आजमगढ़ के चीफ इंजीनियर सहित 2 सस्पेंड
बिजली विभाग के 2 अफसरों पर योगी सरकार ने लिया सख्त एक्शन
उत्तर प्रदेश लखनऊ भ्रष्टाचार मामले में बिजली विभाग के दो अफसरों पर योगी सरकार ने सख्त एक्शन लिया है। प्रदेश सरकार के आदेश पर कारपोरेशन प्रबंधन ने मेरठ के अधीक्षक अभियंता और आजमगढ़ के मुख्य अभियंता को तुरंत सस्पेंड कर दिया गया है।
अधीक्षण अभियंता पर ठेकेदारों से रिश्वत लेने की शिकायत हुई थी जबकि मुख्य अभिंयता पर मानकों के अनुरूप उपकरण उपलब्ध नहीं कराने के मामले में दोषी पाया गया था।
यूपी सरकार को मेरठ में तैनात अधीक्षण अभियंता वेद प्रकाश कौशल के खिलाफ शिकायत मिली थीं। उन पर आरोप लगाए गए हैं कि उपकेंद्रों की मरम्मत, पार्कों के सौंदर्याकरण के लिए 41 करोड़ के टेंडर जारी करने के लिए ठेकेदारों से छह फीसदी करीब 2.5 करोड़ रुपये की रिश्वत ली गई। इसके अलावा वेद प्रकाश कौशल के खिलाफ भ्रष्टाचार की विभिन्न शिकायतें भी मिली।
अधीक्षण अभियंता वेद प्रकाश कौशल वाराणसी से तबादला होकर मेरठ आए थे। मेरठ में सिविल दफ्तर में पहले भी अफसरों और कर्मचारियों पर आरोप लगते रहे हैं। पिछले दिनों अधिशासी अभियंता के तबादले के बाद पीवीवीएनएल में रार हो गई थी। अधिशासी अभियंता ने अधीक्षण अभियंता, निदेशक पीवीवीएनएल और एमडी पर आरोप लगाते हुए शासन से शिकायत की थी। इसके बाद मामला तूल पकड़ा। निलंबित अधीक्षण अभियंता वाराणसी में अपने कार्यकाल के दौरान विभिन्न आरोपों से घिरे रहे। बताया जा रहा है कि विजिलेंस जांच भी इनके खिलाफ चल रही है।
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