Sunday 13 March 2022

आज़मगढ़ सरायमीर वांछित अभियुक्त के विरुद्ध कुर्की की नोटिस चस्पा।


 आज़मगढ़ सरायमीर वांछित अभियुक्त के विरुद्ध कुर्की की नोटिस चस्पा।



उत्तर प्रदेश आज़मगढ़ सरायमीर थाना क्षेत्र के धगवल गांव निवासी वांछित अभियुक्त पियूष राय के विरुद्ध बलिया पुलिस ने धारा 82 की नोटिस चस्पा किया।





 बलिया जनपद व कोतवाली बलिया में अपराध संख्या 153/21 धारा 354घ/ 507 आईपीसी 67 आईटी एक्ट तहत मुकदमा फरार चल रहे अभियुक्त सरायमीर थाना क्षेत्र के धगवल गांव निवासी पियूष राय पुत्र शैलेश के विरुद्ध सीजीएम कोर्ट ने दिनांक 7/03/022 को धारा 82 के तहत नोटिस जारी की थी।



 जिसको बलिया कोतवाली के एसएसआई शिवचन्द्र यादव अपने कांस्टेबल अरविंद शुक्ला दिनांक 13/03/022 को सरायमीर थाना के धगवल निवासी पियूष के घर पहुंचकर 82 की नोटिस चस्पा किया।

आजमगढ़ दीदारगंज में नानी व नातिन की हत्या


 आजमगढ़ दीदारगंज में नानी व नातिन की हत्या



घटना स्थल पर पहुंचे SP अनुराग आर्य, जांच में जुटी डॉग स्क्वायड की टीम।




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जनपद के थाना दीदारगंज के गुवांई गांव में नानी व नातिन की हत्या का मामला प्रकाश में आया है।




 इलाके में डबल मर्डर की घटना से सनसनी फैल गई है। घटना की जानकारी मिलते ही जिले के आला अधिकारी मौके पर पहुंचकर घटना के कारणों का पता लगाने में जुट गए हैं।




 जिले के एसपी अनुराग आर्य, पुलिस की डॉग स्क्वायड टीम व चार थानों की पुलिस को लगा दिया गया है। अभी तक घटना के कारणों का पता नहीं चल सका है। 




इस घटना के बाद गांव में चारों तरफ चर्चाओं का बाजार गर्म है।

जानकारी के अनुसार दीदारगंज थाना क्षेत्र के गुवांई गांव में एक घर में लीलावती गुप्ता (50) पत्नी उमाशंकर गुप्ता व नतिनी आंचल गुप्ता (12) रहती थी। 




सुबह दोनों लोगों का शव देखा गया। जिसके बाद गांव के लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस लगातार मामले की छानबीन कर घटना के कारणों का पता लगाने की कोशिश कर रही है। घर के बाहर बड़ी संख्या में भीड़ जुट रही है। हालांकि अभी इस मामले में पुलिस कुछ भी बोलने से बचती नजर आ रही है।

उत्तर प्रदेश में इन सीटों पर मुस्लिम प्रत्याशी बने विधायक।


 उत्तर प्रदेश में इन सीटों पर मुस्लिम प्रत्याशी बने विधायक।


विधायकों में सबसे बुजुर्ग निजामाबाद से आलमबदी जब कि सबसे नया चेहरा मऊ से अब्बास अंसारी हैं।


कब कितने एमएलए रहे जानिए पूरा इतिहास।



लखनऊ उत्तर प्रदेश की 18वीं विधान सभा में इस बार 34 मुस्लिम उम्मीदवार पहुंचे हैं।जानकारी के अनुसार  इनमें सबसे अधिक 21 मुस्लिम विधायक पश्चिम से चुनकर आये हैं जबकि छह मध्य यूपी से, सात पूर्वांचल से हैं। इनमें 32 विधायक सपा के और दो राष्ट्रीय लोकदल के हैं। रालोद के दो मुस्लिम विधायक सिवालखास से गुलाम मोहम्मद और थाना भवन से अशरफ अली हैं। इन मुस्लिम विधायकों में सबसे बुजुर्ग और पुराने चेहरे निजामाबाद से आलमबदी हैं जबकि सबसे नया चेहरा मऊ से अब्बास अंसारी हैं।



प्रदेश के चुनावी इतिहास में  2012 अब तक का इकलौता ऐसा विधान सभा चुनाव रहा जब सर्वाधिक 68 मुस्लिम एमएलए बने। बाद में इनकी संख्या 69 हो गयी थी। इनमें से करीब 45 विधायक सपा के थे तब राज्य की 18.5 प्रतिशत मुस्लिम आबादी को विधान सभा में 17.1 प्रतिशत प्रतिनिधित्व मिला था। अब तक सबसे कम 1991 में महज 17 मुस्लिम विधायक ही जीतकर सदन पहुंचे थे। जब विधान सभा में 4.1 प्रतिशत मुस्लिम प्रतिनिधित्व रहा था।



