Saturday 27 April 2024

जौनपुर पुलिस बूथ के निकट तड़तड़ाई गोलियां, 4 घायल शनिवार को तड़के हुई घटना


 जौनपुर पुलिस बूथ के निकट तड़तड़ाई गोलियां, 4 घायल



शनिवार को तड़के हुई घटना



उत्तर प्रदेश जौनपुर लंबे समय से शांत चल रहे केराकत कस्बे की आबो हवा में एक बार फिर गोलियों की तड़तड़ाहट की गूंज ने हलचल मचा दी है। आज शनिवार को तड़के एक नवनिर्मित मकान में गोली चलने की घटना में जहां चार लोग गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हुए हैं, वहीं पुलिस चौकी से महज चंद कदमों की दूरी पर गोली चलने की घटना से कस्बे में सनसनी फैल गई है। गोली लगने से घायलों को आनन-फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र केराकत ले जाया गया जहां से प्राथमिक उपचार के पश्चात चिकित्सक ने सभी को बेहतर उपचार के लिए वाराणसी ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया है।


 बताते है कि केराकत कोतवाली क्षेत्र के सरायबीरु गांव निवासी दिवाकर सिंह का सरायबीरु चौराहे के समीप पहलवान बाबा मंदिर के पास मकान का निर्माण कार्य चल रहा है जहां टाइल्स लगाने में हुई गड़बड़ी को लेकर उनके बेटे से मिस्त्री से विवाद हो गया। आरोप है कि विवाद गहराने पर मिस्त्री ने फोन कर अपने गांव से काफी संख्या में लोगों को बुला लिया था। जो मौके पर पहुंचते ही ईंट पत्थर चलाने लगे थे। जब-तक लोग माजरा कुछ समझ पाते कि तड़ातड़ गोली चलने के साथ ही भगदड़ मच गई। मौके पर नवीन सिंह 21वर्ष पुत्र दिवाकर सिंह उर्फ गुड्डू, गौरव सिंह 26 वर्ष पुत्र योगेश सिंह, अभिषेक सिंह पुत्र दिवाकर 25 वर्ष, पेट में गोली लगी है। सभी सरायबीरू निवासी गंभीर रूप से गोली लगने से खून से लथपथ पड़े हुए थे। समीप में मिस्त्री अजय यादव पुत्र शंकर यादव 25 वर्ष  निवासी सुरहूरपुर भी पेट में गोली लगने से घायल पड़ा हुआ था। आनन फानन में सभी को उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र केराकत ले जाया गया जहां से सभी की हालत गंभीर देखते हुए तत्काल ट्रामा सेंटर वाराणसी के लिए रेफर कर दिया गया है। 


सुबह लगभग 9 बजे घटी इस घटना से कस्बे में जहां सनसनी फैल गई हैं वहीं पुलिस बूथ के समीप घटित इस घटना से सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी सवाल खड़े होने लगे हैं। नवीन सिंह को सिर में गोली लगी है जबकि अन्य को पेट में गोली लगी है। बताया जा रहा है कि गौरव सिंह यहां अपने ननिहाल में रहते हैं उन्हें भी गोली लगी है। घटना के बाद जिला मुख्यालय से आईं फोरेंसिक जांच टीम ने मौके का मौका मुआयना करते हुए जांच पड़ताल की है।

आजमगढ़ आगामी लोक सभा निर्वाचन-2024 के नामांकन के दृष्टिगत नामांकन स्थल कलेक्ट्रेट चौराहा पर निम्नानुसार रूट डायवर्जन दिनांक 29.04.2024 से दिनांक 09.05.2024 तक किया गया है।


 आजमगढ़ आगामी लोक सभा निर्वाचन-2024 के नामांकन के दृष्टिगत नामांकन स्थल कलेक्ट्रेट चौराहा पर निम्नानुसार रूट डायवर्जन दिनांक 29.04.2024 से दिनांक 09.05.2024 तक किया गया है।



आजमगढ़ उत्तर प्रदेश आगामी लोक सभा निर्वाचन-2024 के नामांकन के दृष्टिगत नामांकन स्थल कलेक्ट्रेट चौराहा पर शान्ति सुरक्षा व सुगम यातायात व्यवस्था बनाए रखने हेतु जनसामान्य व प्रत्याशियों हेतु निम्नानुसार रूट डायवर्जन दिनांक 29.04.2024 से दिनांक 09.05.2024 तक किया गया है।

आजमगढ़ देवगांव दूल्हे ने शादी से किया इनकार, लड़की वालों ने दूल्हे सहित पूरी बारात को बनाया बंधक कारण हैरान करने वाला


