Saturday 8 April 2023

गाजीपुर मर गई ममता , मां ने दो मासूमों को चाकू से काट डाला बेटी को छोड़ा, पति सेना में है तैनात


 गाजीपुर मर गई ममता , मां ने दो मासूमों को चाकू से काट डाला


बेटी को छोड़ा, पति सेना में है तैनात


उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले से एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। मां ने अपने कोख से जन्मे दो मासूमों को चाकू से काट कर हत्या कर दी। शुक्रवार रात घटी घटना की जानकारी शनिवार सुबह हुई तो सनसनी मच गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने महिला को चाकू के साथ गिरफ्तार किया। दोनों बच्चों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।


 घटना मरदह थाना क्षेत्र के हमीरपुर गांव की है। आरोपी महिला का पति भारतीय सेना में तैनात है। सूचना मिलते ही वह घर के लिए रवाना हो गया है। मरदह थाना क्षेत्र के हमीरपुर निवासी किसान रामबचन यादव के दो पुत्रों में से एक अजीत यादव भारतीय सेना है। अभी उनकी तैनाती कश्मीर में है। दूसरा बेटा अमित घर पर ही रहता है और व्यवसाय करता है। पूरा परिवार बीती रात खाना खाकर सोने चला गया।


अजीत की पत्नी नीतू यादव (35) भी तीन बच्चों औरव उर्फ हैप्पी, हर्षित एवं आराध्या (8) को लेकर अपने कमरे में सोने चली गई। रात में किसी वक्त चाकू से वार कर औरव उर्फ हैप्पी (7 ) और हर्षित (1) की हत्या कर दी। दोनों का सिर धड़ से अलग कर दिया। तीसरी बच्ची को उसने छोड़ दिया। रात भर वो कमरे में ही रही। इस घटना की जानकारी शनिवार सुबह तब हुई जब परिवार के सदस्य बच्चों को जगाने गए। बच्चों का खून से लथपश शव देख पैरों तले जमीन खिसक गई। हृदय विदारक घटना की सूचना से इलाके में सनसनी मच गई। घर के बाहर भीड़ लग गई। घटनास्थल का मंजर देख लोग सहम उठे। परिजनों में कोहराम मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। हत्या में इस्तेमाल चाकू को कब्जे में लेकर नीतू यादव को गिरफ्तार किया। घटना को उसने क्यों अंजाम दिया इसके बारे में पूछताछ की जा रही है।


दिल दहला देने वाली इस घटना के संबंध में परिजन बताते-बताते रो पड़े। शनिवार सुबह बच्चों को जगाने के दादी राजमती देवी कमरे में गईं थीं। चादर हटाया तो बच्चों के खून से लथपथ शव दिखे। सिर अलग था। नजारा देख वो चीख पड़ीं। आवाज सुनकर बच्चों के दादा रामबचन यादव कमरे में पहुंचे। वो भी मौके का मंजर देख चीखने-चिल्लाने लगे। दादा-दादी की आवाज सुनकर उसी कमरे में सो रही आराध्या की भी नींद खुल गई। वो भी भाइयों का शव देख रोने लगी। शोर सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। घटनास्थल का नजारा देख सहम उठे। किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि आखिर ये सब हुआ कैसे है। बच्चों की मां नीतू कमरे में नहीं थी। घर में मौजूद लोग नीतू की तलाश करने लगे। इसी दौरान वो बाथरूम से बाहर निकली। उससे बच्चों की हत्या के बारे में पूछा गया तो उसने जो कहा वो सुनकर लोग कांप उठे। कहा कि बच्चों को मैंने ही मारा है। लड़की को भी मारना चाहती थी, लेकिन उसको छोड़ दी। ये बातें बोलते वक्त वो बिल्कुल सामान्य नजर आई। उसके चेहरे पर कोई शिकन या अपने किए का कोई पछतावा नहीं था।


सूचना पर मरदह थानाध्यक्ष राजेश मिश्रा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। नीतू यादव को हिरासत में लेकर हत्या में इस्तेमाल चाकू को कब्जे में ले लिया। पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह भी घटनास्थल पर पहुंचे और वारदात के संबंध में जानकारी ली। एहतियातन हमीरपुर गांव में पुलिस बल की तैनाती की गई है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नीतू यादव का अपने पति अजीत यादव के बीच काफी दिनों से मनमुटाव चल रहा है। आए दिन दोनों के बीच नोंकझोंक भी होती रही है। नीतू तीन दिन पहले ही मायके से ससुराल आई थी। वहीं दूसरी ओर गांव सहित क्षेत्र में काफी हलचल मची हुई है।

आजमगढ़ मुख्तार अंसारी गैंग के 2 सदस्यों की खुली हिस्ट्रीशीट

आजमगढ़ मुख्तार अंसारी गैंग के 2 सदस्यों की खुली हिस्ट्रीशीट


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य द्वारा प्रदेश स्तर पर चिन्हित माफिया मुख्तार अंसारी गैंग के सदस्य शाहजमां उर्फ नैय्यर के 2 सहयोगियों के विरुद्ध हिस्ट्रीशीट खोली गयी है। इनके नाम आफताब आलम पुत्र इकबाल निवासी मुहम्मदपुर फेटी, थाना बरदह जनपद आजमगढ़, सरफराज आलम पुत्र इकबाल निवासी मुहम्मदपुर फेटी, थाना बरदह जनपद आजमगढ़ हैं। ये अपराधी हत्या के प्रयास जैसी घटनाओं में संलिप्त हैं।

 

आजमगढ़ गम्भीरपुर युवक ने फांसी लगाकर दी जान फास्ट फूड की दुकान चलाता था मृतक


 आजमगढ़ गम्भीरपुर युवक ने फांसी लगाकर दी जान


फास्ट फूड की दुकान चलाता था मृतक



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ गम्भीरपुर थाना क्षेत्र के ग्राम हरईरामपुर में बीती 7/8 अप्रैल की रात एक युवक ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। मृतक फास्ट फूड की दुकान चलाता था।


रामेश्वर राम उम्र 35 वर्ष पुत्र सूर्यबली राम निवासी हरईरामपुर रोज की भांति बीती रात खाना खाकर अपने कमरे में सोने चला गया। जब सुबह काफी देर तक वह नहीं जगा तो उसकी पत्नी उसे जगाने के लिए गई। दरवाजा अंदर से बंद होने और काफी देर तक दरवाजा न खुलने पर उसकी पत्नी शोर मचाना शुरू कर दिया। शोर सुनकर आस-पास के लोग इकट्ठा हो गये। जब लोगों ने दरवाजा तोड़ा तो कमरे के अंदर रामेश्वर राम फांसी के फंदे पर झूलता हुआ मिला। फांसी लगने से उसकी मौत हो गयी। 


मृतक की तीन संताने बेटी श्रेया 5.5 वर्ष, बेंटा आदर्श 3 वर्ष और बेटी स्वीटी डेढ़ वर्ष है। मृतक की पत्नी रंजना का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। मृतक ने करीब 10 वर्ष पूर्व ही गांव के ही सुरेन्द्र राम की पुत्री रंजना से प्रेम विवाह किया था। मृतक तीन भाईयों में तीसरे नम्बर पर था। बड़ा भाई राजकुमार रोजी रोटी के लिए दिल्ली रहता है। दूसरे भाई श्रवण की कुछ वर्ष पूर्व ही मौत हो चुकी है।