Wednesday, 22 October 2025

आजमगढ़ तहबरपुर खेत में करंट लगने से चाची-भतीजे की दर्दनाक मौत इलेक्ट्रिक फेंस में 11 हज़ार वोल्ट की लाइन जोड़ने का आरोप, फावड़ा फंसने से हुई घटना आक्रोशित परिजनों ने आरोपी के घर के सामने शव रखकर किया प्रदर्शन


 आजमगढ़ तहबरपुर खेत में करंट लगने से चाची-भतीजे की दर्दनाक मौत



इलेक्ट्रिक फेंस में 11 हज़ार वोल्ट की लाइन जोड़ने का आरोप, फावड़ा फंसने से हुई घटना


आक्रोशित परिजनों ने आरोपी के घर के सामने शव रखकर किया प्रदर्शन


उत्तर प्रदेश के आज़मगढ़ जिले के तहबरपुर थाना क्षेत्र के डिहवा तरौधी गांव में बुधवार सुबह खेत में आलू की बुआई के दौरान करंट लगने से 18 वर्षीय धीरज और उनकी 40 वर्षीय चाची रजनी की दर्दनाक मौत हो गई। घटना के बाद आक्रोशित परिजनों ने आरोपी के घर के सामने शव रखकर प्रदर्शन किया, जिससे इलाके में तनाव फैल गया। पुलिस और प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया।


जानकारी के अनुसार, धीरज अपने चाची रजनी के साथ खेत में काम कर रहे थे। पास के खेत में लालमुनि नामक व्यक्ति ने इलेक्ट्रिक फेंस लगाई थी, जिसमें बैटरी की जगह 11 हज़ार वोल्ट की सीधी लाइन जोड़ी गई थी। काम के दौरान धीरज का फावड़ा फेंस के तारों में फंस गया, जिससे वह करंट की चपेट में आ गए और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। रजनी ने उन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन वह भी करंट का शिकार हो गईं। परिजन रजनी को अस्पताल ले गए, लेकिन रास्ते में उनकी भी मौत हो गई।


घटना के बाद परिजनों ने शवों को आरोपी के घर के सामने रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। सूचना पर तीन थानों की पुलिस, सीओ और एसडीएम मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने परिजनों को समझा-बुझाकर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। गांव में तनाव को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। बताया जा रहा है कि आरोपी पक्ष के लोग घर छोड़कर फरार हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपियों की तलाश में जुटी है।

आजमगढ़ शहर कोतवाली कबाड़ गोदाम में भीषण आग मामले में दर्ज हुआ मुकदमा विस्फोटों और जहरीले धुएं से लोगों का सांस लेना हुआ मुश्किल, दरकने लगीं दीवारें और छतें


 आजमगढ़ शहर कोतवाली कबाड़ गोदाम में भीषण आग मामले में दर्ज हुआ मुकदमा




विस्फोटों और जहरीले धुएं से लोगों का सांस लेना हुआ मुश्किल, दरकने लगीं दीवारें और छतें


उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद के थाना कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत बदरका चौकी क्षेत्र में मंगलवार रात एक कबाड़ गोदाम में भीषण आग लगने से हड़कंप मच गया। यह घटना रात करीब 20:15 बजे की है, जब पुलिस चौकी ब्रह्मस्थान पर मौजूद प्रभारी निरीक्षक यादवेन्द्र पाण्डेय को सूचना मिली कि एक कबाड़ गोदाम में आग लगी है। तत्काल कार्रवाई करते हुए प्रभारी निरीक्षक ने अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास शुरू किया।


आग कबाड़ गोदाम में इतनी तेजी से फैली कि आसपास के घनी आबादी वाले क्षेत्र में रहने वाले लोग दहशत में आ गए। गोदाम में रखे कागज, गत्ता, प्लास्टिक, गाड़ियों के टायर, और पानी व शराब की बोतलों के कारण आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। समय-समय पर होने वाले विस्फोटों और जहरीले धुएं ने लोगों का सांस लेना मुश्किल कर दिया। आसपास के मकानों की बिजली की वायरिंग जल गई, दीवारें और छतें दरकने लगीं। लोग अपने सामान और वाहनों को बचाने के लिए सुरक्षित स्थानों की ओर भागने लगे। पुलिस ने यातायात डायवर्जन कर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा। फायर ब्रिगेड की गाड़ियों ने फोम और पानी का उपयोग कर काफी प्रयासों के बाद आग पर काबू पाया। नगरपालिका की जेसीबी मशीनों की मदद से गोदाम की बाउंड्री तोड़कर कबाड़ को हटाया गया, जिससे आग को पूरी तरह बुझाया जा सका।



जांच में पता चला कि यह कबाड़ गोदाम पिन्टू ठठेरा, पुत्र बनारसी ठठेरा, निवासी अनंतपुरा, थाना कोतवाली, आजमगढ़ का है। गोदाम पिछले तीन वर्षों से बिना लाइसेंस और टिन नंबर के संचालित हो रहा था। यह गोदाम घनी आबादी के बीच स्थित है, जिसके कारण आग लगने से लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा और जनजीवन संकट में पड़ गया। जांच में यह भी सामने आया कि पिछले वर्ष भी इस गोदाम में आग लगी थी, लेकिन गोदाम संचालक ने कोई सावधानी नहीं बरती और न ही इसे बंद किया। प्रभारी निरीक्षक यादवेन्द्र पाण्डेय ने बताया कि पिन्टू ठठेरा के खिलाफ संबंधित धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया है।