Friday, 22 November 2024

आजमगढ़ निजामाबाद शराबी ने पूरी रात पुलिस को छकाया लूट होने की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस पूरी रात बाइक व बदमाशों की तलाश करती रही पुलिस


 आजमगढ़ निजामाबाद शराबी ने पूरी रात पुलिस को छकाया



लूट होने की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस


पूरी रात बाइक व बदमाशों की तलाश करती रही पुलिस



उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के निजामाबाद थाना क्षेत्र के खुदादादपुर बाजार में बृहस्पतिवार की देर रात शराब के नशे में धुत युवक ने बाइक की लूट होने की सूचना पुलिस को दी। लूट की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और पूरी रात बाइक व बदमाशों की तलाश करती रही। सुबह होने पर युवक ने पुलिस को फिर सूचना दी। उधर, बाइक की तलाश में जुटी पुलिस को खुदादादपुर बाजार में बाइक लावारिस हाल में मिली। सरायमीर थाना क्षेत्र के कोलपुर कुशहा गांव निवासी दीपक ने आरोप लगाया कि बृहस्पतिवार की रात वह ऊंचागांव से अपनी बाइक से घर जा रहा था। वह जैसे ही खुदादादपुर यूनियन बैंक के पास पहुंचा था कि तभी तीन की संख्या में आए बाइक सवार बदमाश उसे रोक लिए और उसे मारपीटकर बाइक छीनकर भाग गए। उसने इसकी सूचना पुलिस के हेल्पलाइन नंबर 112 पर दी। लूट की सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस पहुंची तो दीपक शराब के नशे में कुछ बता नहीं सका। 


पुलिस लूट की सूचना को संज्ञान में लेते हुए पूरी रात बाइक व बदमाशों की तलाश में जुटी रही। उधर सुबह होने पर दीपक ने फिर से पुलिस को सूचना दिया। पुलिस मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल शुरु की। इस दौरान पुलिस को सूचना मिली कि एक बाइक खुदादादपुर बाजार में लावारिश हालत में पड़ी है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बाइक को देखा तो वह दीपक की ही बाइक थी। इसके बाद पुलिस ने राहत की सांस ली। थानाध्यक्ष निजामाबाद हीरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि युवक ने शराब के नशे में पुलिस को सूचना दी कि उसकी बाइक लूट ली गई है। जब पुलिस जांच-पड़ताल की तो उसकी बाइक खुदादादपुर बाजार में लावारिस हाल में मिली।

आजमगढ़ अतरौलिया मार्ग दुर्घटना में युवक की मौत, एक गंभीर रूप से घायल गुरूवार की रात तिलक समारोह से लौटते समय हुई दुर्घटना


 आजमगढ़ अतरौलिया मार्ग दुर्घटना में युवक की मौत, एक गंभीर रूप से घायल 


गुरूवार की रात तिलक समारोह से लौटते समय हुई दुर्घटना



उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद के अतरौलिया थाना क्षेत्र में गुरूवार की रात करीब 10 बजे मार्ग दुर्घटना में जहां एक व्यक्ति की मौत हो गयी, वहीं दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल युवक को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना तिलक समारोह से वापस लौटते समय हुई।


थाना क्षेत्र के लहनपट्टी गांव निवासी दुर्गेश विश्वकर्मा उम्र लगभग 36 वर्ष पुत्र ओमप्रकाश विश्वकर्मा और श्याम सुंदर विश्वकर्मा पुत्र फूलचंद विश्वकर्मा निवासी भोराजपुर गुरूवार को बलिया में दुर्गेश विश्वकर्मा के किसी रिश्तेदार के तिलक में शामिल होने के लिए गए थे। वहां से लौटते समय रात लगभग दस बजे के करीब अज्ञात वाहन ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी। इस दुर्घटना में दुर्गेश विश्वकर्मा की मौत हो गई, जबकि श्याम सुंदर विश्वकर्मा गम्भीर रूप से घायल हो गया। घटना के बाद अज्ञात वाहन चालक फरार हो गया। स्थानीय लोगों के सहयोग से दोनों लोगों को सौ शैय्यायुक्त संयुक्त जिला चिकित्सालय अतरौलिया पहुंचाया गया जहां डॉक्टरों ने दुर्गेश विश्वकर्मा को मृत घोषित कर दिया। श्याम सुंदर विश्वकर्मा की हालत को गंभीर देखते हुए जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया।


 सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। मृतक के दो संतान अंश उम्र लगभग 7 वर्ष और दिव्यांशी उम्र लगभग 11 वर्ष हैं। कुछ दिन पूर्व वह मुंबई से तिलक समारोह में शामिल होने के लिए घर लौटा था। थानाध्यक्ष वीरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया गया है। घायल का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है।

देवरिया सुबह-सुबह तड़तड़ाई गोलियां, 2 बदमाशों को लगी गोली छठ पूजा के दिन हुए इस चर्चित हत्याकांड में दोनों हैं आरोपी


 देवरिया सुबह-सुबह तड़तड़ाई गोलियां, 2 बदमाशों को लगी गोली



छठ पूजा के दिन हुए इस चर्चित हत्याकांड में दोनों हैं आरोपी




उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में निहाल सिंह हत्याकांड के दो आरोपितों को पुलिस ने शुक्रवार तड़के सुबह मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया है। दोनों बदमाशों के पैर में गोली लगी है। उन्हें उपचार के लिए महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है। उधर मुठभेड़ की सूचना पर एएसपी समेत अन्य अधिकारियों ने मेडिकल कालेज पहुंच कर जानकारी ली। भोर में गोलियां तड़तड़ाने से सनसनी फैल गई। कई दिनों से इनकी तलाश चल रही थी। 


मदनपुर थाना क्षेत्र के समोगर के रहने वाले निहाल सिंह की छठ पूजा के दिन उस समय सुरौली थाना क्षेत्र के जद्दू परसिया के समीप गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जब वह अपने देवरिया स्थित आवास पर आ रहे थे। इस मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच में जुटी पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि घटना में शामिल दो नामजद आरोपित बाइक से भोर में मरकटिया के समीप आ रहे हैं। 


सूचना के बाद पुलिस सक्रिय हो गई और मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने दोनों को रोकने का प्रयास किया तो बाइक सवार दोनों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने अपना बचाव करते हुए जवाबी कार्रवाई की। जिसमें बाइक सवार दोनों युवकों के पैर में गोली लग गई।


पूछताछ में दोनों ने अपना नाम अनुराग गुप्ता निवासी देवरिया रामनाथ व आशीष पांडेय निवासी देवरिया रामनाथ बताया। पुलिस ने दोनों को महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कालेज में भर्ती कराया है। एएसपी सुनील सिंह ने बताया कि मुठभेड़ में दो हत्यारोपितों को गिरफ्तार किया गया है।

Thursday, 21 November 2024

आजमगढ़ अहरौला हाथ में कटा हुआ अंगूठा का भाग लेकर थाने पहुंचा पीड़ित थानेदार को बताइ आप बीती, दर्ज हुआ मुकदमा


 आजमगढ़ अहरौला हाथ में कटा हुआ अंगूठा का भाग लेकर थाने पहुंचा पीड़ित



थानेदार को बताइ आप बीती, दर्ज हुआ मुकदमा




उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद के अहरौला थाना क्षेत्र में 19 नवंबर की रात भोगइचा ग्राम में मारपीट की एक अजीबोगरीब घटना घटित हुई। घटना में घायल पीड़ित सुरेन्द्र कुमार पुत्र स्व० राम अजोर निवासी ग्राम भोगइचा ने थाने पहुंचकर थानेदार से अपनी आपबीती बताई। 


सुरेंद्र कुमार ने तहरीर के माध्यम से बताया कि सिकन्दर पुत्र फिरतू निवासी ग्राम पकड़ी द्वारा 19 नवंबर 2024 की रात करीब 9 बजे मुझे अनायास गाली दी जाने लगी। मेरे द्वारा मना करने पर गाली गुप्ता व जान माल की धमकी देते हुए मेरे हाथ के अंगूठा को मुँह से काट लिए। शोर शराब सुन बाजार में उपस्थित लोगों द्वारा बीच बचाव किया गया। सुरेंद्र कुमार अंगूठा का कटा हुआ भाग लेकर थाने पहुंच पुलिस को दिखा पूरी घटना से अवगत कराया। पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

लखनऊ 4 दरोगा के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा फर्जी तरीके से नौकरी पाने का आरोप, इस तरह हुआ खुलासा


