Monday 2 May 2022

आजमगढ़ पल्हना ब्लॉक प्रमुख पर कार्यवाही के लिए धरने पर बैठे ग्राम पंचायत अधिकारी 22 ब्लाकों में कामकाज ठप कर किया प्रदर्शन, साथी की पिटाई से हैं आक्रोशित अविश्वास प्रस्ताव लाकर पद से हटाये जाने की भी उठी बात ग्राम पंचायत अधिकारियों ने इस बावत मुख्य विकास अधिकारी और जिलाधिकारी को अपनी मांगों से सम्बन्धित ज्ञापन भी सौंपा।


 आजमगढ़ पल्हना ब्लॉक प्रमुख पर कार्यवाही के लिए धरने पर बैठे ग्राम पंचायत अधिकारी


22 ब्लाकों में कामकाज ठप कर किया प्रदर्शन, साथी की पिटाई से हैं आक्रोशित


अविश्वास प्रस्ताव लाकर पद से हटाये जाने की भी उठी बात

 ग्राम पंचायत अधिकारियों ने इस बावत मुख्य विकास अधिकारी और जिलाधिकारी को अपनी मांगों से सम्बन्धित ज्ञापन भी सौंपा।



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ पल्हना ब्लॉक प्रमुख अनुराग सिंह सोनू पर कार्रवाई के लिए ज़िले के 22 ब्लाकों के ग्राम पंचायत अधिकारियों ने कामकाज ठप करते हुए प्रदर्शन किया। 



ये सभी अपने एक साथी ग्राम पंचायत अधिकारी की पिटाई से आक्रोशित हैं। सोमवार की सुबह विकास भवन पर पहुंचे इन ग्राम पंचायत अधिकारियों ने ब्लाक प्रमुख के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए जोरदार नारेबाजी की। ग्राम पंचायत अधिकारियों ने इस बावत मुख्य विकास अधिकारी और जिलाधिकारी को अपनी मांगों से सम्बन्धित ज्ञापन भी सौंपा।



 ज्ञापन के माध्यम से चेतावनी दी गई कि यदि 48 घंटे के अंदर अगर कार्रवाई नहीं की गयी तो सभी पंचायत सचिव, रोजगार सेवक, सफाईकर्मी एवं सहायक विकास अधिकारी (पं0) बाध्य होकर अपना समस्त शासकीय कार्य रोक देंगे।



ज्ञापन देते समय स0वि0अ0 (पं0) अध्यक्ष अमरजीत सिंह, ग्रा0पं0अ0 संघ के अध्यक्ष शान्ति शरण सिंह, ग्रा0वि0अ0 संघ के अध्यक्ष दुर्गा प्रसाद राय, रोजगार सेवक संघ के अध्यक्ष प्रदीप सिंह, सफाईकर्मी संघ के अध्यक्ष सी0पी0 यादव, ग्रा0पं0अ0 संघ के मंत्री अनिल कुमार सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।



बताया जाता है कि पल्हना ब्लॉक पर तैनात ग्राम पंचायत अधिकारी उमा शंकर प्रसाद के पास 5 गांव का प्रभार है। इनमें से चिलबिला गांव का प्रभार भी उनके पास है। उमाशंकर का आरोप है कि चिलबिला गांव के पूर्व प्रधान के संयुक्त परिवार का परिवार रजिस्टर नकल जारी किया था। इसी बात को लेकर ब्लाक प्रमुख अनुराग सिंह ने शुक्रवार को उनको फोन कर बुलाया। शनिवार को ब्लॉक पर पहुंचने पर उनके साथ जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए मारपीट करने लगे। 



इस घटना की जानकारी उमाशंकर ने खण्ड विकास अधिकारी को देने के साथ ही थाने पर तहरीर भी दी। लेकिन रविवार शाम तक कोई कार्यवाही न होने पर सोमवार की सुबह 10 बजे विकास भवन के पास बड़ी संख्या में ग्राम पंचायत अधिकारी जमा हो गए। जिले के 22 ब्लाकों से आए ग्राम पंचायत अधिकारियों ने गेट मीटिंग करते हुए ब्लाक प्रमुख अनुराग सिंह के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।


 बताते चलें कि इसी बीच प्रदर्शनकारियों के बीच कुछ लोगों द्वारा यह भी कहते हुए सुना गया कि अविश्वास प्रस्ताव लाकर ब्लाक प्रमुख पद से हटाया जाना चाहिए।

