Monday 11 July 2022

आजमगढ़ अतरौलिया 3 लोगों से 30.5 लाख की हुई धोखाधड़ी किसी को नौकरी तो किसी को लोन दिलाने के नाम जालसाज ने बनाया शिकार पुलिस अधीक्षक को शिकायत पत्र सौंप पीड़ितों ने लगाई न्याय की गुहार।


 आजमगढ़ अतरौलिया 3 लोगों से 30.5 लाख की हुई धोखाधड़ी


किसी को नौकरी तो किसी को लोन दिलाने के नाम जालसाज ने बनाया शिकार


पुलिस अधीक्षक को शिकायत पत्र सौंप पीड़ितों ने लगाई न्याय की गुहार।




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जनपद के अतरौलिया थाना क्षेत्र में 30.5 लाख की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। सबसे बड़ी बात यह है कि एक ही जालसाज द्वारा तीनों लोगों को धोखाधड़ी का शिकार बनाया गया है। धोखाधड़ी के शिकार तीनों पीड़ित आज पुलिस अधीक्षक से मिलकर न्याय की गुहार लगाई है।




जानकारी के अनुसार विस्नू गुप्ता पुत्र शिवदास गुप्ता ग्राम ईश्वर पवनी थाना अतरौलिया ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देकर आरोप लगाया कि प्रतिज्ञा प्रति पाण्डेय पुत्र चन्द्रभान पाण्डेय निवासी ग्राम खजुरी धनेजपट्टी थाना अहरौला ने लोन कराने के नाम पर कमीशन व मार्जिन मनी के रूप में 3.5 लाख रूपये ले लिए लेकिन कोई भी लोन नहीं मिला। कमीशन व मार्जिन मनी के नाम दिये गये 3.5 लाख रूपये वापस मांगने पर जान से मारने की धमकी दी जा रही है। 



दूसरी घटना में धोखाधड़ी के शिकार हुए राजेन्द्र प्रसाद विश्वकर्मा पुत्र स्व0 भगवान दास ग्राम ईश्वरपुर पवनी थाना अतरौलिया ने एसपी को प्रार्थना पत्र देकर बताया कि लड़के को बैंक में नौकरी दिलाने के नाम पर प्रतिज्ञापति पाण्डेय द्वारा उससे 6 लाख रूपये घूस लिए गये लेकिन अभी तक लड़के को नौकरी नहीं मिला, जब घूस में लिए पैसे वापस करने की बात कही जाती है तो भद्दी-भद्दी गालियां देते हुए भगा दिया जाता है। पीड़ित राजेन्द्र प्रसाद ने न्याय न मिलने की स्थिति में परिवार सहित जान देने की धमकी भी दी है।




वहीं तीसरे धोखाधड़ी के शिकार  दीपचन्द यादव पुत्र राम प्रताप यादव ग्राम भीखपुर पो0 गोविन्दपुर थाना अतरौलिया ने पुलिस अधीक्षक को दिये प्रार्थना पत्र में बताया कि प्रतिज्ञापति पाण्डेय ने उसे एक करोड़ लोन दिलाने के नाम 21 लाख रूपये  लिए, जब काफी समय बीत जाने के बाद लोन नहीं पास हुआ तो वह प्रतिज्ञापति के पास लोन दिलाने के नाम पर दिये गये 21 लाख रूपये मांगने गया तो उसे जान से मारने की धमकी देते हुए उल्टे प्राथी के  ही ऊपर मुकदमा दर्ज कराने की धमकी दी।

आजमगढ़ में हत्या कर भागा था सउदी अरब इंटरपोल से जारी अलर्ट के बाद आइजीआइ एयरपोर्ट से गिरफ्तार


