Thursday, 23 October 2025

आजमगढ़ रौनापार पूर्व ब्लॉक प्रमुख के बेटे पर छात्रा ने लगाया अश्लील वीडियो बनाने का आरोप थाने में दी तहरीर, पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा, जांच में जुटी


 आजमगढ़ रौनापार पूर्व ब्लॉक प्रमुख के बेटे पर छात्रा ने लगाया अश्लील वीडियो बनाने का आरोप



थाने में दी तहरीर, पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा, जांच में जुटी



उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद के रौनापार थाना क्षेत्र की निवासी महिला ने पूर्व ब्लॉक प्रमुख के पुत्र पर पुत्री की अश्लील वीडियो बनाने और धमकी देने का आरोप लगाया है। पुलिस मुकदमा दर्ज कर जांच में जुट गई है।


जानकारी के अनुसार एक महिला ने रौनापार थाना पर तहरीर देकर आरोप लगाया कि उसकी पुत्री 11वीं की छात्रा है। 15 अगस्त को अपने विद्यालय पर गई थी, जहां से वापस आते समय शैलेश कुमार पुत्र राम सिंगार निवासी मसूरियापुर ने अपना मोबाइल नंबर जबरदस्ती दिया, नहीं लेने पर भाई को जान से मारने की धमकी दी। उसके बाद मोबाइल से बातचीत होने लगी। लड़की की मां ने आरोप लगाया कि बाद में वीडियो कॉल पर बातचीत कर शैलेश कुमार ने छात्रा की अश्लील वीडियो बना ली और ब्लैकमेल करने लगा और कहा कि अगर लड़की उसकी बात नहीं मानी तो सभी फोटो और वीडियो वायरल कर देंगे। डरी सहमी लड़की घबरा गई और सारी बात मुझसे बताई, जब मैंने जानकारी की तो पता चला कि शैलेश कुमार की मां हरैया की पूर्व ब्लॉक प्रमुख रही हैं। मैंने शैलेश से इस मामले में बात की और समझाने की कोशिश की तो उसने मुझे जान से मारने की धमकी दी और कहा कि अगर थाने गई तो पूरे परिवार को उठा लाऊंगा। तहरीर के आधार पर रौनापार पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर घटना की जांच में जुट गई है।

लखनऊ, पुलिस की रेट लिस्ट वायरल होने के बाद मचा हंगामा, 11 पुलिसकर्मी निलंबित थाने के हिसाब से निर्धारित किया गया है रेट, डीजीपी ने तलब की रिपोर्ट


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उत्तर प्रदेश, लखनऊ सोशल मीडिया पर ओवरलोड ट्रकों से अवैध वसूली करते पुलिसकर्मियों का वीडियो वायरल होने के बाद डीजीपी राजीव कृष्ण ने सख्त कार्रवाई करते हुए चित्रकूट, बांदा और कौशांबी जिलों के 11 पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। निलंबित पुलिसकर्मियों में 1 निरीक्षक, 1 महिला उपनिरीक्षक, 4 पुरुष उपनिरीक्षक और 5 आरक्षी शामिल हैं। डीजीपी ने तीनों जिलों से इस मामले में विस्तृत रिपोर्ट भी तलब की है।



डीजीपी मुख्यालय के अनुसार, चित्रकूट में 7 पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई है। इनमें भरतकूप थाने के प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार, आरक्षी रणवीर सिंह, पहाड़ी थाने की एसओ अनुपमा तिवारी (उपनिरीक्षक), आरक्षी शुभम द्विवेदी, राजापुर थाने के एसओ पंकज तिवारी (उपनिरीक्षक), उपनिरीक्षक इमरान खान और आरक्षी अजय मिश्रा शामिल हैं। चित्रकूट के एसपी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि मामले की जांच एएसपी सत्यपाल सिंह को सौंपी गई है।


बांदा में बदौसा थाने के थानाध्यक्ष कुलदीप कुमार तिवारी (उपनिरीक्षक) और आरक्षी अनुराग यादव को निलंबित किया गया है। वहीं, कौशांबी में महेवाघाट थाने के एसओ प्रभुनाथ सिंह (उपनिरीक्षक) और आरक्षी शिवम सिंह पर गाज गिरी है। इस मामले की जांच सहायक पुलिस अधीक्षक मेविस टॉक को सौंपी गई है।


वायरल वीडियो के बाद ओवरलोड ट्रकों से वसूली की कथित दरें भी सामने आई हैं। बांदा के बदौसा थाने से ओवरलोड ट्रक के लिए 7000 रुपये, चित्रकूट के भरतकूप थाने से गिट्टी ट्रक के लिए 2500 रुपये, बालू ट्रक के लिए 4000 रुपये, पहाड़ी थाने से 2500 रुपये, राजापुर थाने से 4000 रुपये और कौशांबी के महेवाघाट थाने से 3000 रुपये प्रति ट्रक वसूले जाने की बात उजागर हुई है।


डीजीपी ने सभी मातहतों को चेतावनी दी है कि भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले बलिया के नरही थाने में भी घूसखोरी के आरोप में कई पुलिसकर्मियों को निलंबित किया जा चुका है।