Friday, 1 April 2022

मऊ नाबालिग संग दुष्कर्म के मामले में एक को आजीवन कारावास।


 मऊ नाबालिग संग दुष्कर्म के मामले में एक को आजीवन कारावास।




उत्तर प्रदेश मऊ शुक्रवार को अपर जिला सत्र न्यायाधीश विशेष न्यायाधीश पास्को कोर्ट नंबर- 1 जेहरा शबीर ने नाबालिक संग दुष्कर्म के मामले में रामाश्रय पुत्र वीरेंद्र राजभर निवासी भेदवरामल थाना रामपुर जिला मऊ को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। 




जानकारी के अनुसार बताते चलें कि 16 जुलाई 2020 को वादी मुकदमा की भांजी उम्र 5 वर्ष जो आम बिनने बगीचे में गई थी, गांव के ही रामाश्रय पुत्र वीरेंद्र राजभर उसे जबरदस्ती गन्ने के खेत में उठा ले गया और मासूम के साथ दुष्कर्म किया। गांव की ही एक अन्य बच्ची जो पीड़िता के साथ आम बिनने गई थी उसने जाकर वादी मुकदमा से पूरी घटना के बारे में बताया, जब वादी मुकदमा घटनास्थल पर पहुंचा तो अभियुक्त गन्ना के खेत से निकल कर भाग रहा था। 




वादी ने घटना की सूचना थाने पर दिया मुकदमा पंजीकृत हुआ। विवेचक द्वारा वाद विवेचना आरोप पत्र न्यायालय में प्रेषित किया गया, अभियोजन पक्ष की तरफ से कुल सात गवाह प्रस्तुत किया गया, अभियोजन अपने मुकदमे को संदेह से परे साबित करने में सफल रहा है। 




न्यायालय द्वारा अभियुक्त के अधिवक्ता व अभियोजन की दलीलों को सुनने के बाद पत्रावली के अवलोकन के उपरांत अभियुक्त को दोषी करार दिया। सजा के बिंदु पर दुष्कर्म व पास्को एक्ट में आजीवन कारावास व 50 हजार रुपये के अर्थदंड से दंडित करने का आदेश दिया, और अर्थदंड की संपूर्ण धनराशि पीड़िता को देने का आदेश पारित किया। 



साथ ही विधिक सेवा प्राधिकरण व डीएम मऊ को भी पीड़िता को आर्थिक सहायता दिलाने हेतु अपने आदेश की एक प्रति प्रेषित को कहा। 




अभियोजन की तरफ से विशेष लोक अभियोजक प्रवीण कुमार मिश्रा, विमल श्रीवास्तव ने अपने पक्ष को रखा अभियोजन के सहयोग में एडवोकेट राजनाथ यादव धनंजय सिंह परमार रहें।

आजमगढ़ मेहनाजपुर धनउगाही पर दो सिपाहियों पर गिरी गाज, एसपी ने किया निलम्बित


 आजमगढ़ मेहनाजपुर धनउगाही पर दो सिपाहियों पर गिरी गाज, एसपी ने किया निलम्बित




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ मेहनाजपुर थाना क्षेत्र में पकड़ी गई लकड़ी लदी ट्रैक्टर-ट्राली को छोड़ने के एवज में पुलिस कर्मियों द्वारा धन उगाही किए जाने की शिकायत संज्ञान में लेते हुए पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने इस मामले में दोषी मिले दो पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। 




पुलिस अधीक्षक कार्यालय से शुक्रवार को मिली जानकारी के अनुसार बीते 29 मार्च को मेहनाजपुर थाने की पुलिस ने लकड़ी लदे ट्रैक्टर-ट्राली को पकड़ा था। वाहन को छोड़ने के एवज में मेहनाजपुर थाने पर तैनात मुख्य आरक्षी मोहन प्रसाद एवं आरक्षी गुलाब यादव द्वारा धन उगाही की गई। इस बात की शिकायत पुलिस अधीक्षक से की गई। मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक ने इस प्रकरण की जांच का निर्देश अपर पुलिस अधीक्षक नगर को दिया।




