Wednesday, 31 January 2024

गाजीपुर सपा नेता को दिनदहाड़े गोली मारकर उतारा मौत के घाट हत्यारों की गिरफ्तारी को लेकर लगाया जाम


 गाजीपुर सपा नेता को दिनदहाड़े गोली मारकर उतारा मौत के घाट


हत्यारों की गिरफ्तारी को लेकर लगाया जाम



उत्तर प्रदेश गाजीपुर जिले के नंदगंज थाना क्षेत्र के कुसम्ही कला पुलिया के पास बुधवार को बुलेट सवार सपा नेता की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। वह बच्चों का फीस जमा करने के लिए स्कूल गए थे। घटना से आक्रोशित ग्रामीण शव लेकर शादियाबाद चौराहे पहुंचे और जाम लगा दिया। इसके कुछ देर बाद शव लेकर रामपुर बंतरा तिराहा पर पहुंचे और जाम लगाकर आरोपियों के गिरफ्तारी की मांग करने लगे। पुलिस ग्रामीणों एवं परिजनों को समझाने- बुझाने में जुटी रही, लेकिन खबर लिखे जाने तक मांग को लेकर धरना जारी रहा।


अतसुआ गांव निवासी अमलधारी यादव (40) परिवार के साथ शहर के भुतहियाटांड स्थित शिवपुरी कॉलोनी में किराए के मकान में रहते थे। सुबह वह बच्चों का फीस जमा करने के लिए सेंट जांस स्कूल गए थे। वहां से वह बुलेट से अतसुआ स्थित घर जा रहे थे। अभी वह कुसम्ही कला गांव के पुलिया के पास पहुंचे ही थे कि बदमाशों ने उन्हें गोली मार दी। वारदात को अंजाम देकर आरोपी फरार हो गए। इधर, आसपास के लोग गोली की आवाज सुनकर घटनास्थल पर पहुंचे और गंभीर रूप से घायल अमलधारी यादव को उपचार के लिए न्यू सीएचसी लेकर आए। जहां से चिकित्सकों ने सैदपुर सीएचसी रेफर कर दिया। हालत गंभीर होने पर सीएचसी के चिकित्सकों ने उन्हें वाराणसी रेफर कर दिया। औड़िहार पहुंचते ही अमलधारी यादव की मौत हो गई। परिजन एवं ग्रामीण शव लेकर शादियाबाद पहुंचे और जाम लगा दिया। पुलिस काफी समझाने के साथ शव को कब्जे में लेने का प्रयास करती रही, लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बाद शव लेकर ग्रामीण रामपुर बंतरा तिराहे के पास पहुंचे और वाराणसी- गाजीपुर मार्ग जाम कर दिया। साथ ही आरोपियों को दबोचने की मांग पर अड़ गए।

आजमगढ़ महाराजगंज अवैध असलहा बनाने की फैक्ट्री का पर्दाफाश 9 देशी तमंचा व असलहा बनाने के उपकरण के साथ 4 अभियुक्त गिरफ्तार


 आजमगढ़ महाराजगंज अवैध असलहा बनाने की फैक्ट्री का पर्दाफाश


9 देशी तमंचा व असलहा बनाने के उपकरण के साथ 4 अभियुक्त गिरफ्तार




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जनपद की महाराजगंज पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए अवैध असलहा बनाने की फैक्ट्री का पर्दाफाश किया है। पुलिस द्वारा भारी मात्रा में अवैध असलहा, असलहा बनाने के उपकरण सहित 4 अभियुक्तों को हिरासत में लिया गया है।


