Thursday, 14 August 2025

आजमगढ़ हत्या के आरोपी को सश्रम आजीवन कारावास एक लाख रुपए अर्थ दंड भी, सबूत के अभाव में 5 आरोपी दोषमुक्त


 आजमगढ़ हत्या के आरोपी को सश्रम आजीवन कारावास




एक लाख रुपए अर्थ दंड भी, सबूत के अभाव में 5 आरोपी दोषमुक्त




उत्तर प्रदेश के आज़मगढ़ जनपद में हत्या के मुकदमे में सुनवाई पूरी करने के बाद अदालत ने एक आरोपी को सश्रम आजीवन कारावास तथा एक लाख रुपए अर्थ दंड की सजा सुनाई। जबकि पर्याप्त सबूत के अभाव में पांच आरोपियों को दोष मुक्त कर दिया। यह फैसला जिला एवं सत्र न्यायाधीश जय प्रकाश पांडेय ने गुरुवार को सुनाया।


अभियोजन पक्ष के अनुसार सिधारी थाना क्षेत्र के चकभाई खां ग्राम में 2 दिसंबर 2018 को रामप्यारे यादव के यहां गृहप्रवेश था। इस गृह प्रवेश में वादी मुकदमा देवराज निवासी चकभाई खा का लड़का प्रवेश तथा उसका मित्र धनपाल शामिल होने गए थे। वहीं पर इन दोनों का गांव के शैलेंद्र निवासी चक बिलंदा और सुरेंद्र निवासी चक नवाज से विवाद हो गया। सुरेंद्र तथा शैलेंद्र के पक्ष में गांव के प्रधान गोपाल यादव और उनके भाई राम जन्म, महेंद्र तथा शिव जन्म वहां पर आ गए। इस विवाद में गोपाल यादव ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से गोली चला दी। जिससे प्रवेश और धनपाल घायल हो गए।अस्पताल ले जाते समय धनपाल की मौत हो गई। पुलिस ने जांच पूरी करने के बाद मुकदमे में कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दिया। 


अभियोजन पक्ष की तरफ से शासकीय जिला शासकीय अधिवक्ता प्रियदर्शी पियूष त्रिपाठी ने कुल नौ गवाहों को न्यायालय में परीक्षित कराया। दोनों पक्षों के दलीलों को सुनने के बाद अदालत में आरोपी गोपाल को सश्रम आजीवन कारावास तथा एक लाख रुपए के अर्थदंड की सजा सुनाई ।जबकि आरोपी शैलेंद्र, सुरेंद्र ,महेंद्र, रामजन्म तथा शिवजन्म को पर्याप्त सबूत के अभाव में दोष मुक्त कर दिया।

आजमगढ़ फूलपुर जांच के नाम पर रिश्वत मांगने का ऑडियो वायरल, सचिव और प्रधान पर सवाल सचिव ने की 15 हजार की मांग, ठेकेदारों से पैसे जुटाने की सलाह खण्ड विकास अधिकारी ने लगाई फटकार, सचिव के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी

आजमगढ़ फूलपुर जांच के नाम पर रिश्वत मांगने का ऑडियो वायरल, सचिव और प्रधान पर सवाल


सचिव ने की 15 हजार की मांग, ठेकेदारों से पैसे जुटाने की सलाह


खण्ड विकास अधिकारी ने लगाई फटकार, सचिव के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी


उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद के फूलपुर ब्लाक के भेड़िया गांव के प्रधान लक्खी लाल और सचिव ओमप्रकाश यादव का एक ऑडियो इंटरनेट मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस ऑडियो में सचिव कथित तौर पर जांच के नाम पर प्रधान से 15 हजार रुपये लिफाफे में देने की मांग कर रहे हैं। ऑडियो में सचिव डीएम की सख्ती और जांच कमेटी का हवाला देकर पैसा मांगते हुए कह रहे हैं कि ब्लाक स्तर पर ही जांच टीम को "मैनेज" कर लिया जाएगा। अगर गांव तक जांच पहुंची तो मामला बिगड़ सकता है।


ऑडियो में सचिव प्रधान को सुझाव देते हैं कि अगर उनके पास पैसे नहीं हैं, तो ब्लाक के ठेकेदारों दीपक या चौहान से पैसे मांग लें। ऑडियो के वायरल होने के बाद यह मामला ब्लाक से लेकर गांव तक चर्चा का विषय बन गया है।


सचिव ओमप्रकाश यादव ने ऑडियो को फर्जी बताते हुए कहा कि यह उनकी आवाज नहीं है। उन्होंने दावा किया कि प्रधान भी इस बात से सहमत हैं कि ऑडियो कहां से आया, यह समझ नहीं आ रहा। वहीं, ग्राम प्रधान लक्खी लाल ने स्वीकार किया कि उनसे जांच के नाम पर 15 हजार रुपये की मांग की गई थी और पैसा लिया भी गया। उन्होंने कहा कि इस तरह का लेन-देन होता रहता है।


खण्ड विकास अधिकारी (बीडीओ) इशरत रोमेल ने बताया कि ऑडियो सुनने के बाद सचिव को फटकार लगाई गई है। उन्होंने कहा कि सचिव से स्पष्टीकरण मांगा गया है और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, ब्लाक के अन्य जिम्मेदार अधिकारियों की चुप्पी इस मामले में सवाल खड़े कर रही है।