Monday, 21 July 2025

आजमगढ़ रौनापार मर्जी से मर रहे हैं, किसी को परेशान न करें सुसाइड नोट लिखकर दर्जी ने दी जान; पंखे के सहारे लटका मिला शव


 आजमगढ़ रौनापार मर्जी से मर रहे हैं, किसी को परेशान न करें



सुसाइड नोट लिखकर दर्जी ने दी जान; पंखे के सहारे लटका मिला शव



उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के रौनापार थाना क्षेत्र के कांखभार गांव निवासी राजकुमार राम (50) ने पंखे के सहारे फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली। वह विगत तीन वर्षों से जीयनपुर थाना क्षेत्र के लाटघाट बाजार में किराये पर दुकान लेकर कपड़ा सिलने का काम करता था। सोमवार की सुबह घटना की जानकारी होने पर पहुंची पुलिस को मौके से सुसाइड नोट मिला। घटना के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।


जानकारी के अनुसार रविवार की रात करीब 9 बजे राजकुमार राम दुकान के सामने टहल रहा था। फिर वह अपने कमरे में चला गया। पड़ोस में रहने वाले दुकानदार का कहना है कि शाम को ही कुछ चिट्ठी लिख रहा था, पर उस समय कुछ पता नहीं चल सका। सोमवार की सुबह पैथोलॉजी संचालक जब अपनी दुकान खोलने पहुंचे, तो देखा कि टेलर के दुकान का शटर खुला हुआ है। अंदर जाकर देखा तो राजकुमार का शव फंदे से लटक रहा था। उसने पड़ोसी को बताते हुए पुलिस को सूचना दी। मौके पर पुलिस पहुंची तो वहां सुसाइड नोट मिला।


 लाटघाट चौकी प्रभारी जाफर खान ने बताया कि सुसाइड नोट में किसी पर कोई आरोप नहीं है, लिखा है की मर्जी से मर रहे हैं, पुलिस किसी को परेशान न करें। मृतक तीन भाइयों में दूसरे नंबर का है। बड़ा भाई अमर कुमार और छोटा शिवकुमार है। पत्नी सुनीता, दो लड़के शुभम कुमार और अमन कुमार हैं। माता यशोदा हैं। गांव के लोगों का कहना है कि राजकुमार राम काफी कर्ज से डूबा हुआ था। पारिवारिक कलह भी आत्महत्या का कारण हो सकता है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लिया। इस दौरान फॉरेंसिक टीम ने भी मौका मुआयना किया। पुलिस ने पंचायतनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

आजमगढ़ शहर कोतवाली शातिर अपराधी सुजीत सिंह उर्फ भकोले गिरफ्तार 315 बोर का कट्टा और एक जिंदा कारतूस बरामद


 आजमगढ़ शहर कोतवाली शातिर अपराधी सुजीत सिंह उर्फ भकोले गिरफ्तार



315 बोर का कट्टा और एक जिंदा कारतूस बरामद



उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के शहर कोतवाली थाना पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए शातिर अपराधी सुजीत सिंह उर्फ भकोले को अवैध असलहे और कारतूस के साथ गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई सोमवार की रात 1:30 बजे उकरौड़ा सर्विस लेन पर की गई। पुलिस के अनुसार, उप-निरीक्षक रामकिशोर शर्मा और प्रदीप वाजपेयी के नेतृत्व में चेकिंग के दौरान 36 वर्षीय सुजीत सिंह उर्फ भकोले, पुत्र भगवान सिंह, निवासी ग्राम उकरौड़ा, थाना कोतवाली, आजमगढ़ को हिरासत में लिया गया। तलाशी के दौरान उसके पास से एक 315 बोर का कट्टा और एक जिंदा कारतूस बरामद हुआ। बरामदगी के आधार पर थाना कोतवाली आजमगढ़ में मुकदमा अपराध संख्या 366/2025, धारा 3/25 शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया और उसे माननीय न्यायालय में पेश किया गया।


सुजीत सिंह उर्फ भकोले का आपराधिक रिकॉर्ड लंबा है। उसके खिलाफ आजमगढ़ और आसपास के विभिन्न थानों में 52 मामले दर्ज हैं, जिनमें हत्या, लूट, डकैती, अपहरण, गैंगस्टर एक्ट, एनडीपीएस एक्ट, और शस्त्र अधिनियम जैसे गंभीर अपराध शामिल हैं। इनमें कोतवाली, रानी की सराय, निजामाबाद, मुबारकपुर, जीयनपुर, कंधरापुर, कप्तानगंज, और अन्य थानों में मामले दर्ज हैं।


इस कार्रवाई में उप-निरीक्षक रामकिशोर शर्मा, उप-निरीक्षक प्रदीप वाजपेयी, हेड कांस्टेबल सुशील कुमार, कांस्टेबल अखिलेश, अभय सिंह, और अखिलेश कुशवाहा शामिल थे।

आजमगढ़ शहर कोतवाली युवती की सूझबूझ से टली बड़ी घटना, भागे संदिग्ध डिलीवरी बॉय के बहाने घर पहुंचे थे 4 लोग, युवती ने पुलिस हेल्पलाइन पर कॉल कर मांगी मदद


 आजमगढ़ शहर कोतवाली युवती की सूझबूझ से टली बड़ी घटना, भागे संदिग्ध



डिलीवरी बॉय के बहाने घर पहुंचे थे 4 लोग, युवती ने पुलिस हेल्पलाइन पर कॉल कर मांगी मदद



उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद के शहर कोतवाली क्षेत्र के कुर्मीटोला मोहल्ला में एक युवती की सतर्कता और सूझबूझ से संभावित बड़ी घटना टल गई। जागृति पांडेय ने संदिग्ध डिलीवरी बॉय और तीन अन्य व्यक्तियों की गतिविधियों पर शक होने पर तुरंत पुलिस हेल्पलाइन पर कॉल कर मदद मांगी। हालांकि, पुलिस के पहुंचने से पहले सभी संदिग्ध मौके से फरार हो गए। पीड़ित पक्ष ने इस संबंध में कोतवाली में तहरीर दी है, और पुलिस मामले की जांच कर रही है।



कुर्मीटोला निवासी सच्चिदानंद पांडेय ने बताया कि उनकी बेटी जागृति ने ऑनलाइन खाना ऑर्डर किया था। डिलीवरी बॉय ने खाना पहुंचाया और चला गया, लेकिन 20-25 मिनट बाद वह फिर लौटा और गेट खुलवाने की कोशिश की। उसने पूजा सिंह के नाम से ऑर्डर होने का दावा किया, जिसे जागृति ने नकार दिया। इसके बाद डिलीवरी बॉय मोबाइल पर बात करता रहा और कुछ ही देर में तीन अन्य लोग घर पहुंचे। एक व्यक्ति ने खुद को जितेंद्र पाठक बताकर सच्चिदानंद से बात करने के लिए फोन मांगा। जागृति ने अपने पिता से संपर्क किया, जिन्होंने उक्त व्यक्ति को पहचानने से इन्कार किया। जागृति ने स्थिति को भांपते हुए गेट नहीं खोला और कमरे में बंद होकर पुलिस को सूचना दी। पुलिस के पहुंचने से पहले ही संदिग्ध वहां से भाग गए।



शहर कोतवाल यादवेंद्र पांडेय ने बताया कि मामले की गहन जांच की जा रही है। संदिग्धों की तलाश के लिए सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है, और जल्द ही कार्रवाई की जाएगी। पीड़ित पक्ष की तहरीर के आधार पर पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया है और संदिग्धों की पहचान के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं।