Saturday, 31 May 2025

आजमगढ़ फूलपुर/पवई खलिहान की भूमि पर कब्जा हटाने गई राजस्व टीम के साथ दुर्व्यवहार पुलिस ने संभाला मोर्चा, 8 नामजद समेत 25 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज


 आजमगढ़ फूलपुर/पवई खलिहान की भूमि पर कब्जा हटाने गई राजस्व टीम के साथ दुर्व्यवहार



पुलिस ने संभाला मोर्चा, 8 नामजद समेत 25 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज



उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के फूलपुर तहसील के कलाफतपुर गांव में खलिहान की भूमि पर अवैध कब्जा हटाने और जांच के लिए पहुंची राजस्व टीम के साथ दुर्व्यवहार का मामला सामने आया है। इस मामले में हल्का लेखपाल धर्मेंद्र कुमार गौतम की तहरीर पर 8 नामजद और 25 अज्ञात लोगों के खिलाफ पवई थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को एसडीएम फूलपुर द्वारा गठित राजस्व टीम गांव के गाटा संख्या 256/0.102 हेक्टेयर पर अवैध अतिक्रमण हटवाने हेतू गठित राजस्व व पुलिस की संयुक्त टीम के साथ मौके पर उपस्थित था। अतिक्रमण हटाने के दौरान सरिता भारती पत्नी रजनीश , मीना पत्नी राजकुमार, शर्मिला पत्नी जिलाजीत, योगेंद्र पुत्र बोधई, विजयलक्ष्मी पत्नी छोटेलाल, मांगरु पुत्र कल्पनाथ, संगीता पत्नी रामदयाल, और चन्द्रसेन पुत्र कल्पनाथ ने इसका विरोध किया और राजस्व टीम के साथ दुर्व्यवहार किया। आरोप है कि इस दौरान सरकारी कागजात भी फाड़े गए। विरोध बढ़ने पर पुलिस ने मोर्चा संभाला। 


हल्का लेखपाल की शिकायत पर सरिता भारती पत्नी रजनीश , मीना पत्नी राजकुमार, शर्मिला पत्नी जिलाजीत, योगेंद्र पुत्र बोधई, विजयलक्ष्मी पत्नी छोटेलाल, मांगरु पुत्र कल्पनाथ, संगीता पत्नी रामदयाल, और चन्द्रसेन पुत्र कल्पनाथ सहित 25 अज्ञात लोगों के खिलाफ पवई थाने मे मुकदमा अपराध संख्या 159/2025 अंतर्गत धारा 241,132,352,3(5) भारतीय न्याय सहिंता (BNS) 2023 दर्ज किया गया।


 एसडीएम फूलपुर संतरंजन ने बताया कि खलिहान की जमीन की जांच और अतिक्रमण हटाने के लिए राजस्व टीम बनाई गई थी। गांव के कुछ लोगों ने टीम के साथ दुर्व्यवहार किया, जिसके आधार पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू की गई है। पवई पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। अतिक्रमण हटाने और सरकारी कार्य में बाधा डालने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

आजमगढ़ बरदह बारात जा रहे युवक की संदिग्ध मौत, साधू पर हत्या का आरोप रास्ता पूछने को लेकर हुआ विवाद, साधू का दावा, हादसे में गई जान, पुलिस जांच में जुटी


 आजमगढ़ बरदह बारात जा रहे युवक की संदिग्ध मौत, साधू पर हत्या का आरोप




रास्ता पूछने को लेकर हुआ विवाद, साधू का दावा, हादसे में गई जान, पुलिस जांच में जुटी



उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के बरदह थाना क्षेत्र के महुजा नेवादा के पास शुक्रवार रात बारात में शामिल 18 वर्षीय शनि राम की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। शनि का शव सड़क किनारे पड़ा मिला। परिजनों ने एक साधू पर हत्या का आरोप लगाया है, जबकि साधू का दावा है कि बाइक सवारों ने छेड़खानी की और हादसे में शनि की मौत हुई। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।


