Thursday, 12 December 2024

कानपुर श्रेया सिंह मौत मामले में अब बाप पर कसा शिकंजा विनय सिंह ने कबूला चौंकाने वाला सच, ये था पूरा प्लान


 कानपुर श्रेया सिंह मौत मामले में अब बाप पर कसा शिकंजा


विनय सिंह ने कबूला चौंकाने वाला सच, ये था पूरा प्लान




उत्तर प्रदेश के कानपुर के बिधनू में छात्रा श्रेया सिंह के गोली मारकर खुदकुशी कर लेने के मामले में पुलिस ने उसके पिता विनय सिंह चंदेल को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उसके पास से आत्महत्या के लिए प्रयुक्त तमंचा और कारतूस भी बरामद किया है। पुलिस के मुताबिक आरोपी को आर्म्स एक्ट, साक्ष्यों को छुपाने और लोकसेवक को गलत जानकारी देने के आरोप में पुलिस ने ही वादी बनकर बिधनू थाने में रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की है। आरोपी पिता को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेजा गया। जामू गांव निवासी विनय सिंह चंदेल एक वकील के पास मुंशी के तौर पर काम करता है।


 बीते शुक्रवार सुबह लगभग 11:30 बजे उसकी बेटी श्रेया की घर के अंदर गोली लगने से मौत हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस को मौके से 315 बोर का एक तमंचा मिला लेकिन वारदात में उसका इस्तेमाल नहीं हुआ था। उसे 12 बोर तमंचे की गोली लगी थी। इस मामले की पुलिस पुलिस ने जांच शुरू कि तो पता चला छात्रा की गांव में एक युवक से दोस्ती थी। इसकी जानकारी होने पर विनय ने विरोध किया था। साथ ही बेटी को युवक से संबंध खत्म नहीं करने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी थी। युवक के परिजनों और विनय सिंह चंदेल का झगड़ा भी हुआ था। युवक व उसका परिवार गांव छोड़कर बाहर चले गए थे और चार महीने बाद फिर से गांव लौटे। इसके बाद दोनों परिवारों के बीच फिर से तनाव बढ़ गया था। इस बीच यह घटना हो गई। घटनाक्रम का पता लगने के बाद पुलिस ने विनय पर नजर रखना शुरू किया। पुलिस का दबाव बढ़ता देख घटना में इस्तेमाल तमंचे को छुपाने के लिए मंगलवार को पिता जामू गांव से घाटमपुर पैदल निकल गया। रास्ते में वह कहीं तमंचे को छुपाने के लिए स्थान खोज रहा था कि इसी बीच पुलिस ने उसे दबोच लिया।


 एडीसीपी साउथ महेश कुमार ने बताया कि श्रेया के पिता को गिरफ्तार किया गया है। उसके पास से अवैध असलहा बरामद हुआ है। बैलेस्टिक जांच से स्पष्ट होगा कि बरामद असलहा घटना में इस्तेमाल हुआ या नहीं। उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। तमंचा बरामद होने के साथ ही विनय ने सच कबूल किया। बताया कि उसके पास 12 बोर का एक तमंचा और था। इससे उसकी बेटी को गोली लगी थी। उसे विनय ने छिपा दिया था। अपने विरोधियों के खिलाफ झूठा प्रार्थना पत्र देकर रिपोर्ट कराना चाह रहा था। विनय ने बताया कि 7 दिसंबर 2024 को पुलिस वह तमंचा बरामद कर चुकी है। तमंचा विनय को किसने दिया था, इसका उसने कोई उत्तर नहीं दिया।

मऊ इस शिक्षिका के कारनामों की लिस्ट पहुंची आजमगढ़ मंडल कार्यालय अध्यापिका के भौकाल से परेशान हैं बच्चे और अन्य शिक्षक सहायक शिक्षा निदेशक ने खंड शिक्षा अधिकारी से मांगा स्पष्टीकरण


