Saturday 28 May 2022

आजमगढ़ जिला कारागार में चला सघन तलाशी अभियान आपत्तिजनक वस्तु न मिलने पर जेल प्रशासन ने ली राहत की सांस


 आजमगढ़ जिला कारागार में चला सघन तलाशी अभियान


आपत्तिजनक वस्तु न मिलने पर जेल प्रशासन ने ली राहत की सांस


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक की अगुवाई में शनिवार को जिला कारागार का मासिक निरीक्षण किया गया। 



इस दौरान जेल की बैरकों में चलाए गए सघन तलाशी अभियान में कोई आपत्तिजनक वस्तु न मिलने पर प्रशासनिक अधिकारियों ने जहां संतोष व्यक्त किया वहीं जेल प्रशासन ने भी राहत की सांस ली।



जिला कारागार परिसर में शनिवार की सुबह करीब 10.30 बजे औचक निरीक्षण करने पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों का काफिले की धमक सुन जेल के अंदर अफरातफरी मच गई। पुलिस बल के साथ पहुंचे डीएम विशाल भारद्वाज व एसपी अनुराग आर्य के निर्देश पर बैरकों की सघन तलाशी ली गई।



 हालांकि इस दौरान टीम को कोई आपत्तिजनक वस्तु नहीं मिली। अधिकारियों की निगरानी में पुरूष व महिला बैरक, भोजनालय, अस्पताल आदि का भी निरीक्षण किया गया।



 अधिकारियों ने जेल में निरुद्ध बंदियों से उनकी समस्याओं के बाबत जानकारी ली। साथ ही जेल के अधिकारियों से भी बंदियों को मिलने वाली सुविधाओं के बारे में पूछताछ की गई। सब कुछ सामान्य मिलने पर अधिकारी द्वय ने संतोष जाहिर किया।


 प्रशासनिक अधिकारियों की जेल से रवानगी के बाद जेल अधिकारियों ने राहत महसूस किया।

कानपुर क्राइम ब्रांच के सात सिपाही लाइन हाजिर, एसटीएफ बन कर के करते थे वसूली


 कानपुर क्राइम ब्रांच के सात सिपाही लाइन हाजिर, एसटीएफ बन कर के करते थे वसूली



उत्तर प्रदेश कानपुर एसटीएफ बन दबिश देकर वसूली करने के मामले में क्राइम ब्रांच में तैनात रहे सात पुलिस कर्मियों को संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने शुक्रवार देर रात लाइन हाजिर कर दिया है।



 वहीं एक एसआई समेत सात सिपाहियों को थानों, ट्रैफिक पुलिस और डायल-112 में तैनाती मिली है। लंबे समय से क्राइम ब्रांच में तैनात पुलिस कर्मियों का नया खेल उजागर हुआ जिसमें ये पुलिसकर्मी शहर में अलग-अलग जगह दबिश देकर जब लोगों को उठाते हैं तो खुद को एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) से बताते थे। पिछले कुछ दिनों में ऐसे कई मामले सामने आए हैं इसका खुलासा तब हुआ जब उठाए गए लोगों के परिजनों ने एसटीएफ से संपर्क किया खुद एसटीएफ अफसर भी इससे परेशान थे। 



आमतौर पर एसटीएफ बड़े गुडवर्क करती है जिससे अपराधियों व और आम लोगों में पुलिस से ज्यादा एसटीएफ का खौफ रहता है इसी का क्राइम ब्रांच के पुलिसकर्मियों ने फायदा उठाया। मामले में संयुक्त पुलिस आयुक्त ने कार्रवाई करते हुए एसआई शुभम यादव, हेडकांस्टेबल शमशाद अली, शिववीर सिंह, रवि कुमार, सिपाही लाखन सिंह, अंकुर भदौरिया व देवांश सिरोही को लाइन हाजिर किया है। 



वहीं थाना सीसामऊ से एसआई विक्रम सिंह को अपराध शाखा, चकेरी से हेडकांस्टेबल विनोद कुमार, कर्नलगंज से प्रदीप सिंह, स्वरूप नगर से शीतांश को अपराध शाखा भेजा है।

लखनऊ एक युवती से शादी करने पर अड़े सगे भाई तैयारी में जुटी दुल्हन अब तक अनजान


 लखनऊ एक युवती से शादी करने पर अड़े सगे भाई


तैयारी में जुटी दुल्हन अब तक अनजान



लखनऊ दिल्ली से उत्तर प्रदेश के एक गांव में अजब मामला सामने आया है। यहां पर एक युवती से शादी के चक्कर में दो भाइयों के बीच मारपीट हो गई। दोनों के बीच हुई मारपीट एक युवती के कारण हुई है, जिससे दोनों ही शादी करना चाहते हैं। 


