फिरौती मांगी है। पुलिस कमिश्नर डॉ. आरके स्वर्णकार अधिकारियों संग मौके पर पहुंचे और जांच पड़ताल शुरू की थी। हालांकि पुलिस कमिश्नर आरके स्वर्णकार को अपहरण की ये घटना बड़ी नहीं लगी। इसके चलते पूरी रात वो मौके पर नहीं पहुंचे। अपहरण के बाद हत्या होने पर पुलिस अधिकारियों ने चुप्पी साध रखी है। फिलहाल कोई कुछ भी आधिकारिक बयान नहीं दे रहा है।


रायपुरवा निवासी कपड़ा कारोबारी संजय कनोडिया का पीरोड पर कपड़ों का बड़ा कारोबार है। उनका पौत्र कुशाग्र कैंट स्थित जयपुरिया स्कूल में हाई स्कूल का छात्र है। उसके पिता मनीष कनौडिया सूरत में कपड़ों का कारोबार संभालते हैं। सोमवार को वह अपनी स्कूटी से शाम करीब 4.30 बजे स्वरूपनगर स्थित कोचिंग सेंटर गया था। शाम करीब 7.30 बजे परिजनों ने घर का कुछ सामान लाने के लिए उसके नंबर पर कॉल किया, लेकिन नंबर बंद मिला। घबराए परिजनों ने कोचिंग और कुशाग्र के दोस्तों से फोन पर जानकारी की, लेकिन कुछ पता नहीं चल सका। परिजनों ने पुलिस अधिकारियों को अपहरण की सूचना दी तो पुलिस सक्रिय हुई।


इस बीच अपहर्ताओं ने फिरौती की मांग को लेकर एक पत्र कुशाग्र के घर में फेंका। हालांकि, फिरौती की रकम परिजनों ने सार्वजनिक नहीं की। मौके पर पुलिस कमिश्नर, जेसीपी आनंद प्रकाश तिवारी, नीलाब्जा चौधरी, एडीसीपी आरती सिंह फोर्स समेत कारोबारी के घर पहुंचे। इस बीच जांच में जुटी पुलिस को जीटी रोड स्थित गुंजन टॉकीज के पास से कुशाग्र की स्कूटी लावारिस हालात में खड़ी मिली। पुलिस ने छात्र के घर के पास सीसीटीवी कैमरों की मदद से एक संदिग्ध युवक को हिरासत में लिया था। फुटेज में यह युवक अपनी स्कूटी से कारोबारी के घर के पास पहुंचकर फिरौती वाला पत्र फेंकता नजर आया है। पुलिस ने दो युवकों और युवतियों को उठाया था।

मुजफ्फरनगर दरोगा की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत अंदर से बंद मिला कमरा, दरवाजा किसी तरह खुलवाया तो सन्न रहे गए साथी


 मुजफ्फरनगर दरोगा की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत



अंदर से बंद मिला कमरा, दरवाजा किसी तरह खुलवाया तो सन्न रहे गए साथी



उत्तर प्रदेश मुजफ्फरनगर जनपद के बुढ़ाना कोतवाली में तैनात दरोगा रविंद्र यादव (54) अपने किराए के कमरे में मृत मिले। पुलिस ने परिजनों को सूचना देकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है। बुलंदशहर के कस्बा गुलावठी निवासी दरोगा रविंद्र यादव पुलिस लाइन से करीब 4 महीने पहले बुढाना कोतवाली में आए थे। उन्होंने कोतवाली के सामने ही एक गली में किराए पर कमरा लिया था। वह रात में अपने कमरे पर सोने के लिए गए थे। सुबह के समय वह कोतवाली के मैस में खाना खाने लेने के लिए नहीं पहुंचे तो पुलिसकर्मी उन्हें देखने के लिए कमरे पर गए तो कमरा अंदर से बंद मिला।


 कोतवाली प्रभारी बृजेश शर्मा पुलिसकर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे और उन्होंने किसी तरह कमरे का गेट खुलवाया तो दरोगा रविंद्र यादव बिस्तर पर मृत हालत में पड़े मिले। उन्हें तुरंत ही सीएचसी पर ले जाया गया तो वहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सीओ हिमांशु गौरव भी पहुंचे। उन्होंने दरोगा के परिजनों को सूचना कराई और इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। पुलिस हार्ट अटैक से मौत होना मान रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा।

आजमगढ़ दीदारगंज असलहे के साथ दबोचा गया ईनामी गैंगस्टर नखड़ू गैंग बनाकर मादक पदार्थों एवं पशुओं की करता था तस्करी