 मऊ इस शिक्षिका के कारनामों की लिस्ट पहुंची आजमगढ़ मंडल कार्यालय


अध्यापिका के भौकाल से परेशान हैं बच्चे और अन्य शिक्षक


सहायक शिक्षा निदेशक ने खंड शिक्षा अधिकारी से मांगा स्पष्टीकरण



उत्तर प्रदेश के मऊ जिले की चर्चित कथावाचक शिक्षिका के कारनामों की लिस्ट अब शिक्षा विभाग के मंडलीय कार्यालय आजमगढ़ तक पहुंच गई है।मामले को संज्ञान में लेते हुए सहायक शिक्षा निदेशक ( बेसिक) आजमगढ़ मंडल ने खंड शिक्षा अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है। खंड शिक्षा अधिकारी के नाम से जारी पत्र में उनसे एक हफ्ते में अपना स्पष्टीकरण देने को कहा गया है।


आपको बता दें कि मऊ जिले के परदहा ब्लॉक के कंपोजिट विद्यालय रणवीर पुर में पढ़ाने वाली शिक्षिका रागिनी मिश्रा विभागीय उच्चाधिकारी की मिली भगत से स्कूल नहीं जाती थीं। हफ्ते में एक दिन स्कूल पहुंचकर छूटे हुए सभी दिन की उपस्थिति एक साथ बना देती थीं। यही नहीं इस संबंध में विद्यालय में अगर कोई कुछ भी कहता था या प्रधानाध्यापक छुट्टी चढ़ाने की कोशिश करता था तो अगले ही दिन गुणवत्ता के नाम पर उसका वेतन रोक दिया जाता था। अध्यापकों में इस कदर दहशत व्याप्त थी कि रागिनी के खिलाफ कोई कुछ भी बोलने से इंकार कर रहा था। विद्यालय में जब मीडिया पहुंची तो सारे तथ्य बाहर आए , वहीं विद्यालय के बच्चों ने भी रागिनी मिश्रा की पोल खोल दी। वहीं इस पूरे मामले पर बोलते हुए बीएसए ने प्रधानाध्यापक के सर मिलीभगत का ठीकरा फोड़ते हुए करवाई की बात कह दी, जबकि बीएसए से शिक्षिका की नजदीकियां किसी से छिपी नहीं हैं।


सोचने वाली बात है कि परिषदीय विद्यालयों में शासन के निर्देशानुसार डायट प्राचार्य, बी एस ए, खण्ड शिक्षा अधिकारी, डायट मेंटर, जिला समन्वयक, एस आर जी एवं ए आर पी के सात स्तरीय विद्यालयी जाँच भी होनी चाहिए जाँच। क्या किसी भी स्तर के जाँच में शिक्षिका अनुपस्थित नहीं मिली…. या फिर इन लोगों की भी मिलीभगत इसमें शामिल है? वहीं कथावाचक शिक्षिका के अनुसार वह मेडिकल ले कर कथावचन करतीं हैं, तो क्या एक मेडिकली अनफिट व्यक्ति कथावाचन कर सकता है? मामला बहुत पेचीदा है, सच्चाई सामने आने के बाद देखने वाली बात ये है कि अब विभाग उसके खिलाफ क्या एक्शन लेता है? या फिर जांच के नाम पर लीपा पोती करते हुए विभाग किसी मासूम को बलि का बकरा बना देता है?

आजमगढ़ मेंहनगर मार्ग दुर्घटना में युवक की हुई मौत सड़क किनारे खड़े होकर परछन देखते समय आटो ने मारी टक्कर


 आजमगढ़ मेंहनगर मार्ग दुर्घटना में युवक की हुई मौत



सड़क किनारे खड़े होकर परछन देखते समय आटो ने मारी टक्कर



उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद के मेंहनगर थाना क्षेत्र के जाफरपुर बाजार मे सड़क किनारे खड़े होकर परछन देख रहे युवक की तेज रफ़्तार आटो की टक्कर से मौत हो गई। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज विधिक कार्रवाई में जुट गई।