उत्तर प्रदेश आजमगढ़ एसपी ने पल्हना ब्लाक के ग्राम पंचायत अधिकारी उमाशंकर से मारपीट मामले जांच सीओ और एसडीएम लालगंज को सौंपी


 उत्तर प्रदेश आजमगढ़ एसपी ने पल्हना ब्लाक के ग्राम पंचायत अधिकारी उमाशंकर से मारपीट मामले जांच सीओ और एसडीएम लालगंज को सौंपी




उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने पल्हना ब्लाक के ग्राम पंचायत अधिकारी के साथ हुई मारपीट मामले की जांच सीओ और एसडीएम लालगंज को सौंप दी है। 



पुलिस अधीक्षक ने बताया कि दोनों अधिकारियों द्वारा संयुक्त जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आयेगा उसके आधार पर कानूनी कार्रवाई की जायेगी।



बता दें कि पल्हना ब्लाक के ग्राम पंचायत अधिकारी उमाशंकर प्रसाद ने ब्लाक प्रमुख अनुराग सिंह उर्फ सोनू पर अपने कक्ष में बुलाकर पिटाई करने का आरोप लगाया है। उमाशंकर ने आरोप लगाया कि चिलबिला गांव में एक व्यक्ति को परिवार रजिस्टर की नकल जारी करने पर नाराज ब्लाक प्रमुख ने सवाल किया कि किससे पूछकर जारी किए हो। जब इस बावत बताया कि परिवार द्वारा मांगने पर नकल दी जाती है तो कुपित हो गए। 



ब्लाक प्रमुख ने इस मामले में बताया कि चिलबिला के रोजगार सेवक से हमने गांव की फाइल मांगी थी। अभी उसकी फाइल देख ही रहा था कि ग्राम पंचायत अधिकारी भी आ गए और संगठन की धौंस जमाने लगे। मारपीट का आरोप निराधार है।

उत्तर प्रदेश के बहराइच नशे में धुत महिला अधिकारी का बीच सड़क पर हाईवोल्टेज ड्रामा गाड़ी में बिठाने पर दिखाई धौंस, बोलीं-मंडल स्तर की अधिकारी हूं, वीडियो वायरल


 उत्तर प्रदेश के बहराइच नशे में धुत महिला अधिकारी का बीच सड़क पर  हाईवोल्टेज ड्रामा


गाड़ी में बिठाने पर दिखाई धौंस, बोलीं-मंडल स्तर की अधिकारी हूं, वीडियो वायरल




उत्तर प्रदेश  बहराइच में एक महिला का नशे में हंगामा करते हुए सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है।


 वायरल वीडियो में दावा किया जा रहा है कि शराब की नशे में हंगामा करने वाली महिला अफसर का है। जिसकी वर्तमान में तैनाती गोंडा जिले में है। पुलिस ने महिला अधिकारी का मेडिकल कराकर उनके पति के सुपुर्द कर दिया। 



सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो गोंडा जिले में तैनात महिला अफसर का बताया जा रहा है। बताया जाता है कि वीडियो बीते 27 अप्रैल का है। उस दिन महिला अफसर लखनऊ से अपनी कार से गोंडा के लिए आ रही थीं।



 दावा किया जा रहा है कि उस समय वह काफी नशे में थीं। नशे में होने के कारण वह गोंडा की ओर जाने के बजाय बहराइच की ओर चली गईं और आगे चलकर डिवाइडर से टकरा गईं। घटना की सूचना पर जरवलरोड पुलिस मौके पर पहुंची। 



चर्चा है कि जब महिला पुलिसकर्मी उन्हें गाड़ी न चलाने की बात कह रही थी तो अपने पद का रौब झाड़ रही थीं। लगभग घंटों तक बहस चलती रही।

वायरल वीडियो में एक महिला सिपाही नशे में धुत महिला अधिकारी को गाड़ी की पिछली सीट पर बिठाने का प्रयास कर रही हैं, लेकिन महिला अधिकारी बार-बार बाहर निकल रही हैं, और ड्राइविंग सीट पर बैठने की कोशिश करती हैं। वीडियो में महिला अपने को मंडल स्तर का अधिकारी बता रही हैं और कमिश्नर से बात करने का रौब झाड़ रही हैं। 



