Tuesday, 30 September 2025

आजमगढ़ फूलपुर SDM के ड्राइवर की संदिग्ध मौत, कान से निकला खून सरकारी आवास में मिला शव, पुलिस ने शुरू की जांच


 आजमगढ़ फूलपुर SDM के ड्राइवर की संदिग्ध मौत, कान से निकला खून



सरकारी आवास में मिला शव, पुलिस ने शुरू की जांच



उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद के फूलपुर थाना क्षेत्र में सोमवार शाम एक चौंकाने वाली घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी। फूलपुर SDM के सरकारी आवास में तैनात ड्राइवर मानधाता सिंह (53 वर्ष) का शव एक कमरे में संदिग्ध परिस्थितियों में मिला। मृतक के बाएं कान से खून बहता पाया गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।


मानधाता सिंह, मूल रूप से कप्तानगंज थाना क्षेत्र के चेवता गांव के निवासी थे और स्वर्गीय त्रिभुवन सिंह के पुत्र थे। वे लंबे समय से फूलपुर SDM के ड्राइवर के रूप में कार्यरत थे। उनके भाई जयसिंह ने बताया कि मानधाता दो पुत्रों और एक पुत्री के पिता थे। सोमवार शाम करीब 5 बजे SDM के पेशकार ने फोन कर मानधाता की मौत की सूचना दी। परिवार में शोक की लहर है, और पुलिस मौत के कारणों का पता लगाने में जुटी है।

आजमगढ़ रौनापार 10 हजार रुपये के इनामी ठग को पुलिस ने दबोचा विदेश भेजने के नाम पर 88 लोगों को बना चुका है ठगी का शिकार


 आजमगढ़ रौनापार 10 हजार रुपये के इनामी ठग को पुलिस ने दबोचा


विदेश भेजने के नाम पर 88 लोगों को बना चुका है ठगी का शिकार



उत्तर प्रदेश के आज़मगढ़ जनपद की रौनापार पुलिस ने मंगलवार तड़के एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए ₹10,000 के इनामी और फरार अभियुक्त अखिलेश कुमार को गिरफ्तार किया। अखिलेश पर विदेश भेजने के नाम पर 88 लोगों से फर्जी वीजा देकर लाखों रुपये की ठगी करने का आरोप है। उसे लाटघाट-गोरखपुर मार्ग से सुबह 4:10 बजे मुखबिर की सूचना पर पकड़ा गया।


मामला 24 दिसंबर 2021 का है, जब ग्राम जमुवा हरिराम निवासी मनोज कुमार ने थाना रौनापार में शिकायत दर्ज की थी। मनोज ने बताया कि अखिलेश कुमार ने विदेश भेजने का झांसा देकर उनसे और 87 अन्य लोगों से पैसे ऐंठे और फर्जी वीजा थमा दिए। इस ठगी के आधार पर थाना रौनापार में मुकदमा अपराध संख्या 236/2021, धारा 419/420/467/468/471 भा.दं.वि. के तहत मामला दर्ज किया गया। जांच में अखिलेश फरार पाया गया, जिसके बाद उसके खिलाफ 14 फरवरी 2023 को गिरफ्तारी वारंट और कुर्की की कार्रवाई की गई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आज़मगढ़ ने उसकी गिरफ्तारी के लिए ₹10,000 का इनाम घोषित किया था।


वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार के निर्देश पर चलाए जा रहे अभियान के तहत रौनापार थानाध्यक्ष मन्तोष सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम ने संदिग्धों की चेकिंग के दौरान अखिलेश को धर दबोचा। गिरफ्तारी करने वाली टीम में उपनिरीक्षक विवेक सिंह, हेड कांस्टेबल दिनेश कुमार, दिनेश यादव, कांस्टेबल जयप्रकाश वर्मा, दिलीप कुमार और अमितेश कुमार शामिल थे। पुलिस का कहना है कि इस गिरफ्तारी से ठगी जैसे अपराधों पर अंकुश लगेगा। अभियुक्त को न्यायालय में पेश किया जा रहा है।

आजमगढ़ रानी की सराय कूटरचित दस्तावेज के आधार पर धोखाधड़ी करने वाली महिला गिरफ्तार फर्जी रजिस्ट्रेशन और हस्ताक्षर से तैयार किए गए थे दस्तावेज


 आजमगढ़ रानी की सराय कूटरचित दस्तावेज के आधार पर धोखाधड़ी करने वाली महिला गिरफ्तार



फर्जी रजिस्ट्रेशन और हस्ताक्षर से तैयार किए गए थे दस्तावेज



उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद की रानी की सराय पुलिस ने कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर धोखाधड़ी करने वाली एक महिला अभियुक्ता को गिरफ्तार किया है। अभियुक्ता की पहचान विद्यावती देवी (उम्र करीब 45 वर्ष) के रूप में हुई, जो बलिया कल्याण, थाना मुबारकपुर की निवासी है और वर्तमान में कोतवाली थाना क्षेत्र के मड़या जयराम मुहल्ले में रह रही थी।


दिनांक 10 जुलाई 2025 को संतोष कुमार यादव, निवासी चक सेठवल, थाना रानी की सराय, ने शिकायत दर्ज की थी कि विद्यावती देवी ने फर्जी रजिस्ट्रेशन और कूटरचित दस्तावेज तैयार कर उनके और उनकी मां के फर्जी हस्ताक्षर के साथ-साथ फर्जी आईडी पेश की थी। इस शिकायत के आधार पर थाना रानी की सराय में मुकदमा अपराध संख्या 213/2025, धारा 319(2), 318(4), 339, 336(3) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया था।


वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, आजमगढ़ के निर्देश पर चलाए जा रहे अभियान के तहत, क्षेत्राधिकारी नगर के नेतृत्व में उपनिरीक्षक संतोष कुमार यादव के साथ पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना पर विद्यावती देवी को तहसील परिसर सदर, आजमगढ़ से दोपहर लगभग 3:50 बजे गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी करने वाली टीम में कांस्टेबल आलोक यादव और महिला कांस्टेबल सुनैना वर्मा भी शामिल थीं। वर्तमान में अभियुक्ता के खिलाफ अग्रिम विधिक कार्रवाई प्रचलित है।