फूलपुर कोतवाली क्षेत्र के हैबतपुर गांव निवासी शनि राम अपने रिश्तेदार के विवाह समारोह में शामिल होने के लिए बरदह थाना क्षेत्र के चक रसूलपुर बक्शपुर गांव जा रहा था। शनि की बाइक पर अंतिम (20) और पवन (19) सवार थे। रात करीब 10 बजे महुजा नेवादा के पास रास्ता पूछने को लेकर साधू से विवाद हो गया। परिजनों का आरोप है कि साधू ने कुछ लोगों को बुलाकर शनि के साथ मारपीट की, जिससे उसकी मौत हो गई।


 साधू ने बताया कि उसके लंबे बालों के कारण बाइक सवारों ने उसे महिला समझकर छेड़खानी शुरू की। गांव के कुछ लोग मौके पर पहुंचे, तो बाइक सवार भागने लगे। इस दौरान शनि की बाइक अनियंत्रित होकर सड़क किनारे गड्ढे में गिर गई, जिससे तीनों युवक घायल हो गए। साधू ने मारपीट के आरोपों से इनकार किया है। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और साधू सहित अन्य लोगों से पूछताछ जारी है। बरदह थानाध्यक्ष राजीव कुमार सिंह ने बताया कि मामले की गहन जांच की जा रही है।

आजमगढ़ प्रधानी के रंजिश में बरसाई थी अंधाधुंध गोलियां 5 आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा, एक-एक लाख अर्थदण्ड भी


 आजमगढ़ प्रधानी के रंजिश में बरसाई थी अंधाधुंध गोलियां



5 आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा, एक-एक लाख अर्थदण्ड भी



उत्तर प्रदेश, आजमगढ़ प्रधानी के रंजिश में कातिलाना हमले के मुकदमे में सुनवाई करने के बाद अदालत ने पांच आरोपियों को आजीवन कारावास तथा प्रत्येक को एक लाख रुपए अर्थदंड की सजा सुनाई। यह फैसला अपर सत्र न्यायाधीश फास्ट ट्रैक कोर्ट नंबर दो अमर सिंह ने शनिवार को सुनाया। 


अभियोजन कहानी के अनुसार वादिनी किशुनौता निवासिनी नदवां थाना तरवां 15 मई 2015 को अपने पति कमला गिरी के साथ अपनी बहू के इलाज के लिए अस्पताल गई थी।जब अपराह्न लगभग साढ़े तीन बजे वादिनी किशुनौता अपने पति व बहू के साथ घर वापस आई तो प्रधानी के चुनाव की रंजिश लेकर गांव के ही उमेश गिरी, राजन गिरी, नीरज गिरी, रामप्रवेश गिरी,इंदल गिरी तथा रामदुलारे गिरी ने गाली गलौज देते हुए जान से मारने की नीयत से कमला गिरी पर हमला कर दिया। कमलागिरी जान बचाकर भागने लगे तब हमलावरों ने उन पर अंधाधुंध गोली चलाई। बुरी तरह से घायल कमलागिरी को अस्पताल ले जाया गया जहां से बेहतर इलाज के लिए वाराणसी रेफर किया गया काफी दिन तक वाराणसी में इलाज के बाद कमला गिरी स्वस्थ हुए। इस मामले में पुलिस ने जांच पूरी करने के बाद सभी आरोपियों के विरुद्ध चार्जशीट न्यायालय में प्रेषित किया।


 अभियोजन पक्ष की तरफ से सहायक शासकीय अधिवक्ता अभय दत्त गोंड, हरेंद्र सिंह तथा वरिष्ठ अधिवक्ता अरुण श्रीवास्तव ने कुल आठ गवाहों को न्यायालय में परीक्षित कराया।दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद अदालत ने उमेश गिरी, राजन गिरी, नीरज गिरी, रामप्रवेश गिरी तथा रामदुलारे गिरी को आजीवन कारावास तथा प्रत्येक को एक लाख रुपए अर्थदंड की सजा सुनाई।