बढ़ती बहस को देखते हुए पुलिस ने महिला अधिकारी के पति को सूचना दी। जरवलरोड थानाध्यक्ष राजेश सिंह ने बताया कि नशे में धुत महिला अधिकारी का डॉक्टरी परीक्षण कराकर उनके पति को सुपुर्द कर दिया गया है।

उत्तर प्रदेश के वाराणसी एडीजी आवास पर तैनात दरोगा की हुई मौत वह परिवार के साथ पुलिस लाइन में रहते थे। हृदयगति रुकने से मृत्यु की आशंका जताई जा रही है। मौत का सही कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पायेगा।


 उत्तर प्रदेश के वाराणसी एडीजी आवास पर तैनात दरोगा की हुई मौत


वह परिवार के साथ पुलिस लाइन में रहते थे। हृदयगति रुकने से मृत्यु की आशंका जताई जा रही है।


मौत का सही कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पायेगा।



उत्तर प्रदेश वाराणसी एडीजी जोन के आवास पर रविवार रात लगभग दो बजे ड्यूटी के दौरान उप निरीक्षक श्याम दुलारे को सीने में तेज दर्द उठा। साथी पुलिसकर्मी उन्हें जिला अस्पताल ले गए। वहां से अर्दलीबाजर स्थित एक निजी अस्पताल ले जाया गया। वहां उनकी मौत हो गयी। वह परिवार के साथ पुलिस लाइन में रहते थे। हृदयगति रुकने से मृत्यु की आशंका जताई जा रही है।



बता दें कि उपनिरीक्षक श्यामदुलारे की एडीजी जोन के आवास पर ड्यूटी लगी हुई थी। रात को करीब दो बजे अचानक उनकी तबीयत खराब हो गयी। उनके सीने में काफी तेज दर्द शुरू हो गया। आनन-फानन में साथी पुलिसकर्मी उन्हें जिला अस्पताल में ले जाकर भर्ती कराया। वहां से उनको उचित इलाज के लिए अर्दलीबाजार स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां पर उपनिरीक्षक श्यामदुलारे ने दम तोड़ दिया।



 आशंका व्यक्त की जा रही है हार्टअटैक के चलते उनकी मौत हुई। मौत का सही कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पायेगा।

उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ रानी की सराय थाना क्षेत्र के सेठवल पोखरी में उतराया मिला अधेड़ का शव नहीं हो सकी मृतक की पहचान आसपास के लोगों के अनुसार दो दिन पूर्व रात में किसी व्यक्ति के चीखते-चिल्लाते हुए पोखरी में कूदने की आवाज लोगों ने सुनी थी।


 उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ रानी की सराय थाना क्षेत्र के सेठवल पोखरी में उतराया मिला अधेड़ का शव



नहीं हो सकी मृतक की पहचान आसपास के लोगों के अनुसार दो दिन पूर्व रात में किसी व्यक्ति के चीखते-चिल्लाते हुए पोखरी में कूदने की आवाज लोगों ने सुनी थी।



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ रानी की सराय थाना अंतर्गत सेठवल गांव से गुजरने वाली रेल पटरी के किनारे स्थित पोखरी में सोमवार की सुबह अधेड़ व्यक्ति का शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। 



काफी प्रयास के बाद भी मृतक की शिनाख्त न होने पर पुलिस ने शव को जिला अस्पताल के मर्चरी रूम में रखवा दिया है।


बताते हैं कि सेठवल गांव के पास रेल पटरी के किनारे स्थित पोखरी में मछली का शिकार करने के लिए कुछ स्थानीय लोग मोटर पंप की मदद से पोखरी के पानी को सुखा रहे थे। सोमवार की सुबह पोखरी में कम हुए पानी के बीच अधेड़ व्यक्ति का शव देख स्थानीय लोग हैरान रह गए। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को बाहर निकलवाया और पहचान की कोशिश की गई लेकिन मृतक की शिनाख्त संभव नहीं हो सकी।



 आसपास के लोगों के अनुसार दो दिन पूर्व रात में किसी व्यक्ति के चीखते-चिल्लाते हुए पोखरी में कूदने की आवाज लोगों ने सुनी लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। शव मिलने की सूचना पाकर क्षेत्राधिकारी नगर फोरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंच गए।



 मृतक के शरीर पर टी-शर्ट  मौजूद है तथा उम्र लगभग 45 वर्ष आंकी गई है। मृतक की पहचान के लिए शव को जिला अस्पताल के मर्चरी रूम में रखा गया है।