 लखनऊ 4 दरोगा के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा



फर्जी तरीके से नौकरी पाने का आरोप, इस तरह हुआ खुलासा



उत्तर प्रदेश लखनऊ पुलिस भर्ती परीक्षा में सॉल्वर बिठाकर महिला समेत चार दरोगा बन गए। पुलिस भर्ती बोर्ड की उच्च स्तरीय समिति ने मामले की जांच की तो इसका खुलासा हुआ। पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड में तैनात इंस्पेक्टर सत्येंद्र कुमार ने हुसेनगंज थाने में चारों आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। यूपी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड की ओर से उपनिरीक्षक नागरिक पुलिस तथा पुरुषों के लिए प्लाटून कमांडर, पीएसी एवं अग्निशमन द्वितीय अधिकारी के पदों पर सीधी भर्ती 2020-21 की आनलाइन लिखित परीक्षा आयोजित कराई गई थी। 


आरोप है कि मंटी बासी अलीगढ़ निवासी अभ्यर्थी गौरव कुमार ने भर्ती परीक्षा में 13 नवंबर 2021 को प्रतिभाग किया। गौरव का परीक्षा केंद्र कॉस्मो फाउंडेशन जानकीपुरम विस्तार में था। गौरव का उपनिरीक्षक के पद पर चयन होने के बाद प्रशिक्षण पर भेज दिया गया। इस बीच भर्ती परीक्षा को लेकर उच्च न्यायालय में एक रिट याचिका संदीप परिहार व 28 अन्य बनाम यूपी राज्य व अन्य दाखिल की गई। उच्च न्यायालय, लखनऊ खंडपीठ के निदेर्शानुसार भर्ती बोर्ड स्तर पर उच्चस्तरीय समिति गठित कर जांच शुरू की गई। जांच के दौरान गौरव कुमार के बोर्ड स्तर और आनलाइन लिखित परीक्षा के समय लिए गए बॉयोमीट्रिक भिन्न मिले। पता चला कि दरोगा का प्रशिक्षण कर रहे गौरव ने आनलाइन लिखित परीक्षा में खुद प्रतिभाग नहीं लिया था। अपनी जगह सॉल्वर को बिठाया था।


इसी तरह फफोटू एटा निवासी मालती की हाथरस रोड आगरा स्थित परीक्षा केंद्र एसपीएस इंफोटेक श्री प्रताप सिंह महाविद्यालय में 17 नवंबर 2021 को आनलाइन परीक्षा थी। हालांकि, मालती ने भी अपनी जगह सॉल्वर बिठाया था। इसके अलावा मचकौली बुलंदशहर निवासी निर्भय सिंह जादौन की 20 नवंबर 2021 को सिकंदरा, आगरा में यश इंफोटेक आनलाइन परीक्षा केंद्र में आनलाइन परीक्षा थी। निर्भय ने भी अपनी जगह सॉल्वर बिठाया था। वहीं, शांति कुंज रोहता रोड, मेरठ निवासी अभ्यर्थी रोहित कुमार भी जांच में सॉल्वर बिठाकर परीक्षा दिलाने के आरोपी पाए गए। रोहित को 27 नवंबर 2021 को छात्रशक्ति इंफो सॉल्यूशन कुर्सी रोड पर परीक्षा में बैठना था।

आजमगढ़ फूलपुर गड्ढे में डूबने से बालक की हुई मौत रेलवे स्टेशन के विस्तारीकरण के तहत विभाग द्वारा खोदवाया गया था गड्ढा


 आजमगढ़ फूलपुर गड्ढे में डूबने से बालक की हुई मौत


रेलवे स्टेशन के विस्तारीकरण के तहत विभाग द्वारा खोदवाया गया था गड्ढा


उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद के फूलपुर कोतवाली अन्तर्गत अम्बारी शाहपुर निवासी प्रतीक 10 वर्ष पुत्र सुरेश कुमार की गड्ढे में डूबने से मौत हो गयी। चाचा मनोज कुमार ने बताया कि इसी वर्ष दीदारगंज रोड रेलवे स्टेशन के विस्तारीकरण के तहत विभाग द्वारा गड्ढा खोदवाया गया था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।


