Friday, 23 May 2025

आजमगढ़ हत्या के मामले में एक अभियुक्त को आजीवन कारावास, 50 हजार रुपये अर्थदंड की सजा शेष 9 अभियुक्त साक्ष्य के अभाव में हुए दोषमुक्त


 आजमगढ़ हत्या के मामले में एक अभियुक्त को आजीवन कारावास, 50 हजार रुपये अर्थदंड की सजा



शेष 9 अभियुक्त साक्ष्य के अभाव में हुए दोषमुक्त



उत्तर प्रदेश, आजमगढ़ जनपदीय पुलिस के "ऑपरेशन कनविक्शन" अभियान के तहत गुणवत्तापूर्ण विवेचना, मॉनिटरिंग सेल और अभियोजन की प्रभावी पैरवी के परिणामस्वरूप मेहनाजपुर थाना क्षेत्र में 2012 के एक हत्या के मामले में अभियुक्त मनोज पुत्र परशुराम को न्यायालय ने दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास और 50,000 रुपये के अर्थदंड की सजा सुनाई।


घटना 15 जून 2012 की है, जब वादी दिनेश कुमार पुत्र श्यामलाल, निवासी बिनैली, थाना मेहनाजपुर, जनपद आजमगढ़ ने तहरीर दी थी कि उनके चचेरे भाई पर मुन्नाराम, सोनूराम, लालचंद राम, महेंद्र सिंह, हरिश्चंद, जाकिर, विजय, अश्वनी उर्फ गुड्डू, पंकज और मनोज, सभी निवासी रोवापार, थाना मेहनाजपुर, जनपद आजमगढ़ ने लाठी-डंडे और धारदार हथियारों से हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। इलाज के दौरान वादी के चचेरे भाई की मृत्यु हो गई।


इसके आधार पर थाना मेहनाजपुर में मुकदमा अपराध संख्या 145/2012, धारा 147, 148, 149, 307, 302, 506 भादवि के तहत मामला दर्ज किया गया। जांच के बाद अभियुक्तों के खिलाफ आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल किया गया। मुकदमे में चार गवाहों की गवाही हुई। शुक्रवार 23 मई 2025 को अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, कोर्ट नंबर 06 ने फैसला सुनाते हुए अभियुक्त मनोज को दोषी ठहराया और आजीवन कारावास के साथ 50,000 रुपये का जुर्माना लगाया। शेष नौ अभियुक्तों को साक्ष्य के अभाव में दोषमुक्त कर दिया गया।


 पुलिस अधीक्षक ने "ऑपरेशन कनविक्शन" की सफलता पर जोर देते हुए कहा कि यह अभियान अपराधियों को सजा दिलाने और न्याय सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

आजमगढ़ बिलरियागंज संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगने से युवक की मौत फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल का बारीकी से किया निरीक्षण


 आजमगढ़ बिलरियागंज संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगने से युवक की मौत



फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल का बारीकी से किया निरीक्षण


उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के बिलरियागंज थाना क्षेत्र के भगतपुर बघेला गांव में शुक्रवार सुबह एक दुखद घटना सामने आई, जिसमें 35 वर्षीय नौसाद, पुत्र मोहम्मद आजम, की संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगने से मौत हो गई। घटना की सूचना मिलने के बाद स्थानीय पुलिस और फॉरेंसिक विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की।


पुलिस के अनुसार, नौसाद के घर में सुबह गोली लगने की घटना हुई, जिसके बाद स्थानीय लोगों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया और साक्ष्य एकत्र किए। प्रारंभिक जांच में पुलिस को सूचना मिली कि नौसाद ने पारिवारिक समस्याओं के चलते अवैध पिस्टल से गोली मारकर आत्महत्या की है। हालांकि, पुलिस इस मामले की सभी पहलुओं से जांच कर रही है। 


एसपी ग्रामीण चिराग जैन ने बताया, "हमें सुबह भगतपुर बघेला गांव से सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति ने पारिवारिक समस्याओं के कारण गोली मारकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। सभी तथ्यों की गहन जांच की जा रही है, और जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।" पुलिस ने इस मामले में आगे की जांच शुरू कर दी है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है ताकि मौत के सटीक कारणों का पता लगाया जा सके।

मऊ बरातियों से भरी कार खाई में पलटी दूल्हे के भाई की मौत, 4 अन्य गंभीर रूप से घायल


 मऊ बरातियों से भरी कार खाई में पलटी



दूल्हे के भाई की मौत, 4 अन्य गंभीर रूप से घायल


उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के घोसी कोतवाली क्षेत्र के जामडीह गांव के पास शुक्रवार सुबह एक भीषण सड़क हादसे में बरातियों से भरी कार खाई में पलट गई। इस दर्दनाक हादसे में दूल्हे के भाई की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चार अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना से बरात में खुशी का माहौल मातम में बदल गया।

पुलिस के अनुसार, गोरखपुर जनपद के बांसगांव से बरात गुरुवार शाम मधुबन थाना क्षेत्र के खीरीकोठा गांव गई थी। वैवाहिक कार्यक्रम संपन्न होने के बाद बराती शुक्रवार सुबह कार (UP53EJ7691) से गोरखपुर-वाराणसी फोरलेन की ओर लौट रहे थे। सुबह करीब 6:30 बजे जामडीह गांव के पास चालक को झपकी आने के कारण कार अनियंत्रित होकर पुलिया की रेलिंग से टकराई और खाई में जा गिरी।


हादसे में बांसगांव निवासी चंद्रमोल त्रिपाठी उर्फ दीपू (38) की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, पांडेय तिघरा निवासी किशन पांडेय (30), संदीप प्रजापति (30), भीटी के तिवारी निवासी मदन तिवारी (18) और उनके भाई बिशु तिवारी (19) गंभीर रूप से घायल हो गए।


स्थानीय लोगों की सूचना पर घोसी कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को एंबुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजवाया। गंभीर हालत के कारण डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद चारों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा की कार्रवाई शुरू कर दी है।


घोसी कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार सिंह ने बताया, "घटना की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची। घायलों को अस्पताल भिजवाया गया और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए कब्जे में लिया गया है। हादसे के कारणों की जांच की जा रही है।"