उत्तर प्रदेश चंदौली जिले के सैयदराजा थाना क्षेत्र के मनराजपुर गाँव के निवासी कन्हैया यादव ने सैयदराजा थाना के इंस्पेक्टर उदय प्रताप सिंह पर अपनी बेटी निशा यादव की हत्या का लगाया आरोप युवती की मौत के मामले में इंसपेक्टर पर मुकदमा दर्ज, इंस्पेक्टर निलम्बित देर रात घर में घुसकर दो बहनों को पुलिस ने बेरहमी से की थी पिटाई घटना के बाद देर रात तक होता रहा हंगामा, सैयदराजा-जमनिया मार्ग पर लगा जाम


 उत्तर प्रदेश चंदौली जिले के सैयदराजा थाना क्षेत्र के मनराजपुर गाँव के निवासी कन्हैया यादव ने सैयदराजा थाना के इंस्पेक्टर उदय प्रताप सिंह पर अपनी बेटी निशा यादव की हत्या का लगाया आरोप युवती की मौत के मामले में इंसपेक्टर पर मुकदमा दर्ज, इंस्पेक्टर निलम्बित


देर रात घर में घुसकर दो बहनों को पुलिस ने बेरहमी से की थी पिटाई


घटना के बाद देर रात तक होता रहा हंगामा, सैयदराजा-जमनिया मार्ग पर लगा जाम



यूपी के चंदौली जिले में पुलिस पर गैंगस्टर के आरोपी कन्हैया यादव की तलाश में दबिश के दौरान एक युवती की पीट कर हत्या करने का आरोप लगा है। मामले में देर रात तक हंगामा होता रहा। आक्रोशित ग्रामीणों ने खूब बवाल किया। 


इस प्रकरण में तहरीर के आधार पर सैयदराजा इंस्पेक्टर उदय प्रताप सिंह पर मुकदमा दर्ज हुआ है। एसपी ने रविवार रात ही सैयदराजा इंस्पेक्टर को निलंबित कर जांच के निर्देश दिए थे।


 देर रात आईजी के सत्यनारायण और कमिश्नर दीपक अग्रवाल भी पहुंचे और पीड़ित के परिजनों से घटना की जानकारी ली। उन्होंने जांच कर उचित कार्रवाई का आश्वासन भी दिया। फॉरेंसिक टीम भी पहुंची।




डीएम संजीव सिंह ने बताया कि युवती के परिजनों की तहरीर के आधार पर थाना प्रभारी सैयदराजा पर मुकदमा दर्ज किया गया है। उनको तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। समाजवादी पार्टी ने इस घटना को लेकर यूपी पुलिस पर हमला बोला है।



सैयदराजा थाना क्षेत्र के मनराजपुर निवासी कन्हैया यादव गैंगेस्टर का आरोपी है और जिला बदर भी है। रविवार की शाम कन्हैया की तलाश में पुलिस उसके घर गई थी। आरोप है कि पुलिस ने उसकी बेटियों निशा यादव उर्फ गुड़िया (22) और गुंजा (18) को इतना पीटा कि गुड़िया की मौत हो गई। घटना के बाद जिले में हड़कंप की स्थिति बन गई। घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने मौके पर मौजूद पुलिस पैंथर टीम के दो सिपाहियों को दौड़ा लिया। एक पुलिसकर्मी दौड़कर भाग गया वहीं दूसरे पुलिसकर्मी हवलदार छविनाथ गौतम की लोगों ने खूब पिटाई कर दी।



 जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। गांव के ही एक व्यक्ति ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया है। इसके बाद सैयदराजा-जमनिया मार्ग को ट्रैक्टर लगाकर जाम लगा दिया। इस दौरान एक ट्रक और प्राइवेट एंबुलेंस के शीशे तोड़ डाले। ग्रामीण आरोपियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे।



सपा के पूर्व सांसद राम किशुन यादव, सकलडीहा विधायक प्रभु नारायण यादव, सपा जिलाध्यक्ष सत्य नारायण राजभर, चंद्रशेखर यादव, बलराम यादव, सुधाकर कुशवाहा पहुंच गए और न्याय की मांग करने लगे। वहीं कुछ देर बाद पहुंचे डीएम संजीव सिंह और एसपी अंकुर अग्रवाल ने चोटिल युवती से उसका बयान लिया।




