Saturday, 26 July 2025

आजमगढ़ अंतर्राज्यीय चोर गिरोह का भंडाफोड़, 10 लाख रुपये के आभूषण और नकदी बरामद गिरोह के 5 शातिर अभियुक्तों को पुलिस ने किया गिरफ्तार


 आजमगढ़ अंतर्राज्यीय चोर गिरोह का भंडाफोड़, 10 लाख रुपये के आभूषण और नकदी बरामद



गिरोह के 5 शातिर अभियुक्तों को पुलिस ने किया गिरफ्तार




उत्तर प्रदेश के, आजमगढ़ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हेमराज मीना के नेतृत्व में आजमगढ़ पुलिस ने अपराध और अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में बड़ी सफलता हासिल की है। थाना कोतवाली पुलिस ने चार चोरी की घटनाओं का खुलासा करते हुए अंतर्राज्यीय चोर गिरोह के पांच शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अभियुक्तों के कब्जे से लगभग 10 लाख रुपये कीमत के चोरी के आभूषण, दो घड़ियां (फास्ट्रैक और रोलैक्स), और 31,500 रुपये नकद बरामद किए गए हैं।


 पुलिस ने 25 जुलाई 2025 को ठंडी सड़क, बंधा रोड पर मुखबिर की सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए पांच अभियुक्तों—अंकित वर्मा (26), विशाल चौहान (25), रोशन गुप्ता (30), विजय सेठ उर्फ कोमल (25), और पवन सेठ (45) को गिरफ्तार किया। बरामद सामान में सोने-चांदी के आभूषण, एक पेंचकस, और नकदी शामिल हैं।


चोरी की घटनाओं में बीते 12 जुलाई को कोल बाजबहादुर में आलोक गुप्ता के घर से दो मोबाइल फोन, सोने-चांदी के आभूषण, और अन्य कीमती सामान चोरी हुआ। इसी तरह 18 जुलाई को जजेज कॉलोनी, सिविल लाइन में दो न्यायिक अधिकारियों अभिलाषा सैनी और तारिफ मुस्तफा खान के बंद सरकारी आवासों से चोरी हुई थी। चोरों ने चांदी की अंगूठी, 20,000 रुपये नकद, और महत्वपूर्ण दस्तावेज चुराए। इसके अतिरिक्त, थाना मेहनगर और सिधारी में दर्ज एक-एक अन्य चोरी के मामलों का भी खुलासा किया गया। पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि उनका पांच सदस्यीय गिरोह सुनियोजित तरीके से काम करता था।


 विशाल चौहान और अंकित वर्मा शहर में बंद घरों की रेकी करते थे। पेंचकस की मदद से ताले तोड़कर वे आभूषण और नकदी चुराते थे। चोरी का माल रोशन गुप्ता, विजय सेठ, और पवन सेठ को सस्ते दामों में बेचा जाता था, जो मेहनगर में आभूषण और गल्ले की दुकानें चलाते हैं। इस आॅपरेशन का नेतृत्व अपर पुलिस अधीक्षक नगर मधुवन कुमार सिंह और क्षेत्राधिकारी नगर शुभम तोदी के कुशल पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली यादवेंद्र पांडेय ने किया। पुलिस टीम में उपनिरीक्षक सौरभ त्रिपाठी, यश सिंह पटेल, अभिषेक कुशवाहा, और अन्य कॉन्स्टेबल शामिल थे। गिरफ्तार अभियुक्तों, विशेष रूप से विशाल चौहान और अंकित वर्मा, का आपराधिक इतिहास रहा है, जिसमें दिल्ली और आजमगढ़ में चोरी और शस्त्र अधिनियम के तहत कई मामले दर्ज बताए गए हैं।