अपर पुलिस अधीक्षक नगर शैलेन्द्र लाल ने बताया कि आज 31 जनवरी 2024 की सुबह प्रभारी निरीक्षक कृष्ण कुमार गुप्ता द्वारा सहदेवगंज तिराहे पर स्वाट टीम के उ0नि0 श्रीप्रकाश शुक्ला से अपराध व अपराधियों के सम्बन्ध में बातचीत की जा रही थी। इस दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि कुछ लोग ग्राम इब्राहिमपुर में घाघरा नदी की अर्धनिर्मित पुलिया के नीचे अवैध असलहा बनाने व बेचने का कार्य कर रहें है। मिली जानकारी के अनुसार मुखबिर की सूचना के आधार पर पुलिस द्वारा अर्धनिर्मित पुलिया से असलहा बना रहे 7-8 व्यक्तियों को देखा गया। अर्धनिर्मित पुलिया के मध्य में मौजूद 2 आदमी लोहा भट्ठी गरम कर रहें थे तथा 2 व्यक्ति रेती से पाइप हाथ में लेकर रेत रहा है। 1 व्यक्ति हाथ में तमंचा लेकर 3 व्यक्तियों को तमंचा दिखाकर सौदेबाजी कर रहा है। मौके से 2 व्यक्तियों को पकड़ लिया तथा अन्य व्यक्ति देवारा व गन्ना तथा झुरमुट का फायदा उठाकर भागने लगे जिन्हे उपनिरीक्षक शैलेश यादव ने कुछ ही दूरी पर जाकर पकड़ लिया गया। शेष 04 व्यक्ति मौके से फरार हो गये । 


पकड़े गये व्यक्तियों में बिजराज विश्वकर्मा पुत्र रामकेश विश्वकर्मा निवासी त्रिपुरारपुर खालसा थाना महराजगंज, मोती विश्वकर्मा पुत्र रामनाथ विश्वकर्मा निवासी मुहम्बतपुर थाना मुबारकपुर, संजय उर्फ रविन्द्र यादव पुत्र स्व0 उदयराज यादव निवासी कुड़ही थाना महराजगंज, संजय कुमार पुत्र रामनाथ राम निवासी देवारा हरखपुरा थाना महराजगंज हैं।


 मौके से अवैध असलहा-कारतूस के साथ असलहा बनाने की सामग्री/उपकरण जैसे 9 देशी निर्मित तमंचा 315 बोर, 02 अर्धनिर्मित तमंचा 315 बोर, 01 जिंदा कारतूस 315 बोर, व असलहा बनाने के उपकरण (विभिन्न साईज की 6 रेती, 3 सुम्भी लोहे, 3 लोहे की पाईप, 20 लोहे की कील, 2 छेनी लोहे की, 7 प्रिंग लोहे की, 2 लोहे की सरसी, 1 लोहे का पिलास, लोहे की चादर के टुकड़े, 6 लोहे का फर्मा, 01 तार लोहे का व भट्ठी बरामद हुआ है। पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि जो व्यक्ति भागे हैं वह असलहा खरीदने व बेचने का कार्य करते थे।

लखनऊ सहायक कमिश्नर और इंस्पेक्टर समेत 3 लोग 12 लाख रिश्वत लेते गिरफ्तार भ्रष्टाचार निरोधक इकाई ने रंगे हाथ दबोचा


 लखनऊ सहायक कमिश्नर और इंस्पेक्टर समेत 3 लोग 12 लाख रिश्वत लेते गिरफ्तार


भ्रष्टाचार निरोधक इकाई ने रंगे हाथ दबोचा


लखनऊ केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई ने राजधानी स्थित कर्मचारी भविष्य निधि संगठन कार्यालय (ईपीएफओ) के सहायक कमिश्नर ज्ञानेंद्र कुमार, इंस्पेक्टर पुनीत सिंह और परामर्शक मनीष सिंह को 12 लाख रुपये रिश्वत लेते हुए मंगलवार को रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया। ब्यूरो ने देर रात तीनों के आवास पर छापा मारा, जहां संपत्तियों के दस्तावेज और निवेश के प्रमाण जुटाए जा रहे थे।


