Sunday, 22 June 2025

आजमगढ़ जीयनपुर एक लाख रुपये के इनामी को पुलिस ने लिया रिमांड पर अश्वनी चौहान की हत्या का है मुख्य आरोपी, पुलिस घटनास्थल पर बरामदगी में जुटी


 आजमगढ़ जीयनपुर एक लाख रुपये के इनामी को पुलिस ने लिया रिमांड पर



अश्वनी चौहान की हत्या का है मुख्य आरोपी, पुलिस घटनास्थल पर बरामदगी में जुटी


उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले की जीयनपुर पुलिस ने प्रॉपर्टी डीलर अश्वनी चौहान की हत्या के मुख्य आरोपित मैंकू यादव को मऊ न्यायालय से 21 जून 2025 को रिमांड पर लिया। पुलिस ने आरोपित को घटनास्थल पर ले जाकर हत्या में प्रयुक्त हथियार की बरामदगी के प्रयास किए।


जानकारी के अनुसार, जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के भरौली निवासी मैंकू यादव, पुत्र कन्हैया उर्फ रामचंद्र यादव, पर आजमगढ़ पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। दबाव में आकर मैंकू ने 16 जून 2025 को मऊ न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया। इसके बाद कोतवाली प्रभारी जीयनपुर जितेंद्र बहादुर सिंह ने कड़ी कार्रवाई करते हुए आरोपित को रिमांड पर लिया और जीयनपुर-नरहन मार्ग पर भट्ठा के समीप घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस ने चार घंटे तक मैंकू से कड़ी पूछताछ की और हत्या में प्रयुक्त हथियार की बरामदगी के लिए तलाशी अभियान चलाया।


गौरतलब है कि 28 मार्च 2025 की रात 11 बजे, जीयनपुर कस्बे से दावत खाकर लौट रहे प्रॉपर्टी डीलर अश्वनी चौहान (28) की बाइक सवार हमलावरों ने धारदार हथियार से हत्या कर दी थी। मृतक की मां शिवकुमारी की तहरीर पर जीयनपुर पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज किया और जांच शुरू की। इस मामले में 10 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी हो चुकी है, लेकिन मुख्य आरोपित मैंकू यादव फरार था। इनाम घोषित होने के बाद उसने आत्मसमर्पण किया।


पुलिस ने रिमांड के दौरान मैंकू से पूछताछ की और हत्या के कारणों व अन्य संलिप्त लोगों की जानकारी जुटाने का प्रयास किया। जांच अभी भी जारी है।

आजमगढ़ बिलरियागंज अस्पताल संचालक, डाक्टर व स्टाफ के खिलाफ मुकदमा दर्ज प्रसव के दौरान लापरवाही के चलते जच्चा-बच्चा की मौत का परिजनों ने लगाया आरोप


 आजमगढ़ बिलरियागंज अस्पताल संचालक, डाक्टर व स्टाफ के खिलाफ मुकदमा दर्ज



प्रसव के दौरान लापरवाही के चलते जच्चा-बच्चा की मौत का परिजनों ने लगाया आरोप


उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद के बिलरियागंज थाना क्षेत्र के शहाबुद्दीनपुर स्थित शिफा हॉस्पिटल में प्रसव के दौरान एक महिला और उसके नवजात की मौत मामले में मृतका के पिता की तहरीर पर अस्पताल संचालक, डॉक्टर और स्टाफ के खिलाफ स्थानीय थाना बिलरियागंज में मुकदमा अपराध संख्या 211/2025 अंतर्गत धारा 106(1),352, भारतीय न्याय सहिंता (BNS) 2023 दर्ज कर लिया गया है। परिजनों ने प्रशासन से निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।


