Monday 13 March 2023

कानपुर हिस्ट्रीशीटर की पत्नी का शव फंदे से लटकता मिला 10 महीने पहले ससुरालियों को धमकाकर की थी लव मैरिज


 कानपुर हिस्ट्रीशीटर की पत्नी का शव फंदे से लटकता मिला


10 महीने पहले ससुरालियों को धमकाकर की थी लव मैरिज


उत्तर प्रदेश कानपुर के चकेरी में हिस्ट्रीशीटर राजाबाबू की पत्नी का शव फंदे से लटकता मिला। हिस्ट्रीशीटर समेत परिवार के सभी लोग घर छोड़कर भाग निकले। मायके वालों की सूचना पर चकेरी पुलिस और फोरेंसिक टीम मौके पर जांच करने पहुंची। चकेरी पुलिस ने परिजनों की तहरीर पर दहेज हत्या की रिपोर्ट दर्ज की है। इसके साथ ही शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। चकेरी लाल बंगला काली बाड़ी निवासी विनय सोनकर ने बताया कि 10 महीने पहले उनकी बहन श्वेता सोनकर (25) की शादी चकेरी थाने के हिस्ट्रीशीटर राजाबाबू सोनकर से हुई थी। राजाबाबू उनके मोहल्ले में ही रहता है। 


आरोप है कि उसने बहन को अपने प्रेम जाल में फंसा लिया था और परिवार वालों को धमकी देकर जबरन विवाह किया था। दहेज की मांग को लेकर श्वेता को ससुराल में प्रताड़ित किया जा रहा था। इसी वजह से उसे होली पर मायके नहीं भेजा गया। राजाबाबू के बहनोई वीरू सोनकर ने रविवार रात 1 बजे फोन पर बताया कि उनकी बहन ने सुसाइड कर लिया है। घटना की जानकारी मिलते ही भाई विनय, विशाल, मां रेनू और पिता राजेश समेत परिवार के अन्य लोग पहुंचे। घर पर कोई भी नहीं मिला, कमरे में फंदे के सहारे श्वेता का शव झूल रहा था। मामले की जानकारी मिलते ही चकेरी थाने की पुलिस मौके पर जांच करने पहुंची। फोरेंसिक टीम ने भी मौके से साक्ष्य जुटाए। चकेरी थाना प्रभारी रत्नेश सिंह ने बताया कि मामले में दहेज हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।


 हिस्ट्रीशीटर पति समेत अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। वहीं मामले में चकेरी थाना प्रभारी ने बताया कि मृतक की मां रेनू की तहरीर के आधार पर पति राजाबाबू सोनकर, सास रानी देवी, ससुर दीप नारायण, ननद दीपमाला, रोशनी, नंदोई वीरू सोनकर के खिलाफ दहेज हत्या समेत अन्य गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है। परिवार के सभी सदस्य और नामजद आरोपियों की तलाश में पुलिस की टीम छापेमारी कर रही है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।

आजमगढ़ ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबन्धन पर ऊर्जा मंत्री को गुमराह करने का आरोप 14 मार्च को प्रदेश भर में निकाले जायेंगे मशाल जुलूस


 आजमगढ़ ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबन्धन पर ऊर्जा मंत्री को गुमराह करने का आरोप 14 मार्च को प्रदेश भर में निकाले जायेंगे मशाल जुलूस 



ऊर्जामंत्री के साथ हुए लिखित समझौते के क्रियान्वयन हेतु बिजलीकर्मियों ने मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप करने की अपील की ऊर्जा मंत्री के साथ हुए समझौते को लागू कराने की मांग किसी भी तरह राजनीतिक नहीं है। 



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उत्तर प्रदेश ने ऊर्जा मंत्री के साथ हुए लिखित समझौते के क्रियान्वयन हेतु प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से प्रभावी हस्तक्षेप किये जाने की पुनः अपील की है। संघर्ष समिति द्वारा जारी बयान में कहा गया कि ऊर्जा मंत्री के साथ हुए लिखित समझौते को लागू करने की मांग में कुछ भी राजनीतिक नहीं है। यह बिजलीकर्मियों की नैसर्गिक न्याय की मांग है। ऐसा प्रतीत होता है कि इस बाबत ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबन्धन ने अपनी अकर्मण्यता छिपाने हेतु ऊर्जा मंत्री को पूरी तरह से गुमराह किया है। 


