Wednesday, 27 August 2025

आजमगढ़ सरायमीर शिक्षक अभिमन्यु यादव को राज्य पुरस्कार के लिए चयन स्मार्ट क्लास, छात्रों के लिए बैंक सुविधा और नवाचारों के माध्यम से विद्यालय को नई दी ऊंचाइयां अभिमन्यु के नेतृत्व में स्कूल में 3 बार लगाना पड़ा 'नो एडमिशन' का बोर्ड


 आजमगढ़ सरायमीर शिक्षक अभिमन्यु यादव को राज्य पुरस्कार के लिए चयन



स्मार्ट क्लास, छात्रों के लिए बैंक सुविधा और नवाचारों के माध्यम से विद्यालय को नई दी ऊंचाइयां


अभिमन्यु के नेतृत्व में स्कूल में 3 बार लगाना पड़ा 'नो एडमिशन' का बोर्ड



उत्तर प्रदेश, आजमगढ़ माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा राज्य पुरस्कार के लिए शिक्षक अभिमन्यु यादव के चयन की खबर से आजमगढ़ जनपद में खुशी की लहर दौड़ गई है। मूल रूप से बलिया जनपद के निवासी अभिमन्यु यादव वर्तमान में कंपोजिट विद्यालय आजमगढ़ जनपद के सरायमीर में तैनात हैं। उन्होंने अपने समर्पण और नवाचार के बल पर शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है। 


अभिमन्यु यादव ने जनपद के विभिन्न विद्यालयों में शिक्षण कार्य किया और अपनी मेहनत से छात्र संख्या में वृद्धि करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके नेतृत्व में सरायमीर विद्यालय में तीन बार 'नो एडमिशन' का बोर्ड लगाना पड़ा, जो उनकी लोकप्रियता और प्रभावशीलता का प्रमाण है। स्मार्ट क्लास, छात्रों के लिए बैंक सुविधा और नवाचारों के माध्यम से उन्होंने विद्यालय को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। उनकी देखरेख में पढ़ने वाले छात्र किसी भी निजी शिक्षण संस्थान के विद्यार्थियों से कम नहीं हैं। 


कोरोना काल में भी अभिमन्यु ने छात्रों की निरंतर मॉनिटरिंग और शिक्षण कार्य को बखूबी अंजाम दिया, जिसने उनकी सफलता को और मजबूती दी। बुधवार को जैसे ही उनके राज्य शिक्षक पुरस्कार के लिए चयन की खबर फैली, शुभचिंतकों और सहकर्मियों में उत्साह छा गया। शिक्षक संघ के श्यामबिहारी सिंह यादव, प्रिया राय, शिवानी मौर्य, सुरेंद्र यादव, रविंद्र यादव सहित तमाम बुद्धिजीवियों ने अभिमन्यु यादव को उनकी इस उपलब्धि पर हार्दिक बधाई दी। उनके इस सम्मान ने पूरे शिक्षक समुदाय का गौरव बढ़ाया है।

शाहजहांपुर मासूम बेटे को जहर देने के बाद, फंदे से लटके कारोबारी दंपती सुसाइड नोट में लिखा घटना का कारण, जांच में जुटी पुलिस


 शाहजहांपुर मासूम बेटे को जहर देने के बाद, फंदे से लटके कारोबारी दंपती



सुसाइड नोट में लिखा घटना का कारण, जांच में जुटी पुलिस



उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जनपद के रोजा थाना क्षेत्र के दुर्गा एन्कलेव कॉलोनी में बुधवार सुबह एक दिल झकझोर देने वाली घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी। हैंडलूम कारोबारी सचिन ग्रोवर और उनकी पत्नी शिवांगी ने अपने चार साल के मासूम बेटे को जहर देने के बाद खुद भी फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली।