 आजमगढ़ में हत्या कर भागा था सउदी अरब


इंटरपोल से जारी अलर्ट के बाद आइजीआइ एयरपोर्ट से गिरफ्तार




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जिले का शातिर अपराधी जौनपुर में फर्जी नाम और पते के सहारे पासपोर्ट बनवाकर विदेश फरार हो गया। इस मामले में पुलिस की सक्रियता की वजह से आरोपित के खिलाफ इंटरपोल से रेडकार्नर नोटिस तक जारी हो चुका था। आखिरकार पुलिस के हत्थे आरोपित नई दिल्ली में आइजीआइ एयरपोर्ट पर चढ़ गया। दरअसल वह काठमांडू से नई दिल्ली पहुंचा था कि यूपी एसटीएफ की टीम को जानकारी हुई और आनन फानन एयरपोर्ट पर ही आरोपित की गिरफ्तारी कर ली गई। इसके बाद टीम उसे पूछताछ के लिए लेकर रवाना हो गई।




यूपी एसटीएफ ने आजमगढ़ जिले में लूट और हत्या के मामले में वांछित आरोपित को रविवार को नई दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार उसके खिलाफ इंटरपोल से रेड कार्नर नोटिस जारी किया गया था। वह आठ साल पहले वारदात को अंजाम देने के बाद से ही फर्जी पासपोर्ट के सहारे फरार चल रहा था। पुलिस के अनुसार पकड़ा गया माजिद देवगांव कोतवाली के कटौली कला का निवासी है। पुलिस अब उससे पूछताछ करने के साथ ही पुरानी वारदात की फाइलों से भी धूल साफ कर रही है।



गिरफ्तारी के दौरान उसके पास से एसटीएफ ने दो मोबाइल, छह हजार नकदी, सऊदी का 850 रियाल बरामद किया है। उसकी गिरफ्तारी के लिए एएसपी राज कुमार मिश्रा, सीओ देवेंद्र कुमार की टीम अभिसूचना संकलन कर रही थी। रविवार को सूचना प्राप्त हुई कि माजिद काठमांडू से इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर आने वाला है। उसके बाद वहां पहुंचकर टीम ने उसे दबोच लिया।




जानकारी के अनुसार पूछताछ में माजिद ने बताया कि 20 अक्टूबर 2013 को अपने साथी नदीम उर्फ गुडडू निवासी बैरीडीह के साथ मिलकर तारिक की गोली मारकर हत्या करके उसकी मोटर साइकिल लूट ली थी। फरारी के दौरान वर्ष 2016 में जौनपुर से फर्जी पासपोर्ट बनवाकर सऊदी चला गया था। बताया कि आज काठमांडू से इंदिरा गांधी एयरपोर्ट आया था। उसकी गिरफ्तारी पर पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ के स्तर से पांच हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था।

आजमगढ़ पुलिसकर्मी की पत्नी से छेड़खानी में 3 आरक्षी निलंबित, एफआईआर दर्ज


 आजमगढ़ पुलिसकर्मी की पत्नी से छेड़खानी में 3 आरक्षी निलंबित, एफआईआर दर्ज




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ पुलिस लाइन परिसर में रविवार की रात अपने आवास के बाहर टहल रही पुलिसकर्मी की पत्नी के साथ एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के गनर ने छेड़खानी कर दी। विरोध करने पर मामला मारपीट तक पहुंच गया। इस मामले की जानकारी होने पर पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए मामले में दोषी पाए गए तीन आरक्षियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।



जानकारी के अनुसार पुलिस विभाग के डायल 112 सेवा में तैनात सिपाही पुलिस लाइन परिसर में मिले आवास में अपने परिवार के साथ रहता है। रविवार को वह अपने ड्यूटी पर तैनात था। रात में सिपाही की पत्नी अपने आवास के बाहर टहल रही थी। उसी दौरान पुलिस विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी का गनर नशे की हालत में महिला के पास पहुंचा और उसके साथ छेड़खानी शुरू कर दी। महिला ने फोन के माध्यम से इसकी जानकारी अपने पड़ोसी को दी। मौके पर पहुंचे पड़ोसी ने जब इस बात का विरोध किया तो मामला मारपीट तक पहुंच गया। बताते हैं कि गनर के साथ रहे दो अन्य पुलिसकर्मियों ने बीच-बचाव करने वाले पुलिसकर्मी के साथ मारपीट की।