संघर्ष समिति ने आगे कहा कि हड़ताल करने के लिए बिजली कर्मियों को बाध्य किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि विगत 03 दिसम्बर 2022 को हुए लिखित समझौते में स्पष्ट तौर पर लिखा है कि ऊर्जा मंत्री के अनुरोध पर संघर्ष समिति ने 15 दिन के लिए आन्दोलन स्थगित करने की सहमति प्रदान की। अब जब कि 110 दिन व्यतीत हो चुके हैं एवं प्रबन्धन की हठधर्मिता के चलते समझौता लागू नहीं हो रहा है तो बिजली कर्मियों के सामने लोकतांत्रिक ढंग से ध्यानाकर्षण करने के अलावा अन्य क्या विकल्प है।


03 दिसम्बर के बाद उत्तर प्रदेश में होने वाले जी-20 सम्मेलन एवं इन्वेस्टर्स समिट की महत्ता और इन सम्मेलनों में प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री की उपस्थिति की गरिमा को ध्यान में रखते हुए बिजलीकर्मियों ने अपने पूर्व निर्धारित सभी ध्यानाकर्षण कार्यक्रम को स्थगित कर सुचारू बिजली आपूर्ति बनाये रखने हेतु अहर्निश प्रयास किया। मार्च माह की महत्ता को बिजलीकर्मी बखूबी समझते है किन्तु सरकार को यह विचार करना चाहिए कि ऊर्जा निगमों का शीर्ष प्रबन्धन समझौता लागू करने में सबसे बड़ी बाधा है। ऐसे में बिजलीकर्मियों पर हड़ताल थोपी जा रही है। संघर्ष समिति के आह्वान पर राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के सभी जनपद/परियोजना मुख्यालयों पर मशाल जुलूस निकाले जायेंगे।


इस मीटिंग में मुख्य रूप से राज नारायण सिंह, संदीप प्रजापति, आशुतोष यादव, चंद्र शेखर, मिथिलेश यादव, विजय नारायण मौर्य आदि मौजूद थे

आजमगढ़ ग्रामीण न्यायालय के विरोध में सड़क पर उतरे अधिवक्ता शहर के कई प्रमुख मार्गों पर लगा लंबा जाम


 आजमगढ़ ग्रामीण न्यायालय के विरोध में सड़क पर उतरे अधिवक्ता


शहर के कई प्रमुख मार्गों पर लगा लंबा जाम


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जिले में ग्रामीण न्यायालय का विरोध हो रहा है। सोमवार को दीवानी बार के अधिवक्ता सड़क पर उतर गए। रास्ता जाम कर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। शहर के कई प्रमुख मार्गों पर लंबा जाम लग गया। राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ा। शासन ने वादों को स्थानीय स्तर पर ही निपटाने के लिए ग्रामीण न्यायालय के गठन का निर्णय लिया है। 


तहसील स्तर पर स्थापित होने वाले इन न्यायालयों का वकील विरोध कर रहे हैं। ऐसा होने पर तहसील स्तर पर ही वादों की सुनवाई होगी और वादकारियों को जिले का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। इतना ही नहीं जिला न्यायालय में लंबित वादों की संख्या में भी तेजी से गिरावट आएगी। अधिवक्ता समाज सरकार के इस निर्णय का विरोध कर रहा है। सोमवार को दीवानी बार के अधिवक्ता दीवानी बार एसोसिएशन के बैनर तले सड़क पर उतरे। दीवानी न्यायालय गेट के सामने ही अधिवक्ताओं ने सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। अधिवक्ताओं के इस प्रदर्शन से शहर के कई प्रमुख मार्गों पर जाम लग गया।

मेरठ ग्रामीण के SP द्वारा घूस मांगने का वीडियो वायरल व्यापारी से कहा 20 लाख भेजिए, DGP मुख्यालय ने बैठाई जांच

मेरठ ग्रामीण के SP द्वारा घूस मांगने का वीडियो वायरल


व्यापारी से कहा 20 लाख भेजिए, DGP मुख्यालय ने बैठाई जांच


लखनऊ मेरठ ग्रामीण के SP अनिरुद्ध कुमार का 20 लाख की घूस मांगने का वीडियो रविवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। अनिरुद्ध कुमार वीडियो कॉल पर व्यापारी से बात कर रहे हैं। अनिरुद्ध कुमार व्यापारी से कहते हैं कि इतना लेट करके मत भेजिए। साथ ही पूछा- आज कितना भेज रहे हैं?