पुलिस के अनुसार, सुबह कॉलोनी वासियों ने इस त्रासदी की सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस को मासूम का शव कमरे में बेड पर पड़ा मिला, जबकि दंपती के शव अलग-अलग कमरों में फंदे से लटके हुए थे। घटनास्थल पर पहुंचे एसपी और सीओ ने छानबीन की। प्रारंभिक जांच में कारोबारी के फोन में एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें आर्थिक तंगी को आत्महत्या का कारण बताया गया है।


पुलिस ने तीनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। इस घटना से कॉलोनी में शोक की लहर दौड़ गई है। स्थानीय लोग इस त्रासदी से स्तब्ध हैं और परिवार की आर्थिक परेशानियों को लेकर चर्चा कर रहे हैं।

आजमगढ़ मार्टीनगंज में इस स्कूल की अवैध कक्षाएं की गई सीज मान्यता रद्द करने की चेतावनी, आगे की कार्रवाई शुरू


 आजमगढ़ मार्टीनगंज में इस स्कूल की अवैध कक्षाएं की गई सीज 



मान्यता रद्द करने की चेतावनी, आगे की कार्रवाई शुरू



उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद के मार्टीनगंज क्षेत्र में मंगलवार को सह जिला विद्यालय निरीक्षक वीरेन्द्र कुमार सिंह ने खण्ड शिक्षाधिकारी अश्वनी कुमार सिंह की मौजूदगी में मां कमला देवी इंटर कॉलेज, कोदहरा के उन कमरों को सीज कर दिया, जहां 8वीं की मान्यता के बावजूद 12वीं तक की कक्षाएं संचालित हो रही थीं। इस कार्रवाई ने अवैध रूप से कक्षाएं चलाने वाले स्कूलों में हड़कंप मचा दिया है।


खण्ड शिक्षाधिकारी अश्वनी कुमार सिंह ने बताया कि विद्यालय को नोटिस जारी कर दी गई है और अवैध कक्षाओं को सीज करने के साथ विधिक कार्रवाई शुरू की जाएगी। नियमों का उल्लंघन करने के कारण स्कूल की मान्यता भी रद्द हो सकती है। सह जिला विद्यालय निरीक्षक ने कहा कि जिला बेसिक शिक्षाधिकारी के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई और ऐसे स्कूलों पर नजर रखी जा रही है।



आजमगढ़ में शिक्षा विभाग ने अवैध रूप से कक्षाएं संचालित करने वाले स्कूलों के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है। मंगलवार को मार्टीनगंज क्षेत्र के कोदहरा में स्थित मां कमला देवी इंटर कॉलेज में 8वीं की मान्यता के बावजूद 12वीं तक की कक्षाएं चलाए जाने का मामला सामने आया। 


सह जिला विद्यालय निरीक्षक वीरेन्द्र कुमार सिंह ने खण्ड शिक्षाधिकारी अश्वनी कुमार सिंह के साथ निरीक्षण कर अवैध कक्षाओं को तत्काल सीज कर दिया। जानकारी के अनुसार, जनपद में कई स्कूल 5वीं और 8वीं की मान्यता पर उच्च कक्षाएं संचालित कर रहे हैं। इस संबंध में पहले भी कई स्कूलों को नोटिस जारी किए गए, लेकिन कार्रवाई नहीं होने से स्कूल संचालक धड़ल्ले से नियमों का उल्लंघन कर रहे थे। मंगलवार की इस कार्रवाई ने स्कूल संचालकों में खलबली मचा दी है।


वीरेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि अवैध कक्षाओं की जानकारी मिलने पर जिला बेसिक शिक्षाधिकारी को सूचित किया गया, जिनके निर्देश पर यह कार्रवाई हुई। खण्ड शिक्षाधिकारी अश्वनी कुमार सिंह ने कहा कि विद्यालय को नोटिस जारी कर आगे की विधिक कार्रवाई शुरू की जाएगी। उन्होंने चेतावनी दी कि नियमों का उल्लंघन करने वाले स्कूलों की मान्यता भी रद्द की जा सकती है। शिक्षा विभाग की इस सख्ती से अन्य अवैध स्कूल संचालकों पर भी कार्रवाई की संभावना बढ़ गई है