मिली जानकारी के अनुसार खुर्शेदबाग निवासी वानी सिस्टम प्राइवेट लि. के निदेशक राजीव शुक्ला ने सीबीआई से शिकायत की थी कि उनकी कंपनी मानव संसाधन आपूर्ति का काम करती है। कंपनी का असेसमेंट ईपीएफ कार्यालय कर रहा है। दस्तावेज जमा करने के बाद भी सहायक कमिश्नर ज्ञानेंद्र, इंस्पेक्टर पुनीत गलत तरीके से टैक्स नहीं लगाने के एवज में 12 लाख रुपये घूस मांग रहे हैं। मनीष मध्यस्थ की भूमिका निभा रहा था। सीबीआई ने मंगलवार शाम तीनों को ईपीएफ कार्यालय से दबोच लिया। आरोपियों को बुधवार को सीबीआई की विशेष कोर्ट में पेश किया जाएगा।

आजमगढ़ बरदह प्रेमी युगल ने एक दूसरे को पहनाई वरमाला


 आजमगढ़ बरदह प्रेमी युगल ने एक दूसरे को पहनाई वरमाला




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ बरदह क्षेत्र में स्थित मिर्जा जगदीशपुर हनुमान मंदिर के प्रांगण में दुर्गा माता के मंदिर पर पहुंच कर प्रेमी युगल ने मंगलवार को शादी रचा ली। इस दौरान प्रेमी युगल अपने साथ बालिग होने के जन्म तिथि प्रमाण पत्र, आधार कार्ड की कॉपी के साथ ही कोर्ट में शादी से संबंधित नोटरी बयान हल्फी भी साथ लाए थे। 


लड़के ने अपना नाम रंजीत बताया और वह दीदारगंज थाना क्षेत्र के बनगांव का निवासी होना बताया है। साथ ही यह भी बताया की 22 वर्षीय लड़की बरदह थाना क्षेत्र की रहने वाली है। दोनों को अकेले मंदिर में देखकर स्थानीय लोग भी जुटे और खोजबीन भी किए। इसके बाद दोनों ने एक दूसरे को माला पहना कर शादी की और लड़के ने लड़की के मांग में सिंदूर भी भरा।


 दोनों ने बताया कि उनके परिजन इस शादी के लिए तैयार नहीं थे। जिसके चलते उन्होंने पहले कोर्ट का रास्ता अपनाया फिर मंदिर में आए हैं। अब जीवन भर साथ रहने का फैसला लिए हैं। इसलिए देवी देवताओं से आशीर्वाद लेने आए हैं। उनका यह भी कहना था कि वह लोग मार्टिनगंज विद्यालय में पढ़ते थे और 8 वर्षों से उन लोगों का प्रेम चल रहा है लेकिन परिवार वाले इस शादी के लिए तैयार नहीं थे। जिसके चलते उनको यह कदम उठाना पड़ा।

उत्तर प्रदेश में आईएएस के बाद बड़े पैमाने पर आईपीएस के तबादले कई आईजी, डीआईजी का भी ट्रांसफर


 उत्तर प्रदेश में आईएएस के बाद बड़े पैमाने पर आईपीएस के तबादले


कई आईजी, डीआईजी का भी ट्रांसफर



लखनऊ यूपी में एक बार फिर बड़े पैमाने पर अधिकारियों के तबादले कर दिए गए हैं। सोमवार की देर रात आईएएस के बाद मंगलवार की दोपहर आईपीएस अफसरों के तबादले कर दिए गए। इन तबादलों को लोकसभा चुनाव की तैयारियों के रूप में देखा जा रहा है। कुछ समय पहले ही चुनाव आयोग ने एक ही पद पर तीन साल और एक ही जिले में चार साल से जमे अफसरों का तबादला करने का निर्देश दिया था।


 इसी कड़ी में योगी सरकार ने बड़े पैमाने पर आईपीएस अफसरों के ट्रांसफर किए हैं। इसमें कुछ अधिकारियों को अपने ही स्थान पर प्रोन्नति देकर तैनाती दे दी गई है, जबकि कुछ अधिकारियों का जिलों में दूसरे पदों पर तबादला किया गया है। लखनऊ, वाराणसी व कानपुर पुलिस कमिश्नरेट में तैनात करीब एक दर्जन पुलिस उपायुक्तों को वाराणसी, कानपुर और लखनऊ में पुलिस उपायुक्त के पद पर स्थानांतरित किया गया है।