व्यापारी कहता है कि आज हम 10 या 20 लाख भेजेंगे। साथ ही व्यापारी कहता है कि भैया इतनी मोटी रकम खाते से निकालने पर शक नहीं होगा क्या? 10 लाख रुपए जब अकाउंट से निकलता है, तो दिक्कत होती है। अकाउंट पेई चेक से ही पैसा निकल रहा है।


इस पर एसपी ग्रामीण कहते हैं कि मिनिमम 20 लाख रुपए शाम तक भेजिए। बाकी मैं बताता हूं। यह वीडियो काफी पुराना बताया जा रहा है। वीडियो सामने आने के बाद DGP मुख्यालय ने जांच बैठा दी है। साथ ही 3 दिन के अंदर रिपोर्ट देने का आदेश दिया है।


बता दें कि कुछ साल पहले सनबीम स्कूल के मालिक पर रेप का मुकदमा दर्ज हुआ था। अनिरुद्ध कुमार उस वक्त वाराणसी में ASP चेतगंज थे। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इस वीडियो के आधार पर अनिरुद्ध कुमार का ट्रांसफर ASP इंटेलिजेंस में हुआ। इसके बाद उनकी पोस्टिंग एएसपी फतेहपुर हुई। अभी वह SP रूरल के पद पर तैनात हैं।


डीजीपी मुख्यालय से जारी बयान में बताया कि 12 मार्च को मेरठ में एसपी ग्रामीण के पद पर नियुक्त आईपीएस अधिकारी अनिरुद्ध सिंह का वीडियो वायरल हुआ। जिसमें वह किसी व्यक्ति से वीडियो कॉल के माध्यम से वार्तालाप करते हुए दिखाई दे रहे हैं।


उक्त वीडियो के आधार पर अनिरुद्ध सिंह के ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जा रहे हैं। प्रकरण की गम्भीरता के दृष्टिगत पुलिस मुख्यालय द्वारा कमिश्नर वाराणसी से इसके संबंध में जांच कर 03 दिन के अंदर रिपोर्ट मांगी गई है।

 

आजमगढ़ बरदह 7 फेरे के बाद दुल्हन ने तोड़ा रिश्ता दूल्हे की एक गलती ने शहनाई के बीच थाने में करवा दी पंचायत


 आजमगढ़ बरदह 7 फेरे के बाद दुल्हन ने तोड़ा रिश्ता


दूल्हे की एक गलती ने शहनाई के बीच थाने में करवा दी पंचायत


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जिले से जो मामला सामने आया है वह बेहद चौंकाने वाला है। यहां सात फेरों के बाद दूल्हे ने दुल्हन की सहेलियों से कुछ ऐसा कह दिया कि बखेड़ा खड़ा हो गया। दुल्हन को जब इसकी जानकारी हुई तो उसने रिश्ता ही तोड़ दिया।


 दरअसल बरदह के एक गांव में फेरे लेने के बाद कोहबर में दूल्हे के गाली गलौज करने से नाराज दुल्हन ने शादी तोड़ दी। दूल्हा दो सौ रुपये देने पर महिलाओं के साथ गाली गलौज कर रहा था। घरातियों ने दूल्हा, उसके परिजनों और बारातियों को बंधक बना लिया। थाने में चार घंटे चली पंचायत के बाद दूल्हा पक्ष ने पौने छह लाख रुपये दिए। इसके बाद रिश्ता खत्म कर लिया गया।


