Saturday, 11 October 2025

आजमगढ़ सरायमीर दीपावली पूजा को लेकर 2 पक्ष हुए आमने-सामने मौके पर पहुंची पुलिस ने किया समझाने का प्रयास, नहीं बनी बात, 11 गिरफ्तार


 आजमगढ़ सरायमीर दीपावली पूजा को लेकर 2 पक्ष हुए आमने-सामने


मौके पर पहुंची पुलिस ने किया समझाने का प्रयास, नहीं बनी बात, 11 गिरफ्तार



उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के सरायमीर थाना क्षेत्र के शेरवा गांव में दीपावली पर्व के अवसर पर मां लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित करने को लेकर शनिवार को दो पक्ष आपस में भिड़ गए। विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों के बीच कहासुनी और तनाव की स्थिति बन गई। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाने की कोशिश की, लेकिन कोई भी पक्ष मूर्ति स्थापना को लेकर पीछे हटने को तैयार नहीं था।


स्थिति बिगड़ती देख पुलिस ने शांति भंग और संज्ञेय अपराध की आशंका के चलते दोनों पक्षों से कुल 11 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार व्यक्तियों में प्रथम पक्ष से महेंद्र सोनकर, सुरेश सोनकर, संदीप सोनकर, दिलीप सोनकर, दीपक सोनकर, शक्ति सोनकर, मनोज सोनकर और द्वितीय पक्ष से राजकुमार, फुन्नन लाल, जयप्रकाश और मजेलाल शामिल हैं। सभी आरोपी शेरवा पूरवा गांव के निवासी हैं।


 थाना प्रभारी सरायमीर निहार नंदन ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की तलाशी ली गई, लेकिन किसी के पास से कोई आपत्तिजनक वस्तु नहीं मिली।

आजमगढ़ निजामाबाद अन्तर्जनपदीय चोरी गिरोह का पर्दाफाश, 5 शातिर चोर गिरफ्तार 103 चोरी के टायर, अवैध तमंचा और दो कार बरामद अभियुक्तों ने कबूला, गिरोह बनाकर करते थे दुकानों से चोरी


 आजमगढ़ निजामाबाद अन्तर्जनपदीय चोरी गिरोह का पर्दाफाश, 5 शातिर चोर गिरफ्तार



103 चोरी के टायर, अवैध तमंचा और दो कार बरामद


अभियुक्तों ने कबूला, गिरोह बनाकर करते थे दुकानों से चोरी



उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद के निजामाबाद थाना पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए अन्तर्जनपदीय चोरी गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने 5 शातिर चोरों को गिरफ्तार किया, जिनके कब्जे से 103 चोरी के मोटरसाइकिल टायर, एक अवैध तमंचा, एक जिंदा कारतूस, दो कारें, 5 मोबाइल फोन और 2,620 रुपये नकद बरामद किए गए। बरामद माल की अनुमानित कीमत लगभग 2 लाख रुपये है।



पुलिस के अनुसार, आजमगढ़ जनपद के विभिन्न थाना क्षेत्रों में टायर चोरी की घटनाएँ लगातार हो रही थीं। इनमें निजामाबाद, सरायमीर और कोतवाली थानों में दर्ज मामले शामिल हैं, जिनमें दुकानों से टायर, रिम और अन्य सामान चोरी किए गए थे। घटनाओं की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने विशेष अभियान चलाया।


10-11 अक्टूबर 2025 की रात को थाना प्रभारी निजामाबाद हीरेन्द्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम क्षेत्र में गश्त कर रही थी। मुखबिर की सूचना पर गन्धुवई कोल्ड स्टोर के पास दो कारों (मारुति अल्टो और रेनॉल्ट क्वीड) में सवार 5 संदिग्धों को घेराबंदी कर गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में अभियुक्तों ने कबूल किया कि वे 6 लोगों का गिरोह बनाकर दुकानों के ताले तोड़कर चोरी करते थे और सामान को सस्ते दामों में बेच देते थे। गिरोह का एक अन्य सदस्य सुधीर चौहान फरार है, जिसकी तलाश जारी है।


गिरफ्तार अभियुक्तों में गोपाल चौहान (19), संदीप कुमार (23), राहुल चौहान (27), अभिषेक चौहान (19) और रोहित चौहान (24) शामिल हैं। रोहित चौहान के पास से एक तमंचा और कारतूस बरामद हुआ। रोहित का आपराधिक इतिहास भी सामने आया है, जिसमें आजमगढ़, मऊ और अम्बेडकर नगर में चोरी और आर्म्स एक्ट के 14 मामले दर्ज हैं। अन्य अभियुक्तों का भी आपराधिक रिकॉर्ड रहा है। पुलिस ने अभियुक्तों की निशानदेही पर 103 चोरी के टायर बरामद किए। 


इस ऑपरेशन में थाना प्रभारी निजामाबाद हीरेन्द्र प्रताप सिंह, वरिष्ठ उपनिरीक्षक सविन्द्र राय, उपनिरीक्षक प्रमोद कुमार सिंह, उपनिरीक्षक दिलीप आनंद और स्वाट टीम प्रभारी राजकुमार सिंह की टीम शामिल थी। मामले में विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमे दर्ज किए गए हैं, और फरार अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।