जानकारी के अनुसार दरअसल, युवती का रिश्ता एक भाई से हुआ है, लेकिन दूसरा भाई उस युवती से शादी करने की जिद पर अड़ा हुआ है। दोनों के बीच मारपीट होने की सूचना पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।



एक गांव निवासी दो भाइयों की आयु 35 और 37 वर्ष हो गई है। काफी प्रयास के बाद भी उनकी शादी नहीं हो पा रही है। बताया गया है कि गत दिनों बरेली के एक गांव से कुछ लोग बड़े भाई को देखने के लिए आए थे। इस दौरान वह बड़े भाई को पसंद कर गए। जिसके बाद लड़का पक्ष भी लड़की पक्ष के घर जाकर लड़की को पसंद कर रिश्ता तय कर आया। आने वाले नवंबर माह में दोनों की शादी होनी तय हुई, लेकिन इस बीच युवक के छोटे भाई ने युवती के घर का नंबर लेकर फोन पर वार्ता करनी शुरू कर दी। दोनों के बीच वार्ता होने की जानकारी बड़े भाई को हुई तो उसने इसका विरोध किया। जिसको लेकर दोनों के बीच कहासुनी हो गई।




 इस पर दोनों भाइयों का स्वजन ने समझौता करा दिया, लेकिन कुछ ही समय बाद दोनों भाई एक ही लड़की से शादी करने की बात पर फिर से अड़ गए हैं। हालांकि, अभी तक इसकी जानकारी लड़की पक्ष को नहीं दी गई है। मामले की जानकारी डायल 112 पर पुलिस को फोन कर दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।




 इस संबंध में सीओ पवन कुमार का कहना है कि थाना पुलिस को कोई तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलने पर संबंधित कार्रवाई की जाएगी।

मेरठ एक साथ 500 सिपाहियों का हुआ तबादला


 मेरठ एक साथ 500 सिपाहियों का हुआ तबादला



उत्तर प्रदेश मेरठ भ्रष्टाचार-लापरवाही और वसूली की शिकायतों के चलते एसएसपी ने यूपी 112 पर डंडा चलाया है। एसएसपी ने 500 पुलिसकर्मियों का एक साथ ट्रांसफर कर दिया है। 



लंबे समय से एक ही इलाके में जमा पुलिसकर्मियों का कोकस तोड़ने के लिए सभी पुलिसकर्मियों की जगह बदल दी गई है। साथ ही कई मामलों में गोपनीय जांच भी कराई जा रही है।



पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार और अवैध गतिविधियों की शिकायत के लिए एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने व्हाट्सएप नंबर जारी किया था। इस व्हाट्सएप नंबर पर एसएसपी के पास पिछले कुछ समय से यूपी 112 पर तैनात पुलिसकर्मियों की शिकायतें पहुंच रही थी। कई शिकायतों में आरोप लगाया गया कि यूपी 112 पर तैनात पुलिसकर्मी अवैध गतिविधियों को अंजाम दिलाते हैं। भ्रष्टाचार की शिकायतें भी की जा रही थी।



एसएसपी ने मामले में जांच कराई तो खुलासा हुआ कि कई पुलिसकर्मी 5-6 साल से एक ही रूट पर जमे हुए हैं और अवैध गतिविधियों में संलिप्त हैं। शिकायतों के आधार पर एसएसपी ने एक साथ 500 पुलिसकर्मियों का ट्रांसफर कर दिया है। 



यूपी 112 में तैनात दरोगा, सिपाही, हेड कांस्टेबल और होमगार्ड को एक जगह से दूसरी जगह पर भेजा गया है। साथ ही गोपनीय जांच भी शुरू करा दी गई है। जल्द ही मामले में दोबारा बड़ी कार्रवाई की जाएगी।




मेरठ के एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने कहा, 'कुछ समय से यूपी 112 पर तैनात पुलिसकर्मियों की शिकायतें मिल रही थीं। जांच कराई तो पता चला कि कई पुलिसकर्मी लंबे समय से एक ही इलाके में जमे हुए हैं और अवैध गतिविधियों को अंजाम दिलाते हैं। फिलहाल सभी पुलिसकर्मियों के ट्रांसफर कर दिए गए हैं और जांच कराई जा रही है।'