 पीड़ित पक्ष द्वारा रात में ही इसकी सूचना पुलिस अधीक्षक को दी गई। मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक ने घटना की जांच कराई और इस मामले में दोषी मिले गनर विजेंद्र सिंह, उसका साथ देने वाले सिपाही दिवाकर सिंह एवं मनीष मिश्रा के खिलाफ शहर कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराते हुए तीनों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।

आजमगढ़ गम्भीरपुर मतस्य पालक की हत्या कर पोखरे में शव फेंक हत्यारे फरार हमलावरों के चंगुल से भाग जान बचाने में सफल रही पत्नी


 आजमगढ़ गम्भीरपुर मतस्य पालक की हत्या कर पोखरे में शव फेंक हत्यारे फरार



हमलावरों के चंगुल से भाग जान बचाने में सफल रही पत्नी




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ गंभीरपुर थाना क्षेत्र के असाउर टीकर गांव में रविवार की रात मछली पालन किए गए पोखरे की निगरानी कर रहे दंपति पर आधा दर्जन की संख्या में आए हमलावरों ने धावा बोल दिया। हमलावरों के चंगुल से जान बचाकर मौके से भागी पत्नी गांव में पहुंचकर लोगों को घटना की जानकारी दी। उधर हमलावर मत्स्य पालक की हत्या कर शव को पोखरे में फेंक भाग निकले। रात में किसी तरह शव को पोखरे से बरामद कर लिया गया। 



इस मामले में घटना की प्रत्यक्षदर्शी रही मृतक की पत्नी ने तीन नामजद व चार अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस हत्यारों की तलाश में जुट गई है।



जानकारी के अनुसार असाउर टीकर ग्राम निवासी 50 वर्षीय रामअवतार सरोज पुत्र टिल्ठू परिवार के भरण पोषण के लिए मुर्गे का व्यवसाय करता था। कुछ सालों से ग्राम समाज का पोखरा मत्स्य पालन के लिए उसे आवंटित किया गया था। जिसको लेकर गांव के ही कुछ लोगों से उसका विवाद चल रहा था। रामअवतार पोखरे में मछली पालन किया हुआ था। पोखरे की निगरानी के लिए वह प्रतिदिन अपनी पत्नी के साथ पोखरे पर ही मंडई में सोता था। रविवार की रात रोज की भांति वह अपनी पत्नी अनरमा देवी के साथ मंडई में सोया था। देर रात करीब 12 बजे 6-7 की संख्या में आए लोगों ने पति-पत्नी पर हमला बोल दिया। इसी तरह रामअवतार की पत्नी हमलावरों के चंगुल से छूट कर मौके से भाग निकली और गांव में जाकर लोगों को घटना की जानकारी दी। उधर हमलावर रामअवतार की हत्या कर शव को पोखरे में फेंककर फरार हो गए।



 घटना की जानकारी के बाद गांव के लोग मौके पर जुटे और रामअवतार की तलाश पोखरे में की जाने लगी। काफी देर बाद उसे मृत हालत में पोखरे से बाहर निकाला गया। घटना की सूचना पाकर मुकामी पुलिस मौके पर पहुंच गई शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। घटना के संबंध में मृतक की पत्नी अनरमा देवी की तहरीर पर पुलिस ने तीन नामजद व चार अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पांच भाइयों में सबसे बड़े रहे मृतक रामअवतार की छह पुत्री व तीन पुत्र बताए गए हैं।

आजमगढ़ देवगांव घर में घुस कर महिला को मारी गोली आठ वर्ष पूर्व पट्टीदारी विवाद में हो चुकी है पति की हत्या


