Sunday 22 October 2023

आगरा सिपाही प्रियंका मिश्रा की कहानी: पहले सस्पेंड फिर इस्तीफा सेवा में वापसी हुई पर 48 घंटे में ही गई नौकरी, जानें वजह!


 आगरा सिपाही प्रियंका मिश्रा की कहानी: पहले सस्पेंड फिर इस्तीफा


सेवा में वापसी हुई पर 48 घंटे में ही गई नौकरी, जानें वजह!



उत्तर प्रदेश आगरा में रील से ट्रोल होकर त्यागपत्र देने वाली महिला सिपाही प्रियंका मिश्रा की सेवा में वापसी और 48 घंटे के भीतर ही आदेश निरस्त होने का मामला चर्चा में बना हुआ है। कमिश्नरेट के बाबू ने तथ्य छिपाकर आदेश कैसे करा लिया। प्रार्थना पत्र की जांच एसीपी मुख्यालय को दी गई थी। इस प्रकरण में अकेला बाबू ही दोषी है या अन्य कर्मचारी भी शामिल हैं, अब इन सभी बिंदुओं की जांच होगी। करीब 25 माह पहले सेवा से त्यागपत्र दे चुकी महिला आरक्षी प्रियंका मिश्रा ने सेवा में वापसी के लिए प्रार्थना पत्र दिया था। त्यागपत्र पूर्व में स्वीकार हो चुका था। महिला सिपाही से ट्रेनिंग के दौरान खर्चे के लिए रुपये जमा कराए गए थे। प्रार्थना पत्र की जांच एसीपी मुख्यालय को दी गई थी। क्या एसीपी मुख्यालय ने अपनी जांच में इन तथ्यों का खुलासा किया था। यदि नहीं तो वह त्यागपत्र की तह तक क्यों नहीं गए? प्रार्थना पत्र पर उनकी रिपोर्ट के बाद सेवा में वापसी की फाइल तैयार हुई। प्रस्ताव पुलिस मुख्यालय भेजा जाना था।


मिली जानकारी के अनुसार तथ्य छिपाकर पुलिस आयुक्त से सिपाही की सेवा में वापसी का आदेश करा लिया गया। आरोपी बाबू जितेंद्र ने किस लालच में यह कदम उठाया? पुलिस महकमे में यह प्रकरण चर्चा का विषय बना रहा। बाबू के खेल से एक बार फिर प्रियंका मिश्रा अवसाद में आ गई है। सितंबर 2021 में सोशल मीडिया पर महज एक वीडियो अपलोड करने पर उनकी नौकरी चली गई। ट्रेनिंग का खर्चा भी भरना पड़ा। अब वही स्थितियां फिर पैदा हो गईं। उन्होंने अपनी आर्थिक हालत खराब बताते हुए दोबारा नौकरी मांगी थी। 


आपको बता दें कि आगरा में रील से ट्रोल होकर त्यागपत्र देने वाली महिला सिपाही प्रियंका मिश्रा को दोबारा तीन दिन पहले नौकरी मिल गई थी। लिपिक जितेंद्र ने तथ्य छिपाकर सेवा में पुनरू वापसी का आदेश पारित करा लिया था। इसकी जानकारी पर पुलिस आयुक्त ने लिपिक को निलंबित कर दिया। सेवा में वापसी का आदेश भी निरस्त कर दिया।


 महिला सिपाही ने पहले रील के लिए त्याग पत्र दिया था। दोबारा गलत तरीके से भर्ती हुई तो 48 घंटे में नौकरी चली गई। अब यह मामला विभाग में चर्चा का विषय बना है। पुलिस आयुक्त डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि प्रियंका मिश्रा ने प्रार्थनापत्र दिया था। इसमें आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने, जीवन यापन में कठिनाई का हवाला देते हुए सेवा में पुनरू वापसी का आग्रह किया। सहायक पुलिस आयुक्त कार्यालय को जांच दी गई। प्रकरण में संयुक्त निदेशक, अभियोजन से विधिक राय ली। उन्होंने नियुक्ति प्राधिकारी की ओर से निहित शक्तियों का प्रयोग करते हुए स्वविवेक के अनुसार निर्णय लिए जाने के लिए राय दी। मामले में त्यागपत्र के पश्चात सेवा में लेने से संबंधित नियमावली और आदेशों के लिए समस्त पत्रावली को पुलिस मुख्यालय भेजा जाना चाहिए था। इसके बाद ही अग्रिम आदेश पारित कराया जाना चाहिए था। मगर, लिपिक ने ऐसा नहीं किया। तथ्यों को संज्ञान में लाए बिना ही महिला सिपाही को पुनः सेवा के लिए 18 अक्तूबर 2023 को आदेश पारित करा लिया। यह नियम के खिलाफ किया। लिपिक को निलंबित किया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को जांच दी गई है। महिला आरक्षी को पुनः सेवा लेने का आदेश भी निरस्त कर दिया गया।