 घायल गुंजा ने बयान देते हुए बताया कि हम लोगों की पिटाई पुलिस ने की है। मौके पर भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। उधर, कन्हैया यादव ने सैयदराजा इंस्पेक्टर पर अपनी बेटी निशा की हत्या का आरोप लगाते हुए एसपी को तहरीर देकर आरोप लगाया कि घर में किसी पुरुष सदस्य के न रहने पर घुसे इंस्पेक्टर और अन्य पुलिसकर्मियों ने मेरी दो बेटियों को इतना पीटा कि एक की मौत हो गई।



 एसपी अंकुर अग्रवाल ने कहा कि सैयदराजा थाना क्षेत्र का एक वीडियो शाम छह बजे के आसपास वायरल हुआ जिसमें एक महिला का मृत्यु होना बताया जा रहा है। इंस्पेक्टर द्वारा बताया गया कि चार बजे दबिश देने के लिए महिला पुलिस के साथ गए थे। उसकी इंट्री और वीडियो भी है। खोजबीन में जब कन्हैया नहीं मिला तो पुलिस आगे चली गई। इसके बाद वीडियो वायरल हो गया। इस मामले में जांच बैठाई गई है। पुलिस की लापरवाही मिली तो कार्रवाई होगी। प्रथम दृष्टया यह लग रहा कि महिला की मौत घर के किसी कारण से या फिर सुसाइड करने से हुई है।




 समाजवादी पार्टी के ट्वीटर अकाउंट से युवती का वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा गया कि-‘यूपी में पुलिस हत्यारी बन चुकी है। निरंतर निर्दाेष नागरिकों की बीजेपी सरकार द्वारा प्रायोजित हत्या हो रही है। चंदौली में घर में घुसकर पुलिसकर्मियों द्वारा दो बेटियों की बर्बर पिटाई में एक बेटी की मृत्यु, अत्यंत दुखद। दोषी पुलिसकर्मियों पर हो हत्या का केस, मिले कठोरतम सजा’।

UPPBPB की 9534 एसआई भर्ती में डीवी पीएसटी के लिए योग्य अभ्यर्थियों की सूची और प्रवेश पत्र जारी


 UPPBPB की 9534 एसआई भर्ती में डीवी पीएसटी के लिए योग्य अभ्यर्थियों की सूची और प्रवेश पत्र जारी


नई दिल्ली उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड (UPPBPB), लखनऊ ने उत्तर प्रदेश पुलिस में उपनिरीक्षक (SI) के कुल 9534 पदों के लिए हूई भर्ती परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों की सूची जारी कर दी है।



 यूपीपीबीपीबी ने अगले चरण की परीक्षा शारीरिक मानक परीक्षण और दस्तावेज सत्यापन (DV-PST) के लिए चयनित अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड भी जारी कर दिए हैं। यूपी पुलिस एसआई भर्ती परीक्षा 2021 में भाग लेने वाले अभ्यर्थी आधिकारिक वेबसाइट uppbpb.gov.in पर दी गई चयन सूची में अपना नाम चेक कर सकते हैं। जिन अभ्यर्थियों के नाम चयन सूची में हैं वे एडमिट कार्ड भी अब डाउनलोड कर सकते हैं।



यूपी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड की वेबसाइट पर जारी नोटिस के अनुसार, उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग में पुरुषों एवं महिलाओं के लिए उपनिरीक्षक, नागरिक पुलिस व समकक्ष पदों पर सीधी भर्ती 2020-21 के लिए संपन्न हुई ऑनलाइन लिखित परीक्षा में सफल होने वाले अभ्यर्थियों को कुल रिक्तियों की संख्या के सापेक्ष मेरिट के आधार पर पुरुष अभ्यर्थियों को 3.5 गुना और महिला अभ्यर्थियों को लगभग 4 गुना अभिलेखों की संवीक्षा (Document Verification) एवं शारीरिक मानक परीक्षण के लिए बुलाया गया है।



इन अभ्यर्थियों के दस्तावेज सत्यापन दो चरणों में 25 अप्रैल से 28 अप्रैल 2022 तक और 4 मई 2022 से 18 मई 2022 तक 8 जोन मुख्यालयों के जनपदों -आगरा, मेरठ, बरेली, कानपुर नगर, लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी एवं गोरखपुर में स्थिति रिजर्व पुलिस लाइन्स में किया जाना प्रस्तावित है।