 आजमगढ़ देवगांव घर में घुस कर महिला को मारी गोली


आठ वर्ष पूर्व पट्टीदारी विवाद में हो चुकी है पति की हत्या




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ देवगांव कोतवाली क्षेत्र के सोठौली गोसाईगंज गांव में सोमवार की दोपहर घर में घुसकर 45 वर्षीय महिला को गोली मार दी गई। स्थानीय अस्पताल से रेफर की गई घायल महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। महिला की हालत गंभीर बनी हुई है। वारदात की वजह पुरानी रंजिश बताई जा रही है। पट्टीदारों से चल रही अदावत में इस घटना के पूर्व दो हत्याएं हो चुकी हैं।




देवगांव कोतवाली क्षेत्र के सोठौली गोसाईगंज निवासी धारा देवी (45) पत्नी स्व. अशोक गिरी सोमवार की दोपहर करीब एक बजे घर में अकेली थी। उस समय महिला का छोटा पुत्र नितेश पड़ोस में रहने वाले बड़े पिता के घर से ठंडा पानी लेने गया था। इसी दौरान कुछ लोग उसके घर में घुसे और महिला को गोली मार कर फरार हो गए। गोली चलने की आवाज सुनकर नीतेश घर पहुंचा तो मां को लहूलुहान देख शोर मचाया। शोर सुनकर गांव के लोग मौके पर जुट गए। घायल महिला को आनन-फानन लालगंज सीएचसी ले जाया गया। घायल महिला की हालत नाजुक देख प्राथमिक उपचार के बाद उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। 



घटना के पीछे पुरानी रंजिश को प्रमुख कारण बताया जा रहा है। बताते हैं कि घायल महिला के पति अशोक गिरी की विगत आठ अक्टूबर 2014 को हत्या कर दी गई थी। इसके बाद अशोक के पट्टीदार दिलीप गिरी की 9 दिसंबर 2020 को हत्या कर दी गई। इस वारदात में नामजद मृतक अशोक के पुत्र नीरज व निर्भय गिरी जेल गए थे। जिसमें नीरज अभी जेल में है और निर्भय जमानत पर छूटा है। एक पुत्र निलेश दिल्ली रहता है जबकि सबसे छोटा नितेश घर पर अपनी मां के साथ रहता है। घर में घुस कर महिला को गोली मारे जाने की जानकारी होते ही देवगांव कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई और जांच-पड़ताल में जुट गई है। समाचार लिखे जाने तक घटना को लेकर कोई तहरीर नहीं पड़ी थी।

डॉक्टरों के ट्रांसफर में भारी गड़बड़ी भेजी गई गलत रिपोर्ट, अयोध्या समेत 22 सीएमओ को नोटिस, होगी बड़ी कार्रवाई


 डॉक्टरों के ट्रांसफर में भारी गड़बड़ी


भेजी गई गलत रिपोर्ट, अयोध्या समेत 22 सीएमओ को नोटिस, होगी बड़ी कार्रवाई




अयोध्या शासन की ओर से जून माह में जारी की गई तबादला नीति के तहत जिले में किए गए डॉक्टरों के ट्रांसफर में भारी खेल किया गया। सीएमओ कार्यालय से शासन को भेजी गई डॉक्टरों की रिपोर्ट में भारी हेराफेरी की गई। जो डॉक्टर 10 साल से अधिक समय से जनपद में कार्यरत हैं उनको तीन वर्ष कार्य करते बताया गया है। कई डॉक्टर 10 साल से अधिक समय से एक ही सीएचसी पर कार्यरत हैं। यही नहीं लेबल टू व थ्री के चिकित्सा अधिकारियों का सीएमओ स्तर से स्थानान्तरण कर दिया गया। जब कि उनका स्थानान्तरण शासन से किया जाता है।



 स्थानान्तरण में की गई गड़बड़ियों को लेकर निदेशक प्रशासन राजा गणपति ने सीएमओ अयोध्या सहित प्रदेश के 22 सीएमओ व सात अस्पतालों के निदेशक को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। स्वास्थ्य विभाग में किए गए स्थानानतरण में जम कर फर्जीवाड़ा किया गया। जिसकी गूंज शासन तक पहुंच गई है।