आजमगढ़ जिला जेल में पड़ गया डाका!, रिहा कैदी ने 35 लाख पर किया हाथ साफ 18 महीने तक चला घोटाला, जेल प्रशासन रहा बेखबर, मुकदमा दर्ज


 आजमगढ़ जिला जेल में पड़ गया डाका!, रिहा कैदी ने 35 लाख पर किया हाथ साफ



18 महीने तक चला घोटाला, जेल प्रशासन रहा बेखबर, मुकदमा दर्ज



उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिला कारागार से एक सनसनीखेज वित्तीय घोटाला सामने आया है, जिसमें रिहा कैदी रामजीत यादव उर्फ संजय ने जेल अधीक्षक के फर्जी हस्ताक्षर कर सरकारी खाते से 35 लाख रुपये से अधिक की धोखाधड़ी की। इस मामले ने जेल प्रशासन और बैंक की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जांच में बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत की भी आशंका जताई जा रही है। जेल अधीक्षक आदित्य कुमार सिंह ने कोतवाली आजमगढ़ में रामजीत यादव सहित चार लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी का मुकदमा दर्ज कराया है।



जानकारी के अनुसार, रामजीत यादव को जेल में रहते हुए कामकाज की जिम्मेदारी दी गई थी। इस दौरान उसने बैंक चेक और हस्ताक्षर की प्रक्रिया को समझ लिया। 20 मई 2024 को जमानत पर रिहा होने के बाद उसने जेल अकाउंटेंट के कमरे से केनरा बैंक की चेकबुक चुरा ली। इसके बाद 21 मई 2024 को 10 हजार रुपये, 22 मई को 50 हजार रुपये और फिर 1.40 लाख रुपये निकाले। 18 महीनों तक वह लगातार खाते से पैसे निकालता रहा, लेकिन जेल प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं लगी। 22 सितंबर 2025 को 2.60 लाख रुपये की निकासी के बाद बैंक स्टेटमेंट की जांच में घोटाला उजागर हुआ। रामजीत ने अपनी पत्नी नीतू यादव के खाते में 2.40 लाख, मां सुदामी देवी के खाते में 3 लाख और अपने खाते में करीब 30 लाख रुपये ट्रांसफर किए।


जेल अधीक्षक ने रामजीत यादव, पूर्व कैदी शिवशंकर उर्फ गोरख, वरिष्ठ सहायक मुशीर अहमद और चौकीदार अवधेश कुमार पांडेय के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। रामजीत बिलरियागंज का रहने वाला है और 2011 में पत्नी की हत्या के मामले में जेल जा चुका है। 2017 में जमानत पर रिहा होने के बाद उसने नीतू से दूसरी शादी की थी, लेकिन 2023 में दोबारा सजा काटने जेल गया। लखनऊ के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस मामले में जेल प्रशासन की लापरवाही पर कड़ी फटकार लगाई और दोषी कर्मचारियों पर कार्रवाई के संकेत दिए हैं। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

https://www.news9up.com/2025/10/5285-4.html

आजमगढ़ बरदह लूट की सनसनीखेज वारदात, फिनो बैंक मित्र भाइयों से डेढ़ लाख रुपये और मोबाइल लूटे दुर्गापुर पोखरे के पास बदमाशों ने दिया घटना को अंजाम पुलिस ने शुरू की जांच, सीसीटीवी फुटेज खंगाले


 आजमगढ़ बरदह लूट की सनसनीखेज वारदात, फिनो बैंक मित्र भाइयों से डेढ़ लाख रुपये और मोबाइल लूटे



दुर्गापुर पोखरे के पास बदमाशों ने दिया घटना को अंजाम


पुलिस ने शुरू की जांच, सीसीटीवी फुटेज खंगाले



उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद के बरदह थाना क्षेत्र के दुर्गापुर पोखरे के पास शुक्रवार की शाम करीब 7:30 बजे छह अज्ञात बदमाशों ने फिनो बैंक मित्र के रूप में कार्यरत दो भाइयों, प्रीतम प्रजापति (19) और दीपक प्रजापति (20) से डेढ़ लाख रुपये नगद और दो मोबाइल फोन लूट लिए। जौनपुर जनपद के गौरा बादशाहपुर निवासी दोनों भाई अपने दैनिक कार्य निपटाकर घर लौट रहे थे, तभी दो मोटरसाइकिलों पर सवार बदमाशों ने चाकू और कट्टा दिखाकर उन्हें घेर लिया और लूटपाट कर फरार हो गए।


घटना की सूचना मिलते ही बरदह थाना प्रभारी राजीव कुमार सिंह पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच की जा रही है और अपराधियों की पहचान कर उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी गई है। इस वारदात ने क्षेत्र में भय और आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया है। स्थानीय लोग पुलिस प्रशासन से जल्द कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।