बताते चलें कि अंबेडकर नगर जिले के थाना जहाँगिरगंज क्षेत्र के मसूरगंज निवासी गुड्डी देवी, जो वर्तमान में आजमगढ़ जिले के कप्तानगंज थाना क्षेत्र के चेवता में रहती हैं, ने बताया कि 19 जून 2025 को उनकी पुत्रवधू आँचल (प्रिया ) गुप्ता  को प्रसव के लिए शिफा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। 20 जून 2025 को अस्पताल प्रशासन ने आपरेशन के लिए 50,000 रुपये जमा कराए, लेकिन आपरेशन नहीं किया गया। परिजनों को न तो डॉक्टर की जानकारी दी गई और न ही इलाज के बारे में बताया गया। जब परिजनों ने स्टाफ से जानकारी मांगी, तो उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया और उन्हें बाहर निकाल दिया गया। कुछ घंटों बाद नवजात की मौत की सूचना दी गई और शव सौंप दिया गया। इसके बाद प्रिया गुप्ता की भी मृत्यु हो गई।


परिजनों का आरोप है कि प्रिया की मौत के बाद अस्पताल स्टाफ ने उनका शव सड़क पर रख दिया और संचालक सहित पूरा स्टाफ मौके से फरार हो गया। इस अमानवीय कृत्य से आक्रोशित परिजनों ने शनिवार को जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन अपर जिलाधिकारी गंभीर सिंह और एसडीएम सदर नरेंद्र कुमार गंगवार को सौंपा। गुड्डी देवी ने निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की। अपर जिलाधिकारी और एसडीएम ने मामले की जांच का आश्वासन दिया है। इस घटना के विरोध में करीब 50 लोग डीएम कार्यालय पर जुटे थे।

कासगंज 9 बच्चों की मां ने प्रेमी के लिए पति को उतारा मौत के घाट शव कुंआ में फेंका, रोते बच्चों को छोड़ आशिक संग भागी


 कासगंज 9 बच्चों की मां ने प्रेमी के लिए पति को उतारा मौत के घाट



शव कुंआ में फेंका, रोते बच्चों को छोड़ आशिक संग भागी



उत्तर प्रदेश के कासगंज के पटियाली कोतवाली क्षेत्र के कस्बा भरगैन में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। एक नौ बच्चों की मां ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति की हत्या कर दी और शव को पानी की कुंआ में फेंक दिया। इसके बाद वह बच्चों को छोड़कर प्रेमी के साथ फरार हो गई।


मिली जानकारी के अनुसार फर्रुखाबाद के कायमगंज थाना क्षेत्र के गांव उलियापुर निवासी 50 वर्षीय रतीराम नट अपनी पत्नी रीना और बच्चों के साथ एक सप्ताह पहले भरगैन में ईंट भट्ठे पर मजदूरी करने आया था। सूत्रों के अनुसार, रीना के प्रेम संबंधों को लेकर 17 जून 2025 को दंपति के बीच झगड़ा हुआ। 18 जून 2025 की रात से रतीराम लापता हो गया। 20 जून 2025 को रीना अपने बच्चों को छोड़कर अपने प्रेमी हनीफ के साथ फरार हो गई।


21 जून 2025 को स्थानीय लोगों ने सड़क किनारे एक बंद पड़े भट्ठे पर रतीराम के बच्चों को रोते-बिलखते देखा और पुलिस को सूचना दी। रतीराम के भाई अरविंद ने कोतवाली में रीना और हनीफ के खिलाफ रतीराम की गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया और उन पर गायब करने का आरोप लगाया।


22 जून 2025 की सुबह करीब 10 बजे कस्बे में तेज बदबू फैलने से लोग परेशान हो गए। खोजबीन के दौरान पानी की कुंआ में एक व्यक्ति का शव दिखा, जिसके पैर ऊपर और सिर पानी में डूबा था। सूचना पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अंकिता शर्मा, अपर पुलिस अधीक्षक राजेश भारतीय, सीओ संतोष कुमार, कोतवाली निरीक्षक राम बकील सिंह और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। शव को बाहर निकाला गया, जिसकी पहचान रतीराम के रूप में हुई। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।


