उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती में फर्जीवाड़ा, सिपाही बनने के लिए बनाए फर्जी प्रमाण पत्र
2 बार पास की बोर्ड परीक्षा, बर्खास्तगी के साथ होगी रिकवरी
लखनऊ उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा में शामिल हुए दो अभ्यर्थियों ने जाली प्रमाण पत्र लगाए। शैक्षिक व शारीरिक परीक्षा पास कर सिपाहियों को तैनाती मिल गई। एक सिपाही करीब सात वर्ष और दूसरा करीब पांच वर्ष से नौकरी कर रहा है। फर्जीवाड़ा कर नौकरी हासिल करने वाले सिपाहियों का भेद पुलिस एवं भर्ती बोर्ड में आए गोपनीय पत्र से उजागर हुआ । विभागीय जांच में आरोपी पुलिस कर्मियों के जन्मतिथि में बदलाव करने और दो बार बोर्ड परीक्षा देने की पुष्टि हुई। जिसके आधार पर हुसैनगंज कोतवाली में सिपाहियों के खिलाफ अनुसचिव आलोक जायसवाल की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
मेरठ गंगानगर निवासी लक्ष्मीकांत ने वर्ष 2013 आरक्षी परीक्षा पास की। प्रशिक्षण के उपरांत 20 मई 2016 को लखीमपुर खीरी में पहली तैनाती मिली। कुछ वक्त बाद ही सिपाही ने ट्रांसफर मेरठ जोन करा लिया। मौजूदा वक्त में नोएडा में कमिश्नरेट लक्ष्मीकांत तैनात है। सिपाही के खिलाफ 18 मार्च 2023 को बुलंदशहर निवासी मोहनलाल ने एक पत्र बोर्ड में भेजा। जिसे सिपाही की वास्तविक जन्मतिथि 1984 होने का दावा किया गया।
वहीं, लक्ष्मीकांत की हाईस्कूल मार्कशीट में जन्मतिथि 10 जून 1995 लिखी थी। संशय की स्थिति होने पर जांच शुरू कराई गई। जिसमें वर्ष 1999 से 2003 के मध्य एसएसडी ब्वायज इंटर कालेज से लक्ष्मीकांत के परीक्षा पास करने का पता चला। वहीं, बोर्ड में जमा कराए गए दस्तावेजों में वर्ष 2009 से 2013 के मध्य एसडीएस स्कूल से हाईस्कूल और राजेश पाइलट कालेज से इंटर की परीक्षा पास करने का रिकार्ड मिला। जिससे असली जन्मतिथि छिपाने की पुष्टि हुई।
मेरठ सरधना निवासी सोनू भी जन्मतिथि में हेरफेर कर वर्ष 2015 की पुलिस भर्ती परीक्षा में शामिल हुआ। 12 जुलाई 2018 को नौकरी ज्वाइन करने के बाद से वह बंदायू में तैनात है। आरोपी सिपाही के खिलाफ 17 फरवरी को मेरठ निवासी राहुल कुमार ने भर्ती बोर्ड को पत्र भेजा। जिसके आधार पर जांच शुरू हुई। छानबीन में पता चला कि सोनू की वास्तविक उम्र 25 मार्च 1985 है, जबकि आरोपी की हाईस्कूल मार्कशीट में जन्मतिथि 25 मार्च 1994 है। सोनू ने जन्मतिथि में बदलाव के लिए दो बार हाईस्कूल और इंटर की परीक्षा भी दी है।
फर्जी दस्तावेज के सहारे नौकरी पाने वाले सिपाहियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। अब विभाग की तरफ से बर्खास्तगी के साथ नौकरी के दौरान ली गई तनख्वाह व अन्य भत्तों की रिकवरी भी की जाएगी। जिसकी कार्रवाई जल्द शुरू हो सकती है।