यूपी पुलिस एसआई की इस भर्ती परीक्षा में भाग लेने वाले अभ्यर्थी और जिनका नाम चयन सूची में है वे अपने एडमिट कार्ड डाउनलोड कर निर्धारित तिथि व समय पर डीवी-पीएसटी के लिए पहुंच सकते हैं।

उत्तर प्रदेश मे लेखपालों के 4000 पदों पर जल्द शुरू होगी भर्ती मंडलायुक्तों से चयन वर्ष 2020-2021 व 2021-2022 में रिक्तियों संबंधी जानकारी निर्धारित प्रारूप पर तीन मई तक उपलब्ध कराने का निर्देश


 उत्तर प्रदेश मे लेखपालों के 4000 पदों पर जल्द शुरू होगी भर्ती


मंडलायुक्तों से चयन वर्ष 2020-2021 व 2021-2022 में रिक्तियों संबंधी जानकारी निर्धारित प्रारूप पर तीन मई तक उपलब्ध कराने का निर्देश



लखनऊ उत्तर प्रदेश राजस्व परिषद ने लेखपाल के खाली पदों पर भर्ती के लिए प्रस्ताव मांगा है। मंडलायुक्तों से चयन वर्ष 2020-2021 व 2021-2022 में रिक्तियों संबंधी जानकारी निर्धारित प्रारूप पर तीन मई तक परिषद मुख्यालय पर उपलब्ध कराने को कहा गया है।



 करीब 4000 पद रिक्त बताए जा रहे हैं। इनमें 417 पद प्रयागराज में हैं।


राजस्व परिषद की आयुक्त एवं सचिव मनीषा त्रिघाटिया ने मंडलायुक्तों को भेजे पत्र में कहा है कि चयन वर्ष 2017-18 और 2019-20 तक के रिक्त पदों पर भर्ती के लिए प्रस्ताव उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को भेजा जा चुका है। उत्तर प्रदेश लेखपाल सेवा नियमावली-2006 के मुताबिक यह पद मंडलीय संवर्ग का माना गया है। इसीलिए मंडल स्तर पर लेखपाल के रिक्त पदों का ब्योरा तैयार कराया जाएगा।



उत्तर प्रदेश सरकारी विभाग (खिलाड़यों की समूह ग के पदों पर सीधी भर्ती) नियमावली 2022 में आरक्षण संबंधी व्यवस्था दी गई है। इसलिए लेखपाल पद की कुल खाली पदों के आधार पर आरक्षण की गणना करते हुए परिषद को प्रस्ताव उपलब्ध कराया जाएगा। राजस्व परिषद लेखपाल के कुल 30837 पद हैं।

उत्तर प्रदेश 16 आईएएस अधिकारियों के हुए तबादले, देखें सूची एपीसी बने मनोज कुमार सिंह, राजेश सिंह व रजनीश दुबे को कम महत्व के पद


 उत्तर प्रदेश 16 आईएएस अधिकारियों के हुए तबादले, देखें सूची


एपीसी बने मनोज कुमार सिंह, राजेश सिंह व रजनीश दुबे को कम महत्व के पद



लखनऊ उत्तर प्रदेश सरकार ने रविवार की देर शाम 16 वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों की जिम्मेदारियों में बदलाव कर दिया। कई वरिष्ठ अधिकारियों को पीछे छोड़ते हुए मनोज कुमार सिंह जहां कृषि उत्पादन आयुक्त बने, वहीं आईआईडीसी संजीव मित्तल को राजस्व परिषद का अध्यक्ष बनाया गया है।


 प्रमुख सचिव, परिवहन राजेश कुमार सिंह को उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग और अपर मुख्य सचिव नगर विकास, नगरीय रोजगार एवं गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम विभाग और राज्य मिशन निदेशक स्वच्छ भारत मिशन (नगरीय) डॉ. रजनीश दुबे कोे दुग्ध विकास, मत्स्य, पशुधन तथा समन्वय विभाग एवं परियोजना समन्वयक, डास्प लखनऊ के अपेक्षाकृत कम महत्व के माने जाने वाले पदों पर स्थानांतरित किया गया है।