 एसपी सिटी द्वारा की गई जांच में धन उगाही की शिकायत सत्य पाए जाने पर पुलिस अधीक्षक ने शुक्रवार को मामले में दोषी पाए गए दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया।


आजमगढ़ कोर्ट के आदेश का पालन न करने पर बरदह थाना प्रभारी तलब।


 आजमगढ़ कोर्ट के आदेश का पालन न करने पर बरदह थाना प्रभारी तलब।




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ कोर्ट के आदेश का समय पर पालन न करने पर नाराजगी जताते हुए मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट यशवंत सरोज ने थाना प्रभारी बरदह को व्यक्तिगत रूप से अदालत में उपस्थित होकर स्पष्टीकरण देने का आदेश दिया है।




 इस मामले में सीजेएम कोर्ट ने 3 मार्च को भगवानी बनाम रामधनी प्रकरण में थानाध्यक्ष बरदह को मुकदमा दर्ज कर जांच करने का आदेश दिया था। जब इस मामले में मुकदमा दर्ज नही किया गया तब पीड़ित ने पुनः कोर्ट की शरण ली। तब न्यायालय ने थाना प्रभारी बरदह से इस संबंध में रिपोर्ट तलब की। 




उसके बावजूद भी थाना प्रभारी की तरफ से कोई समुचित जवाब कोर्ट में नही भेजा। 



जानकारी के अनुसार अदालत ने इस स्थिति पर नाराजगी जताते हुए 31 मार्च को थाना प्रभारी को व्यक्तिगत रूप से तलब किया। अदालत के आदेश के बाद भी थाना प्रभारी कोर्ट में हाजिर होने के बजाय यह रिपोर्ट भेज दिया कि कोर्ट के आदेश के अनुपालन में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।अदालत ने कहा कि ऐसा लगता है के आदेश के बावजूद थानाध्यक्ष ने जानबूझकर कोर्ट के आदेश के अनुपालन में कोई रुचि नहीं दिखाई और ना ही निर्धारित तिथि पर कोर्ट में उपस्थित आये।




 इसलिए थाना प्रभारी बरदह को आदेश दिया जाता है कि वह 2 अप्रैल को सशरीर न्यायालय में उपस्थित आकर अपना स्पष्टीकरण दें कि क्यों न उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाय।

सुल्तानपुर पीपीएस अधिकारी के कमरे में लटकी मिली मेडिकल छात्रा की लाश।


 सुल्तानपुर पीपीएस अधिकारी के कमरे में लटकी मिली मेडिकल छात्रा की लाश।




उत्तर प्रदेश सुलतानपुर पुलिस लाइंस स्थित क्वार्टर गार्ड में प्रशिक्षु पुलिस अधिकारी शिवम मिश्र के कमरे में शुक्रवार की सुबह मेडिकल छात्रा का शव पंखे से लटकता मिला। 



जानकारी के अनुसार मृतका की पहचान मोनिका पांडेय निवासिनी गोलागोकर्णनाथ जनपद लखीमपुर खीरी के रूप में हुई है।



 वह लखनऊ के प्रबुद्ध मेडिकल कालेज से पढ़ाई कर रही थी। प्रयागराज के रहने वाले शिवम का चयन पीपीएस में होने के बाद ट्रेनिंग के लिए यहां भेजा गया। शिवम इन दिनों पुलिस अधीक्षक कार्यालय में तैनात हैं।



 एसपी की गैर मौजूदगी में आम लोगों की जनशिकायत सुन उनका निस्तारण करने की जिम्मेदारी इनके द्वारा निभाई जाती है। 



इनकी शादी हो चुकी है पत्नी प्रयागराज में रहती है। बताया जा रहा है कि मोनिका पांडेय शिवम की गर्लफ्रेंड थी जो अक्सर उनकी गाड़ी ने बैठकर घूमती थी। इस बात की जानकारी जब पत्नी को हुई तो विवाद बढ़ गया। अभी कुछ दिन पहले शिवम की पत्नी सुलतानपुर आई थी। तीनों के बीच काफी विवाद हुआ था।