फूलपुर कोतवाली के अम्बारी शाहपुर गांव निवासी प्रतीक रेलवे द्वारा खोदे गए गड्ढे में बुधवार को सिंघाड़ा निकालने के लिए चला गया। इस दौरान वह गहरे पानी में चला गया, जिससे उसकी डूबने से मौत हो गयी। इस घटना से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। 


मृतक के चाचा मनोज कुमार ने बताया कि इसी वर्ष दीदारगंज रेलवे स्टेशन का विस्तारीकरण रेलवे विभाग के द्वारा कराया गया था। जिसके लिए रेलवे के किनारे विभाग के ठीकेदार के द्वारा गहरा गड्ढा खोद दिया गया था। गहरा गड्ढा खोदे जाने का गांव वालों ने विरोध किया था। गड्ढे में गांव के किसी व्यक्ति ने सिंघाड़ा डाल दिया था। इसी सिंघाड़ा की लालच में प्रतीक उक्त गड्ढे में चला गया और डूबने से प्रतीक को मौत हो गयी। मृतक प्रतीक दो भाई और 2 बहनों में सबसे छोटा था। वह कक्षा 3 का छात्र था। पिता सुरेश कुमार विदेश में रहकर मजदूरी करते है। मृतक की माता ललिता का रो रोकर बुरा हाल हो गया है।

Wednesday, 20 November 2024

लखनऊ उत्तर प्रदेश के 15 पीसीएस अधिकारियों को आईएएस कैडर में पदोन्नति 15 पदों के लिए भेजे कुल 46 नाम


 लखनऊ उत्तर प्रदेश के 15 पीसीएस अधिकारियों को आईएएस कैडर में पदोन्नति


15 पदों के लिए भेजे कुल 46 नाम



 उत्तर प्रदेश के 15 पीसीएस अधिकारी जल्द ही आईएएस कैडर में पदोन्नति पा सकते हैं। इनमें वर्ष 2002, 2004, 2006 और वर्ष 2008 बैच के पीसीएस अधिकारियों के नामों पर चर्चा होगी। नियुक्ति विभाग ने 15 पदों के लिए कुल 46 नाम भेजे हैं। संघ लोक सेवा आयोग की अनुमति मिलने पर विभागीय पदोन्नति कमेटी (डीपीसी) की बैठक होगी। सूत्रों का कहना है कि पिछले साल की तरह इस बार भी लखनऊ में ही पदोन्नति के लिए डीपीसी हो सकती है। केंद्र सरकार ने वर्ष 2023 के लिए सलेक्ट लिस्ट में 10 रिक्तियां दी हैं। इसके अलावा पांच पद पहले के खाली हैं। इसलिए आईएएस के कुल 15 पदों के लिए पदोन्नतियां दी जाएंगी। नियुक्ति विभाग ने इन 15 पदों के लिए एक-एक नाम पर विचार करते हुए प्रस्ताव तैयार किया है। इस प्रस्ताव में उन नामों को भी भेजा गया है, जिनके नाम पर पिछले वर्ष भी डीपीसी में विचार किया गया था, लेकिन सहमति नहीं बन पाई थी। इनमें कुछ नाम ऐसे भी हैं जिनके खिलाफ किसी तरह की जांच चल रही थी और उन्हें पदोन्नति नहीं मिल पाई थी।


उच्चपदस्थ सूत्रों के मुताबिक, इस बार डीपीसी में वर्ष 2002 की अंजू कटियार, वर्ष 2004 के अमर पाल सिंह, वर्ष 2006 व वर्ष 2008 के अधिकारियों आलोक कुमार वर्मा, बलराम सिंह, भानु प्रताप यादव, दयानंद प्रसाद, देवी प्रसाद पाल, गुलाब चंद्र व जयनाथ यादव के नाम पर विचार किया जाएगा। इसके साथ अंजू लता, राजेश कुमार सिंह, राम सुरेश वर्मा, रणविजय सिंह, विधान जायसवाल, विनोद कुमार गौर व शैलेंद्र कुमार भाटिया के नाम पर विचार किया जाएगा। माना जा रहा है कि वरिष्ठता के आधार पर वरीयता क्रम से ऊपर वालों के नामों पर विचार-विमर्श के बाद सहमति बन सकती है। हालांकि, जिनके खिलाफ जांच चल रही है, उनके नाम बाहर किए जाने की पूरी संभावना है।