 आजमगढ़ देवगांव दूल्हे ने शादी से किया इनकार, लड़की वालों ने दूल्हे सहित पूरी बारात को बनाया बंधक


कारण हैरान करने वाला



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ देवगांव कोतवाली के लहुआ कला स्थित रामपुर गांव में शुकवार को रात्रि 2 बजे शादी की मुहूर्त बीत जाने पर लड़के पक्ष ने शादी करने से इनकार कर दिया। लड़की पक्ष द्वारा दूल्हे, दूल्हे के पिता व रिश्तेदारों सहित कई दर्जन बारातियों को बन्धक बना लिया गया।


जहानागंज थाना के गम्भीरवन-खल्लोपुर गांव के विमल राजभर ने अपने लड़के राहुल राजभर की बारात शुक्रवार को बाजा गाजा के साथ लेकर देवगांव कोतवाली के लहुवां कला के रामपुर गांव पहुंचे, द्वारपूजा व जयमाल का कार्यक्रम बीतने के बाद शादी की तैयारी होने लगी। लड़के के पिता ने बताया कि हम रात्रि लगभग बारह बजे से सूचना दे रहे थे कि शादी की मुहूर्त दो बजे तक ही है। जिस पर लड़की पक्ष के लोगों ने मेरी बात को अनसूनी कर दिया। रात्रि दो बजने के बाद लड़के पक्ष ने शादी करने से इन्कार कर दिया। 


शादी करने से इन्कार करने पर नाराज लड़की पक्ष के लोगों ने दुल्हा राहुल राजभर, पिता विमल राजभर, बाबा बनकू, बड़े बाबा तिलकू राजभर, चाचा कमल राजभर, जीजा रवीन्द्र राजभर, लक्ष्मण राजभर व शाहब राजभर, फूफा हरेन्द्र राजभर, विनोद राजभर साहित लगभग तीन दर्जन बारातियों को बधक बना कर दुल्हा की गाड़ी सहित चार गाडियों को अपने कब्जे मे ले लिया। आज शनिवार की दोपहर लगभग 12 बजे तक दोनों पक्षों में मान मनौवल व समझौता की बात चलती रही । बात न बनने पर लड़के पक्ष ने देवगाव पुलिस को सूचना दी । मौके पर पहुंची देवगांव कोतवाली के पल्हना पुलिस चौकी प्रभारी सुल्तान सिंह भी समझौता कराने मे विफल रहे। जिसके बाद दोनों पक्षों को पुलिस चौकी ले जाया गया।

आजमगढ़ निजामाबाद सूचना के बावजूद मौके पर नहीं पहुंची फायर ब्रिगेड, फसल जलकर खाक , किसानों में आक्रोश


 आजमगढ़ निजामाबाद सूचना के बावजूद मौके पर नहीं पहुंची फायर ब्रिगेड, फसल जलकर खाक , किसानों में आक्रोश



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ निजामाबाद तहसील क्षेत्र के बड़ागांव में शनिवार को टूट कर गिरे बिजली के तारों में हुई स्कार्पिंग से निकली चिंगारी से किसानों की सब्जी की फसल जल कर राख हो गई। शनिवार की सुबह निजामाबाद तहसील के बड़ागांव में बिजली का तार टूट कर एक झाड़ी पर गिर गया। तारों के बीच हुई स्पार्किंग से निकली चिंगारी से झाड़ी में आग लग गई और आग ने आसपास मौजूद दो किसानों के सब्जी की फसल को पूरी तरह से जला कर राख कर दिया।


 गांव निवासी सुरेंद्र चौहान व बेलासा चौहान की पूरी फसल ही जल कर बर्बाद हो गई। आग लगते ही ग्रामीणों में हड़कंप मच गया, लेकिन बिजली का तार टूट कर गिरा होने के चलते कोई बुझाने का प्रयास नहीं कर सका। सब स्टेशन पर फोन कर लाइट कटवाने के बाद लोगों ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। ग्रामीणों ने फायर ब्रिगेड को भी सूचना दिया लेकिन आग बूझ जाने के बाद भी वह मौके पर नहीं पहुंचे। जिसे लेकर ग्रामीणों में आक्रोश देखने को मिला। बिजली विभाग के प्रति भी ग्रामीण नाराज नजर आए। जानकारी होने पर पहुंचे हलका लेखपाल ने अगलगी की घटना में हुए नुकसान का आकलन किया है।