बताते चलें कि इस बार बसपा ने भी 88 मुस्लिम नेताओं को टिकट दिया था।  



जबकि सपा ने 64 मुस्लिम उम्मीदवार उतारे थे।  सांसद असदउद्दीन ओवैसी की पार्टी आल इण्डिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लमीन (एआईएमआईएम) ने 60 से अधिक सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवार उतारे थे। इसी तरह पीस पार्टी, राष्ट्रीय ओलमा काउंसिल ने भी मुस्लिम उम्मीदवार उतारे थे मगर इन सभी के हाथ निराशा लगी। 



 प्रदेश की 403 विधान सभा सीटों में से 143 सीटों पर मुस्लिम वोटर निर्णायक भूमिका निभाते हैं। इनमें से 73 सीटों पर मुस्लिम ही हार-जीत तय करते हैं। इन सीटों पर मुस्लिम आबादी 35 से 50 फीसद के बीच है। इसका सीधा मतलब यह है कि प्रदेश की ऐसी अनेक सीटें ऐसी भी रहीं जिन पर साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण के बावजूद भाजपा को मुस्लिमों का भी वोट मिला।



इस बार सदन पहुंचने वाले मुस्लिम विधायक।


सीट                      विधायक


अमरोहा                 महबूब अली


चमरउवा                 नसीर अहमद खान


गोपालपुर                नफीस अहमद


थाना भवन               अशरफ अली खान


स्वार                     मो.अब्दुल्ला आजम खान


सीसामऊ                  हाजी इरफान सोलंकी


सिकन्दरपुर                जियाउद्दीन रिजवी


सम्भल                   इकबाल महमूद


रामपुर                    मो.आजम खान


पटियाली                  नादिरा सुल्तान


निजामाबाद                आलम बदी


मुरादाबाद ग्रामीण           मो.नासिर


मोहम्मदाबाद               सुहैब उर्फ मन्नू अंसारी


मऊ                      अब्बास अंसारी


मटेरा                     मारिया शाह


कुंदरकी                   जियाउर्रहमान


कांठ                     कमाल अख्तर


कानपुर कैण्ट              मो.हसन


लखनऊ पश्चिम            अरमान खान


भदोही                            जाहिद


इसौली                         मोहम्मद ताहिर खान


बहेड़ी                          अताउर्रहमान


किठौर                          शाहिद मंजूर


मेरठ                             रफीक अंसारी


नजीबाबाद                 तसलीम अहमद


रामनगर                     फरीद महफूज किदवई


ठाकुरद्वारा                    नवाबजान


डुमरियागंज               सैय्यदा खातून


सहारनपुर                 आशु मलिक


सिवालखास             गुलाम मोहम्मद


बिलारी                      मोहम्मद फहीम


भोजीपुरा                    शहजिल इस्लाम


बेहट                           उमर अली खान


कैराना                       नाहिद हसन


 


यूपी विधान सभा में कब कितने मुस्लिम विधायक रहे।


चुनावी साल-कुल सीटें-कुल विधायक -प्रतिशत


1951           430       41                   9.6


1957           430       37                   8.6


1962           430       30                   7.0


1967           425       23                   5.4


1969           425       29                   6.8


1974          425        25                   5.9


1977          425       49                   11.5


1980          425        47                   11.1


1984           425       49                   11.5


1989           425        38                    8.9


1991           425        17                    4.1


1993           425        25                    5.9


1996           425        33                    7.8


2002           403       47                   11.7


2007           403        48                   13.9


2012          403         69                   17.1


2017          403         23                    5.2 


2022          403         27                    5.6

उत्तर प्रदेश लखनऊ जबरन रिटायर किए जाएंगे पुलिस विभाग के ये कर्मचारी,कार्यवाही शुरू।


 लखनऊ जबरन रिटायर किए जाएंगे पुलिस विभाग के ये कर्मचारी,कार्यवाही शुरू।



डीजीपी मुख्यालय ने 11 जनवरी व दो फरवरी 2022 को भी इस संबंध में जारी किया था आदेश।




लखनऊ डीजीपी मुख्यालय ने पुलिस की सभी इकाइयों को 50 वर्ष या इससे अधिक उम्र के कर्मचारियों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति के लिए स्क्रीनिंग की कार्यवाही शुरू करने के निर्देश दिए हैं।




जानकारी के अनुसार सरकारी सेवाओं में दक्षता बढ़ाने के उद्देश्य से कर्मचारियों की अनिवार्य सेवानिवृत्ति के लिए 26 अक्तूबर 1985 के शासनादेश के अनुसार कार्यवाही के लिए निर्देश पहले भी जारी किए गए थे। 




डीजीपी मुख्यालय ने 11 जनवरी व दो फरवरी 2022 को भी इस संबंध में आदेश जारी किया था। इस संबंध में कार्यवाही डीजी/एडीजी सतर्कता, एसआईटी, भ्रष्टाचार निवारण संगठन, पीएसएल एवं सहकारिता, सभी जोनल एडीजी, चारों पुलिस आयुक्त, आईजी-डीआईजी जेल एवं अपर पुलिस अधीक्षक केंद्रीय वस्त्र भंडार कानपुर व सीआर सीतापुर के स्तर से होनी है।