आजमगढ़ फूलपुर 1.12 लाख के नकली नोट के साथ 2 तस्कर गिरफ्तार नकली नोट छापने वाले उपकरण व एक बाइक बरामद


 आजमगढ़ फूलपुर 1.12 लाख के नकली नोट के साथ 2 तस्कर गिरफ्तार



नकली नोट छापने वाले उपकरण व एक बाइक बरामद


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ फूलपुर थाना पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए 112800 रूपये के नकली नोट बरामद करते हुए दो तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से नकली नोट छापने के उपकरण और एक बाइक बरामद की गयी है। ये तस्कर इन नकली नोटों को बाजार में दुकानदारों को देकर असली के रूप में प्रयोग करते थे। इसके साथ ही विभिन्न ग्राहकों को नकली नोट सप्लाई करते थे। प्रभारी निरीक्षक फूलपुर गजानन्द चौबे अपने हमराहियों के साथ कौड़िया बाजार में मौजूद थे।


 मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर दुर्वाषा मोड़ ग्राम सदरपुर बरौली के पास से एक मोटर साइकिल पर बैठे दो व्यक्तियों को पकड़ लिया। पकड़े गये व्यक्ति मो0 सादिक उम्र 24 वर्ष पुत्र कुतुबुद्दीन साकिन खण्डवारी थाना सरायमीर और मो0 शाद उर्फ बादल उम्र 20 वर्ष पुत्र इसरार खान साकिन धन्नीपुर बहाव थाना फूलपुर के निवासी बताये जा रहे हैं। इनके कब्जे से नकली भारतीय मुद्रा 1,12,800 रूपये, नोट छापने का एक प्रिन्टर कैनन, नोट छापने का कागज, दो अर्द्ध निर्मित नोट छपा हुआ कागज, 2 बडी मोबाईल व असली 740 रुपया व एक मोटर साइकिल बरामद किया गया। पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि वे लोग कलर प्रिन्टर से असली नोट से नकली नोट छापने एवं नकली नोटो को बाजार में दुकान वालों को धोखे से देकर असल के रूप में उपयोग करने तथा नकली नोट विभिन्न ग्राहकों को सप्लाई करते है।

आजमगढ़ मार्ग दुर्घटना में 2 की मौत, 2 अन्य घायल एक ही बाइक पर सवार होकर शहर का मेला देखने जाते समय हुआ हादसा


 आजमगढ़ मार्ग दुर्घटना में 2 की मौत, 2 अन्य घायल


एक ही बाइक पर सवार होकर शहर का मेला देखने जाते समय हुआ हादसा



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ घर से मेला देखने निकले चाचा-भतीजा सहित चार लोगों को अज्ञात वाहन ने धक्का मार दिया। इस दुर्घटना में चारो गंभीर रूप से घायल हो गये। घटना के बाद अज्ञात वाहन मौके से फरार हो गया। स्थानीय लोगों ने घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डाक्टरों दो लोगों को मृत घोषित कर दिया, वहीं दो अन्य घायलों की हालत गंभीर देखते हुए हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया। ये चारो एक ही मोटर साइकिल से मेला देखने के लिए निकले थे।


अर्जुन उम्र 20 वर्ष और मनीष यादव 22 वर्ष निवासी रौनापार कस्बा दोनों घनिष्ठ मित्र थे। अर्जुन मौर्या बीज की दुकान चलाता था और मनीष माहुल निवासी एक व्यक्ति का ट्रक चलाता था। शनिवार को ट्रक चालक मनीष छुट्टी लेकर घर आ आया और शाम को मनीष और अर्जुन शहर में मेला देखने के लिए निकले। साथ में अर्जुन का आठ वर्षीय भतीजा हर्ष मौर्य एवं एक अन्य मित्र 20 वर्षीय आदित्य दुबे ने भी चलने की इच्छा जाहिर की। इसके बाद चारों लोग एक ही बाइक पर सवार होकर शहर के लिए चल दिए। रात करीब 8 बजे बाइक सवार सभी पटवध सरैया के पास पहुंचे कि तभी शहर से बिलरियागंज की ओर जा रहे अज्ञात वाहन ने उनको अपनी चपेट में ले लिया। दुर्घटना के बाद वाहन सवार मौके से फरार हो गया। तेज आवाज सुनकर स्थानीय लोग भागकर मौके पर पहुंचे। सभी घायलों को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सक राघवेंद्र सिंह ने अर्जुन मौर्या और मनीष यादव को मृत घोषित कर दिया। गंभीर रूप से घायल हर्ष मौर्य एवं आदित्य दुबे को हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया। इन दोनों को शहर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।

