Thursday, 10 July 2025

हापुड़ रिश्वतखोरी के आरोप में सस्पेंड लेखपाल ने खाया जहर इलाज के दौरान आज भोर में हुई मौत, परिवार में मचा कोहराम


 हापुड़ रिश्वतखोरी के आरोप में सस्पेंड लेखपाल ने खाया जहर



इलाज के दौरान आज भोर में हुई मौत, परिवार में मचा कोहराम



उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में धौलाना तहसील परिसर में एक निलंबित लेखपाल सुभाष मीणा ने बुधवार को कथित रूप से जहरीला पदार्थ खा लिया था। हालत बिगड़ने पर उन्हें वैशाली के मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां गुरुवार तड़के करीब 3:30 बजे इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। सुभाष मीणा रिश्वतखोरी के आरोप में निलंबित थे। उनकी मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया है।


सुभाष मीणा के चालक शाहिद ने बताया कि बुधवार सुबह वह उन्हें मेरठ के सरधना के गांव बेगवाबाद से धौलाना ला रहे थे। रास्ते में पिलखुवा में रुककर किसी से मुलाकात करने के बाद सुभाष तहसील पहुंचे। वहां एक कार्यालय में जाने के बाद उन्होंने शाहिद से पानी मांगा और तहसीलदार से मिलने की बात कहकर अंदर चले गए। शाहिद को पानी पीने के दौरान कुछ शक हुआ, जिसके बाद उसने अन्य लेखपालों को सूचना दी।

लेखपालों ने तहसीलदार के कार्यालय में सुभाष को ढूंढा, लेकिन वह वहां नहीं मिले। बाद में नायब तहसीलदार के कार्यालय में उन्हें उल्टी करते पाया गया। आनन-फानन में उन्हें रामा अस्पताल ले जाया गया, जहां से परिवार को सूचना दी गई। सुभाष के पुत्र सचिन और अभिषेक अस्पताल पहुंचे, और चिकित्सकों ने उन्हें वैशाली के मैक्स अस्पताल रेफर कर दिया।

जिलाधिकारी अभिषेक पांडेय ने बुधवार रात अस्पताल जाकर सुभाष का हाल जाना और उनके परिजनों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया था। गाजियाबाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है।

आजमगढ़ फर्जी ब्लॉक प्रमुखों ने प्रमुख बन की सीएम योगी से मुलाकात हेलीपैड सूची में बड़ी लापरवाही आई सामने, लिस्ट सोशल मीडिया पर वायरल


 आजमगढ़ फर्जी ब्लॉक प्रमुखों ने प्रमुख बन की सीएम योगी से मुलाकात



हेलीपैड सूची में बड़ी लापरवाही आई सामने, लिस्ट सोशल मीडिया पर वायरल



उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में मुख्यमंत्री के आगमन के दौरान प्रशासन द्वारा जारी हेलीपैड सूची में बड़ी लापरवाही सामने आई है। सूची में कई ऐसे लोगों को ब्लॉक प्रमुख के रूप में शामिल किया गया, जो वास्तव में ब्लॉक प्रमुख नहीं हैं। इस चूक ने प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं और सोशल मीडिया पर वायरल हुई इस लिस्ट को लेकर तरह-तरह की चर्चाएँ जोर पकड़ रही हैं। मुख्य राजस्व अधिकारी के हस्ताक्षर से जारी 50 लोगों की सूची में अजमतगढ़, मार्टीनगंज, हरैया, महराजगंज, बिलरियागंज, तरवां, मिर्जापुर और सठियांव ब्लॉकों के प्रमुखों के नाम के आगे गलत व्यक्तियों के नाम दर्ज थे। इस सूची के आधार पर कई गैर-प्रमुख व्यक्ति हेलीपैड पर पहुंचे और मुख्यमंत्री के स्वागत में शामिल हो गए।



जब इस मामले में मुख्य राजस्व अधिकारी संजीव ओझा से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि सूची में शामिल नाम पार्टी जिम्मेदारों द्वारा उपलब्ध कराए गए थे। उन्होंने कहा, "हमें जो नाम दिए गए, वही सूची में शामिल किए गए हैं।