Thursday, 23 January 2025

आजमगढ़ अतरौलिया सड़क पार कर रहे वृद्ध को कार ने रौंदा, हुई मौत बाजार में दूध बेचकर घर वापस लौटते समय हुआ हादसा


 आजमगढ़ अतरौलिया सड़क पार कर रहे वृद्ध को कार ने रौंदा, हुई मौत



बाजार में दूध बेचकर घर वापस लौटते समय हुआ हादसा


उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के अतरौलिया थाना क्षेत्र के सिकंदरपुर के पास एनएच-233 पर गुरुवार को एक बुजुर्ग को कार ने टक्कर मार दी, जिससे उनकी मौत हो गई। सूचना के बाद पहुची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।


मिली जानकारी के अनुसार अतरौलिया थाना क्षेत्र के सिकंदरपुर गांव निवासी बाबूलाल पुत्र बागेश्वरी 65 वर्ष गुरुवार को बाजार में दूध बेचकर करीब 12 बजे घर वापस लौट रहे थे। घर से कुछ ही दूरी पर स्थित एनएच 233 को पार कर रहे थे कि तभी आजमगढ़ की तरफ से अयोध्या की तरफ जा रही एक कार ने उनको टक्कर मार दिया। दुर्घटना में बाबूलाल गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीयों ने उन्हें नजदीकी 100 शैय्या अस्पताल ले गए जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। 


वही दुर्घटना के बाद कार व चालक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया।

आजमगढ़ नगर में बंदर ने मचाया उत्पात बिजली का पोल हिलाकर गिराया, बाल- बाल बची लोगों की जान


 आजमगढ़ नगर में बंदर ने मचाया उत्पात



बिजली का पोल हिलाकर गिराया, बाल- बाल बची लोगों की जान


उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद नगर के कटरा त्रिमुहानी पर बृहस्पतिवार की सुबह एक बंदर विद्युत पोल पर चढ़ा और उसे जोर-जोर से हिलाने लगा। तभी पोल जड़ से टूटकर गिर गया। एक पोल गिरते ही उसके साथ एक पोल और गिर गया। जबकि अन्य कुछ पोल बिजली सहित अन्य प्रकार के लगे तारों की वजह से टीका रहा। संयोग ही था कि उस दौरान बिजली कटी थी, नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था। 


लोगों का आरोप है कि कई बार बिजली विभाग के लोगों से जर्जर पोल को बदलने के लिए शिकायत की गई। लेकिन बिजली विभाग इसे लेकर लापरवाह बना रहा। जिसका परिणाम रहा कि आज बंदर के पोल हिलाने भर से यह घटना हुई। लोगों ने बताया कि यदि बिजली आपूर्ति चालू होती तो बड़ा हादसा हो सकता था। क्योंकि सुबह सात बजे के आस-पास कटरा त्रिमुहानी पर लोग चाय पीने आते हैं, इसके अलावा उस मार्ग पर कई स्कूल हैं, साथ ही जहां पोल गिरा है वहां भी एक स्कूल है।


 उधर बिजली का पोल गिरने के काफी देर बाद लाइन मैन आदि मौके पर तो पहुंच गए थे, लेकिन जेई का कहीं अता-पता नहीं था। लोगों में विभाग के इस लापरवाह रवैये से गुस्सा देखने को मिला।