Tuesday 9 April 2024

आजमगढ़ रौनापार दंपती की गुहार, बेटे ने हिब्बानामा लिखवाकर बेच दी जमीन SP के निर्देश पर मुकदमा हुआ दर्ज


 आजमगढ़ रौनापार दंपती की गुहार, बेटे ने हिब्बानामा लिखवाकर बेच दी जमीन


 SP के निर्देश पर मुकदमा हुआ दर्ज



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ कलयुगी पुत्रों के चलते भुखों मरने की स्थिति में पहुंचे वृद्ध दंपती ने एसपी से गुहार लगाई और एक पुत्र, उसकी पत्नी व बेटे पर हिब्बानामा लिखवा कर जमीन बेच देने और पैसा भी खाते से निकाल लेने का आरोप लगाया। एसपी के निर्देश पर वृद्ध दंपती के बेटे-बहू के साथ ही पौत्र के खिलाफ रौनापार थाना पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत किया है।


 रौनापार थाना क्षेत्र के सहनूपुर गांव निवासी रामवृक्ष के चार पुत्र हैं, जिसमें एक की मौत हो चुकी है। बाकी तीन पुत्र रोजी-रोटी के लिए बाहर परिवार के साथ रहते हैं। विगत 15 सालों से वृद्ध दंपति की कोई पुत्र देखरेख नहीं कर रहे हैं। इस बीच एक पुत्र विरेंद्र घर आया तो वृद्ध दंपति को देख रेख करने का आश्वासन देकर उनके नाम दर्ज जमीन का अपने नाम हिब्बानामा करा लिया। इसके बाद उक्त जमीन को नौ लाख रुपये में बेच भी दिया। पैसा रामवृक्ष के खाते में आया था। जिसे फर्जीवाड़ा कर विरेंद्र, उसकी पत्नी गायत्री व पौत्र नितिन ने निकाल भी लिया।


 इसके बाद से वृद्ध रामवृक्ष के समक्ष भुखमरी की समस्या उत्पन्न होने लगी तो दंपती कभी बर्फ बेचकर, कभी फेरी लगाकर तो कभी साइकिल का पंचर बनाकर अपना पेट पालते रहे। पैसों को लेकर कई बार वृद्ध दंपति महुला चौकी पर गए लेकिन चौकी प्रभारी उन्हें दौड़ाते रहे। थाने पर भी शिकायत करने पर कोई समाधान नहीं निकला तो वृद्ध दंपती ने एसपी से गुहार लगाई। एसपी के निर्देश पर रौनापार थाना पुलिस ने वृद्ध दंपती के शिकायत के आधार पर विरेंद्र, गायत्री व नितिन के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया।

गोरखपुर 44 लाख रूपये के साथ दरोगा गिरफ्तार सामने आई हेराफेरी की कहानी


 गोरखपुर 44 लाख रूपये के साथ दरोगा गिरफ्तार



सामने आई हेराफेरी की कहानी




उत्तर प्रदेश गोरखपुर के कोतवाली इलाके में गाड़ियों की चेकिंग के दौरान 50 लाख रुपए की हेराफेरी के आरोप में दरोगा आलोक सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि दरोगा के पास से 44 लाख रुपए बरामद हो गए हैं। गोरखपुर पुलिस के उच्चाधिकारी सोमवार से ही इस मामले की जांच में जुटे थे। अधिकारियों को 50 लाख रुपए की हेराफेरी की आशंका थी।


 जानकारी के मुताबिक, शाहमारूफ में दुकान चलाने वाला एक व्यापारी हवाला के धंधा से जुड़ा है। वह नेपाल बॉर्डर पर किसी को 85 लाख रुपए देने के लिए निकला था। इस दौरान जरिए मुखबिर पुलिस को सूचना मिली कि गाड़ी से 85 लाख रुपये लाया जा रहा है। इस सूचना पर बेनीगंज चौकी प्रभारी आलोक सिंह ने चेकिंग की और एक कार से रुपया बरामद भी कर लिया। लेकिन, उन्होंने इसकी सूचना न तो अपने थानेदार को दी और न ही किसी अन्य अफसर को और 50 लाख रुपये का हेराफेरी कर लिया। अफसरों तक को यह बताया गया कि 85 लाख रुपये में से 50 लाख पुलिस ने रख लिए और एनकाउंटर की धमकी देते हुए 35 लाख रुपये लौटाकर व्यापारी को भगा दिया गया।


 एसपी सिटी की टीम ने दरोगा आलोक सिंह और उसके एक साथी के पास से 44 लाख रुपए बरामद कर लिया। दरोगा आलोक सिंह के खिलाफ कोतवाली थाने में गबन और भ्रष्टाचार का केस दर्ज कर दरोगा को गिरफ्तार कर लिया है। दरोगा की हेराफेरी का ये मामला गोपनीय जांच से पकड़ा गया है। मामले की जानकारी होने के बाद से ही अफसरों ने दरोगा के खिलाफ गोपनीय जांच शुरू करा दी थी। इसी जांच के दौरान 24 घंटे के अंदर मामला सुलझ गया और दरोगा आलोक सिंह अपने ही जाल में फंस गया।