 आजमगढ़ दीदारगंज असलहे के साथ दबोचा गया ईनामी गैंगस्टर नखड़ू



गैंग बनाकर मादक पदार्थों एवं पशुओं की करता था तस्करी



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ मुखबिर की सूचना के आधार पर दीदारगंज पुलिस ने मंगलवार की सुबह क्षेत्र के महुआरा ग्राम स्थित नहर पुलिया के पास से 25 हजार रुपए के इनामी एवं गैंगस्टर एक्ट में वांछित अभियुक्त को असलहे के साथ गिरफ्तार कर लिया। अभियुक्त के खिलाफ जनपद के विभिन्न थानों सहित मिर्जापुर जिले में भी करीब डेढ़ दर्जन संगीन मामले पंजीकृत हैं।


मादक पदार्थों एवं पशुओं की तस्करी के मामले में कुख्यात रहे सरायमीर थाना क्षेत्र के पूनापोखर निवासी धर्मवीर उर्फ नखड़ू सोनकर और उसके सहयोगी सरायमीर क्षेत्र के नई बाजार निवासी लौटू मौर्य के खिलाफ जिला मजिस्ट्रेट ने दोनों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की थी। गैंग लीडर नखड़ू के फरार होने की दशा में पुलिस अधीक्षक द्वारा उस पर 25 हजार रुपए पुरस्कार घोषित किया गया था। मंगलवार की सुबह थाना प्रभारी दीदारगंज को मुखबिर के जरिए सूचना मिली कि नखड़ू सोनकर कहीं भागने की फिराक में क्षेत्र के महुआरा ग्राम स्थित नहर पुलिया पर बैठा है। पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए घेराबंदी कर नखड़ू सोनकर को हिरासत में ले लिया। उसके कब्जे से .315 बोर तमंचा व दो कारतूस बरामद किया।

कानपुर सुपर कॉप डिप्टी एसपी त्रिपुरारी पांडेय की हुई मौत अपराधियों पर मजबूत थी पकड़, गरीबों की भी करते थे खूब मदद


 कानपुर सुपर कॉप डिप्टी एसपी त्रिपुरारी पांडेय की हुई मौत



अपराधियों पर मजबूत थी पकड़, गरीबों की भी करते थे खूब मदद


उत्तर प्रदेश कानपुर शहर के कई थानों में सिपाही, फिर दरोगा और इंस्पेक्टर के बाद सीओ के पद पर तैनात रहे सुपर कॉप के नाम से चर्चित त्रिपुरारी पांडेय का लंबी बीमारी के बाद जालौन में निधन हो गया। उनके निधन की खबर शहर के पुलिस महकमे और आम लोगों को पहुंची सभी में शोक की लहर दौड़ गई। 


सोशल मीडिया पर कई लोगों ने उनके नाम और फोटो के साथ स्टेटस लगाया। तमाम लोग उन्हें गरीबों का मसीहा कहते रहे। त्रिपुरारी पांडे कानपुर में कलक्टरगंज, फजलगंज समेत कई थानों में सिपाही रहे। अस्सी फिट रोड पर हड्डी गोदाम को एक अपराधी को पकड़कर सलाखों के पीछे पहुंचाने पर वह चर्चा में आए। यहीं पर उन्हें दरोगा और फिर इंस्पेक्टर पद पर प्रमोशन मिला था। संजय ओझा गैंग समेत बावरिया गैंग के कई लोगों को मुठभेड़ में मार गिराने व दबोचने वाले त्रिपुरारी पांडेय का अपराधियों को लेकर नेटवर्क काफी तगड़ा था। जीआरपी कानपुर में बतौर इंस्पेक्टर की तैनाती के दौरान उन्हें डिप्टी एसपी पद पर प्रमोशन मिला था।


ग्रीन पार्क में एक मैच के दौरान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के करीब असलहा लेकर पहुंचे एक युवक को भी उन्होंने पकड़ा था। कानपुर के कर्नलगंज में बतौर एसीपी उनकी आखिरी पोस्टिंग थी। तीन जून को हुई हिंसा में उपद्रवियों की कमर तोड़ने से लेकर कई उपद्रवियों को पकड़ने में उनका योगदान रहा था।


 कोविड के दौरान गरीबों की मदद करने से लेकर कई बेटियों की शादी और बच्चों की पढ़ाई का खर्च उन्होंने उठाया था। बर्रा में अगवाकर मारे गए संजीत की बहन की पढ़ाई का खर्च भी त्रिपुरारी उठा रहे थे। वह संजीत की बहन को अपनी बहन मानते थे। रक्षाबंधन पर राखी भी बंधवाने आते थे। शहर के कई डॉक्टरों, अफसरों मददगार भी रहे। तीन जून की हिंसा में कुछ आरोपों को लेकर उन्हें जालौन ट्रेनिंग सेंटर में भेजा गया था। वहां किडनी और लिवर की बीमारी से ग्रस्त थे। वहां इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली। परिवार में पत्नी के अलावा दो बेटे है। एक बेटे की शादी कानपुर में ही हुई है।