 निदेशक प्रशासन राजा गणपति ने जब भेजी गई स्थानान्तरण सूची की जांच करायी तो अयोध्या सहित कई जनपद में भारी अनियमिता मिली। इसे लेकर निदेशक प्रशासन ने सीएमओ अयोध्या से जवाब तलब किया है। स्वास्थ्य विभाग में किए गए लगभग सभी स्थानान्तरण में जमकर खेल किया गया।



जानकारी के अनुसार  सीएचसी मसौधा पर कार्यरत एक चिकित्सक लगभग 10 वर्ष से एक ही स्थान पर नियुक्त है। किन्तु शासन को जो सूची भेजी गई उसमें उसे तीन वर्ष से नियुक्त बताया गया है। इसी प्रकार सीएचसी मिल्कीपुर प्रभारी अहमद हसन किदवई जो लगभग 10 वर्ष से एक ही सीएचसी पर नियुक्त हैं। उनका कहीं अन्यत्र स्थानान्तरण नही किया गया। इसी प्रकार सीएचसी खण्डासा के अधीक्षक डा.संतोष कुमार भी कई वर्षों से खण्डासा सीएचसी का कार्यभार देख रहे हैं। रुदौली सीएचसी पर नियुक्त डा. मदन बरनवाल लगभग 10 वर्ष से इसी क्षेत्र में नियुक्त हैं। उनका गैर जनपद स्थानान्तरण होना था। किन्तु शासन को गुमराह कर दोबारा सीएचसी रुदौली का प्रभारी बन गए। 



सीएचसी मवई में अधीक्षक रहे डा. रविकांत वर्मा को गैर जनपद भेजा जाना था किन्तु उन्हें उसी सीएचसी पर समायोजित कर प्रभारी से हटाकर चिकित्सक के रूप में रख लिया गया।



सीएचसी प्रभारी बीकापुर को भी सात वर्ष से अधिक जनपद में सेवा देते हो गया है किन्तु उनका स्थानान्तरण कहीं नही किया गया। सीएचसी पूरा बाजार में नियुक्त डा. अमित कुमार भी काफी समय से एक ही स्थान पर प्रभारी बने हैं। उनको स्थानान्तरण नहीं किया गया। तुलसी महिला चिकित्सालय में कार्यरत डा. रीना सिंह, जिला चिकित्सालय में कार्यरत डा. वेद प्रकाश सिंह लम्बे समय से अयोध्या जनपद में हैं। उनका गैरजनपद स्थानान्तरण होना था किन्तु उनका स्थानान्तरण नही किया गया। 



इसी प्रकार कई अन्य चिकित्सकों के स्थानान्तरण में भी हेराफेरी की गई है। सीएमओ कार्यालय की मिली भगत से शासन को गुमराह किया गया है। सीएमओ डॉ.एके राजा स्थानान्तरण को लेकर कुछ भी नहीं कहना चाहते हैं। फिर भी शासन की ओर से प्रदेश के लगभग 29 जनपदों में हेराफेरी की बात सामने आई है।



 जिन जनपदों में शासन को गुमराह करने वाली रिपोर्ट भेजी गई है उसमें अयोध्या जनपद भी शामिल है। यह माना जा रहा है कि स्थानान्तरण में किए गए भ्रष्टाचार को लेकर सीएमओ पर शासन का सिकंजा कसने वाला है। देर सबेर सीएमओ अयोध्या पर शासन की गाज गिर सकती है।

आजमगढ़ कंटीले तार में फंसकर बाइक सवार युवक की मौत पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की सर्विस लेन पर हुआ हादसा


 आजमगढ़ कंटीले तार में फंसकर बाइक सवार युवक की मौत


पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की सर्विस लेन पर हुआ हादसा




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की सर्विस लेन पर रविवार देर शाम बाइक सवार युवक कंटीले तारों में फंस गया। जबतक युवक को तार से निकला जाता तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। 



सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। हादसा आजमगढ़ जिले के पवई थाना क्षेत्र में हुआ।

