Thursday, 24 July 2025

आजमगढ़ BSA ने 4 प्राइवेट विद्यालयों को बंद करने का दिया निर्देश निरीक्षण के दौरान स्कूलों में अव्यवस्था, सुरक्षा मानकों की अनदेखी और बिना मान्यता संचालन की मिली गंभीर खामियां


 आजमगढ़ BSA ने 4 प्राइवेट विद्यालयों को बंद करने का दिया निर्देश



निरीक्षण के दौरान स्कूलों में अव्यवस्था, सुरक्षा मानकों की अनदेखी और बिना मान्यता संचालन की मिली गंभीर खामियां



उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राजीव पाठक ने विशेष सचिव के आदेश के तहत आज सुबह 10 बजे से कोयलसा और महराजगंज क्षेत्रों में गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कई स्कूलों में अव्यवस्था, सुरक्षा मानकों की अनदेखी और बिना मान्यता संचालन की गंभीर खामियां पाई गईं। BSA ने ऐसे स्कूलों को तत्काल बंद करने और बच्चों को निकटतम मान्यता प्राप्त स्कूलों में प्रवेश कराने के निर्देश दिए।



कोयलसा क्षेत्र के देउरपुर बाजार में स्थित एसआरपी पब्लिक स्कूल में बिना मान्यता नर्सरी से कक्षा 5 तक 150 से अधिक बच्चे पढ़ रहे थे। स्कूल में अव्यवस्था और सुरक्षा मानकों की कमी पाई गई। बीएसए ने प्रबंधक विपुल वर्मा को स्कूल बंद कर बच्चों को अन्य स्कूलों में प्रवेश कराने का आदेश दिया।


 मदर शारदा कॉन्वेंट स्कूल, हँसेपुर सरैया इंग्लिश मीडियम स्कूल में 190 से अधिक बच्चे बिना योग्य शिक्षकों और मान्यता के पढ़ाए जा रहे थे। बीएसए ने प्रबंधक आशुतोष चौबे को स्कूल बंद करने और मान्यता प्राप्त होने तक संचालन न करने की सख्त हिदायत दी। 


महराजगंज क्षेत्र में नवीन ज्ञान भाष्कर शिक्षण सेवा संस्थान, उसूरपुढवा स्कूल को केवल कक्षा 1 से 5 तक की मान्यता है, लेकिन यह नर्सरी से 10वीं तक संचालित हो रहा था। कक्षा 6 से 10 तक के 350 से अधिक बच्चे बिना मान्यता पढ़ रहे थे। कक्षाओं की कमी और अव्यवस्था पर बीएसए ने कड़ी नाराजगी जताई और अतिरिक्त कक्षाओं को बंद करने का आदेश दिया।


महराजगंज चौराहे के निकट लाल बहादुर शास्त्री पूर्व माध्यमिक विद्यालय टिन शेड में चल रहा था, जहां न पंखे थे, न बैठने की समुचित व्यवस्था। 450 से अधिक बच्चे गर्मी में बेहाल थे और अनट्रेंड शिक्षकों के डर से बोलने में असमर्थ थे। बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारी को स्कूल तत्काल बंद कराने और अनुपालन न करने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। बीएसए ने सभी स्कूल प्रबंधकों को नियमों का पालन करने और बच्चों की शिक्षा व सुरक्षा सुनिश्चित करने की चेतावनी दी। निरीक्षण के दौरान पाई गई खामियों को लेकर जिला प्रशासन द्वारा आगे की कार्रवाई की जाएगी।

आजमगढ़ मेंहनगर, डीएम ने कोटा किया निलम्बित, मुकदमा दर्ज करने का आदेश 22 कार्डधारकों ने की कम राशन देने की शिकायत, कालाबाजारी का आरोप, जांच में स्टॉक में गेहूं, चावल और चीनी शून्य


 आजमगढ़ मेंहनगर, डीएम ने कोटा किया निलम्बित, मुकदमा दर्ज करने का आदेश



22 कार्डधारकों ने की कम राशन देने की शिकायत, कालाबाजारी का आरोप, जांच में स्टॉक में गेहूं, चावल और चीनी शून्य



उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद के मेंहनगर तहसील के ग्राम पंचायत कंझारी में उचित दर विक्रेता रामवृक्ष के खिलाफ गंभीर अनियमितताओं के चलते कार्रवाई की गई है। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने पूर्ति निरीक्षक की जांच आख्या के आधार पर रामवृक्ष का उचित दर दुकान का अनुबंध तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। साथ ही, उनके खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम-1955 की धारा 3/7 के तहत प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करने का आदेश दिया गया है। शिकायतकतार्ओं राधेश्याम यादव और ओमप्रकाश यादव ने रामवृक्ष पर ई-पॉस मशीन पर अंगूठा लगवाकर राशन न देने, निर्धारित से कम राशन देने और खाद्यान्न को कालाबाजारी में बेचने का आरोप लगाया था।



पूर्ति निरीक्षक, मेंहनगर ने मौके पर जांच की, जिसमें 62 कार्डधारकों के बयान दर्ज किए गए। इनमें से 22 कार्डधारकों ने निर्धारित मात्रा से कम खाद्यान्न मिलने की शिकायत की। जांच के दौरान विक्रेता की दुकान पर भौतिक स्टॉक का सत्यापन किया गया, जिसमें गेहूं, चावल और चीनी का अवशेष शून्य पाया गया। अगस्त 2025 के लिए प्राप्त खाद्यान्न और पूर्व माह का अवशेष स्टॉक भी दुकान में उपलब्ध नहीं था। पूछताछ में रामवृक्ष कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। जांच में पाया गया कि 39.61 क्विंटल गेहूं, 54.16 क्विंटल चावल और 3 किलोग्राम चीनी की कालाबाजारी की गई। दुकान पर साइन बोर्ड, रेट बोर्ड और स्टॉक बोर्ड तो थे, लेकिन टोलफ्री नंबर और उच्चाधिकारियों के नंबर प्रदर्शित नहीं थे। स्टॉक रजिस्टर भी अपडेट नहीं था।


जिलाधिकारी ने पूर्ति निरीक्षक की संस्तुति पर रामवृक्ष के खिलाफ कठोर कार्रवाई का आदेश दिया। जांच में पाई गई अनियमितताएं उत्तर प्रदेश आवश्यक वस्तु वितरण आदेश 2016 और अनुबंध पत्र की शर्तों का उल्लंघन करती हैं, जो आवश्यक वस्तु अधिनियम-1955 के तहत दंडनीय अपराध है। जिला पूर्ति अधिकारी को FiR दर्ज करने और अनुबंध निलंबन की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने का निर्देश दिया गया है। इस कार्रवाई से क्षेत्र में राशन वितरण में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने की दिशा में कदम उठाया गया है।

आजमगढ़ गंभीरपुर युवती की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत बीमारी से जूझ रही थी अनुराधा, पुलिस ने शुरू की जांच


 आजमगढ़ गंभीरपुर युवती की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत




बीमारी से जूझ रही थी अनुराधा, पुलिस ने शुरू की जांच


उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के गंभीरपुर थाना क्षेत्र के ईश्वरपुर गांव में गुरुवार सुबह लगभग 9:00 बजे 25 वर्षीय अनुराधा प्रजापति पत्नी कृष्ण कुमार प्रजापति की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। सूचना पर पहुंची गंभीरपुर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। मृतिका के पति ने थाने में तहरीर दी है, जबकि मायके पक्ष ने किसी तरह का कोई आरोप नहीं लगाया है।


जानकारी के अनुसार, अनुराधा प्रजापति लंबे समय से बीमार थी और उसका इलाज चल रहा था। गुरुवार सुबह अचानक उसकी हालत बिगड़ गई, जिसके बाद घर पर ही उसकी मृत्यु हो गई। अनुराधा का मायका निजामाबाद थाना क्षेत्र के नादौली गांव में है और उसकी शादी 2018 में कृष्ण कुमार के साथ हुई थी। वह 5 वर्षीय पुत्र अयांश की मां थी। परिजनों ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने शव का पंचनामा कर उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।


गंभीरपुर थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार सिंह ने बताया कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सटीक कारणों का पता चल सकेगा। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और सभी पहलुओं पर गौर किया जा रहा है। मायके पक्ष की ओर से कोई शिकायत नहीं की गई है, लेकिन पुलिस नियमानुसार कार्रवाई कर रही है।