आजमगढ़ देवगांव सुनियोजित तरीके से दिया था हत्या की घटना को अंजाम सनसनीखेज घटनाक्रम का पुलिस ने 24 घंटे में किया खुलासा, 4 अभियुक्त गिरफ्तार


 आजमगढ़ देवगांव सुनियोजित तरीके से दिया था हत्या की घटना को अंजाम



सनसनीखेज घटनाक्रम का पुलिस ने 24 घंटे में किया खुलासा, 4 अभियुक्त गिरफ्तार



उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद के देवगांव थाना क्षेत्र के मिर्जापुर गांव में 29 मई 2025 को हुई 20 वर्षीय आदित्य सेठ की हत्या के मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 24 घंटे के अंदर चारों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार अभियुक्तों में एक महिला और तीन पुरुष शामिल हैं।


मिली जानकारी के अनुसार सत्यम सेठ, निवासी मिर्जापुर, ने थाना देवगांव में तहरीर दी कि 29 मई 2025 को रात करीब 9:00 बजे उनके भाई आदित्य सेठ (20) दुकान पर सामान लेने गए थे। वहां पुराने बकाया रुपये को लेकर अभियुक्तों के साथ कहासुनी हो गई। विवाद बढ़ने पर अभियुक्तों ने आदित्य पर लात-घूंसों और लाठी-डंडों से हमला किया। इसके बाद अभियुक्त सर्वेश चौरसिया उर्फ नंदू ने चाकू से आदित्य पर वार किया, जिससे उनकी मौके पर ही गिरने के बाद इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। इस तहरीर के आधार पर थाना देवगांव में मुकदमा अपराध संख्या 185/2025, अंतर्गत धारा 103(1) बीएनएस (BNS) 2023 के तहत मामला दर्ज किया गया।


30 मई 2025 को मुखबिर की सूचना के आधार पर प्रभारी निरीक्षक विमल प्रकाश राय के नेतृत्व में पुलिस टीम ने लालगंज-मसीरपुर कट हाईवे पर चारों अभियुक्तों—सनोहर चौरसिया (26), मनोहर चौरसिया (28), सर्वेश चौरसिया उर्फ नंदू (25), और सुनीता देवी (55)—को शाम 5:20 बजे गिरफ्तार किया। पूछताछ में सनोहर चौरसिया ने बताया कि पुरानी रंजिश और बकाया रुपये को लेकर विवाद हुआ। मौका देखकर सर्वेश ने दुकान से चाकू निकालकर आदित्य पर वार किया, जिससे उसकी मृत्यु हो गई। भीड़ जुटने पर अभियुक्तों ने चाकू दुकान में छिपाया और फरार हो गए। 


गिरफ्तार अभियुक्तों में सनोहर चौरसिया (26), पुत्र स्व. कालीदास चौरसिया, मनोहर चौरसिया (28), पुत्र स्व. कालीदास चौरसिया, सर्वेश चौरसिया उर्फ नंदू (25), पुत्र स्व. कालीदास चौरसिया, सुनीता देवी (55), पत्नी स्व. कालीदास चौरसिया सभी निवासी मिर्जापुर, थाना देवगांव, आजमगढ़ शामिल हैं।



गिरफ्तारी करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक विमल प्रकाश राय, उपनिरीक्षक आकांक्षा पांडेय, हेड कांस्टेबल ओमप्रकाश सिंह, कांस्टेबल ऋषभ शुक्ला और शिवम तिवारी शामिल थे। पुलिस ने अभियुक्तों के खिलाफ विधिक कार्रवाई शुरू कर दी है। मामले की जांच जारी है।


https://youtu.be/W1CGaxZ822A?si=de1v6ZhofPeW0Uw5

जौनपुर जिला चिकित्सालय में किन्नरों का नग्न प्रदर्शन डॉक्टर समेत 3 स्वास्थ्यकर्मियों को पीटा, कोतवाली में दी तहरीर