अंबेडकरनगर जिले के जलालपुर थाना अंतर्गत पेठिया गांव निवासी विजय राजभर (20) पुत्र कंतु राजभर रविवार शाम अपने रिश्तेदार के घर जाने के लिए निकला था। 



जानकारी के अनुसार अभी वह पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की सर्विस लेन पर पहुंचा था कि अचानक बाइक अनियंत्रित होकर किनारे लगे कंटीले तारों में घुस गई। बाइक सवार विजय कंटीले तारों में बुरी तरह फंस गया। मौके से गुजर रहे लोगों ने देखा तो उसे तारों से बाहर निकालने की कवायद शुरू हुई। सूचना पर पहुंची पुलिस किसी तरह विजय को कंटीले तारों से अलग कर अस्पताल ले गई। जहा डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। 



पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटना की सूचना पर पहुंचे परिजनों में कोहराम मच गया।

यूपी के 25 जिलों में नौकरी करने वाले इन शिक्षकों की कुर्क होगी संपत्ति, जानें वजह


 यूपी के 25 जिलों में नौकरी करने वाले इन शिक्षकों की कुर्क होगी संपत्ति, जानें वजह




बागपत अनामिका शुक्ला नाम की शिक्षिका पर कार्रवाई के बाद विभाग ने यूपी के 25 जिलों में नौकरी कर रहे फर्जी शिक्षकों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।




 फर्जी शिक्षिका अनामिका शुक्ला उर्फ रामबेटी उर्फ राजबेटी के खिलाफ बागपत पुलिस ने कुर्की की कार्रवाई शुरू कर दी है। दो वर्ष बीतने के बाद भी उसकी गिरफ्तारी न होने के चलते पुलिस ने यह कार्रवाई शुरू की है।




गत 9 जुलाई को बागपत पुलिस ने मैनपुरी पहुंचकर अनामिका शुक्ला के घर पर दफा 82 का नोटिस चस्पा किया। अब यदि फर्जी शिक्षिका एक माह के भीतर गिरफ्तार या फिर न्यायालय में पेश नहीं हुई, तो पुलिस उसकी संपत्ति को कुर्क कर लेगी।



 अनामिका शुक्ला के अभिलेखों के सहारे प्रदेश के 25 कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में फर्जी नियुक्तियां पाई गई थीं। बड़ौत के कस्तूरबा गांधी विद्यालय में भी मैनपुरी के हसनपुर मल्लामई निवासी महिला ने शिक्षिका के पद पर नौकरी हासिल की थी। यहां भी उसने अनामिका शुक्ला नाम के दस्तावेज लगाए थे।




प्रभारी निरीक्षक बड़ौत कोतवाली देवेश कुमार शर्मा ने बताया कि अनामिका शुक्ला उर्फ रामबेटी उर्फ राजबेटी के खिलाफ गत 4 जून 2020 में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया गया था। तभी से आरोपी फर्जी शिक्षिका फरार चली आ रही है। पुलिस उसके आवास पर कई बार दबिश भी डाल चुकी है, लेकिन वह हत्थे नहीं चढ़ पाई है। उसके गिरफ्तारी वारंट भी जारी हो चुके है, इसके बावजूद उसने न्यायालय में समर्पण नहीं किया।




जानकारी के अनुसार अनामिका शुक्ला की संपत्ति कुर्क किए जाने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। न्यायालय ने उसके खिलाफ दफा 82 के नोटिस जारी कर दिए है। अब यदि एक माह के भीतर फर्जी शिक्षिका अनामिका शुक्ला गिरफ्तार या न्यायालय में पेश नहीं हुई, तो उसकी संपत्ति कुर्क कर ली जाएगी।




कोतवाल देवेश कुमार शर्मा ने बताया कि अनामिका शुक्ला की नियुक्ति 31 दिसंबर 2019 को हुई थी। मैनपुरी के हसनपुर निवासी फर्जी शिक्षिका ने विज्ञान विषय की शिक्षिका के रूप में नियुक्ति हासिल की और पढ़ाई शुरू करवा दी।

