Sunday 10 April 2022

वाराणसी जब शुरू हुआ पत्नी और प्रेमिका का तांडव दोनों के झगड़े के बाद कुंए में कूदा प्रेमी कमर और पैर टूटा


 वाराणसी जब शुरू हुआ पत्नी और प्रेमिका का तांडव



दोनों के झगड़े के बाद कुंए में कूदा प्रेमी कमर और पैर टूटा



उत्तर प्रदेश वाराणसी जिले के कपसेठी थाना क्षेत्र के सिरिहिरा गांव के राजकीय महिला महाविद्यालय के पीछे कुएं में एक व्यक्ति कूदने से उसके कमर और पैर टूट जाने से गम्भीर रूप से घायल हो गया।



 बताया जाता है की गोविंद नारायण निवासी हाथी बरनी का रहने वाला है तथा अपने ससुराल दानू पुर सेवापुरी आया था। इसी दौरान अचानक से खमरिया निवासी उसकी प्रेमिका भी आ पहुंची। प्रेमिका ने पहुंचते ही प्रेमी से कहा, मेरा लड़का जो पैसा दिया है उसे दीजिए। इसी दौरान युवक की पत्नी भी मौके पर पहुंच गई।



फिर क्या था प्रेमिका और पत्नी के बीच मारपीट शुरू हो गई। जिससे गुस्से में आकर प्रेमी ने पहले दारू पी ली, इसके बाद वह कुएं जाकर कूद गया। कुएं के पास राहगीर जा रहे थे तो किसी के कराहने की आवाज आई। ग्रामीणों ने तुरंत इस बारे में कपसेठी पुलिस को बताया। इसके बाद आनन-फानन में पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से युवक को बाहर निकलवाया।



 गंभीर हालत में युवक को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सेवापुरी भेजा गया है, जहां से उसे ट्रामा सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया।

आज़मगढ़ मेहनाजपुर जानलेवा हमला के दो आरोपी गिरफ्तार


 आज़मगढ़ मेहनाजपुर जानलेवा हमला के दो आरोपी गिरफ्तार



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ मेहनाजपुर थाने की पुलिस ने रविवार को दिन में मारपीट के दौरान संघाटी को चोट पहुंचाने के मामले में वांछित दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।



मेहनाजपुर थाने में स्थानीय खुम्भादेवरी मोड़ पर बीते दिनों हुई मारपीट के मामले में दर्ज एक मुकदमे में क्षेत्र के नोनीपुर ग्राम निवासी छेदी यादव पुत्र स्व० हरिबरन यादव तथा संजय यादव पुत्र रामविलास यादव के खिलाफ संघातिक चोट पहुंचाने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया था।



 रविवार को दिन में उपनिरीक्षक राकेश कुमार सिंह व उनके सहयोगियों ने क्षेत्र में गश्त के दौरान दिन के करीब 11 बजे नोनीपुर पुलिया के समीप मौजूद छेदी यादव व संजय यादव को गिरफ्तार कर लिया।

मऊ सरायलखंसी हत्या के बाद भाई ने बहन के शव को जलाया जानिए भाई ने क्यों दिया इस खौफनाक घटना को अंजाम


 मऊ  सरायलखंसी हत्या के बाद भाई ने बहन के शव को जलाया

जानिए भाई ने क्यों दिया इस खौफनाक घटना को अंजाम




उत्तर प्रदेश मऊ सरायलखंसी  जिले में एक युवक ने अपनी चचेरी बहन की हत्या कर शव को नदी किनारे फेंक दिया। किशोरी को घर पर न देखकर परिजनों ने जब युवक से पूछताछ की तो वो जवाब नहीं दे सका। परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पूछताछ में युवक ने बहन की हत्या कर उसका शव फेंकने की बात कबूल कर ली।  उसकी निशानदेही पर किशोरी का अधजला शव बरामद हो गया है।



सरायलखंसी थाना क्षेत्र के खालिसपुर गांव में शनिवार शाम उस समय खलबली मच गई। जब किशोरी के गायब होने की सूचना परिजनों ने पुलिस को दी। पुलिस को परिजनों ने बताया कि शाम को साइमा पुत्री इफ्तेखार (16) को चचेरे भाई मुजाहिद पुत्र रियाज के साथ बाइक से जाते देखा गया था।

कुछ देर बाद मुजाहिद लौट आया, उसके कपड़े खून से सने थे। उसने किसी से बिना कुछ कहे बाथरूम में जाकर कपड़े बदल लिए। जब उससे साइमा के बारे  में पूछा गया तो उसने कुछ नहीं बताया। इसके बाद किशोरी के परिजनों ने हत्या की आशंका से पुलिस को फोन पर सूचना दी। पुलिस ने पहुंचकर आरोपी मुजाहिद को हिरासत में लेकर कड़ी पूछताछ की तो वह टूट गया।




उसकी निशानदेही पर साइमा का अधजला शव बुढा़वे गांव के पास टौंस नदी के किनारे बरामद किया गया। उसने पुलिस को बताया कि हत्या के बाद शव जलाने का भी प्रयास किया था। 



वजह पूछे जाने पर मुजाहिद ने कहा कि उसे अक्सर शाइमा और उसके परिवारीजन बेइज्जत किया करते थे, जिसका उसने बदला ले लिया। सीओ सिटी धनंजय मिश्रा ने बताया कि अभी उससे पूछताछ की जा रही है।

महिला सिपाही संग रंगरेलियां मनाना पड़ा भारी-फिर हो गए सीओ से इंस्पेक्टर


 महिला सिपाही संग रंगरेलियां मनाना पड़ा भारी-फिर हो गए सीओ से इंस्पेक्टर



लखनऊ उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर आचरणहीनता के आरोपित निलंबित सीओ कृपा शंकर कन्नौजिया को पदावनत कर दिया गया है। निरीक्षक के पद से पदोन्नति पाकर सीओ बने कृपा शंकर इस कार्रवाई के बाद अब फिर निरीक्षक होंगे। 



जुलाई, 2021 में उन्नाव में सीओ बीघापुर के पद पर तैनात कृपा शंकर कानपुर के एक होटल में परिचित महिला सिपाही के साथ आपत्तिजनक स्थिति में पाए गए थे। वह एक दिन की छुट्टी लेकर निकले थे और महिला सिपाही को लेकर कानपुर पहुंच गये थे।



सीओ के घर न पहुंचने पर पत्नी ने उनकी तलाश शुरू की थी और पुलिस को भी सूचना दी थी। जिसके बाद उनकी तलाश शुरू हुई थी और वह होटल के कमरे में महिला सिपाही के साथ मिले थे। उन्हें निलंबित कर दिया गया था और आचरण नियमावली के तहत उनके विरुद्ध विभागीय जांच शुरू की गई थी।


 

तत्कालीन सीओ कृपा शंकर उन्नाव एक ग्रामीण सर्किल में तैनात थे और मूल रूप से गोरखपुर मंडल के एक जिले के निवासी हैं। उन्होंने घर जाने के लिए एसपी से अवकाश लिया। करीब चार बजे वह एक महिला सिपाही के साथ कानपुर के माल रोड स्थित होटल पहुंचे और वहां किराये का कमरा लेकर ठहर गए। महिला सिपाही उन्नाव के बीघापुर सर्किल के एक थाने में तैनात थी। इधर, पत्नी ने रात में फोन मिलाया तो सभी नंबर बंद मिले। उन्होंने पूछताछ की तो पता चला कि वह अवकाश लेकर घर के लिए निकले हैं। 



इससे पत्नी और परेशान हो उठीं। रात में उन्होंने एसपी उन्नाव को फोन करके पति की हत्या की आशंका जताते हुए मदद मांगी थी।



एसपी ने आनन-फानन मे सर्विलांस टीम को सक्रिय किया तो उनका मोबाइल नेटवर्क गंगा पार कानपुर में एक होटल में आकर बंद हो गया। रात करीब 12 बजे उन्नाव पुलिस होटल पहुंची और पूछताछ की तो पता चला कि सीओ साहब किसी महिला के साथ ठहरे हुए हैं। इसके बाद पुलिस ने उनसे पूछताछ की और वापस लौट गई।



 खास बात यह है कि इतना सब होने के बाद भी सीओ ने महिला सिपाही के साथ ही होटल में रात बिताई और सुबह यहां से गए थे।