बरदह थाना प्रभारी संजय कुमार सिंह ने बताया कि जौनपुर के लाइन बाजार के वाजिदपुर दक्षिण गांव निवासी धर्मेंद्र पुत्र हीरालाल की बारात शनिवार की शाम को बरदह के एक गांव में आई थी। जयमाल आदि कार्यक्रम शांतिपूर्वक संपन्न हुए। देर रात ब्याह की रस्में अदा की गईं। रविवार की भोर में फेरे होने के बाद दूल्हा कोहबर में चला गया। भीतर मौजूद दुल्हन की सहेलियां, रिश्तेदार महिलाएं बातचीत करते हुए उसे शगुन देने लगीं। इस दौरान एक महिला रिश्तेदार ने दो सौ रुपये दिए। इस पर दूल्हा नाराज हो गया और नोट महिला के ऊपर फेंक दिया।


अनाप-शनाप बोलते हुए महिलाओं के साथ गालीगलौज करने लगा। उसके व्यवहार से नाते-रिश्तेदार सन्न रह गए। दुल्हन ने उसके व्यवहार से नाराज होकर साथ जाने से इनकार कर दिया। घरातियों ने दूल्हा, उसके परिजनों और बारातियों को बंधक बना लिया। पुलिस दोनों पक्षों को दोपहर एक बजे थाने लेकर गई। करीब चार घंटे तक चली पंचायत के बाद दूल्हा पक्ष ने 5.80 लाख रुपये दिए। इसके बाद दोनों पक्षों ने सहमति से रिश्ता खत्म कर लिया।


जानिए पूरा मामला


कोहबर में जाने के बाद दुल्हन की रिश्तेदार महिला की तरफ से शगुन के तौर पर दो सौ रुपये दिए जाने के बाद दूल्हे ने आपा खो दिया। ग्रामीणों के मुताबिक, उसने कहा कि देना है तो दो हजार, पांच हजार दो। सौ-दो सौ रुपये की क्या गिनती है। महिला रिश्तेदारों के साथ इस बर्ताव से दुल्हन नाराज हो गई। उसने कहा कि जब हमारे घर पर इनका इस तरह का बर्ताव है तो अपने घर ले जाकर मेरे साथ क्या करेंगे।

उत्तर प्रदेश 6 जिलों के एसपी सहित 11 आईपीएस अफसरों का तबादला


 उत्तर प्रदेश 6 जिलों के एसपी सहित 11 आईपीएस अफसरों का तबादला



लखनऊ उत्तर प्रदेश सरकार ने रविवार को देर शाम छह जिलों के एसपी समेत 11 आईपीएस अफसरों का तबादला कर दिया। इसमें बरेली, बिजनौर, बागपत, बस्ती, ललितपुर व हमीरपुर में नए एसपी तैनात किए गए हैं।


वाराणसी रेंज के आईजी सत्यनारायण को आईजी सीबीसीआईडी मुख्यालय लखनऊ, डीआईजी एसएसपी बरेली अखिलेश कुमार चौरसिया को डीआईजी वाराणसी रेंज, 11वीं वाहिनी पीएसी सीतापुर के सेनानायक प्रभाकर चौधरी को एसएसपी बरेली, एसपी बागपत नीरज कुमार जादौन को एसपी बिजनौर, एएसपी मुजफ्फरनगर अर्पित विजयवर्गीय को एसपी बागपत, बीमार चल रहे एसपी बिजनौर दिनेश सिंह को डीजीपी मुख्यालय से संबद्ध रखते हुए इलाज के लिए कमिश्नरेट गाजियाबाद, एसपी बस्ती आशीष श्रीवास्तव को डीजीपी मुख्यालय से संबद्ध, एसपी ललितपुर गोपाल कृष्ण चौधरी को एसपी बस्ती, अपर पुलिस उपायुक्त प्रयागराज अभिषेक कुमार अग्रवाल को एसपी ललितपुर, एसपी हमीरपुर शुभम पटेल को प्रतीक्षारत करते हुए डीजीपी मुख्यालय लखनऊ से संबद्ध तथा अपर पुलिस उपायुक्त सहायक पुलिस उपायुक्त गाजियाबाद कमिश्नरेट दीक्षा शर्मा को एसपी हमीरपुर के पद पर स्थानान्तरित किया गया है।