आगरा बारिश होते ही कब्र से बाहर आ गए मुर्दे


 आगरा बारिश होते ही कब्र से बाहर आ गए मुर्दे




उत्तर प्रदेश आगरा ताजनगरी आगरा में रविवार की अल सुबह शुरू हुई बारिश ने साढ़े पांच घंटे में शहर की सड़कों को छलनी कर दिया। दिल्ली हाईवे से लेकर दक्षिणी बाईपास और दयालबाग से छावनी क्षेत्र तक 600 से अधिक स्थानों पर सड़क धंसने और गड्ढों से समस्या हुई। सर्विस रोड, मुख्य हाईवे जलमग्न हो गए। सुल्तानगंज पुलिया मुख्य हाईवे पर गड्ढा हो गया। इतना ही नहीं पक्की सराय इलाके में तो कब्रिस्तान की बाउंड्रीवाल धराशायी हो गई। नाले का पानी कब्रिस्तान में भर गया। इससे कई कब्र खोखली हो गईं। लाशें बाहर दिखाई देने लगी। बाद में पंप लगाकर पानी निकाला गया।

ताजगंज के पक्की सराय इलाके में बगिया कब्रिस्तान है। इसके पास से एक नाला जा रहा है। सुबह हुई तेज बारिश के बाद दौरान उफान मारने लगा। 




जानकारी के अनुसार क्षेत्रीय निवासी मोहसिन के मुताबिक, पानी के तेज बहाव के चलते कब्रिस्तान की बाउंड्रीवाल टूट गई और नाले का पानी कब्रिस्तान के अंदर जाने लगा। देखते ही देखते ही कब्रिस्तान का अधिकांश हिस्सा जलमग्न हो गया। वहां कई फुट तक पानी भर गया। पानी कब्रों में जाने लगा और कई कब्र खोखली हो गई। हाल में ही खोदी की गई कब्रों में पानी भरने से मुर्दे बाहर दिखाई देने लगे। 



मौके पर बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए। इस घटना से उनके बीच आक्रोश था। बाद में पंप लगाकर कब्रिस्तान से पानी निकाला गया।

गोरखपुर बदमाशों ने महिला सिपाही से की बदसलूकी, सिपाही की वर्दी फाड़ी


 गोरखपुर बदमाशों ने महिला सिपाही से की बदसलूकी, सिपाही की वर्दी फाड़ी



उत्तर प्रदेश गोरखपुर शाहपुर इलाके के संगम चौराहे पर रविवार रात करीब 8 बजे महिला सिपाही से बदसलूकी का मामला सामने आया है। बीच-बचाव करने गए पुरुष सिपाही से मारपीट कर बदमाशों ने उसकी वर्दी भी फाड़ दी। एक आरोपी को पुलिस ने पकड़ लिया है, जबकि फरार आरोपी की तलाश में पुलिस टीम लगी है।




जानकारी के मुताबिक, शाहपुर के संगम चौराहे के पास आर्यश पांडेय का प्रभावती मेडिकल स्टोर है। आरोप है कि दो युवक मेडिकल स्टोर के सामने आपस में विवाद कर रहे थे। इसी दौरान एक युवक ने स्टोर के सामने की दीवार को धक्का मार दिया। दीवार गिरने के बाद मेडिकल स्टोर के संचालक बाहर निकल कर देखने लगे, तो दोनो युवकों ने संचालक को गाली दी। संचालक ने घटना के बारे में अपने चाचा को बताया तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पुलिस पहुंची तो दोनों युवक पीआरवी के सिपाही से भिड़ गए। 



महिला सिपाही से बदसलूकी करने लगे। बीचबचाव करने गए सिपाही से मारपीट की। बताया जा रहा है कि सिपाही के मुंह से खून बहने लगा।




इंस्पेक्टर रणधीर मिश्रा का कहना है कि दो लोगों के हंगामे की सूचना पर पुलिस मौके पर गई थी। एक युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। जबकि, फरार हुए दूसरे युवक की तलाश जारी है। महिला सिपाही ने किसी तरह की शिकायत नहीं की है।