रतीराम के भाई अरविंद ने रीना और उसके प्रेमी हनीफ के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने रीना के सभी बच्चों को उनकी ननिहाल के परिजनों को सौंप दिया। पुलिस फरार रीना और हनीफ की तलाश में जुट गई है।

सहारनपुर/आगरा फर्जी नियुक्ति पत्र लेकर सिपाही बनने पहुंची युवती जांच में हकीकत आई सामने, पुलिस ने लिया हिरासत में, मुकदमा दर्ज


 सहारनपुर/आगरा फर्जी नियुक्ति पत्र लेकर सिपाही बनने पहुंची युवती


जांच में हकीकत आई सामने, पुलिस ने लिया हिरासत में, मुकदमा दर्ज



उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जनपद में चल रही पुलिस आरक्षी भर्ती प्रक्रिया में फर्जीवाड़े का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आगरा की रहने वाली एक युवती, मीनाक्षी, फर्जी नियुक्ति पत्र लेकर शनिवार को सहारनपुर पुलिस लाइन पहुंची। पुलिसकर्मियों ने जब उसके दस्तावेजों की जांच की, तो नियुक्ति पत्र फर्जी पाया गया। युवती ने स्वीकार किया कि उसने आगरा में किसी अन्य आरक्षी के नियुक्ति पत्र को एडिट कर अपना फर्जी दस्तावेज तैयार किया था।

शक होने पर पुलिस अधिकारियों ने गहन जांच की और मीनाक्षी से सख्ती से पूछताछ की। युवती ने फर्जीवाड़े की बात कबूल कर ली। इसके बाद उसे तत्काल हिरासत में ले लिया गया। सहारनपुर के कोतवाली सदर बाजार में उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।


 एसएसपी रोहित सजवाण ने बताया कि आरोपी युवती पुलिस हिरासत में है और मामले की जांच जारी है। पुलिस का कहना है कि मीनाक्षी ने सोचा था कि उसका फर्जी नियुक्ति पत्र इतनी सफाई से तैयार किया गया है कि कोई शक नहीं करेगा, लेकिन दस्तावेजों की बारीकी से जांच ने उसकी पोल खोल दी। पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि इस फर्जीवाड़े में और कौन-कौन शामिल हो सकता है।

आजमगढ़ मेहनगर मुठभेड़ में पुलिस की गोली का शिकार हुआ दरिंदा घर में अकेली बच्ची के साथ किया था दुष्कर्म जैसा जघन्य कृत्य


 आजमगढ़ मेहनगर मुठभेड़ में पुलिस की गोली का शिकार हुआ दरिंदा


घर में अकेली बच्ची के साथ किया था दुष्कर्म जैसा जघन्य कृत्य


उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद के मेहनगर थाना क्षेत्र में पांच वर्षीय मासूम के साथ दुष्कर्म के आरोपी जावेद को पुलिस ने रविवार रात मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। देवरिया राजधरपुर गांव के पास पुलिस की घेराबंदी के दौरान आरोपी ने भागने की कोशिश की और पुलिस पर गोली चला दी। जवाबी कार्रवाई में जावेद के पैर में गोली लगी, जिसके बाद उसे घायल अवस्था में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। एसएसपी हेमराज मीना ने बताया कि आरोपी के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई शुरू कर दी गई है।


शुक्रवार देर शाम जब बच्ची के माता-पिता बाजार गए थे, तभी पड़ोस के जावेद ने घर में अकेली बच्ची के साथ दुष्कर्म जैसा जघन्य कृत्य किया। माता-पिता के लौटने पर बच्ची की हालत देखकर उन्होंने तुरंत उसे अस्पताल पहुंचाया और मेहनगर थाने में शिकायत दर्ज की।


 मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया और आरोपी की तलाश में लगातार छापेमारी शुरू की। रविवार रात मुठभेड़ में आरोपी की गिरफ्तारी से स्थानीय लोगों में राहत की सांस है, हालांकि घटना को लेकर क्षेत्र में आक्रोश बरकरार है।


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