निजामाबाद थाना क्षेत्र के कस्बा निवासी 28 वर्षीय सन्नी गोड़ बाजार में ट्रवेल्स एंजसी चलाकर परिवार की जीविका चलाते थे। मंगलवार की शाम गांव के मित्र की बारात में शामिल होने के लिए मेंहनगर के जाफरपुर बाजार में गए थे। द्वारपूजा के समय सड़क के किनारे खड़े होकर अपने मित्र का द्वारपूजा देख रहे थे। उसी दौरान तेज रफ्तार आटो चालक ने टक्कर मार दी। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे स्थानीय लोगों ने चालक की पीटाई करने के बाद पुलिस के हवाले कर दिया। बारातियों ने आनन-फानन घायल को मेंहनगर स्वास्थ्य केंद्र ले गए जहां पर गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टर ने जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। जिला अस्पताल के इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर ने सनी को मृत घोषित कर दिया। मृतक चार भाइयों और दो बहनों में सबसे छोटा था, मौत की खबर सुनते ही परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।

लखनऊ बिजली के निजीकरण के विरोध में राष्ट्रव्यापी आंदोलन की घोषणा निजीकरण के विरोध में देश भर में की जाएंगी विरोध सभाएं


 लखनऊ बिजली के निजीकरण के विरोध में राष्ट्रव्यापी आंदोलन की घोषणा


निजीकरण के विरोध में देश भर में की जाएंगी विरोध सभाएं



उत्तर प्रदेश लखनऊ पूर्वांचल और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगमों के निजीकरण को लेकर कर्मचारियों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। बुधवार को लखनऊ में नेशनल कोआर्डिनेशन कमेटी आफ इलेक्ट्रिसिटी इम्प्लॉइज एंड इंजीनियर्स (एनसीसीओईईई) की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक हुई, जिसमें निर्णय लिया गया कि उत्तर प्रदेश में बिजली के निजीकरण की किसी भी एकतरफा कार्रवाई के विरोध में राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन होगा।


13 और 19 दिसंबर 2024 को निजीकरण के विरोध में देश भर में विरोध सभाएं की जाएंगी। 22 दिसंबर 2024 को लखनऊ में और 25 दिसंबर 2024 को चंडीगढ़ में निजीकरण के विरोध में विशाल बिजली पंचायत आयोजित की जाएंगी। एनसीसीओईईई ने निर्णय लिया कि यदि उत्तर प्रदेश में विद्युत वितरण निगमों के निजीकरण की कोई भी एकतरफा कार्रवाई प्रारंभ की गयी तो उसी दिन और बिना कोई नोटिस दिये देश के 27 लाख बिजली कर्मचारी सड़कों पर उतरने के लिए बाध्य होंगे और देशव्यापी विरोध प्रदर्शन करेंगे। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि चंडीगढ़ की विद्युत व्यवस्था जिस दिन निजी कम्पनी को हैंडओवर करने की कार्रवाई की गयी उसी दिन भी इसी प्रकार की राष्ट्रव्यापी कार्रवाई होगी। एनसीसीओईईई ने यह निर्णय भी लिया कि 13 दिसंबर 2024 को देश भर में बिजली कर्मचारी निजीकरण विरोधी दिवस के रूप में मनायेंगे। 


19 दिसंबर 2024 को काकोरी क्रांति के महानायक पण्डित राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खां और ठाकुर रोशन सिंह के बलिदान दिवस पर शहीदों के सपनों का भारत बचाओ - निजीकरण हटाओ दिवस मनाया जायेगा और पूरे देश में जनपद एवं परियोजना मुख्यालयों पर सभाएं की जाएंगी। एनसीसीओईईई ने निर्णय लिया कि लखनऊ में 22 दिसंबर 2024 को विशाल बिजली पंचायत एवं चंडीगढ़ में 25 दिसंबर 2024 को विशाल बिजली पंचायत आयोजित की जाएंगी, जिसमें बिजली कर्मियों के साथ बड़ी संख्या में किसान और आम उपभोक्ता सम्मिलित होंगे, जिन्हें बिजली के निजीकरण से उपभोक्ताओं और कर्मचारियों को होने वाले भारी नुकसान से अवगत कराया जाएगा।