 जौनपुर जिला चिकित्सालय में किन्नरों का नग्न प्रदर्शन


डॉक्टर समेत 3 स्वास्थ्यकर्मियों को पीटा, कोतवाली में दी तहरीर



उत्तर प्रदेश, जौनपुर जिला चिकित्सालय के इमरजेंसी वार्ड में शुक्रवार रात करीब 8:45 बजे किन्नरों ने जमकर उत्पात मचाया। इस दौरान उन्होंने चिकित्सक डॉ. पवन सिंह, नर्सिंग ऑफिसर आशीष सिंह और स्वास्थ्य कर्मी अमित सिंह की पिटाई कर घायल कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों और वायरल वीडियो के अनुसार, हमलावर किन्नर नग्न अवस्था में थे। घटना के बाद पीड़ितों ने कोतवाली में तहरीर देकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।


जानकारी के अनुसार, इमरजेंसी वार्ड में एक मरीज का इलाज चल रहा था। इसी दौरान कुछ लोग अपने मरीज के साथ पहुंचे और पहले उनके मरीज का उपचार करने की मांग करने लगे। चिकित्सकों के विरोध करने पर वे बाहर चले गए और 15-20 किन्नरों के साथ वापस लौटे। इसके बाद उन्होंने इमरजेंसी वार्ड में टेबल पर चढ़कर चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मियों पर हमला कर दिया।


घटना के बाद हमलावर मौके से फरार हो गए। पीड़ित चिकित्साधिकारी डॉ. पवन सिंह ने बताया कि उन्होंने कोतवाली में तहरीर दे दी है और मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर जांच शुरू कर दी है।

आजमगढ़ हत्या के 2 अभियुक्तों को आजीवन कारावास की सजा 12 गवाहों के बयानों ने पुख्ता किया मामला, 13 साल पुराने हत्याकांड में आया फैसला


 आजमगढ़ हत्या के 2 अभियुक्तों को आजीवन कारावास की सजा 



12 गवाहों के बयानों ने पुख्ता किया मामला, 13 साल पुराने हत्याकांड में आया फैसला



उत्तर प्रदेश, आजमगढ़ जनपदीय पुलिस के "ऑपरेशन कनविक्शन" अभियान के अंतर्गत कंधरापुर थाना क्षेत्र में 2012 में हुई रामचन्द्र सोनी की हत्या के मामले में दो अभियुक्तों को जिला एवं सत्र न्यायालय, आजमगढ़ ने दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास और प्रत्येक को 50,000 रुपये के अर्थदंड की सजा सुनाई है। पुलिस की गुणवत्तापूर्ण विवेचना, मॉनिटरिंग सेल और अभियोजन की प्रभावी पैरवी ने इस मामले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।


27 अक्टूबर 2012 को शाहपुर मौलानी निवासी शिवनारायण सोनी ने कंधरापुर थाने में तहरीर दी थी कि उनके पुत्र रामचन्द्र सोनी की हत्या अभियुक्त अवनीश राय (निवासी बसही, थाना तहबरपुर) और दीपक सर्राफ (निवासी गुरुटोला बदरका, थाना कोतवाली) ने तेजाब फेंककर की थी। इस मामले में थाना कंधरापुर में मुकदमा संख्या 380/2012, धारा 302 और 120बी भादवि के तहत मामला दर्ज किया गया था।


पुलिस ने अभियुक्तों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया, और मुकदमे के दौरान 12 गवाहों ने अपना अपना बयान दर्ज कराया मा0 जिला एवं सत्र न्यायाधीश, आजमगढ़ ने 30 मई 2025 को दोनों अभियुक्तों—अवनीश राय और दीपक सर्राफ—को दोषी ठहराते हुए आजीवन कारावास और 50,000-50,000 रुपये के अर्थदंड की सजा सुनाई। यह फैसला पुलिस और अभियोजन की संयुक्त मेहनत का परिणाम है, जिसने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने में अहम भूमिका निभाई।