आजमगढ़ सिधारी मरीज दिखाने गये सिपाही के साथ अस्पताल के बांउसरों ने की मारपीट परिजनों ने जमकर किया हंगामा, मुख्य मार्ग भी किया जाम


 आजमगढ़ सिधारी मरीज दिखाने गये सिपाही के साथ अस्पताल के बांउसरों ने की मारपीट



परिजनों ने जमकर किया हंगामा, मुख्य मार्ग भी किया जाम



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ में प्राइवेट अस्पतालों की मनमानी दिन पर दिन बढ़ती जा रही है प्राइवेट अस्पतालों की गुंडई का एक और सनसनीखेज मामला सामने आया है जहां पर प्राइवेट अस्पताल में इलाज के दौरान यूपी पुलिस के सिपाही और उसके परिजनों को अस्पताल के डॉक्टर अमित सिंह और उनके बाउंसरों ने जमकर पीट दिया जिसके बाद हंगामा खड़ा हो गया।


बताते चलें कि जहानागंज थाना क्षेत्र बरही गांव निवासी प्रेम चौहान को हार्ट की समस्या थी जो पिछले एक सप्ताह से गंभीर बीमारी से ग्रसित था। जिसे बीते बुधवार को शहर के निजी अस्पताल रमा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। कि देर रात अस्पताल के वार्ड में तीमारदारों से वार्ड बॉय की कहासुनी हो गयी। जिसके बाद अयोध्या जनपद में मंदिर की सुरक्षा में तैनात पीएससी का जवान अमरजीत चौहान डॉक्टर से शिकायत करने पहुंचा ही था कि अस्पताल में तैनात बाउंसर पीएससी के जवान को जबरन पकड़ कर एक कमरे में बंद कर उसकी पिटाई कर दी। इस दौरान जवान के परिजन उग्र हो गए और अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया और वाराणसी आजमगढ़ मुख्य मार्ग को जाम कर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। जिसके बाद सिधारी थाने के साथ ही अन्य थानों की पुलिस मौके पर पहुँच मामले को किसी तरह शांत कराया। हालांकि परिजन अभी भी अस्पताल प्रबंधन पर कार्रवाई की मांग कर रहे है। वहीं इस मामले में पुलिस अभी कुछ भी बोलने से इंकार कर रही है और जाँच कर कार्रवाई का दावा कर रही है।

संभल थाने के अंदर इंस्पेक्टर पर ब्लेड से हमला हमलावर ने चेहरे पर किया वार


 संभल थाने के अंदर इंस्पेक्टर पर ब्लेड से हमला


हमलावर ने चेहरे पर किया वार



उत्तर प्रदेश संभल चंदौसी इंस्पेक्टर सत्येंद्र पवार के ऊपर युवक ने दफ्तर में जाकर ब्लेड से हमला कर दिया। इसके बाद वह अन्य पर वार करने के लिए दौड़ पड़ा। शोरशराबा होने के बाद आरोपी को अन्य पुलिसकर्मियों ने बमुश्किल काबू किया। हमले की जानकारी के बाद एसपी समेत अन्य लोग मौके पर पहुंचे। उन्होंने इंस्पेक्टर से पूरी घटना की जानकारी ली। रविवार दोपहर को चंदौसी कोतवाल सत्येंद्र पवार अपने दफ्तर में काम कर रहे थे। इस बीच एक युवक वहां पहुंचा। कोतवाल ने जब आने का कारण पूछा तो अचानक उसने ब्लेड से चेहरे पर हमला कर दिया। 


कट लगने के बाद इंस्पेक्टर लहुलूहान हो गए। जब उन्होंने युवक को पकड़ने की कोशिश की तो वह फिर से हमला करने की कोशिश करने लगा। आवाज सुनकर मौके पर तैनात पहरा ड्यूटी पर मौजूद पुलिस कर्मी ने युवक को पकड़ लिया। इसके बाद इंस्पेक्टर की मरहम पट्टी की गई। आरोपी के खिलाफ केस दर्ज करने की तैयार की जा रही है। एसपी कुलदीप सिंह गुनावत ने बताया कि आरोपी युवक लंबे समय से अवसाद में बताया जा रहा है। उसके खिलाफ पहले से कोई अपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। मामले की जांच की जा रही है। आरोपी पड़ोस के गांव कैथल का रहने वाला गुलजारी है।