 मोनिका की मौत कैसे हुई, इसका पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल सकेगा। एसपी विपिन कुमार मिश्र ने बताया कि छात्रा के परिवार में भाई एवं मां हैं। पिता की मृत्यु हो चुकी है। परिवारजन को सूचित कर दिया गया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। 



फोरेंसिक टीम भी जांच कर रही है। तहरीर मिलने पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

बलिया में यूपी बोर्ड पेपर लीक मामले में मास्‍टर माइंड समेत 6 गिरफ्तार


 बलिया में यूपी बोर्ड पेपर लीक मामले में मास्‍टर माइंड समेत 6  गिरफ्तार



बलिया यूपी बोर्ड परीक्षा के दौरान बुधवार को इंटर अंग्रेजी विषय का पेपर लीक करने वालों तक पुलिस पहुंच गयी। गुरुवार की रात पुलिस ने मास्टर माइंड समेत आधा दर्जन आरोपियों को नगरा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।




 पकड़े गये आरोपियों में जिस स्कूल का पर्चा आउट हुआ है, उसका प्रबधंक भी शामिल है।

पुलिस के अनुसार भीमपुरा में स्थित महरजिया देवी इंका भीमपुरा को बोर्ड परीक्षा के लिए सेंटर बनाया गया था। हालांकि यहां के कुछ परीक्षार्थियों की कांपी आर्यभट्ट झकड़ी इंका कसेसर में लिखी जा रही थी जो परीक्षा केंद्र नहीं बना है। 



कापी हल करने का जिम्मा जिस व्यक्ति का उक्त स्कूल है उसके परिवार का भीमपुरा थाना क्षेत्र का कलवारी निवासी आनंद चौहान उर्फ मुलायम, चचेरे भाई मनीष चौहान व बृजेश चौहान के साथ सम्भालता था। बुधवार को अंग्रेजी का प्रश्न पत्र मुलायम ने ही आउट किया था।




पुलिस ने महरजिया देवी इंका के प्रबंधक निर्भय नरायण सिंह, स्कूल के कर्मचारी राजू प्रजापति, मास्टरमाइंड मुलायम, मनीष, बृजेश व गोलू को गिरफ्तार कर लिया। 




पुलिस का कहना है कि पूछताछ के बाद सभी के खिलाफ केस दर्ज कर जेल भेजा जा रहा है।

सोनभद्र डीएम के बाद गाजियाबाद एसएसपी भी किये गये निलम्बित।


 सोनभद्र डीएम के बाद गाजियाबाद एसएसपी भी किये गये निलम्बित।




लखनऊ उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने दूसरे कार्यकाल में गुरुवार को अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए सोनभद्र के डीएम टीके शिबू और गाजियाबाद के एसएसपी पवन कुमार को निलंबित कर दिया।



जानकारी के अनुसार सोनभद्र के डीएम को खनन एवं निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार और चुनाव के दौरान ठीक से काम न करने के कारण निलंबित किया गया है।



 जबकि गाजियाबाद के एसएसपी अपराध न रोक पाने और कर्तव्यों का पालन नहीं करने पर निलंबित हुए हैं। 



चंद्रविजय सिंह को सोनभद्र का नया डीएम बनाया गया है। अभी तक वे मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक थे। मुख्यमंत्री ने एक ही दिन में दो प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई कर सख्त संदेश दिया है कि भ्रष्टाचार और अपराधियों के खिलाफ ढिलाई कतई बर्दाश्त नहीं होगी। प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि वाराणसी के मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल को टीके शिबू के मामले की जांच सौंपी गई है।




 शिबू को राजस्व परिषद लखनऊ से संबद्ध किया गया है। दूसरी ओर अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि पवन कुमार को अपराध न रोक पाने और कर्तव्यों का पालन नहीं करने पर निलंबित किया गया है। उधर, अपर मुख्य सचिव नियुक्ति एवं कार्मिक देवेश कुमार चतुर्वेदी की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि सोनभद्र के डीएम टीके शिबू के खिलाफ शासन को लगातार शिकायतें मिली थीं। उनके खिलाफ जनप्रतिनिधियों द्वारा सोनभद्र में खनन, जिला खनिज न्यास समिति और अन्य निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार की शिकायतें की गईं।