सुलतानपुर थाना परिसर से रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया दरोगा
एंटी करप्शन टीम का बड़ा ऐक्शन, महकमे में मचा हड़कंप
उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर जिले में करौंदीकला थाने में तैनात उपनिरीक्षक शैलेंद्र प्रताप सिंह को एंटी करप्शन अयोध्या की टीम ने 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। इस कार्रवाई से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया।
जानकारी के अनुसार, जौनपुर के सरपतहां थाना क्षेत्र के नारायणपुर गांव निवासी अजय सिंह की कार से हुई दुर्घटना के मामले में करौंदीकला थाने में मुकदमा दर्ज था, जिसकी जांच शैलेंद्र प्रताप सिंह कर रहे थे। अजय सिंह ने कोर्ट से कार रिलीज का आदेश प्राप्त किया था, लेकिन इसके लिए थाने से रिपोर्ट लगवाना जरूरी था। आरोप है कि दरोगा शैलेंद्र प्रताप सिंह ने रिपोर्ट लगाने के लिए अजय सिंह से 10 हजार रुपये की रिश्वत मांगी और उन्हें बार-बार दौड़ाया।
परेशान होकर अजय सिंह ने अयोध्या की एंटी करप्शन टीम से संपर्क किया। टीम ने योजना बनाई और अजय सिंह को तय राशि के साथ करौंदीकला थाने भेजा। जैसे ही शैलेंद्र प्रताप सिंह ने रिश्वत की रकम ली, एंटी करप्शन टीम के प्रभारी अनिल सिंह और उनकी टीम ने उन्हें रंगे हाथ धर दबोचा। मौके से 10 हजार रुपये बरामद किए गए, और दरोगा के हाथों को नेप्थलिन के पानी में डालकर जांच की गई, जिसमें पानी का रंग लाल हो गया।
टीम ने आरोपी दरोगा को तुरंत हिरासत में लेकर करौंदीकला थाने से मोतिगरपुर थाने पहुंची, जहां मुकदमा दर्ज कर आवश्यक कागजी कार्रवाई पूरी की गई। इसके बाद टीम आरोपी को अपने साथ ले गई। इस घटना ने स्थानीय पुलिस प्रशासन में सनसनी फैला दी है। एंटी करप्शन टीम के प्रभारी अनिल सिंह ने बताया कि रिश्वतखोरी के खिलाफ उनकी कार्रवाई जारी रहेगी। इस मामले में आगे की जांच की जा रही है।
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