मेरठ पुलिस एनकाउंटर में पीठ दिखाकर भागा इंस्पेक्टर
सिपाही ने दिखाया साहस, इंस्पेक्टर लाइन हाजिर, विभागीय जांच के आदेश
उत्तर प्रदेश के मेरठ में कलेक्शन एजेंट से 82 हजार रुपये की लूट के मामले में पुलिस मुठभेड़ के दौरान इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह के पीठ दिखाकर भागने पर बड़ी कार्रवाई हुई है। भावनपुर थाना प्रभारी कुलदीप सिंह को लाइन हाजिर कर विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं। वहीं, लापरवाही और आर्थिक लाभ के आरोप में परीक्षितगढ़ थाना प्रभारी संजय द्विवेदी और फलावदा थाने के दरोगा योगेश गिरी को सस्पेंड कर दिया गया है। एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने दोनों के खिलाफ विभागीय जांच के लिए एसपी सिटी को निर्देश दिए हैं।
7 अगस्त 2025 को भावनपुर पुलिस ने पंचगांव पट्टी-स्याल मार्ग पर 82 हजार रुपये की लूट करने वाले तीन बदमाशों—प्रिंस (भटीपुरा, किठौर), अभिषेक (अम्बहेड़ा साहनी, किठौर), आकाश (भटीपुरा) और एक बाल अपचारी की घेराबंदी की। किनानगर के पास हाईवे पर चेकिंग के दौरान बदमाशों की बाइक फिसल गई, जिसके बाद पुलिस ने तीनों को दबोच लिया। प्रिंस ने पुलिस पर फायरिंग की, जवाबी कार्रवाई में उसके पैर में गोली लगी। फायरिंग की आवाज सुनकर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। भीड़ को देखते ही इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह अपनी टीम के साथ मौके से भाग निकले, लेकिन एक सिपाही ने साहस दिखाते हुए प्रिंस को पकड़े रखा।
एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने कहा, "भावनपुर थाना प्रभारी कुलदीप सिंह की लापरवाही और कायरता अस्वीकार्य है। उनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू की गई है। साथ ही, अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जा रही है ताकि पुलिस बल की जवाबदेही सुनिश्चित हो।
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