प्रमुख सचिव, लोक निर्माण विभाग नितिन रमेश गोकर्ण को प्रमख सचिव, आवास एवं शहरी नियोजन विभाग के पद पर तैनात किया गया है। प्रमुख सचिव व्यावसायिक शिक्षा एवं प्राविधिक शिक्षा अमृत अभिजात को प्रमुख सचिव नगर विकास, नगरीय रोजगार एवं गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम विभाग और राज्य मिशन निदेशक, स्वच्छ भारत मिशन (नगरीय) केपद पर तैनाती मिली है। 



अपर मुख्य सचिव नगर विकास, नगरीय रोजगार, एवं गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम विभाग तथा राज्य मिशन निदेश स्वच्छ भारत मिशन (नगरीय) डा. रजनीश दुबे को दुग्ध विकास, मत्स्य , पशुधन तथा समन्वय विभाग एवं परियोजन समन्वयक डास्प लखनऊ के पद पर तैनाती मिली है। 



प्रमुख सचिव आवास एवं शहरी नियोजन तथा बेसिक शिक्षा विभाग दीपक कुमार से आवास एवं शहरी नियोजन विभाग का प्रभार हटाते हुए प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा विभाग के पद पर मूल रूप से तैनात किए जाने का निर्णय लिया गया।



 अपर मुख्य सचिव राज्य कर विभाग, अध्यक्ष राज्य सर्तकता आयोग एवं प्रशासनाधिकरण तथा प्रशासनाधिकरण द्वितीय, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त संजीव कुमार मित्तल को राजस्व परिषद के पद पर स्थानांतरित किया गया है। इसके साथ ही उन्हें अध्यक्ष राज्य सर्तकता आयोग एवं प्रशासनाधिकरण तथा प्रशासनाधिकरण द्वितीय के पद का अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया है।



अपर मुख्य सचिव वित्त एवं वित्त आयुक्त, संस्थागत वित्त एवं बाह्य सहायतित परियोजना और अपर मुख्य सचिव महिला कल्याण विभाग तथा बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग व महानिदेशक राज्य पोषण मिशन एस राधा चौहान से महिला कल्याण तथा बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग व महानिदेशक व राज्य पोषण मिशन का प्रभार हटाते हुए वित्त आयुक्त एवं अपर मुख्य सचिव वित्त, संस्थागत वित्त तथा बाह्य सहायतित परियोजन विभाग के पद पर मूल रूप से तैनात किया गया है। उन्हें अपर मुख्य सचिव राज्य कर विभाग का अतिरिक्त प्रभार भी मिला है। 



उत्तर प्रदेश पावर कार्पोरेशन लि. , उप्र जल विद्युत निगम, उप्र राज्य विद्युत उत्पादन निगम तथा पारेषण निगम केअध्यक्ष एम देवराज को प्रमुख सचिव ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत विभाग का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।


 उप्र प्रशासन एवं प्रबंधक अकादमी लखनऊ तथा महानिदेशक दीन दयाल उपाध्याय राज्य ग्राम्य विकास संस्थान एल वेक्टेश्वर लू को प्रमुख सचिव परिवहन विभाग की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है।



अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास विभाग की सचिव एवं इन्वेस्ट यूपी की सीईओ नीना शर्मा को उप्र प्रशासन एवं प्रबंधन अकादमी लखनऊ के पद पर स्थानांतरित किया गया है। 


प्रमुख सचिव दुग्ध विकास विभाग, मत्स्य विभाग, समन्वय विभाग, पशुधन विभाग तथा परियोजना समन्वयक डास्प सुधीर गर्ग को प्रमुख सचिव राजस्व बनाया गया है। 



प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा सुभाष चंद शर्मा प्राविधिक शिक्षा एवं व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग मिला है।



 मेरठ के आयुक्त सुरेंद्र सिंह को ग्रेटर नोएडा केसीईओ का अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया है। ग्रेटर नोएडा के सीईओ नरेंद्र भूषण को लोक निर्माण विभाग का प्रमुख सचिव बनाया गया है।



 अपर मुख्य सचिव अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आईटी एवं इलेक्ट्रानिक्स, एनआरआई विभाग अरविंद कुमार को इन विभागों का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। उनकी मूल तैनाती अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त (आईआईडीसी) किया गया है।



 अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास पंचायती राज तथा राजस्व विभाग मनोज कुमार सिंह को कृषि उत्पादन आयुक्त भी बनाया गया है।