आजमगढ़ कालेज परिसर में घुसकर असिस्टेंट प्रोफेसर पर हमला एक हमलावर किया गया पुलिस के हवाले जिले के शिब्ली कालेज का मामला


 आजमगढ़ कालेज परिसर में घुसकर असिस्टेंट प्रोफेसर पर हमला


एक हमलावर किया गया पुलिस के हवाले


जिले के शिब्ली कालेज का मामला



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जिले के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों में शामिल शिब्ली नेशनल कालेज परिसर में घुसकर कतिपय हमलावरों द्वारा सांप्रदायिकता का आरोप लगाते हुए समाज शास्त्र विभाग के एक असिस्टेंट प्रोफेसर पर हमला करने की घटना प्रकाश में आई है। घटना में शामिल एक हमलावर को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया गया। घटना शुक्रवार को दिन में हुई बताई गई है।


शिब्ली नेशनल कालेज के समाज शास्त्र विभाग में बीते 24 अप्रैल 2024 को फेयरवेल पार्टी का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जा रहे विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर आशुतोष माहेश्वरी आयोजन स्थल की गैलरी में खड़ी कुछ छात्राओं द्वारा किए गए सवाल का जवाब देते हुए आगे बढ़ते हुए किसी ने इस घटनाक्रम की वीडियो बना लिया। इसके बाद उक्त वीडियो को इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित कर मामले को सांप्रदायिक रूप दिया जाने लगा। इसी बात को लेकर कालेज के पूर्व छात्र सहित आधा दर्जन युवक शुक्रवार को दिन में कालेज परिसर में आए और समाज शास्त्र विभाग में घुसकर वहां मौजूद असिस्टेंट प्रोफेसर पर हमला बोल दिए।


 बताते हैं कि हमलावर मारपीट के दौरान भय का माहौल बनाने के लिए असलहे लहराने लगे। शोर सुनकर विभागाध्यक्ष प्रोफेसर नोमान अहमद के साथ ही अन्य प्रोफेसर मौके पर पहुंच कर बीच-बचाव करने लगे। घटना के बाद मौके से भाग रहे हमलावरों में एक ओसामा निवासी मुहल्ला बाजबहादुर थाना शहर कोतवाली को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया गया। घटना के बाबत कालेज के प्राचार्य अफसर अली की तहरीर पर शहर कोतवाली में पकड़े गए ओसामा एवं सिमनान निवासी ग्राम डुगडुगवां थाना क्षेत्र सिधारी तथा चार अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। पुलिस हमलावरों की तलाश में जुटी हुई है। इस घटना को लेकर कालेज परिवार में आक्रोश व्याप्त है।

जौनपुर से बरेली जेल शिफ्ट किए गए पूर्व सांसद धनंजय सिंह कोर्ट ने सुनाई थी 7 साल की सजा


 जौनपुर से बरेली जेल शिफ्ट किए गए पूर्व सांसद धनंजय सिंह


कोर्ट ने सुनाई थी 7 साल की सजा



उत्तर प्रदेश जौनपुर पूर्व सांसद और बाहुबली धनंजय सिंह को शनिवार को सुबह आठ बजे जौनपुर जिला कारागार से बरेली जेल शिफ्ट किया गया। पुलिस के मुताबिक शासन के आदेश पर उन्हें शिफ्ट किया गया है।


 धनंजय सिंह बीती 06 मार्च 2024 से जौनपुर के जिला कारागार में बंद थे। धनंजय सिंह को अपहरण और रंगदारी के मामले में जज शरद चंद त्रिपाठी की कोर्ट ने सजा सुनाई थी। वादी अभिनव सिंघल ने 10 मई 2020 को लाइन बाजार थाने में पूर्व सांसद धनंजय सिंह समेत दो के खिलाफ अपहरण और रंगदारी की प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर के जेल भेज दिया था। इस मामले में वो तीन माह जिला कारागार में बंद रहे। इसके बाद पूर्व सांसद धनंजय सिंह की जमानत हुई।


 मामले में पुलिस ने विवेचना करके तीन माह के अंदर कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल कर दिया। कोर्ट ने 02 अप्रैल 2022 को धनंजय और सहयोगी पर आरोप तय किए थे। इसके बाद 130 तारीखों की सुनवाई के बाद धनंजय समेत दो को दोषी पाया गया। इसके बाद 06 मार्च 2024 को सजा सुनाई गई। पुलिस अधीक्षक डॉ. अजय पाल शर्मा ने बताया कि शासन के आदेश के अनुरूप यह कार्रवाई की गई है।